<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> महाकुंभ 2025 के ऐतिहासिक आयोजन के तहत बर्ड फेस्टिवल और जलवायु सम्मेलन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यह कार्यक्रम योगी सरकार के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है. 16 फरवरी को “कुंभ की आस्था एवं जलवायु परिवर्तन” विषय पर जलवायु सम्मेलन आयोजित होगा, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> करेंगे. इस सम्मेलन में धार्मिक गुरु, पर्यावरणविद्, सामाजिक संगठनों, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, व्यापारी और गणमान्य नागरिक शामिल होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बर्ड फेस्टिवल में “भारतीय स्किमर” (Indian Skimmer) को मैस्कॉट चुना गया है, जो नदी के स्वास्थ्य का सूचक माना जाता है. यह विशेष पक्षी संगम तट पर प्राकृतिक संतुलन और जैव विविधता के महत्व को दर्शाएगा. भारतीय स्किमर पक्षी नदियों, झीलों और तटीय इलाकों में पाया जाता है. इसकी पहचान चमकदार नारंगी चोंच और काले-सफेद पंखों से होती है. इसकी निचली चोंच ऊपरी चोंच से लंबी होती है, जिससे यह पानी की सतह को स्किम करते हुए शिकार पकड़ता है. इसी कारण इसे स्थानीय भाषा में “पंचिरा” कहा जाता है.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/cHrdwnQQvzA?si=7n6zzeDU8p1YfmGk” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहली बार महाकुंभ के दौरान आयोजित रहा बर्ड फेस्टिवल</strong><br />उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना और चंबल नदियों के किनारे लगभग 1000 स्किमर पक्षी पाए जाते हैं. यह पक्षी नदी के जल की गुणवत्ता को दर्शाने वाला प्रमुख संकेतक माना जाता है. 2025 में बर्ड फेस्टिवल पहली बार महाकुंभ के दौरान संगम तट पर आयोजित किया जा रहा है. इससे पहले, इस आयोजन को हर वर्ष अलग-अलग जगहों पर आयोजित किया गया है. 2017 – दुधवा टाइगर रिजर्व, पीलीभीत, 2019 – नवाबगंज पक्षी विहार, उन्नाव, 2020 – सूर सरोवर पक्षी विहार, कीठम-आगरा, 2021 – ओखला पक्षी विहार, गौतमबुद्ध नगर, 2022 – (कोविड-19 के कारण आयोजन नहीं हुआ) 2023 – विजय सागर पक्षी विहार, महोबा और 2024 – सूरजपुर वेटलैंड में आयोजित किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वर्ष महाकुंभ, प्रयागराज में पहली बार बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है, जो आस्था और प्रकृति संरक्षण का अद्भुत संगम साबित होगा. बर्ड फेस्टिवल और जलवायु सम्मेलन की तैयारियों के तहत लखनऊ में एक कर्टन रेज़र इवेंट आयोजित किया गया. स्कूल के बच्चों ने 1090 क्रॉसिंग से नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल पार्क तक वॉकथॉन में भाग लिया. इस दौरान आईटीबीपी बैंड ने शानदार संगीत प्रस्तुति दी. इसी कार्यक्रम में सारस ऑडिटोरियम में बर्ड फेस्टिवल का मैस्कॉट और टीज़र लॉन्च किया गया. इस मौके पर वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, अपर मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी, अपर्णा यादव और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>“यह बर्ड फेस्टिवल खास होगा”</strong><br />ललित वर्मा, नोडल अधिकारी, बर्ड फेस्टिवल ने कहा, “इस साल भारतीय स्किमर को बर्ड फेस्टिवल का मैस्कॉट बनाया गया है, जो संयोग से संगम क्षेत्र में पाया जाता है. इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इसे यह विशेष पहचान दी गई है. सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और यह बर्ड फेस्टिवल निश्चित रूप से बेहद खास होगा.”बर्ड फेस्टिवल और जलवायु सम्मेलन <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> में आस्था, पर्यावरण और जैव विविधता को एक मंच पर लाने का प्रयास है. यह आयोजन नदी संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-cm-pushkar-singh-dhami-reaction-on-new-delhi-railway-station-stampede-2885331″><strong>नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की घटना पर सीएम धामी बोले- ‘कई लोगों के हताहत होने की खबर बेहद दुखद'</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> महाकुंभ 2025 के ऐतिहासिक आयोजन के तहत बर्ड फेस्टिवल और जलवायु सम्मेलन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यह कार्यक्रम योगी सरकार के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है. 16 फरवरी को “कुंभ की आस्था एवं जलवायु परिवर्तन” विषय पर जलवायु सम्मेलन आयोजित होगा, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> करेंगे. इस सम्मेलन में धार्मिक गुरु, पर्यावरणविद्, सामाजिक संगठनों, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, व्यापारी और गणमान्य नागरिक शामिल होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बर्ड फेस्टिवल में “भारतीय स्किमर” (Indian Skimmer) को मैस्कॉट चुना गया है, जो नदी के स्वास्थ्य का सूचक माना जाता है. यह विशेष पक्षी संगम तट पर प्राकृतिक संतुलन और जैव विविधता के महत्व को दर्शाएगा. भारतीय स्किमर पक्षी नदियों, झीलों और तटीय इलाकों में पाया जाता है. इसकी पहचान चमकदार नारंगी चोंच और काले-सफेद पंखों से होती है. इसकी निचली चोंच ऊपरी चोंच से लंबी होती है, जिससे यह पानी की सतह को स्किम करते हुए शिकार पकड़ता है. इसी कारण इसे स्थानीय भाषा में “पंचिरा” कहा जाता है.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/cHrdwnQQvzA?si=7n6zzeDU8p1YfmGk” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहली बार महाकुंभ के दौरान आयोजित रहा बर्ड फेस्टिवल</strong><br />उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना और चंबल नदियों के किनारे लगभग 1000 स्किमर पक्षी पाए जाते हैं. यह पक्षी नदी के जल की गुणवत्ता को दर्शाने वाला प्रमुख संकेतक माना जाता है. 2025 में बर्ड फेस्टिवल पहली बार महाकुंभ के दौरान संगम तट पर आयोजित किया जा रहा है. इससे पहले, इस आयोजन को हर वर्ष अलग-अलग जगहों पर आयोजित किया गया है. 2017 – दुधवा टाइगर रिजर्व, पीलीभीत, 2019 – नवाबगंज पक्षी विहार, उन्नाव, 2020 – सूर सरोवर पक्षी विहार, कीठम-आगरा, 2021 – ओखला पक्षी विहार, गौतमबुद्ध नगर, 2022 – (कोविड-19 के कारण आयोजन नहीं हुआ) 2023 – विजय सागर पक्षी विहार, महोबा और 2024 – सूरजपुर वेटलैंड में आयोजित किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वर्ष महाकुंभ, प्रयागराज में पहली बार बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है, जो आस्था और प्रकृति संरक्षण का अद्भुत संगम साबित होगा. बर्ड फेस्टिवल और जलवायु सम्मेलन की तैयारियों के तहत लखनऊ में एक कर्टन रेज़र इवेंट आयोजित किया गया. स्कूल के बच्चों ने 1090 क्रॉसिंग से नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल पार्क तक वॉकथॉन में भाग लिया. इस दौरान आईटीबीपी बैंड ने शानदार संगीत प्रस्तुति दी. इसी कार्यक्रम में सारस ऑडिटोरियम में बर्ड फेस्टिवल का मैस्कॉट और टीज़र लॉन्च किया गया. इस मौके पर वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, अपर मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी, अपर्णा यादव और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>“यह बर्ड फेस्टिवल खास होगा”</strong><br />ललित वर्मा, नोडल अधिकारी, बर्ड फेस्टिवल ने कहा, “इस साल भारतीय स्किमर को बर्ड फेस्टिवल का मैस्कॉट बनाया गया है, जो संयोग से संगम क्षेत्र में पाया जाता है. इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इसे यह विशेष पहचान दी गई है. सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और यह बर्ड फेस्टिवल निश्चित रूप से बेहद खास होगा.”बर्ड फेस्टिवल और जलवायु सम्मेलन <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> में आस्था, पर्यावरण और जैव विविधता को एक मंच पर लाने का प्रयास है. यह आयोजन नदी संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-cm-pushkar-singh-dhami-reaction-on-new-delhi-railway-station-stampede-2885331″><strong>नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की घटना पर सीएम धामी बोले- ‘कई लोगों के हताहत होने की खबर बेहद दुखद'</strong></a></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Firozabad Suicide: फिरोजाबाद में ट्रेन के आगे कूदकर युवक ने की खुदकुशी, पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट
महाकुंभ में पहली बार आयोजित होगा बर्ड फेस्टिवल, स्किमर बना मैस्कॉट
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