अध्यात्म, आस्था और विश्वास से भरी महाकुंभ की पवित्र नगरी इन दिनों साधु-संतों और श्रद्धालुओं से गुंजायमान है। जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बृहस्पति गिरी महाराज एक पत्थर रखे हुए हैं, जिसकी खासियत है कि वह पानी में तैरता है। महाराज बताते हैं कि- यह वही पत्थर है, जिसका इस्तेमाल त्रेतायुग में नल और नील ने समुद्र में रामेश्वरम सेतु बनाने के लिए किया था। इस पत्थर पर ‘श्रीराम’ लिखा है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में यह पत्थर श्रद्धालुओं के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। हर दिन हजारों श्रद्धालु इस पत्थर के दर्शन के लिए आ रहे हैं। दर्शन कर श्रद्धालु न केवल सिर झुकाते हैं, बल्कि अपनी सामर्थ्य अनुसार दान भी करते हैं। देखें वीडियो…. अध्यात्म, आस्था और विश्वास से भरी महाकुंभ की पवित्र नगरी इन दिनों साधु-संतों और श्रद्धालुओं से गुंजायमान है। जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बृहस्पति गिरी महाराज एक पत्थर रखे हुए हैं, जिसकी खासियत है कि वह पानी में तैरता है। महाराज बताते हैं कि- यह वही पत्थर है, जिसका इस्तेमाल त्रेतायुग में नल और नील ने समुद्र में रामेश्वरम सेतु बनाने के लिए किया था। इस पत्थर पर ‘श्रीराम’ लिखा है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में यह पत्थर श्रद्धालुओं के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। हर दिन हजारों श्रद्धालु इस पत्थर के दर्शन के लिए आ रहे हैं। दर्शन कर श्रद्धालु न केवल सिर झुकाते हैं, बल्कि अपनी सामर्थ्य अनुसार दान भी करते हैं। देखें वीडियो…. उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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महाकुंभ: वक्फ बोर्ड की जमीन पर दावा करने वाले मैलाना की बढ़ सकती है मुश्किलें, पुलिस से हुई ये मांग
महाकुंभ: वक्फ बोर्ड की जमीन पर दावा करने वाले मैलाना की बढ़ सकती है मुश्किलें, पुलिस से हुई ये मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Mahakumbh 2025:</strong> प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन में वक्फ बोर्ड की 55 बीघा जमीन के उपयोग से जुड़े दावे से एक ओर जमकर सियासत हो रही है. वहीं दावा करने वाले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी की मुश्किलें बढ़ सकती है. मौलाना के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किए जाने की मांग को लेकर महाकुंभ पुलिस से शिकायत की गई है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) के लीगल सेल ने महाकुंभ पुलिस से शिकायत की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>विश्व हिंदू परिषद के ओर से एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस को लिखित तहरीर दी गई है. महाकुंभ पुलिस के साथ ही प्रयागराज कमिश्नरेट की पुलिस में भी शिकायत की गई है. तहरीर में कहा गया है कि मौलाना के इस बयान से सनातन धर्मियों की भावनाएं आहत हुई हैं. इस मामले में उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. मौलाना पर गलत बयानी कर जानबूझकर विवाद खड़ा करने का भी आरोप लगाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या था मौलाना का बयान</strong><br />तहरीर के साथ मीडिया रिपोर्ट्स की कॉपी भी संलग्न की गई है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभी एफआईआर दर्ज नहीं की है. विश्व हिंदू परिषद के लीगल सेल के काशी प्रांत के अध्यक्ष अरविंद मिश्र ने पुलिस में शिकायत की है. गौरतलब है कि बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी बड़ा दावा करते हुए महाकुंभ स्थल की जमीन को वक्फ की संपत्ति करार दिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/asaram-out-on-parole-victim-family-scared-security-personnel-deployed-at-home-in-shahjahanpur-ann-2858832″><strong>आसाराम को पैरोल मिलने के बाद, डर के साए में पीड़िता का परिवार, घर की बढ़ाई गई सुरक्षा</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा था कि प्रयागराज के जो मुसलमान हैं, उनमें से एक सरताज ने इस बात की जानकारी दी कि जिस जमीन के ज्यादातर हिस्से पर शामियाने और तंबू लगाए गए हैं, वो जमीन वक्त की है और वहां के मुसलमानों की है. ये जमीन लगभग 54 बीघा है. वक्फ की 55 बीघा जमीन पर मेला लग रहा है. वहां के जो जिम्मेदार लोग हैं उन लोगों को इस पर गौर करना चाहिए.</p>
जानें कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपति? सुरक्षाबलों के लिए था चैलेंज
जानें कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपति? सुरक्षाबलों के लिए था चैलेंज <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण नक्सली नेता जयराम उर्फ चलपति था, जिस पर एक करोड़ रुपये का इनाम था. छत्तीसगढ़ पुलिस के मुताबिक, जयराम नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सदस्य था, जो एक नक्सली नेता होने के साथ-साथ सुरक्षा बलों के लिए बड़ा खतरा भी माना जाता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चलपति छत्तीसगढ़ और आसपास हुए कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड रहा है. एक करोड़ के इनामी चलपति का असली नाम जयराम रेड्डी बताया जा रहा है. उसे नक्सली संगठन में रामचंद्र रेड्डी अप्पाराव या रामू के नाम से भी जाना जाता था. आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के माटेमपल्ली गांव के रहने वाले रेड्डी ने केवल 10वीं तक पढ़ाई की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चलपति का मारा जाना बड़ी उपलब्धि</strong><br />चलपति का मारा जाना पुलिस और सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है. उसकी मौत से नक्सली नेटवर्क को बड़ा झटका लग सकता है. जयराम जैसे नेताओं की पहचान अक्सर सुरक्षाबलों के लिए चुनौतीपूर्ण होती है, क्योंकि वे जंगलों और दुर्गम इलाकों में छिपे रहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जयराम के नेतृत्व में हुए थे कई हमले</strong><br />अबूझमाड़ क्षेत्र में लगातार मुठभेड़ों और सुरक्षाबलों की बढ़ती कार्रवाई के कारण कई नक्सली नेताओं को अपने ठिकाने बदलने पर मजबूर होना पड़ा था. इसी वजह से चलपति ने अपना ठिकाना बदल लिया और गरियाबंद-ओडिशा बॉर्डर पर चला गया था. वह नक्सली संगठन का एक महत्वपूर्ण नेता था, और उसके नेतृत्व में नक्सलियों ने कई हमले किए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>8-10 गार्ड सुरक्षा में रहते थे तैनात</strong><br />चलपति बस्तर के अबूझमाड़ के जंगलों में सक्रिय था, जो छत्तीसगढ़ का एक दुर्गम और घना क्षेत्र है. चलपति अपनी रक्षा के लिए एके-47 और एसएलआर जैसे अत्याधुनिक हथियार अपने साथ रखता था. उसकी सुरक्षा में 8-10 गार्ड तैनात रहते थे क्योंकि अबूझमाड़ क्षेत्र में हर वक्त खतरा बना रहता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के जवानों ने नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए. मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने एक एसएलआर सहित हथियारों, गोला-बारूद और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का एक बड़ा जखीरा भी बरामद किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस क्षेत्र में माओवादी विद्रोहियों को निशाना बनाकर किया गया यह अभियान खुफिया सूचनाओं के बाद शुरू हुआ, जिसमें ओडिशा सीमा से सिर्फ पांच किलोमीटर दूर स्थित छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व वन में माओवादियों की महत्वपूर्ण उपस्थिति का संकेत मिला था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस टीम ने किया ढेर</strong><br />जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), छत्तीसगढ़ से कोबरा और ओडिशा से विशेष अभियान समूह (एसओजी) के सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम इस अभियान में शामिल थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Chhattisgarh Naxal Encounter: गरियाबंद में मुठभेड़ में अब तक 20 नक्सली ढेर, एक करोड़ का इनामी चलपति भी मारा गया” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/gariaband-encounter-update-14-naxalites-killed-weapons-also-recovered-in-chhattisgarh-2867244″ target=”_blank” rel=”noopener”>Chhattisgarh Naxal Encounter: गरियाबंद में मुठभेड़ में अब तक 20 नक्सली ढेर, एक करोड़ का इनामी चलपति भी मारा गया</a></strong></p>
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Kerala canal mishap : HC assign amicus curiae to file a report on waste disposal in the canal Following the death of a sanitation worker named Joy leading to serious concerns over waste management in the capital city, the Kerala High Court assigned an amicus curiae to study the waste disposal on Amayizhanchan canal and file a report before July 26th when the court will hear the matter once again.