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दिल्ली-NCR में प्रदूषण के बीच कल से GRAP स्टेज-3, इन चीजों पर रहेगी पाबंदी <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली-एनसीआर में हवा की बिगड़ती सूरत को देखते हुए शुक्रवार (14 नवंबर) से जीआरएपी का स्टेज-थ्री लागू कर दिया जाएगा. सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगा. इसके तहत कंस्ट्रक्शन और डिमोलीशन पर प्रतिबंध रहेगा. नॉन-इलेक्ट्रिक, नॉन-सीएनजी और नॉन-बीएस VI डीजल अंतरराज्यीय बसें प्रतिबंधित रहेंगी. प्राथमिक स्कूल ऑनलाइन क्लास का संचालन कर सकते हैं. प्रमुख सड़कों पर पानी का छिड़काव बढ़ाया जाएगा.</p>
एमपी के नर्सिंग कॉलेजों को सुप्रीम कोर्ट से झटका, HC के आदेश पर दोबारा होगी जांच, जानें पूरा मामला
एमपी के नर्सिंग कॉलेजों को सुप्रीम कोर्ट से झटका, HC के आदेश पर दोबारा होगी जांच, जानें पूरा मामला <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश के बहुचर्चित नर्सिंग फर्जीवाड़ा मामले में 169 सूटेबल कॉलेजों की दोबारा सीबीआई जांच के हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने दखल देने से किया इनकार दिया है. प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है, दरअसल, 2 दर्जन नर्सिंग कॉलेजों ने एमपी हाईकोर्ट के 30 मई के दोबारा सीबीआई जांच वाले आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हाईकोर्ट ने दिए थे जांच के आदेश</strong><br />बता दे कि, एमपी हाईकोर्ट में 30 मई 2024 को सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट विशाल बघेल की ओर से एक आवेदन पेश किया गया था. इसमें कहा गया कि सीबीआई जांच में गड़बड़ी और रिश्वत का मामला सामने आने के बाद सूटेबल पाए गए कॉलेजों की जांच विवादित तथा संदिग्ध हो चुकी है. इस पर हाईकोर्ट ने सीबीआई द्वारा सूटेबल पाए गए सभी 169 कॉलेजों की दोबारा जांच के आदेश दिए थे.</p>
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<p dir=”ltr” lang=”hi”><a href=”https://twitter.com/hashtag/%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#मध्यप्रदेश</a> के नर्सिंग कालेजों को <a href=”https://twitter.com/hashtag/%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9F?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#सुप्रीमकोर्ट</a> से झटका,169 सूटेबल नर्सिंग कॉलेजों की दोबारा <a href=”https://twitter.com/hashtag/CBI?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#CBI</a> जांच के एमपी <a href=”https://twitter.com/hashtag/%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%88%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9F?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#हाईकोर्ट</a> के आदेश पर रोक लगाने से इनकार<a href=”https://twitter.com/hashtag/NursingCollegeScame?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#NursingCollegeScame</a><a href=”https://twitter.com/abplive?ref_src=twsrc%5Etfw”>@abplive</a> <a href=”https://t.co/0TF5Zhq8DZ”>pic.twitter.com/0TF5Zhq8DZ</a></p>
— AJAY TRIPATHI (ABP News) (@ajay_media) <a href=”https://twitter.com/ajay_media/status/1801932970078720321?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 15, 2024 </a>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों की याचिका खारिज</strong><br />सीबीआई टीम के साथ संबंधित जिले के न्यायिक अधिकारियों को जांच में सम्मिलित होने और वीडियोग्राफी करने के आदेश भी हाईकोर्ट ने दिए थे. इसी आदेश को प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज की याचिका को खारिज करते हुए यह सलाह दी कि वे मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में अपील करके अपनी बात रख सकते है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भोपाल में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए थे सीबीआई अफसर</strong><br />दरअसल, बीते दिनों नर्सिंग कालेज फर्जीवाड़े की जांच करने वाली सीबीआई की टीम के कुछ अफसर भोपाल में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए थे. बताया गया कि इन अफसरों ने पैसे लेकर अनसुटेबल कॉलेजों को भी सूटेबल कैटेगरी में शामिल करने गड़बड़ी की है. इसके बाद इस घोटाले के व्हिसिल ब्लोअर एडवोकेट विशाल बघेल ने हाईकोर्ट में आवेदन देकर फिर से जांच की मांग की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोर्ट ने दोबारा सीबीआई जांच के दिए आदेश </strong><br />मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान एडवोकेट विशाल बघेल ने दलील दी कि भ्रष्ट अधिकारियों के कारण पूरी जांच प्रक्रिया दूषित हो गई है. इससे सूटेबल कॉलेज संदेह के घेरे में हैं. जस्टिस संजय द्विवेदी और जस्टिस ए के पालीवाल की स्पेशल बेंच ने स्पष्ट रूप से जांच के लिए गाइडलाइन जारी कर दी. कोर्ट ने निर्देश दिए है कि सभी सूटेबल कॉलेजों की सीबीआई द्वारा दोबारा जांच की जाएगी. इस जांच प्रक्रिया में संबंधित जिले के न्यायिक मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहेंगे. पूरी जांच की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. इसके साथ ही कोर्ट ने नर्सिंग के नए सत्र को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं. जिसमें मान्यता देने की अनुमति दी गई है. नए सत्र के लिए पूर्व में बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन करते हुए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम के बाद प्रवेश देने के लिए कहा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोरोना के बाद अचानक बढ़ी थी नर्सिंग कॉलेजों की संख्या</strong><br />अधिवक्ता विशाल के मुताबिक कोरोना संक्रमण काल के दौरान मध्य प्रदेश में करीब 450 नर्सिंग कॉलेज संचालित थे लेकिन एक साल बाद ही नर्सिंग कॉलेजों की संख्या 750 से ज्यादा हो गई. यही वजह है कि अचानक खुले नर्सिंग कॉलेज संदेह के घेरे में आ गए. उनकी याचिका पर हाईकोर्ट के निर्देश पर जब जांच हुई तो कई कॉलेज मापदंडों के अनुसार नहीं पाए गए. कई कॉलेजों में लैब नहीं थी, तो कहीं फैकल्टी और कॉलेज परिसर की कमी थी. यहां तक की कई कॉलेज सिर्फ कागजों में ही थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दे कि, प्रदेश के 700 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेजों में से करीब 308 कॉलेजों की प्रथम चरण में जांच की गई थी.इसमें से 169 नर्सिंग कॉलेजों को सुटेबल (Suitable), 66 कॉलेजों को अनसुटेबल (Unsuitable) और 73 कॉलेजों को डेफिसिएंट (Deficient) कैटेगरी में रखा गया. इन सभी कॉलेजों में एक लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”नर्सिंग घोटाले के खिलाफ प्रदेशभर से आए छात्रों का भोपाल में हल्लाबोल, NSUI ने लगाये गंभीर आरोप” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/nsui-protest-in-bhopal-against-mp-nursing-scam-case-ann-2715916″ target=”_blank” rel=”noopener”>नर्सिंग घोटाले के खिलाफ प्रदेशभर से आए छात्रों का भोपाल में हल्लाबोल, NSUI ने लगाये गंभीर आरोप</a></strong></p>
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हिमाचल में धीमी पड़ी मानसून की रफ्तार:मानसून सीजन में 7 जिलों में सामान्य से कम बारिश, कुछ जिलों में हल्की बरसात
हिमाचल में धीमी पड़ी मानसून की रफ्तार:मानसून सीजन में 7 जिलों में सामान्य से कम बारिश, कुछ जिलों में हल्की बरसात हिमाचल प्रदेश में मानसून की गति धीमी पड़ गई है। अगस्त माह की शुरुआत में जमकर बरसने के बाद बीते दो सप्ताह से बारिश का दौर थम सा गया है। मौसम विज्ञान के केंद्र अनुसार आगामी तीन दिनों तक प्रदेश में अधिकतम स्थानों मौसम बिल्कुल साफ बना रहेगा। हिमाचल प्रदेश में मैदानी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में छुटपुट स्थानों पर हल्की-फुल्की बारिश होने की संभावना लगाई है। जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम बिल्कुल साफ रहने वाला है। निम्न व मध्यम पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना मौसम विज्ञान केंद्र ने पूर्वानुमान लगाया है कि आगामी 24 घंटों तक प्रदेश में अधिकतम स्थानों पर मौसम साफ बना रहेगा। परंतु प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, ऐसे में प्रदेश के मैदानी और मध्य पर्वतीय जिलों जिसमें हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, शिमला, मंडी, सिरमौर और कुल्लू के निचले व मैदानी इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान अनुसार प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम बिल्कुल साफ बना रहेगा। बीते एक सप्ताह में सामान्य कम बरस मेघ IMD के अनुसार हिमाचल प्रदेश के अधिकतर जिलों में बीते एक सप्ताह से शिमला को छोड़कर सभी जिलों में सामान्य से कम बदल बरसे है। लेकिन कई जगह पर अचानक बाढ़, लैंडस्लाइड और तेज बारिश की घटनाएं हुई है। बीते 24 घंटों की बात करें, तो मंडी के पराशर धार की बागी खड्ड में भी अचानक बाढ़ आई। जिसके कारण खड्ड के आस पास रहने वाले लोग सहमे हुए है। प्रशासन ने खड्ड किनारे रहने वाले लोगो को सावधान रहने को कहा है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में हुई सामान्य से कम बारिश IMD द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अगस्त माह में अब तक प्रदेश के अधिकतर जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश के कुल 12 जिलों में से 7 जिलों में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है। सामान्य से कम बारिश वाले जिलों में चम्बा, हमीरपुर, किन्नौर, कुल्लू, लाहुल स्पीति, सोलन, ऊना शामिल है। वहीं सामान्य से ज्यादा बारिश वाले जिलों में बिलालसपुर, कांगड़ा, सिरमौर, शिमला और मंडी शामिल है। अगस्त माह में कहां कितनी बारिश हुई हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान के अनुसार 1 अगस्त से लेकर 24 अगस्त तक कांगड़ा में सबसे ज्यादा और लाहौल स्पीति में सबसे कम बारिश हुई है।