मनाली के सक्षम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड मुंबई में सक्षम का तीसरी बार नाम दर्ज हुआ हैं। महज 5 वर्ष की उम्र में सक्षम ने 195 देशों के झंडे, उनकी भाषा, मुद्रा और अधिकांश देशों की राजधानी और सभी देशों के नाम की स्पेलिंग सहित याद कर ली है। इतना ही नहीं इस बच्चे को मानचित्र पर कौन सा देश कहां पर हैं इस बात की भी पूरी जानकारी है। बता दें कि, इससे पहले, सक्षम ने दो नेशनल रिकॉर्ड बनाए है। पहला रिकॉर्ड तब बना था जब इस बच्चे ने महज़ 15 महीने की उम्र में अल्फाबेट सीख लिया था। जिसके लिए इसे मिरेकल बॉय का टाइटल मिला था। दूसरा रिकॉर्ड कार संग्रह का था। 3 साल की उम्र तक सक्षम ने 250 से अधिक कारों के टॉयज का संग्रह कर लिया था और कौन सी कार का मॉडल किस कंपनी का है इस बात की भी उसे पूरी जानकारी थी। इतना ही नहीं इस बच्चे को पूरे देश के आरटीओ नंबर की भी जानकारी है। मिल चुका चमत्कार बालक का खिताब सक्षम की इस असाधारण उपलब्धि ने सभी को चकित कर दिया है और उन्हें ‘चमत्कार बालक’ का खिताब दिया गया है। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें देश का गौरव बना दिया है। सक्षम अपने माता-पिता के साथ मनाली में रहता है। सक्षम के पिता सागर एक हेल्थ कोच हैं तथा माता स्नेहा ठाकुर एक होटलियर और पेरेंटिंग कोच हैं। सक्षम मात्र यूकेजी कक्षा का छात्र हैं। सक्षम के माता पिता इस उपलब्धि के लिए काफी खुश हैं और इसके लिए उन्होंने परमात्मा का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि सक्षम को 5 महीने की उम्र से ही किताबें पकड़ना शुरू कर दी थी और 15 महीने की उम्र में तो वो अल्फाबेट सिख चुका था। 3 साल की उम्र में सक्षम को 500 से ज्यादा इंग्लिश के शब्द सिख चुका था। सक्षम का कहना है कि वो एस्ट्रोनॉट बनकर स्पेस में जाना चाहता हैं। मनाली के सक्षम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड मुंबई में सक्षम का तीसरी बार नाम दर्ज हुआ हैं। महज 5 वर्ष की उम्र में सक्षम ने 195 देशों के झंडे, उनकी भाषा, मुद्रा और अधिकांश देशों की राजधानी और सभी देशों के नाम की स्पेलिंग सहित याद कर ली है। इतना ही नहीं इस बच्चे को मानचित्र पर कौन सा देश कहां पर हैं इस बात की भी पूरी जानकारी है। बता दें कि, इससे पहले, सक्षम ने दो नेशनल रिकॉर्ड बनाए है। पहला रिकॉर्ड तब बना था जब इस बच्चे ने महज़ 15 महीने की उम्र में अल्फाबेट सीख लिया था। जिसके लिए इसे मिरेकल बॉय का टाइटल मिला था। दूसरा रिकॉर्ड कार संग्रह का था। 3 साल की उम्र तक सक्षम ने 250 से अधिक कारों के टॉयज का संग्रह कर लिया था और कौन सी कार का मॉडल किस कंपनी का है इस बात की भी उसे पूरी जानकारी थी। इतना ही नहीं इस बच्चे को पूरे देश के आरटीओ नंबर की भी जानकारी है। मिल चुका चमत्कार बालक का खिताब सक्षम की इस असाधारण उपलब्धि ने सभी को चकित कर दिया है और उन्हें ‘चमत्कार बालक’ का खिताब दिया गया है। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें देश का गौरव बना दिया है। सक्षम अपने माता-पिता के साथ मनाली में रहता है। सक्षम के पिता सागर एक हेल्थ कोच हैं तथा माता स्नेहा ठाकुर एक होटलियर और पेरेंटिंग कोच हैं। सक्षम मात्र यूकेजी कक्षा का छात्र हैं। सक्षम के माता पिता इस उपलब्धि के लिए काफी खुश हैं और इसके लिए उन्होंने परमात्मा का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि सक्षम को 5 महीने की उम्र से ही किताबें पकड़ना शुरू कर दी थी और 15 महीने की उम्र में तो वो अल्फाबेट सिख चुका था। 3 साल की उम्र में सक्षम को 500 से ज्यादा इंग्लिश के शब्द सिख चुका था। सक्षम का कहना है कि वो एस्ट्रोनॉट बनकर स्पेस में जाना चाहता हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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