हरियाणा के भिवानी जिले से महाकुंभ 2025 के दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे ने कई महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार भिवानी-प्रयागराज रूट पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 27 जनवरी से 3 फरवरी 2025 तक भिवानी से चलने वाली ट्रेन संख्या 14118 प्रयागराज की जगह सिर्फ कानपुर सेंट्रल तक जाएगी। यात्रियों से अधिकारियों का अनुरोध इसी तरह 28 जनवरी से 4 फरवरी तक ट्रेन संख्या 14117 प्रयागराज की बजाय कानपुर सेंट्रल से भिवानी के लिए चलेगी। रेलवे ने कुछ ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द भी किया है। यात्रियों से अधिकारियों ने अनुरोध किया है कि वे अपनी यात्रा की योजना इन बदलावों को ध्यान में रखकर बनाएं और अधिक जानकारी के लिए रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से संपर्क करें। हरियाणा के भिवानी जिले से महाकुंभ 2025 के दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे ने कई महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार भिवानी-प्रयागराज रूट पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 27 जनवरी से 3 फरवरी 2025 तक भिवानी से चलने वाली ट्रेन संख्या 14118 प्रयागराज की जगह सिर्फ कानपुर सेंट्रल तक जाएगी। यात्रियों से अधिकारियों का अनुरोध इसी तरह 28 जनवरी से 4 फरवरी तक ट्रेन संख्या 14117 प्रयागराज की बजाय कानपुर सेंट्रल से भिवानी के लिए चलेगी। रेलवे ने कुछ ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द भी किया है। यात्रियों से अधिकारियों ने अनुरोध किया है कि वे अपनी यात्रा की योजना इन बदलावों को ध्यान में रखकर बनाएं और अधिक जानकारी के लिए रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से संपर्क करें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में भाजपा के 3 नेता कर रहे विरोध:अरविंद-सतीश और कापड़ीवास कर रहे बैठकें; BJP कैंडिडेट लक्ष्मण की राह मुश्किल
रेवाड़ी में भाजपा के 3 नेता कर रहे विरोध:अरविंद-सतीश और कापड़ीवास कर रहे बैठकें; BJP कैंडिडेट लक्ष्मण की राह मुश्किल हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बीजेपी द्वारा टिकट वितरण के बाद टिकट से वंचित रहे दावेदारों में असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा हैं। रेवाड़ी और कोसली दोनों ही सीटों पर कोई बाहरी नहीं, बल्कि बीजेपी के नेता ही प्रत्याशियों का खुलकर विरोध कर रहे हैं। रेवाड़ी सीट पर 3 अहम दावेदार पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव और पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव की तिकड़ी लगातार बैठकें कर रही हैं। इन्हीं तीनों में से किसी एक नेता के नाम पर सहमति बनाकर उसे निर्दलीय चुनावी मैदान में उतारा जा सकता हैं। बीजेपी के 2 नेता पीपीपी के स्टेट कोआर्डिनेटर सतीश खोला और सन्नी यादव पहले ही निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। अगर समय रहते नाराज नेताओं को नहीं मनाया गया तो बीजेपी प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव की राह मुश्किल हो सकती हैं। क्योंकि कमोबेश इसी प्रकार की स्थिति पिछले चुनाव में भी बनी थी। जिसका खामियाजा बीजेपी प्रत्याशी सुनील मुसेपुर को हार कर उठाना पड़ा था। इसी तरह का माहौल इस बार भी बनाया जा रहा है। टिकट नहीं मिलने की वजह से बीजेपी से नाराज 5 नेताओं में से 2 नेता सतीश खोला और सन्नी यादव भले ही अलग राह पर चल रहे हैं। लेकिन आपस में बैठक करने में जुटे सतीश यादव, डॉ. अरविंद यादव और रणधीर सिंह कापड़ीवास इनके साथ भी बैठक कर एक सामूहिक रूप से निर्दलीय प्रत्याशी पर सहमति बनाकर उसे कैंडिडेट बना सकते हैं। दिनभर चला बैठकों का दौर गुरुवार को टिकट वितरण के बाद दिनभर नाराज नेताओं के बीच बैठकों का दौर चला। पहले सतीश यादव और रणधीर सिंह कापड़ीवास के बीच बैठक हुई। इसके बाद दोनों नेता सेक्टर-3 स्थित डॉ. अरविंद यादव की कोठी पर पहुंचे। यहां तीनों ही नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई। हालांकि बैठक के दौरान किसके नाम पर सहमति बनी, अभी ये क्लियर नहीं हो पाया है। लक्ष्मण सिंह यादव का जबरदस्त अंदरुनी विरोध किया जा रहा है। खासकर रणधीर सिंह कापड़ीवास और सतीश यादव दोनों का रेवाड़ी सीट पर खुद का वोट बैंक हैं। पिछले चुनाव में भी बतौर निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर रणधीर सिंह कापड़ीवास 36 हजार से ज्यादा वोट लेने में कामयाब रहे थे। जिसकी वजह से बीजेपी प्रत्याशी सुनील मुसेपुर मामूली अंतर से कांग्रेस कैंडिडेट चिरंजीव राव से चुनाव हार गए थे। अनिल डहीना के लिए भी कई चुनौतियां रेवाड़ी सीट की तरह कोसली सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अनिल डहीना के लिए कई चुनौतियां हैं। कोसली सीट रामपुरा हाउस की पैतृक सीट हैं। अनिल को टिकट भी राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर मिली है। अनिल डहीना का इस सीट पर खुद का कोई प्रभाव नहीं है। उसकी जीत का दारोमदार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर ही टिका हुआ हैं। अनिल एक बार जिला पार्षद हैं। जबकि 2022 में जिला पार्षद का चुनाव भी हार गए थे। अनिल के कोसली से कैंडिडेट बनाए जाने से पुराने भाजपाई नाराज हैं। उन्होंने टिकट बदलवाने के लिए दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है। अगर समय रहते बागी रुख अपना रहे इन नेताओं को नहीं मनाया गया तो इस सीट पर भी भीतरघात की पूरी संभावना हैं।
जींद BJP कैंडिडेट मिड्ढा के ड्राइवर से मिले 50 लाख:नोएडा से कार में लाए कैश; सोनीपत में SST ने तलाशी में पकड़ा
जींद BJP कैंडिडेट मिड्ढा के ड्राइवर से मिले 50 लाख:नोएडा से कार में लाए कैश; सोनीपत में SST ने तलाशी में पकड़ा हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक कार से 50 लाख रुपए कैश बरामद किया है। कार में दाे युवक सवार थे, जिनमें से एक जींद के भाजपा प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा का ड्राइवर हैप्पी है और दूसरा उनका करीबी सुरेंद्र कालू है। दोनों नोएडा से कैश लेकर आ रहे थे। पुलिस के सामने दावा यही किया गया है कि ये 50 लाख रुपए प्लाट की रजिस्ट्री के लिए हैं। आचार संहिता लगने के बाद 50 हजार रुपए से ज्यादा की राशि बिना प्रूफ के ले जाने पर पाबंदी है। पुलिस ने कार से नोटों की 20 गड्डी (बंडल) बरामद की हैं और प्रत्येक गड्डी में 500 रुपए के 500 नोट थे। फिलहाल जांच टीम ने ये रुपए ट्रेजरी में जमा करवा दिए हैं। सोनीपत में ये पहला मौका है जब आचार संहिता लागू होने के बाद एक साथ इतना कैश पकड़ा गया है। शंका है कि इस राशि का प्रयोग चुनाव में होना था। मामले में आगे की जांच इनकम टैक्स विभाग द्वारा की जाएगी। गोहाना बाई पास पर कार को रोका जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस अलर्ट है और जगह जगह नाकाबंदी की गई है। पुलिस की स्टेटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) ने गोहाना रोड बाईपास से एक कार की चेकिंग की तो इसमें से नोटों से भरा हुआ बैग निकला। इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट दिलबाग सिंह व सिटी थाना के एएसआई बिजेंद्र ने बैग की तलाशी ली तो इसमें से नोटों की 20 गडि्डयां मिली। 500-500 के नोट हुए बरामद इसके बाद नोटों की गडि्डयों को कार के बोनट पर रखवा का इनकी गिनती की गई तो हर गड्डी में 500 रुपए के 500 नोट बंधे हुए मिले। इस प्रकार कुल 50 लाख रुपए बरामद हुए हैं। कार जींद नंबर की है और इसमें सवार युवक ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के नोएडा से ये कैश लेकर आया है। युवक ने कहा कि उसे प्लाट की रजिस्ट्री करवानी है। इतना बड़ा कैश कहां से निकाला या लिया है, वह इससे जुड़े कोई सबूत नहीं पेश कर सका। इसके बाद पुलिस टीम ने पूरी रकम को जब्त कर लिया। तलाशी के लिए युवक ने की टालमटोल पुलिस ASI बिजेंद्र के मुताबिक वे गोहाना बाइपास चौक पर वाहनों की जांच कर रहे थे। एक कार को रोका तो इसमें सवार युवक तलाशी के नाम पर उनको टालने लगा। उनको शक हुआ और डयूटी मजिस्ट्रेट को मौके पर बुलाया गया। कार में से नोटों से भरा बैग बरामद हुआ है। एसएसटी ने नकदी का कब्जे में लेकर ट्रेजरी में जमा करा दिया है। मामले की सूचना इनकम टैक्स विभाग को भी दी गई है। जींद के निर्वतमान विधायक व कैंडिडेट के करीबी हैं इस बीच पता चला है कि कार मे कैश लेकर आ रहे दोनों युवक जींद के रहने वाले हैं। इनमें से एक युवक भाजपा के जींद के कैंडिडेट कृष्ण मिड्ढा का पर्सनल ड्राइवर है। वहीं इसके साथ कार में सवार दूसरा युवक जींद का सुरेंद्र कालू है। ये भी भाजपा प्रत्याशी का खास है। अब चर्चा शुरू हो गई है कि पकड़े गए 50 लाख रुपए जींद में चुनाव में प्रयोग होने थे। हालांकि इस मामले में अभी भाजपा कैंडिडेट कृष्ण मिड्ढा का पक्ष सामने नहीं आया है।
हरियाणा में 2 दिन बाद बदलेगा मौसम:11 से छाएंगे बादल; बारिश के आसार, अभी रात-दिन का बढ़ रहा पारा
हरियाणा में 2 दिन बाद बदलेगा मौसम:11 से छाएंगे बादल; बारिश के आसार, अभी रात-दिन का बढ़ रहा पारा हरियाणा में मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। रात और दिन के तापमान में लगातार बढ़ोतरी और कमी आ रही है। 24 घंटे के आंकड़ों को देखें तो दिन के अधिकतम तापमान में 0.1 डिग्री और रात के न्यूनतम तापमान में 0.2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। रात का औसत तापमान सामान्य के मुकाबले 3.9 डिग्री ज्यादा हो गया है। शुक्रवार को महेंद्रगढ़ में यह सबसे कम 15.5 डिग्री दर्ज किया गया। सिरसा में यह सबसे अधिक 20.0 डिग्री रहा। दिन का तापमान अब सामान्य की श्रेणी में आ चुका है। सिरसा में यह 35.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। भारतीय मौसम विभाग के चंडीगढ़ सेंटर के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल का कहना है कि 20 नवंबर के बाद रात के तापमान में गिरावट आने लगेगी। इसलिए बदलेगा मौसम इससे पहले एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो पहाड़ों में ऊंची चोटियों पर असर दिखाएगा। इससे कहीं – कहीं हल्की बर्फ पड़ने की संभावना बन सकती है। हरियाणा में यह पश्चिमी विक्षोभ 11-12 नवंबर को असर दिखा सकता है। इस दौरान बादल छा सकते हैं। अक्टूबर से अब तक बारिश नहीं हुई है। इसके कारण अक्टूबर में सामान्य के मुकाबले ज्यादा तापमान रहा था। नवंबर में भी ऐसी ही संभावनाएं जताई जा रही हैं। गेहूं की बुआई का सही समय भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह छौक्कर ने बताया कि अब मौसम गेहूं की बुआई के अनुकूल है। वैसे सूबे में गेहूं की बुआई का सही समय 25 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच होता है। 25 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच की बुआई को अगेती बुआई माना जाता है। वहीं, 25 नवंबर तक की बुआई भी पछेती बुआई में नहीं आती। मानसून ने नहीं किया निराश राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है। दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है। जिलों में ये रहा हाल मानसून का हाल इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही। करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता।