महेंद्रगढ़ के कनीना-रेवाड़ी रोड पर एक गाड़ी ने बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिससे युवक की मौत हो गई। मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव डहीना निवासी ग्यारसी लाल ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसके लड़के की उम्र 21 थी, वह अपने घर रेवाड़ी जा रहा था। सचिन कनीना में कपड़े की दुकान पर नौकरी करता है। 4 नवंबर को शाम करीब साढ़े 5 बजे वह कनीना से मोटरसाइकिल पर घर आ रहा था। जब वह BR होटल कनीना के पास पहुंचा तो सामने से एक सफेद रंग की गाड़ी का ड्राइवर अपनी गाड़ी को तेज रफ्तार, गफलत व लापरवाही से चलाता हुआ आया और मेरे लड़के की मोटरसाइकिल को सामने से टक्कर मार दी। व्यक्ति ने बताया कि टक्कर लगने से मेरा बेटा सड़क पर गिर गया और कार चालक मेरे लड़के के ऊपर से उसे कुचलते हुए आगे निकल गया। मुझे घटना की सूचना मिली तब हम मेरे लड़के सचिन को इलाज के लिए सरकारी हॉस्पिटल कनीना लेकर पहुंचे, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सचिन को हायर सेंटर रेफर कर दिया। लेकिन हम उसे रेवाड़ी के निजी हॉस्पिटल में लेकर जा रहे थे, तभी सचिन ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। व्यक्ति ने अज्ञात गाड़ी चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। महेंद्रगढ़ के कनीना-रेवाड़ी रोड पर एक गाड़ी ने बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिससे युवक की मौत हो गई। मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव डहीना निवासी ग्यारसी लाल ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसके लड़के की उम्र 21 थी, वह अपने घर रेवाड़ी जा रहा था। सचिन कनीना में कपड़े की दुकान पर नौकरी करता है। 4 नवंबर को शाम करीब साढ़े 5 बजे वह कनीना से मोटरसाइकिल पर घर आ रहा था। जब वह BR होटल कनीना के पास पहुंचा तो सामने से एक सफेद रंग की गाड़ी का ड्राइवर अपनी गाड़ी को तेज रफ्तार, गफलत व लापरवाही से चलाता हुआ आया और मेरे लड़के की मोटरसाइकिल को सामने से टक्कर मार दी। व्यक्ति ने बताया कि टक्कर लगने से मेरा बेटा सड़क पर गिर गया और कार चालक मेरे लड़के के ऊपर से उसे कुचलते हुए आगे निकल गया। मुझे घटना की सूचना मिली तब हम मेरे लड़के सचिन को इलाज के लिए सरकारी हॉस्पिटल कनीना लेकर पहुंचे, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सचिन को हायर सेंटर रेफर कर दिया। लेकिन हम उसे रेवाड़ी के निजी हॉस्पिटल में लेकर जा रहे थे, तभी सचिन ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। व्यक्ति ने अज्ञात गाड़ी चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मां ने बच्चे को नहर में फेंका:बेटा लकवाग्रस्त-अंधा है, चायवाले ने महिला को पकड़ा, पति बोला- पैर फिसला, मानसिक रूप से बीमार हरियाणा के पानीपत में मां ने अपने बच्चे को नहर में फेंक दिया। महिला पहले बच्चे को गोद में लेकर नहर के किनारे पहुंची। वह कुछ देर रुकी, इसके बाद उसने बच्चे को पानी में फेंक दिया। यह सब होते देख वहां मौजूद एक चाय वाले ने महिला को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। महिला का नाम पूजा बताया जा रहा है। महिला का बेटा लकवाग्रस्त और अंधा है। महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी का पैर फिसल गया था, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। पुलिस ने मां को अपनी हिरासत में ले लिया है। साथ ही नहर में बच्चे की तलाश शुरू कर दी है। महिला की मानसिक हालत खराब
जानकारी के अनुसार, मामला गांव गढ़ी सिकंदरपुर स्थित नहर का है। जहां पूजा नाम की महिला ने इस वारदात को अंजाम दिया है। वह मूल रूप से गांव काबड़ी की रहने वाली है। पूजा की शादी करीब 5-6 साल पहले सोनू निवासी मतलौडा से हुई थी। परिवार वालों के अनुसार, पूजा की मानसिक हालत बिल्कुल भी ठीक नहीं है। उसका काबड़ी स्थित एक निजी अस्पताल में दिमागी बीमारी का इलाज चल रहा है। करीब डेढ़ साल पहले वह मां बनी थी। उसने एक बेटे को जन्म दिया था। सुबह 10 बजे घर से निकली थी महिला
पूजा पिछले कुछ दिनों से अपने मायके में थी। वह यहां अपनी दवाई लेने आई थी। रविवार सुबह करीब 10 बजे वह अपने बेटे को गोद में लेकर घर से निकली। घरवालों को उसके जाने की जानकारी नहीं थी। वह सीधे गांव सिकंदरपुर के पास से गुजर रही नहर के किनारे पहुंची। वहां पहुंचते ही उसने अपने बच्चे को नहर में फेंक दिया। पति ने पुलिस को दिए ये बयान गांव धर्मगढ़ निवासी पति सोनू ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी पूजा काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रही है। बेटा लकवाग्रस्त और अंधा
पुलिस को पति ने बताया कि 18 अगस्त को सुबह 7 बजे वह गांव गढ़ी सिकंदरपुर निवासी बिमला से मिलने नहर की पटरी के किनारे जा रही थी। अचानक उसकी पत्नी पूजा का पैर फिसल गया। जिससे उसका बेटा अंकुश नहर में गिर गया। तब से वह पानी में लापता है। सोनू ने बताया कि उसका बेटा लकवाग्रस्त और अंधा है। उसकी उम्र साढ़े 3 साल है।
चरखी दादरी में मांगों को लेकर शिक्षकों का प्रदर्शन:बाढ़ड़ा में BEO को सौंपा ज्ञापन; स्कूलों को बंद करने पर रोष
चरखी दादरी में मांगों को लेकर शिक्षकों का प्रदर्शन:बाढ़ड़ा में BEO को सौंपा ज्ञापन; स्कूलों को बंद करने पर रोष हरियाणा के चरखी दादरी में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया। गुरुवार को संघ के सदस्य जिला प्रधान शमशेर सिंह रूदड़ौल की अगुआई में चरखी दादरी जिले के बाढ़ड़ा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए नारेबाजी कर रोष जताया। वहीं उन्होंने सीएम के नाम बाढ़ड़ा खंड शिक्षा अधिकारी जलकरण सिंह को ज्ञापन सौंप कर मांगों को शीघ्र पूरा करवाने की मांग की।अध्यापकों ने नारेबाजी करते हुए सामान्य तबादलों और अंत: जिला स्थानांतरण प्रक्रिया शीघ्र आरंभ कर प्राथमिक अध्यापकों के तबादले करने की मांग की। अध्यापकों ने कहा कि हाल ही में विभाग द्वारा जारी सर प्लस अध्यापकों को प्रतिनियुक्ति पर समायोजित करने की आड़ में विभाग द्वारा पूरे राज्य में 337 विद्यालयों को बंद किया जा रहा है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ इसका घोर विरोध करता है। सीएम के नाम सौंपे ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने मांग की है कि पीआरटी से टीजीटी पर शीघ्र पदोन्नति की जाएं और इसके बाद तबादला प्रक्रिया शुरू की जाए। वर्ष 2016 से पहले प्राथमिक अध्यापकों के लिए म्यूचुअल बदली का प्रावधान था, जिसमें दो अलग-अलग जिलों, विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को विभाग द्वारा आपसी उनकी सहमति का शपथ पत्र लेकर उनका आपस में म्यूचुअल स्थानांतरण कर दिया जाता है। म्यूचुअल स्थानांतरण का प्रावधान विभाग पुनः: लागू किया जाए। इसके अलावा ज्ञापन में छात्र दाखिला प्रक्रिया को सरल बनाए जाने, पुरानी पेंशन बहाली, चिकित्सा अवकाश प्रदान करने की मांग रखी गई। इस अवसर पर अध्यापक सोमबीर जगरामबास, सोमबीर जांगड़ा, अजय,ओमप्रकाश, कुलदीप, तरुण, संजय, रामबीर, जसबीर, मनोहरलाल, हरपाल आर्य, संदीप, विनोद व संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
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