महाकुंभ भगदड़ में हुई मौत के आंकड़ों को जमात ए इस्लामी हिंद ने बताया गलत, कहा- इससे ज्यादा लोग…

महाकुंभ भगदड़ में हुई मौत के आंकड़ों को जमात ए इस्लामी हिंद ने बताया गलत, कहा- इससे ज्यादा लोग…

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<p>महाकुंभ में पिछले दिनों हुई भगदड़ और इसमें हुई 30 मौतों के आंकड़ों को मुस्लिम संगठन जमात ए इस्लामी ने नकार दिया है. जमात ए इस्लामी हिंद ने कहा है कि भगदड़ की जो तस्वीरें आईं हैं इससे ये विश्वास नहीं होता है कि इसमें सिर्फ 30 जानें गईं हैं. बल्कि मौत का आंकड़ा इससे और ज्यादा है.</p>
<p>जमात ए इस्लामी हिंद के वाइस प्रेसिडेंट सलीम इंजीनियर ने एबीपी न्यूज़ से कहा है कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में यूपी सरकार की ओर से मरने वालों का आंकड़ा पेश किया गया है वो गलत है. मरने वालों की तादाद इससे ज्यादा है. सरकार को सही आंकड़ा पेश करना चाहिए क्योंकि सरकार की तरफ से जो आंकड़ा दिया गया है वह विश्वास करने लायक नहीं है.&nbsp;</p>
<p>इंजीनियर ने मौत के आंकड़ों पर सवाल भी उठाया कि आखिर सरकार मौतें क्यों छुपाना चाहती हैं? यूपी सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. मौत के आंकड़ों के गलत होने पर हमें पूरा विश्वास है.&nbsp;<br />&nbsp;<br />मीडिया से बात करते हुए सलीम इंजीनियर ने कहा कि कुंभ में बदइंतजामी और अव्यवस्था की वजह से भगदड़ मची जिसमें कई जानें गई हैं. सरकार के मैनेजमेंट में और प्लानिंग में कमियां और खामियां रही है. महाकुंभ में आम लोगों की सहूलतों के बजाय VIP कल्चर को तरजीह दी गई. जिससे कि ऐसे हालत बने.</p>
<p>भगदड़ पर चिंता व्यक्त करते हुए जमात ए इस्लामी हिंद की ओर से कहा गया है कि जिन भी अफसरों की लापरवाही की वजह से ये हादसा हुआ उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. और राज्य सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. लेकिन पूरे मामले में राज्य सरकार का रवैया चिंताजनक है. मरने वालों की तादाद बताने के बजाय सरकार ने इसे छुपाने का काम किया है.</p>
<p>सलीम इंजीनियर ने <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> में मुस्लिम की एंट्री को लेकर हुई कंट्रोवर्सी का भी जिक्र करते हुए कहा कि मेला शुरू होने से पहले मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की गई थी लेकिन मुसलमानों ने जिस तरह से भगदड़ के बाद परेशान लोगों को अपने घरों और मस्जिदों में जगह दी ये मुल्क के लिए मिसाल है.</p> <p>&nbsp;</p>
<p>महाकुंभ में पिछले दिनों हुई भगदड़ और इसमें हुई 30 मौतों के आंकड़ों को मुस्लिम संगठन जमात ए इस्लामी ने नकार दिया है. जमात ए इस्लामी हिंद ने कहा है कि भगदड़ की जो तस्वीरें आईं हैं इससे ये विश्वास नहीं होता है कि इसमें सिर्फ 30 जानें गईं हैं. बल्कि मौत का आंकड़ा इससे और ज्यादा है.</p>
<p>जमात ए इस्लामी हिंद के वाइस प्रेसिडेंट सलीम इंजीनियर ने एबीपी न्यूज़ से कहा है कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में यूपी सरकार की ओर से मरने वालों का आंकड़ा पेश किया गया है वो गलत है. मरने वालों की तादाद इससे ज्यादा है. सरकार को सही आंकड़ा पेश करना चाहिए क्योंकि सरकार की तरफ से जो आंकड़ा दिया गया है वह विश्वास करने लायक नहीं है.&nbsp;</p>
<p>इंजीनियर ने मौत के आंकड़ों पर सवाल भी उठाया कि आखिर सरकार मौतें क्यों छुपाना चाहती हैं? यूपी सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. मौत के आंकड़ों के गलत होने पर हमें पूरा विश्वास है.&nbsp;<br />&nbsp;<br />मीडिया से बात करते हुए सलीम इंजीनियर ने कहा कि कुंभ में बदइंतजामी और अव्यवस्था की वजह से भगदड़ मची जिसमें कई जानें गई हैं. सरकार के मैनेजमेंट में और प्लानिंग में कमियां और खामियां रही है. महाकुंभ में आम लोगों की सहूलतों के बजाय VIP कल्चर को तरजीह दी गई. जिससे कि ऐसे हालत बने.</p>
<p>भगदड़ पर चिंता व्यक्त करते हुए जमात ए इस्लामी हिंद की ओर से कहा गया है कि जिन भी अफसरों की लापरवाही की वजह से ये हादसा हुआ उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. और राज्य सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. लेकिन पूरे मामले में राज्य सरकार का रवैया चिंताजनक है. मरने वालों की तादाद बताने के बजाय सरकार ने इसे छुपाने का काम किया है.</p>
<p>सलीम इंजीनियर ने <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> में मुस्लिम की एंट्री को लेकर हुई कंट्रोवर्सी का भी जिक्र करते हुए कहा कि मेला शुरू होने से पहले मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की गई थी लेकिन मुसलमानों ने जिस तरह से भगदड़ के बाद परेशान लोगों को अपने घरों और मस्जिदों में जगह दी ये मुल्क के लिए मिसाल है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड 136 वर्षों पुराना है एएमयू का ऐतिहासिक राइडिंग क्लब, छात्राएं भी करती है घुड़सवारी