मासूम का गला घोटा, गड्ढे में फेंककर पत्थरों से ढंका:ग्वालियर में लापता 4 साल के बच्चे का शव मिला; नाबालिग बच्ची ने की हत्या

मासूम का गला घोटा, गड्ढे में फेंककर पत्थरों से ढंका:ग्वालियर में लापता 4 साल के बच्चे का शव मिला; नाबालिग बच्ची ने की हत्या

ग्वालियर की सिरोल कॉस्मो आनंदा टाउनशिप से मंगलवार दोपहर से लापता 4 साल के बच्चे का शव बुधवार रात करीब 8 बजे टाउनशिप के पास ही एक गड्ढे से बरामद किया गया है। इस मामले में खुलासा हुआ है कि 12 साल की एक नाबालिग बच्ची ने उसकी हत्या की है। आरोपी नाबालिग उसे बेर खिलाने के बहाने ले गई थी। जहां उसने बच्चे का गला दबाया, फिर उसके सिर पर पत्थर से हमला किया। इसके बाद उसे पिल्लर के लिए खोदे गड्‌ढे में डालकर पत्थरों से ढंक दिया। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत में ले लिया है। बच्ची ने ऐसा क्यों किया, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। ग्वालियर एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि लापता चार साल के बच्चे का शव पास ही खंडहर प्लॉट में पिलर के लिए खोदे गए गड्‌ढे में मिला है। बच्चे का शव पास ही रहने वाली एक 12 साल की बालिका ने बरामद कराया है। बालिका एक दिन पहले उसे अपने साथ ले गई थी। उसे हिरासत में ले लिया है। पूछताछ की जा रही है। खेलते-खेलते लापता हो गया था बच्चा
बच्चे का नाम देवराज वंशकार (उम्र 4 वर्ष) था। उसके पिता राजकुमार वंशकार दो महीने पहले ही अपने परिवार के साथ यूपी के ललितपुर के महूलेन गांव से ग्वालियर में मजदूरी करने आए थे। ये सिरोल कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में मजदूरी कर रहे थे। राजकुमार अभी ग्वालियर में डीईओ ऑफिस के पास एक निर्माणाधीन छात्रावास में परिवार समेत रहता है। परिवार में पत्नी के अलावा चार बच्चे हैं। देवराज उनका दूसरे नंबर का बच्चा था। मंगलवार को रोज की तरह रामकुमार और उसकी पत्नी काम करने के लिए कॉस्मो आनंदा गए थे। देवराज अपने भाई-बहन के साथ खेल रहा था। दोपहर 12 बजे तक देवराज वहां पर बच्चों के साथ खेलता रहा। उसके बाद पास ही रहने वाली एक बच्ची के साथ बेर तोड़ने गया था। कुछ देर बाद उसकी मां उसे देखने के लिए आई तो लापता था। बच्चे को न पाकर उसने अपने स्तर पर तलाश की, जब कुछ पता नहीं चला तो पति को सूचना दी। सूचना मिलते ही पति और उसके साथी बच्चे की तलाश में लग गए, लेकिन उसका पता नहीं चला। ऐसे मिला मासूम देवराज का शव
बच्चे के लापता होने की सूचना पर बुधवार को सिरोल पुलिस स्पॉट पर पहुंची थी। काफी तलाशने के बाद बच्चा नहीं मिला तो अपहरण का केस दर्ज कर सर्चिंग शुरू कर दी थी। पुलिस इलाके में लगे एक सीसीटीवी वीडियो में देवराज नाबालिग बच्ची के साथ जाता दिखा। पुलिस ने जब नाबालिग बालिका से बात की तो उसने बच्चे को वहीं वापस छोड़कर जाने की बात कही थी। बच्ची छोटी थी तो पुलिस को संदेह नहीं हुआ। लेकिन, लापता बच्चे की छोटी बहन बार-बार कह रही थी कि भैया को वो वापस नहीं छोड़ गई। पुलिस ने बालिका से फिर से पूछताछ की तो वह टूट गई और उसने पास ही एक खंडहर प्लॉट के पिलर के गड्‌ढे से देवराज वंशकार का शव बरामद करा दिया। आरोपी बालिका का पूरा परिवार भी यहीं मजदूरी करता है। ये टीकमगढ़ के रहने वाले हैं और दो महीने पहले ही यहां आए हैं। 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी तलाश में जुटे थे
बच्चे के गायब होने की सूचना मिलते ही सीएसपी विश्वविद्यालय हिना खान, टीआई सिरोल आलोक भदौरिया, थाना विश्वविद्यालय और झांसी रोड के साथ ही थाटीपुर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे और बच्चे की तलाश शुरू की। इस बीच एसपी धर्मवीर सिंह, एएसपी लाल कृष्ण चंदानी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस की 8 से 10 टीमें आसपास सर्चिंग करती रहीं। कुछ टीमों ने हाईवे से लेकर शहर के रास्तों पर भी सर्चिंग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया था। इसके बाद भी बच्चे का ऐसा कोई कपड़ा या सामान नहीं मिला, जिसे बच्चे ने पहना या फिर छुआ हो। डॉग आसपास ही घूमकर रास्ता भटक रहा था। बाद में नाबालिग आरोपी की निशानदेही पर बच्चे का शव मिल गया। ग्वालियर की सिरोल कॉस्मो आनंदा टाउनशिप से मंगलवार दोपहर से लापता 4 साल के बच्चे का शव बुधवार रात करीब 8 बजे टाउनशिप के पास ही एक गड्ढे से बरामद किया गया है। इस मामले में खुलासा हुआ है कि 12 साल की एक नाबालिग बच्ची ने उसकी हत्या की है। आरोपी नाबालिग उसे बेर खिलाने के बहाने ले गई थी। जहां उसने बच्चे का गला दबाया, फिर उसके सिर पर पत्थर से हमला किया। इसके बाद उसे पिल्लर के लिए खोदे गड्‌ढे में डालकर पत्थरों से ढंक दिया। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत में ले लिया है। बच्ची ने ऐसा क्यों किया, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। ग्वालियर एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि लापता चार साल के बच्चे का शव पास ही खंडहर प्लॉट में पिलर के लिए खोदे गए गड्‌ढे में मिला है। बच्चे का शव पास ही रहने वाली एक 12 साल की बालिका ने बरामद कराया है। बालिका एक दिन पहले उसे अपने साथ ले गई थी। उसे हिरासत में ले लिया है। पूछताछ की जा रही है। खेलते-खेलते लापता हो गया था बच्चा
बच्चे का नाम देवराज वंशकार (उम्र 4 वर्ष) था। उसके पिता राजकुमार वंशकार दो महीने पहले ही अपने परिवार के साथ यूपी के ललितपुर के महूलेन गांव से ग्वालियर में मजदूरी करने आए थे। ये सिरोल कॉस्मो आनंदा टाउनशिप में मजदूरी कर रहे थे। राजकुमार अभी ग्वालियर में डीईओ ऑफिस के पास एक निर्माणाधीन छात्रावास में परिवार समेत रहता है। परिवार में पत्नी के अलावा चार बच्चे हैं। देवराज उनका दूसरे नंबर का बच्चा था। मंगलवार को रोज की तरह रामकुमार और उसकी पत्नी काम करने के लिए कॉस्मो आनंदा गए थे। देवराज अपने भाई-बहन के साथ खेल रहा था। दोपहर 12 बजे तक देवराज वहां पर बच्चों के साथ खेलता रहा। उसके बाद पास ही रहने वाली एक बच्ची के साथ बेर तोड़ने गया था। कुछ देर बाद उसकी मां उसे देखने के लिए आई तो लापता था। बच्चे को न पाकर उसने अपने स्तर पर तलाश की, जब कुछ पता नहीं चला तो पति को सूचना दी। सूचना मिलते ही पति और उसके साथी बच्चे की तलाश में लग गए, लेकिन उसका पता नहीं चला। ऐसे मिला मासूम देवराज का शव
बच्चे के लापता होने की सूचना पर बुधवार को सिरोल पुलिस स्पॉट पर पहुंची थी। काफी तलाशने के बाद बच्चा नहीं मिला तो अपहरण का केस दर्ज कर सर्चिंग शुरू कर दी थी। पुलिस इलाके में लगे एक सीसीटीवी वीडियो में देवराज नाबालिग बच्ची के साथ जाता दिखा। पुलिस ने जब नाबालिग बालिका से बात की तो उसने बच्चे को वहीं वापस छोड़कर जाने की बात कही थी। बच्ची छोटी थी तो पुलिस को संदेह नहीं हुआ। लेकिन, लापता बच्चे की छोटी बहन बार-बार कह रही थी कि भैया को वो वापस नहीं छोड़ गई। पुलिस ने बालिका से फिर से पूछताछ की तो वह टूट गई और उसने पास ही एक खंडहर प्लॉट के पिलर के गड्‌ढे से देवराज वंशकार का शव बरामद करा दिया। आरोपी बालिका का पूरा परिवार भी यहीं मजदूरी करता है। ये टीकमगढ़ के रहने वाले हैं और दो महीने पहले ही यहां आए हैं। 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी तलाश में जुटे थे
बच्चे के गायब होने की सूचना मिलते ही सीएसपी विश्वविद्यालय हिना खान, टीआई सिरोल आलोक भदौरिया, थाना विश्वविद्यालय और झांसी रोड के साथ ही थाटीपुर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे और बच्चे की तलाश शुरू की। इस बीच एसपी धर्मवीर सिंह, एएसपी लाल कृष्ण चंदानी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस की 8 से 10 टीमें आसपास सर्चिंग करती रहीं। कुछ टीमों ने हाईवे से लेकर शहर के रास्तों पर भी सर्चिंग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया था। इसके बाद भी बच्चे का ऐसा कोई कपड़ा या सामान नहीं मिला, जिसे बच्चे ने पहना या फिर छुआ हो। डॉग आसपास ही घूमकर रास्ता भटक रहा था। बाद में नाबालिग आरोपी की निशानदेही पर बच्चे का शव मिल गया।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर