महाकुंभ का आज 19वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 27.58 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या (29 जनवरी) पर करीब आठ करोड़ लोगों ने स्नान किया था। मौनी अमावस्या पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को भगदड़ मच गई थी। हादसे में 35 से 40 मौतें हो गईं। सरकार की ओर से अब तक 30 मौतों की पुष्टि की गई है। वहीं, 60 घायल हुए हैं। महाकुंभ का आज 19वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 27.58 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या (29 जनवरी) पर करीब आठ करोड़ लोगों ने स्नान किया था। मौनी अमावस्या पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को भगदड़ मच गई थी। हादसे में 35 से 40 मौतें हो गईं। सरकार की ओर से अब तक 30 मौतों की पुष्टि की गई है। वहीं, 60 घायल हुए हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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शिक्षक भर्ती मामले को लेकर केशव प्रसाद मौर्य के घर का घेराव, प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प
शिक्षक भर्ती मामले को लेकर केशव प्रसाद मौर्य के घर का घेराव, प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को 69,000 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर प्रदर्शनकारियों ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी झड़प हुई. सोमवार सुबह प्रदर्शनकारी यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव करने पहुंचे थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें डिप्टी सीएम के आवास से पहले ही रोक दिया. पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद हंगामा किया और केशव प्रसाद के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारी मौके पर ही डटे रहे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पकड़कर गाड़ी में बैठाया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि “ पिछले चार साल से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है. हमारी डिमांड है कि सरकार सभी मांगों को पूरा करें.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Uttar Pradesh: Aspirants hold a protest outside the residence of UP Deputy CM Keshav Prasad Maurya demanding appointment letters in the case of recruitment of 69 thousand teachers in Lucknow. <a href=”https://t.co/tuIxik30dg”>pic.twitter.com/tuIxik30dg</a></p>
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) <a href=”https://twitter.com/ANINewsUP/status/1830533865565503581?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 2, 2024</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
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<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि प्रदर्शनकारी 69,000 शिक्षक भर्ती मामले में नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती का मामला लंबे समय से चल रहा था. बीते दिनों इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने इस भर्ती की मेरिट लिस्ट को रद्द कर दिया. साथ ही कोर्ट ने 3 महीने के भीतर नई मेरिट लिस्ट जारी करने का भी आदेश दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोर्ट के फैसले पर कहा था, ”69,000 शिक्षक भर्ती भी आखिरकार भाजपाई घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार की शिकार साबित हुई. यही हमारी मांग है कि नए सिरे से न्यायपूर्ण नई सूची बने, जिससे पारदर्शी और निष्पक्ष नियुक्तियां संभव हो सके और प्रदेश में भाजपा काल मे बाधित हुई शिक्षा-व्यवस्था पुनः पटरी पर आ सके. हम नई सूची पर लगातार निगाह रखेंगे और किसी भी अभ्यर्थी के साथ कोई हकमारी या नाइंसाफी न हो, ये सुनिश्चित करवाने में कंधे-से-कंधा मिलाकर अभ्यर्थियों का साथ निभाएंगे. ये अभ्यर्थियों की संयुक्त शक्ति की जीत है. सभी को इस संघर्ष में मिली जीत की बधाई और नव नियुक्तियों की शुभकामनाएं!”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mamata-banerjee-two-top-ias-officers-manoj-pant-and-rajeev-kumar-have-connections-with-up-uttarakhand-2774564″>ममता बनर्जी के 2 ताकतवर अफसरों का यूपी-उत्तराखंड से है खास कनेक्शन, इनके लिए दे चुकी हैं धरना</a></strong></p>
चार धाम यात्रा के लिए रामनगर से नया रूट खोलने की तैयारी, सीएम धामी के आदेश पर रिपोर्ट तैयार
चार धाम यात्रा के लिए रामनगर से नया रूट खोलने की तैयारी, सीएम धामी के आदेश पर रिपोर्ट तैयार <p style=”text-align: justify;”><strong>Char Dham Yatra 2024: </strong>उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए नए मार्गों का विकल्प राज्य सरकार खोज रही है. इसी क्रम में उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए रामनगर को प्रतिकूल माना जा रहा है. इसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आदेश जारी कर रामनगर को विकल्प के रूप में तैयार करने की बात कही थी, जिसको लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही थी. अब रिपोर्ट बनाकर तैयार हो चुकी है अगला निर्णय शासन को लेना है कि चार धाम यात्रा उत्तराखंड के रामनगर से शुरू की जा सकती है या नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ऋषिकेश हरिद्वार से चलने वाली चार धाम यात्रा में पिछले दिनों देखा गया था कि भारी भीड़ आ जाने से रास्ते जाम हो गए थे, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. अब चार धाम यात्रा को जाने के लिए दो अलग-अलग मार्ग जब तैयार हो जाएंगे तो भीड़ पर नियंत्रण पाना काफी आसान होगा और यात्रा भी कम हो सकेगी. इसको लेकर उत्तराखंड सरकार लगातार प्रयास कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामनगर से चारधाम यात्रा शुरू करने की संभावना </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रामनगर से चार धाम यात्रा को चलाने के लिए प्रारंभिक सर्वे परिवहन विभाग ने लगभग पूरा कर लिया है. रिपोर्ट तैयार करने के बाद अब ये शासन को भेजी जानी है. बता दें कि कुमाऊं के नैनीताल जिले के रामनगर से चारधाम यात्रा शुरू करने की संभावना तलाशी जा रही है. इसके लिए नैनीताल जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने प्रारंभिक सर्वे का काम करने के साथ ही रिपोर्ट तैयार कर ली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं ऐसे में यात्रा में भीड़ के दबाव को कम करने के लिए अन्य विकल्पों को भी देखा जा रहा है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रामनगर से चारधाम यात्रा की संभावना को तलाशने के निर्देश कुछ महीने पहले जिला प्रशासन को दिए थे. इसके बाद नैनीताल डीएम के निर्देश पर प्रशासन और परिवहन विभाग की टीम ने रामनगर से कर्णप्रयाग तक का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार कर ली है. इस रिपोर्ट में साफ है की यात्रा यहां से कराई जा सकती है पूर्व में भी चार धाम को यात्रा यहां से हुई है अब रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है अंतिम निर्णय शासन को लेना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>300 तक छोटे वाहनों को चलाया जा सकता है</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रामनगर से मोहान मोलेखाल-भिकियासैण, चौखुटिया-गैरसैंण और कर्णप्रयाग होते हुए चारधाम यात्रा की जा सकती है. पहले भी लोग इस मार्ग से चार धाम यारा के लिए श्रद्धालु जाते रहें है. रिपोर्ट के मुताबिक, मार्ग सिंगल लेन है इसमें ज्यादा वाहनों का संचालन खतरनाक होगा. एक दिन में 150 तक बसें और 300 तक छोटे वाहनों को चलाया जा सकता है. यह यात्रा रामनगर की सिंचाई विभाग और डिग्री कालेज की भूमि से शुरू की जा सकता है. यहां पर वाहनों को खड़ा किया जा सकता है यहां काफी जगह मौजूद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिपोर्ट के अनुसार यात्रा शुरू करने से पूर्व यहां कई प्रकार की सुविधाओं को पहले जुटना होगा, जैसे शौचालय कोई यात्री इस मार्ग में रुकना चाहता है तो उसके रुकने की व्यवस्था बनानी होगी. मार्ग पर धर्मशालाओं, होटलों और शौचालयों आदि की कमी है. मार्ग में श्रद्धालुओं के भोजन आदि की व्यवस्था के साथ वाहनों को ठीक करने के लिए गैरेज आदि की भी व्यवस्था करनी होगी. रिपोर्ट के अनुसार ऋषिकेश वाली चार धाम यात्रा पर वाहनों का दबाव कम करने के लिए रामनगर रोड का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे चार धाम यात्रा पर बढ़ाने वाला दबाव कम हो सकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन मार्गों पर चल रहा परीक्षण</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएम नैनीताल वंदना सिंह ने बताया की सीएम के निर्देश पर रामनगर से चारधाम यात्रा और कैंची धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वैकल्पिक मार्ग पर विचार किया जा रहा है. इसके लिए आवश्यक सुविधाएं, पंजीकरण केंद्र, शौचालय, पार्किंग स्थल आदि का पर होमवर्क किया जा रहा है. सड़क मार्ग की स्थिति के सुधारीकरण पर भी प्रस्ताव तैयार हो रहा है. लगभग तीन संभावित मार्गों का परीक्षण चल रहा है. सभी पहलुओं पर विचार कर इसका अंतिम निर्णय शासन स्तर से लिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि चार धाम यात्रा के लिए रामनगर से शुरुआत करने से स्थानीय लोगों को रोजगार भी अच्छा खासा मिलेगा. साथ ही ऋषिकेश हरिद्वार से चलने वाली चार धाम यात्रा पर दबाव भी काम होगा. इससे चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को भी अच्छी खासी सुविधा होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Akhilesh Yadav Resigns: अखिलेश यादव ने करहल से दिया इस्तीफा, अब ये नेता लड़ सकता है सपा से चुनाव” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akhilesh-yadav-resigned-from-the-mla-post-in-up-tej-pratap-yadav-may-fight-by-election-from-karhal-2713146″ target=”_self”>Akhilesh Yadav Resigns: अखिलेश यादव ने करहल से दिया इस्तीफा, अब ये नेता लड़ सकता है सपा से चुनाव</a></strong></p>
9 सीटों पर वोटिंग के बीच अयोध्या पहुंचे योगी:कहा- केंद्र, राज्य में BJP सरकार आई, तो 500 साल में जो नहीं हुआ…वो 2 साल में हो गया
9 सीटों पर वोटिंग के बीच अयोध्या पहुंचे योगी:कहा- केंद्र, राज्य में BJP सरकार आई, तो 500 साल में जो नहीं हुआ…वो 2 साल में हो गया यूपी में विधानसभा की 9 सीटों पर उप चुनाव के बीच CM योगी अयोध्या पहुंचे। कहा- चंद मुट्ठी भर लोग, उनके पास बुद्धि, धन और भौतिक बल नहीं था। तब भी वह हम पर हमला करने में सफल हुए। हमारी मां-बहनों की इज्जत से खेलने में सफल हुए। हमें गुलाम बनाने में सफल हुए। अपमान को झेलने को हम मजबूर हो गए। धर्म हमें सदमार्ग पर चलने के लिए कहता है। मगर समाज को सही दिशा में लेकर जाने की हमारी जिम्मेदारी है। इसीलिए मैं कहता हूं कि इतिहास की गलती रोकने के लिए हमको ही प्रयास करना है। पूरा समाज एक भाव और एक साथ लड़ाई लड़ता है, तब सफलता मिलती है। देखिए… एक भाव की सरकार केंद्र और राज्य में आई तो जो 500 साल में नहीं हुआ, वह 2 साल में हो गया। अगर 500 साल पहले भी अगर ऐसी ही एकता का परिचय दिया होता तो उसी वक्त स्थितियां बदल गई होतीं। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी और राम मंदिर में दर्शन-पूजन किया। सुग्रीव किला के राजगोपुरम गेट का उद्घाटन किया। योगी ने कहा- राम काज के लिए सबने खुद को समर्पित किया
योगी ने कहा- जब सुग्रीव किला में जब पहले हम आए थे। तब संकरा रास्ता था। अब अच्छा रास्ता है, मैं उसी की बधाई दे रहा हूं। यहां आने में कोई बाधा नहीं होगी। सनातन का संकल्प था, 500 वर्षों में ढांचा समाप्त हो, रामलला का मंदिर बन सके। पूज्य संतों का जो भाव था, एक काज के लिए सबने खुद को समर्पित किया। उन्होंने कहा- यह अहो भाग्य है, जिस कार्य के लिए पीढ़ियां समर्पित हुई, उसे हम अपने सामने होता हुआ देख रहे हैं। आज की अयोध्या में सिर्फ अध्यात्म का वातावरण है। यह दुनिया सबसे सुंदर नगरी बनने की राह पर है। यह जो भव्य स्वरूप दिख रहा है। अयोध्या वासियों का दायित्व है कि वह अयोध्या का ऐसा ही स्वरूप बनाए रखें। जब-जब सनातन को अपमान झेलना पड़ा, कमी जरूर रही
उन्होंने कहा – आज अयोध्या में कई आश्रम हैं, वहां सनातनी वातावरण है। दुनिया में कहीं भी अगर सनातन को अपमान झेलना पड़ा, तो वहां कोई न कोई कमी जरूर रही। कोई भी सभ्य व्यवस्था, अपनी गलतियों का परिमार्जन जितनी जल्दी कर ले, वह उतना अच्छा है। समाज में कोई कमी है, फूट पड़ रही है, मतभेद हो रहे हैं, तो समय रहते उसका इलाज जरूरी है। दक्षिण भारतीय शैली में प्रवेश द्वार
सुग्रीव किला के पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य ने बताया- श्रीराम जन्मभूमि पथ कॉरिडोर के निर्माण के समय इस मंदिर परिसर का एक भाग शामिल हो गया। इस वजह से प्रवेश द्वार को तोड़ना पड़ा। अब कॉरिडोर बन जाने के बाद सुग्रीव किला के प्रवेश द्वार को नए सिरे से दक्षिण भारतीय शैली में बनाया गया है। उन्होंने बताया- इसके साथ मंदिर परिसर में गरुड़ स्तंभ भी बनाया गया है। गरुड़ स्तंभ के साथ प्रवेश द्वार की प्रतिष्ठा का अनुष्ठान दक्षिण भारतीय विद्वानों द्वारा किया गया। पीठाधीश्वर ने कहा – ये दिव्य देश का दिव्य द्वार है
सुग्रीव किला के पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य ने कहा- धर्म और राजधर्म साथ में हैं, तो फिर कहना ही क्या। ये दिव्य देश कहलाता है, जो भगवान की विश्राम स्थली मानी जाती है। इसका जो प्रवेश द्वार है, वो दिव्य द्वार कहलाता है। यह दिव्य देश में ही संभव है। इसको ढाई साल में बनाया गया। कितने कारीगर और कितना धन लगा, ये हम लोगों ने नहीं देखा। दक्षिण शैली पर बनाया गया है। योगी सम्राट देख रहे हैं, ये फकीरों की भूमि है, हम मांगते नहीं किसी से कुछ भी। भगवान से मांगते हैं, जो प्रसाद मिलता है, उसी को सिर से लगाते हैं। —————————– रामलला से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए… रामलला को तिलकोत्सव में मिला सोने का हार, हाथ घड़ी:अयोध्या में जनकपुर के 500 मेहमानों ने गिफ्ट दिए; चंपत राय को सुनाईं मधुर गालियां भगवान श्रीराम का तिलकोत्सव हुआ। तिलक चढ़ाने के लिए मां सीता के मायके जनकपुर से 500 से ज्यादा मेहमान अयोध्या पहुंचे थे। साथ में 501 प्रकार का नेग भी लाए। सीता जी की सखियां, जिन्हें ‘तिलकहरू’ कहा जाता है, रामलला के लिए विशेष तरह की सामग्री लाई गई है। पढ़िए पूरी खबर…