मुरादाबाद में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने सुसाइड कर लिया है। शनिवार को बुद्धि विहार स्थित आवास पर उन्होंने पिस्टल से खुद को गोली मारी। लोकसभा चुनाव के दौरान 8 अप्रैल को पार्टी ने जिलाध्यक्ष के पद से हटाया था। इंस्पेक्टर मझोला ने बताया कि पूर्व सांसद वीर सिंह ने घटना के बारे में सूचना दी। मौके पर पुलिस फोर्स भेज दी गई है। हालांकि, उन्होंने सुसाइड क्यों किया। इसकी वजह सामने नहीं आई है। डीपी यादव जिलाध्यक्ष पद से क्यों हटाए गए थे
चुनाव के दौरान एसटी हसन और सपा प्रत्याशी रुचि वीरा में गुटबाजी सामने आने के बाद अखिलेश ने उनको पद से हटा दिया था। उनकी जगह जयवीर यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया था। डीपी यादव ने नामांकन से पहले अपने बयान में कहा था कि एसटी हसन ही सपा के प्रत्याशी हैं। पद से हटाए जाने के बाद डीपी यादव ने कहा था कि पार्टी के मुखिया का फैसला है। इसका स्वागत करता हूं। उन्होंने ही जिलाध्यक्ष बनाकर पार्टी काे चलाने की जिम्मेदारी दी थी। उनके आदेश से ही हटा दिया गया। कोई नहीं पार्टी का सिपाही हूं। कार्यकर्ता की तरह काम करता रहूंगा। खबर अपडेट की जा रही है… मुरादाबाद में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने सुसाइड कर लिया है। शनिवार को बुद्धि विहार स्थित आवास पर उन्होंने पिस्टल से खुद को गोली मारी। लोकसभा चुनाव के दौरान 8 अप्रैल को पार्टी ने जिलाध्यक्ष के पद से हटाया था। इंस्पेक्टर मझोला ने बताया कि पूर्व सांसद वीर सिंह ने घटना के बारे में सूचना दी। मौके पर पुलिस फोर्स भेज दी गई है। हालांकि, उन्होंने सुसाइड क्यों किया। इसकी वजह सामने नहीं आई है। डीपी यादव जिलाध्यक्ष पद से क्यों हटाए गए थे
चुनाव के दौरान एसटी हसन और सपा प्रत्याशी रुचि वीरा में गुटबाजी सामने आने के बाद अखिलेश ने उनको पद से हटा दिया था। उनकी जगह जयवीर यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया था। डीपी यादव ने नामांकन से पहले अपने बयान में कहा था कि एसटी हसन ही सपा के प्रत्याशी हैं। पद से हटाए जाने के बाद डीपी यादव ने कहा था कि पार्टी के मुखिया का फैसला है। इसका स्वागत करता हूं। उन्होंने ही जिलाध्यक्ष बनाकर पार्टी काे चलाने की जिम्मेदारी दी थी। उनके आदेश से ही हटा दिया गया। कोई नहीं पार्टी का सिपाही हूं। कार्यकर्ता की तरह काम करता रहूंगा। खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर