<p><strong>Maharashtra News:</strong> महाराष्ट्र में बकरीद से पहले प्रदेश की महायुति सरकार ने 3 जून से 7 जून तक पशु बाजार बंद करने का आदेश दिया था. वहीं अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया है कि सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है और कोई पशु बाजार बंद नहीं होंगे.</p>
<p>दरअसल, बकरीद के मद्देनजर 3 जून से 8 जून के बीच राज्य में गोरुओं के बाजार बंद रखने को लेकर राज्य गोसेवा आयोग द्वारा कृषि उत्पन्न बाजार समितियों को भेजे गए विवादित पत्र को अब वापस लिया जा रहा है. सह्याद्री अतिथिगृह में बकरीद के अवसर पर राज्य की कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री फडणवीस ने एक बैठक बुलाई थी.</p>
<p><strong>विधायक रईस शेख ने उठाया मुद्दा</strong><br />इस संबंध में विधायक रईस शेख ने कहा कि 7 जून को देशभर में बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा. राज्य में गोवंश वध पर पहले से ही कानूनी प्रतिबंध है. लेकिन गोवंश के नाम पर 27 मई को भेजे गए एक पत्र के जरिए राज्य के गोरुओं के बाजार बंद करने का गैरकानूनी आदेश जारी किया गया था. इससे ईद के लिए बकरों की उपलब्धता पर असर पड़ा, जिससे मुस्लिम समाज में असंतोष फैल गया. आज की बैठक मे यह फैसला पिछे लिया गया.</p>
<p><strong>गोसेवा आयोग ने लगाई थी पांबदी</strong><br />गौरतलब है कि गोसेवा आयोग ने मंगलवार (27 मई) को सभी एपीएमसी को पत्र जारी किया था, जिसमें कहा गया कि बकरी के दौरान बड़े स्तर पर जानवरों की कुर्बानी की जाती है, इसलिए जून की पहले हफ्ते में किसी भी गांव में पशु बाजार आयोजित न किए जाएं ताकि मवेशी वध की घटनाओं को रोका जा सके.</p> <p><strong>Maharashtra News:</strong> महाराष्ट्र में बकरीद से पहले प्रदेश की महायुति सरकार ने 3 जून से 7 जून तक पशु बाजार बंद करने का आदेश दिया था. वहीं अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया है कि सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है और कोई पशु बाजार बंद नहीं होंगे.</p>
<p>दरअसल, बकरीद के मद्देनजर 3 जून से 8 जून के बीच राज्य में गोरुओं के बाजार बंद रखने को लेकर राज्य गोसेवा आयोग द्वारा कृषि उत्पन्न बाजार समितियों को भेजे गए विवादित पत्र को अब वापस लिया जा रहा है. सह्याद्री अतिथिगृह में बकरीद के अवसर पर राज्य की कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री फडणवीस ने एक बैठक बुलाई थी.</p>
<p><strong>विधायक रईस शेख ने उठाया मुद्दा</strong><br />इस संबंध में विधायक रईस शेख ने कहा कि 7 जून को देशभर में बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा. राज्य में गोवंश वध पर पहले से ही कानूनी प्रतिबंध है. लेकिन गोवंश के नाम पर 27 मई को भेजे गए एक पत्र के जरिए राज्य के गोरुओं के बाजार बंद करने का गैरकानूनी आदेश जारी किया गया था. इससे ईद के लिए बकरों की उपलब्धता पर असर पड़ा, जिससे मुस्लिम समाज में असंतोष फैल गया. आज की बैठक मे यह फैसला पिछे लिया गया.</p>
<p><strong>गोसेवा आयोग ने लगाई थी पांबदी</strong><br />गौरतलब है कि गोसेवा आयोग ने मंगलवार (27 मई) को सभी एपीएमसी को पत्र जारी किया था, जिसमें कहा गया कि बकरी के दौरान बड़े स्तर पर जानवरों की कुर्बानी की जाती है, इसलिए जून की पहले हफ्ते में किसी भी गांव में पशु बाजार आयोजित न किए जाएं ताकि मवेशी वध की घटनाओं को रोका जा सके.</p> महाराष्ट्र Zepto के धारावी फूड सेंटर पर FDA की कार्रवाई, खराब स्थिति में मिले सामान, कंपनी ने क्या कहा?
महाराष्ट्र में बकरीद से पहले बंद नहीं होंगे पशु बाजार, वापस लिया गया फैसला
