मुरादाबाद में मुस्लिम तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ये प्रतिमा शहर के पॉश और हिंदू बहुल एरिया स्टेडियम रोड पर लगाई गई थी। जिसे भाजपा और हिंदू संगठनों ने काली पन्नी से ढक दिया है। इसे लेकर मुरादाबाद के भाजपाई महापौर विनोद अग्रवाल हिंदू संगठनों के निशाने पर हैं। इस बीच विनोद अग्रवाल ने इस मामले में सफाई दी है। दूसरी ओर स्मार्ट सिटी के ऑफिस मैनेजर संदीप नौटियाल की ओर से प्रतिमा के विरोध में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करा दी गई है। अधिकारियों के इस रुख से ये संदेश गया है कि अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा नहीं हटाई जाएगी। मुरादाबाद के मेयर विनोद अग्रवाल ने दैनिक भास्कर से कहा- ‘तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा से मेरा कोई लेना देना नहीं है। कांठ रोड पर अकबर किले के सामने ये प्रतिमा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की ब्रांडिंग के तहत लगवाई गई है। इसमें मेरा और नगर निगम का कोई रोल नहीं। कमिश्नर मुरादाबाद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के CEO हैं। अहमद जान की प्रतिमा लगवाए जाने का निर्णय भी उन्हीं का है। स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट्स में न तो हमसे राय ली जाती है और न ही हमारी इसमें कोई भूमिका है।’
प्रदर्शन से खफा अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर लिखाई FIR मुस्लिम तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा हटवाने के लिए विरोध प्रदर्शन करना भाजपा नेताओं और विहिप पदाधिकारियों को भारी पड़ गया है। अधिकारियों के निर्देश पर स्मार्ट सिटी के ऑफिस मैनेजर संदीप नौटियाल ने प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में FIR दर्ज करा दी है। हालांकि इसमें सीधे तौर पर भाजपा और विहिप पदाधिकारियों काे नामजद नहीं किया गया है।
FIR में नगर आयुक्त को धमकाने का आरोप
सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में शिक्षक अरविंद चौधरी और रामगंगा विहार वेलफेयर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अजय कट्टा को नामजद किया गया है। प्रदर्शनकारियों पर आरोप है कि उन्होंने सफाई कर्मचारियों के लिए जातिसूचक शब्द बोले और नगर आयुक्त को धमकाया भी। 10 दिन पहले लगवाई गई थी अहमद जान की प्रतिमा
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की ब्रांडिंग के तहत करीब 10 दिन पहले ही कांठ रोड पर अकबर किले के सामने तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा लगवाई गई थी। इस चौराहे का नाम अहमद जान चौक कर दिया गया। इसे लेकर भाजपा और हिंदू संगठनों में उबाल है। इनका गुस्सा नगर निगम के खिलाफ फूट रहा है। गुरुवार काे यानी आज इस प्रतिमा का अनावरण होना था लेकिन उसके पहले ही इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया और प्रतिमा को प्रदर्शनकारियों ने काली पन्नी से ढक दिया। 2 दिन पहले भाजपाइयों ने काली पन्नी से ढका
जिस स्टेडियम रोड पर अहमद जान थिकरवा की प्रतिमा लगवाई गई है वहां पूरी आबादी हिंदू है। ऐसे में हिंदू एरिया में मुस्लिम कलाकार की प्रतिमा पर भाजपाई भड़क गए। 2 दिन पहले भाजपाईयों ओर हिंदू संगठनों ने इस प्रतिमा को हटाने के लिए प्रदर्शन् किया। इस दौरान प्रतिमा को काली पन्नी से ढक दिया गया। तब से अहमद जान की प्रतिमा इसी तरह काली पन्नी से ढकी हुई है। भाजपा और हिंदू संगठनों ने अहमद जान की प्रतिमा के स्थान पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की है। इनकी मांग है कि यहां सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाकार चौराहे का नाम सुभाष चौक रखा जाए। नगर आयुक्त ने कहा-साजिशन सरकार और प्रशासन के खिलाफ षडयंत्र नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने मीडिया से कहा- स्मार्ट सिटी ब्रांडिंग के तहत शहर में कार्य हो रहे हैं। इसी कार्य में बाधा पहुंचाते हुए सरकारी अध्यापक द्वारा साजिशन सरकार और प्रशासन के विरुद्ध सुनियोजित षडयंत्र रचा गया। मामले में कमिश्नर ने संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
भड़काऊ भाषण पर कार्रवाई नहीं, प्रदर्शनकारियों को डरा रहे अफसर
चौक के नामकरण के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने वाली भाजपा नेत्री सुनीता शर्मा के खिलाफ प्रशासनिक अधकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है। एक वीडियो में सुनीता को कहते सुना जा रहा था- मुस्लिम दुकानदार कान खोलकर सुन लें, तुरंत दुकानें खाली करके यहां से चले जाएं।
साक्ष्य के तौर पर भाजपा नेत्री का वीडियो मौजूद है। इसके बावजूद उनके इस भड़काऊ भाषण पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके उलट अफसरशाही प्रदर्शनकारियों में डर बैठाने की कोशिशों में जुटी है। ताकि उनके प्रतिमा लगाए जाने का विरोध करने का कोई साहस न कर सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने प्रदर्शन में शामिल शिक्षक अरविंद चौधरी की संपत्ति की विजिलेंस जांच की सिफारिश मंडल आयुक्त से कर दी है। हालांकि ये बात अलग है कि नगर आयुक्त को इसका अधिकार है या नहीं, आखिर किस हैसियत से वो ऐसी सिफारिश कर सकते हैं। इसके अलावा बेसिक शिक्षा विभाग के टीचर अरविंद चौधरी के खिलाफ नगर आयुक्त ने विभागीय कार्रवाई की भी सिफारिश की है। मुरादाबाद में मुस्लिम तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ये प्रतिमा शहर के पॉश और हिंदू बहुल एरिया स्टेडियम रोड पर लगाई गई थी। जिसे भाजपा और हिंदू संगठनों ने काली पन्नी से ढक दिया है। इसे लेकर मुरादाबाद के भाजपाई महापौर विनोद अग्रवाल हिंदू संगठनों के निशाने पर हैं। इस बीच विनोद अग्रवाल ने इस मामले में सफाई दी है। दूसरी ओर स्मार्ट सिटी के ऑफिस मैनेजर संदीप नौटियाल की ओर से प्रतिमा के विरोध में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करा दी गई है। अधिकारियों के इस रुख से ये संदेश गया है कि अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा नहीं हटाई जाएगी। मुरादाबाद के मेयर विनोद अग्रवाल ने दैनिक भास्कर से कहा- ‘तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा से मेरा कोई लेना देना नहीं है। कांठ रोड पर अकबर किले के सामने ये प्रतिमा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की ब्रांडिंग के तहत लगवाई गई है। इसमें मेरा और नगर निगम का कोई रोल नहीं। कमिश्नर मुरादाबाद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के CEO हैं। अहमद जान की प्रतिमा लगवाए जाने का निर्णय भी उन्हीं का है। स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट्स में न तो हमसे राय ली जाती है और न ही हमारी इसमें कोई भूमिका है।’
प्रदर्शन से खफा अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर लिखाई FIR मुस्लिम तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा हटवाने के लिए विरोध प्रदर्शन करना भाजपा नेताओं और विहिप पदाधिकारियों को भारी पड़ गया है। अधिकारियों के निर्देश पर स्मार्ट सिटी के ऑफिस मैनेजर संदीप नौटियाल ने प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में FIR दर्ज करा दी है। हालांकि इसमें सीधे तौर पर भाजपा और विहिप पदाधिकारियों काे नामजद नहीं किया गया है।
FIR में नगर आयुक्त को धमकाने का आरोप
सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में शिक्षक अरविंद चौधरी और रामगंगा विहार वेलफेयर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अजय कट्टा को नामजद किया गया है। प्रदर्शनकारियों पर आरोप है कि उन्होंने सफाई कर्मचारियों के लिए जातिसूचक शब्द बोले और नगर आयुक्त को धमकाया भी। 10 दिन पहले लगवाई गई थी अहमद जान की प्रतिमा
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की ब्रांडिंग के तहत करीब 10 दिन पहले ही कांठ रोड पर अकबर किले के सामने तवला वादक अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा लगवाई गई थी। इस चौराहे का नाम अहमद जान चौक कर दिया गया। इसे लेकर भाजपा और हिंदू संगठनों में उबाल है। इनका गुस्सा नगर निगम के खिलाफ फूट रहा है। गुरुवार काे यानी आज इस प्रतिमा का अनावरण होना था लेकिन उसके पहले ही इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया और प्रतिमा को प्रदर्शनकारियों ने काली पन्नी से ढक दिया। 2 दिन पहले भाजपाइयों ने काली पन्नी से ढका
जिस स्टेडियम रोड पर अहमद जान थिकरवा की प्रतिमा लगवाई गई है वहां पूरी आबादी हिंदू है। ऐसे में हिंदू एरिया में मुस्लिम कलाकार की प्रतिमा पर भाजपाई भड़क गए। 2 दिन पहले भाजपाईयों ओर हिंदू संगठनों ने इस प्रतिमा को हटाने के लिए प्रदर्शन् किया। इस दौरान प्रतिमा को काली पन्नी से ढक दिया गया। तब से अहमद जान की प्रतिमा इसी तरह काली पन्नी से ढकी हुई है। भाजपा और हिंदू संगठनों ने अहमद जान की प्रतिमा के स्थान पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की है। इनकी मांग है कि यहां सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाकार चौराहे का नाम सुभाष चौक रखा जाए। नगर आयुक्त ने कहा-साजिशन सरकार और प्रशासन के खिलाफ षडयंत्र नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने मीडिया से कहा- स्मार्ट सिटी ब्रांडिंग के तहत शहर में कार्य हो रहे हैं। इसी कार्य में बाधा पहुंचाते हुए सरकारी अध्यापक द्वारा साजिशन सरकार और प्रशासन के विरुद्ध सुनियोजित षडयंत्र रचा गया। मामले में कमिश्नर ने संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
भड़काऊ भाषण पर कार्रवाई नहीं, प्रदर्शनकारियों को डरा रहे अफसर
चौक के नामकरण के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने वाली भाजपा नेत्री सुनीता शर्मा के खिलाफ प्रशासनिक अधकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है। एक वीडियो में सुनीता को कहते सुना जा रहा था- मुस्लिम दुकानदार कान खोलकर सुन लें, तुरंत दुकानें खाली करके यहां से चले जाएं।
साक्ष्य के तौर पर भाजपा नेत्री का वीडियो मौजूद है। इसके बावजूद उनके इस भड़काऊ भाषण पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके उलट अफसरशाही प्रदर्शनकारियों में डर बैठाने की कोशिशों में जुटी है। ताकि उनके प्रतिमा लगाए जाने का विरोध करने का कोई साहस न कर सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने प्रदर्शन में शामिल शिक्षक अरविंद चौधरी की संपत्ति की विजिलेंस जांच की सिफारिश मंडल आयुक्त से कर दी है। हालांकि ये बात अलग है कि नगर आयुक्त को इसका अधिकार है या नहीं, आखिर किस हैसियत से वो ऐसी सिफारिश कर सकते हैं। इसके अलावा बेसिक शिक्षा विभाग के टीचर अरविंद चौधरी के खिलाफ नगर आयुक्त ने विभागीय कार्रवाई की भी सिफारिश की है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर