धुंध के चलते सोमवार को वेस्ट यूपी के शहरों की हवा पूरे सीजन में सबसे ज्यादा प्रदूषित हो गई। मेरठ में अब तक का सबसे प्रदूषित दिन रहा। रात को 8 बजे यहां का AQI 419 पहुंच गया। हापुड़ प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का AQI 462 दर्ज किया गया। प्रदेश में दूसरे नंबर का सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा। यहां का AQI 454 पहुंच गया। तीसरा सबसे प्रदूषित शहर मेरठ रहा। मेरठ में प्रदूषण को देखते हुए ग्रेप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए 12वीं तक की स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। डीएम ने कहा की अग्रिम आदेशों तक छुट्टी लागू रहेगी। एक तरफ जहां AQI चरम पर पहुंच रहा है वहीं, मेरठ में शाम से ही कोहरा छा गया। रात को कोहरे के कारण विजिबिलिटी जीरो हो गई। शाम से ही वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मंगलवार सुबह को कोहरा ओर घना हो सकता है। कोहरे के चलते ठंड का अहसास अचानक से बढ़ गया है। दिन में तापमान में भारी कमी आई है। सोमवार को दिनभर सूरज नहीं निकलने से माैसम पहाड़ों जैसा ठंडा रहा। दिन का अधिकतम 21.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। रात का न्यूनतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हवा की रफ्तार छह किलोमीटर प्रति घंटा रही। मेरठ में AQI सुबह 8 बजे – 302
10 बजे – 325
12 बजे – 340
02 बजे – 366
04 बजे – 372
शाम 06 बजे – 384 रात 08 – 407 रात 10 बजे – 419 मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगी निशाने पर लगातार AQI बढ़ने से मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस, दिल के मरीज और बच्चे प्रदूषित हवा के निशाने पर आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकलें। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें। सिटी पॉल्यूशन का हाल पढ़िए (सोमवार रात 12 बजे का रिकॉर्ड) NCR में 15 सितंबर से लागू है ग्रेप हर साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता है। इस साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर NCR में 15 सितंबर से ही इसे लागू कर दिया गया। ग्रेप में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, PWD, सिंचाई विभाग, NHAI, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, RTO समेत करीब 23 विभाग काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है। अब आपको GRAP के 4 स्टेज के बारे में डिटेल में बताते हैं… प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन ये सावधानी जरूर बरतें धुंध के चलते सोमवार को वेस्ट यूपी के शहरों की हवा पूरे सीजन में सबसे ज्यादा प्रदूषित हो गई। मेरठ में अब तक का सबसे प्रदूषित दिन रहा। रात को 8 बजे यहां का AQI 419 पहुंच गया। हापुड़ प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का AQI 462 दर्ज किया गया। प्रदेश में दूसरे नंबर का सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा। यहां का AQI 454 पहुंच गया। तीसरा सबसे प्रदूषित शहर मेरठ रहा। मेरठ में प्रदूषण को देखते हुए ग्रेप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए 12वीं तक की स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। डीएम ने कहा की अग्रिम आदेशों तक छुट्टी लागू रहेगी। एक तरफ जहां AQI चरम पर पहुंच रहा है वहीं, मेरठ में शाम से ही कोहरा छा गया। रात को कोहरे के कारण विजिबिलिटी जीरो हो गई। शाम से ही वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मंगलवार सुबह को कोहरा ओर घना हो सकता है। कोहरे के चलते ठंड का अहसास अचानक से बढ़ गया है। दिन में तापमान में भारी कमी आई है। सोमवार को दिनभर सूरज नहीं निकलने से माैसम पहाड़ों जैसा ठंडा रहा। दिन का अधिकतम 21.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। रात का न्यूनतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हवा की रफ्तार छह किलोमीटर प्रति घंटा रही। मेरठ में AQI सुबह 8 बजे – 302
10 बजे – 325
12 बजे – 340
02 बजे – 366
04 बजे – 372
शाम 06 बजे – 384 रात 08 – 407 रात 10 बजे – 419 मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगी निशाने पर लगातार AQI बढ़ने से मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस, दिल के मरीज और बच्चे प्रदूषित हवा के निशाने पर आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकलें। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें। सिटी पॉल्यूशन का हाल पढ़िए (सोमवार रात 12 बजे का रिकॉर्ड) NCR में 15 सितंबर से लागू है ग्रेप हर साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता है। इस साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर NCR में 15 सितंबर से ही इसे लागू कर दिया गया। ग्रेप में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, PWD, सिंचाई विभाग, NHAI, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, RTO समेत करीब 23 विभाग काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है। अब आपको GRAP के 4 स्टेज के बारे में डिटेल में बताते हैं… प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन ये सावधानी जरूर बरतें उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर