महेंद्रगढ़ में सीएमओ सहित 21 अधिकारियों की कुर्सी खाली:गृह जिले के अस्पताल में नहीं पहुंची स्वास्थ्य मंत्री, लोगों को हो रही परेशानी

महेंद्रगढ़ में सीएमओ सहित 21 अधिकारियों की कुर्सी खाली:गृह जिले के अस्पताल में नहीं पहुंची स्वास्थ्य मंत्री, लोगों को हो रही परेशानी

हरियाणा के नारनौल सहित प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाओं को जिला मुखिया के तौर पर देखने वाले सीएमओ के पद ही खाली है। हरियाणा में ऐसे सात जिले है, जहां कई माह से सीएमओ का पद खाली है। इनके कार्य को दूसरे जिला से जुड़े सीएमओ अतिरिक्त भार के तौर पर संभाले हुए है। जब अक्टूबर माह में हरियाणा में मंत्रीमंडल का गठन हुआ तो 14 मंत्रियों ने शपथ ली। महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा से पहली बार चुनाव जीतकर आई आरती सिंह राव को स्वास्थ्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया। तब से ही आस लगी थी कि प्रदेश के साथ साथ गृह क्षेत्र महेंद्रगढ़ जिले में तो स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी होगी। सरकार बने तीन माह बीत गए हैं, मगर अभी तक सीएमओ पद भी नहीं भरा गया है। हरियाणा में 22 जिलों में से 7 जिलों में स्थायी तौर पर सीएमओ की कुर्सी खाली है। इनमें झज्जर, कुरूक्षेत्र, जींद, दादरी, फतेहाबाद और गुरुग्राम के अलावा महेंद्रगढ़ जिला शामिल है। इनमें अधिकांश दक्षिणी हरियाणा के जिले शामिल है। इन जिलों में दूसरे जिले से जुड़े सीएमओ का अतिरिक्त कार्यभार संभालने के लिए ड्यूटी लगाई गई है। जबकि पिछले माह 10 दिसम्बर 2024 को 13 चिकित्सकों की पदोन्नति की गई थी। इनमें डॉ. राजेश राजू, डॉ. पंकज माला शर्मा, डॉ. सतेंद्र वशिष्ठ, डॉ. सुमन कोहली, डॉ. कुल प्रतिभा, डॉ.वंदना मोहन, स्नेह सिंह, डॉ. ज्योत्सना, डॉ. रेणु भंबू, डॉ.विजय मलिक, डॉ. नरेंद्र दहिया, डॉ. रेनू बेरी और डॉ. अलका सिंह शामिल है। इनमें एक या दो को ही ज्वाइनिंग मिली है। बाकी सभी ज्वाइनिंग के इंतजार में है। गृह जिला मुख्यालय अस्पताल कर रहा स्वास्थ्य मंत्री का इंतजार मंत्रीमंडल गठन की शपथ 17 अक्टूबर 2024 को हुई थी। अब तीन माह होने को है। अटेली विधानसभा से जीतकर प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री बनी आरती सिंह राव अभी तक खुद के ही गृह जिला मुख्यालय से जुड़े नागरिक अस्पताल में नहीं पहुंची है। सूत्र का कहना है कि एक बार नागरिक अस्पताल नारनौल में आने का दौरा भी तय हुआ, किसी कारण उसे स्थगित कर दिया गया। जिले से जुड़े जागरूक लोग इसी दिन का इंतजार कर रहे है कि यहां स्वास्थ्य मंत्री दौरा करेगी तो उन्हें अनगिनत खामियों से अवगत करवाते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की मांग करें। स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले का हाल गृह जिले में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े खाली पदों की बात करें तो अहम पद ही खाली है। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को चलाने वाला अहम जिला स्वास्थ्य अधिकारी पद ही खाली है। फिलहाल इस पद का कार्य अस्थाई तौर पर डॉ. धर्मेंद्र सांगवान संभाले हुए है। यहीं नहीं, 8 पोस्ट डिप्टी सीएमओ की है, यह सभी आठों खाली है। यहां 18 पद एसएमओ है, इनमें से 12 एसएमओ की कुर्सी खाली पड़ी है। सीएमओ ऑफिस का सुपरिटेडेंट पद भी खाली है। हैरानी की बात है कि चिकित्सकों के 35 पद भी रिक्त पड़े है। अगर हम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एसएचएम) की बात करें तो इनमें 172 रिक्त पदों को भरने के लिए 116 पदों की भर्ती प्रक्रिया जरूर चल रही है। जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 149 में से 24 एमपीएचडब्ल्यू मेल के पद रिक्त है। वहीं ग्रामीण महिलाओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने वाले एमपीएचडब्ल्यू फिमेल/एएनएम के 30 पद भी भरने का इंतजार कर रहे है। हरियाणा के नारनौल सहित प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाओं को जिला मुखिया के तौर पर देखने वाले सीएमओ के पद ही खाली है। हरियाणा में ऐसे सात जिले है, जहां कई माह से सीएमओ का पद खाली है। इनके कार्य को दूसरे जिला से जुड़े सीएमओ अतिरिक्त भार के तौर पर संभाले हुए है। जब अक्टूबर माह में हरियाणा में मंत्रीमंडल का गठन हुआ तो 14 मंत्रियों ने शपथ ली। महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा से पहली बार चुनाव जीतकर आई आरती सिंह राव को स्वास्थ्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया। तब से ही आस लगी थी कि प्रदेश के साथ साथ गृह क्षेत्र महेंद्रगढ़ जिले में तो स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी होगी। सरकार बने तीन माह बीत गए हैं, मगर अभी तक सीएमओ पद भी नहीं भरा गया है। हरियाणा में 22 जिलों में से 7 जिलों में स्थायी तौर पर सीएमओ की कुर्सी खाली है। इनमें झज्जर, कुरूक्षेत्र, जींद, दादरी, फतेहाबाद और गुरुग्राम के अलावा महेंद्रगढ़ जिला शामिल है। इनमें अधिकांश दक्षिणी हरियाणा के जिले शामिल है। इन जिलों में दूसरे जिले से जुड़े सीएमओ का अतिरिक्त कार्यभार संभालने के लिए ड्यूटी लगाई गई है। जबकि पिछले माह 10 दिसम्बर 2024 को 13 चिकित्सकों की पदोन्नति की गई थी। इनमें डॉ. राजेश राजू, डॉ. पंकज माला शर्मा, डॉ. सतेंद्र वशिष्ठ, डॉ. सुमन कोहली, डॉ. कुल प्रतिभा, डॉ.वंदना मोहन, स्नेह सिंह, डॉ. ज्योत्सना, डॉ. रेणु भंबू, डॉ.विजय मलिक, डॉ. नरेंद्र दहिया, डॉ. रेनू बेरी और डॉ. अलका सिंह शामिल है। इनमें एक या दो को ही ज्वाइनिंग मिली है। बाकी सभी ज्वाइनिंग के इंतजार में है। गृह जिला मुख्यालय अस्पताल कर रहा स्वास्थ्य मंत्री का इंतजार मंत्रीमंडल गठन की शपथ 17 अक्टूबर 2024 को हुई थी। अब तीन माह होने को है। अटेली विधानसभा से जीतकर प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री बनी आरती सिंह राव अभी तक खुद के ही गृह जिला मुख्यालय से जुड़े नागरिक अस्पताल में नहीं पहुंची है। सूत्र का कहना है कि एक बार नागरिक अस्पताल नारनौल में आने का दौरा भी तय हुआ, किसी कारण उसे स्थगित कर दिया गया। जिले से जुड़े जागरूक लोग इसी दिन का इंतजार कर रहे है कि यहां स्वास्थ्य मंत्री दौरा करेगी तो उन्हें अनगिनत खामियों से अवगत करवाते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की मांग करें। स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले का हाल गृह जिले में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े खाली पदों की बात करें तो अहम पद ही खाली है। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को चलाने वाला अहम जिला स्वास्थ्य अधिकारी पद ही खाली है। फिलहाल इस पद का कार्य अस्थाई तौर पर डॉ. धर्मेंद्र सांगवान संभाले हुए है। यहीं नहीं, 8 पोस्ट डिप्टी सीएमओ की है, यह सभी आठों खाली है। यहां 18 पद एसएमओ है, इनमें से 12 एसएमओ की कुर्सी खाली पड़ी है। सीएमओ ऑफिस का सुपरिटेडेंट पद भी खाली है। हैरानी की बात है कि चिकित्सकों के 35 पद भी रिक्त पड़े है। अगर हम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एसएचएम) की बात करें तो इनमें 172 रिक्त पदों को भरने के लिए 116 पदों की भर्ती प्रक्रिया जरूर चल रही है। जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 149 में से 24 एमपीएचडब्ल्यू मेल के पद रिक्त है। वहीं ग्रामीण महिलाओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने वाले एमपीएचडब्ल्यू फिमेल/एएनएम के 30 पद भी भरने का इंतजार कर रहे है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर