मेरठ में शुक्रवार रात एक बड़ी घटना हुई है। यहां लोहिया नगर थाना क्षेत्र के मदरसे वाली गली जाकिर कालोनी में डॉक्टर के यहां इलाज कराने आए मरीज को गोली मार दी है। मरीज की हालत गंभीर है। उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर थाना पुलिस पहुंची है। गोली मारने वाले 4 लोग थे। जिन्होंने क्लीनिक में घुसकर फायरिंग की है। इसमें से 2 आरोपी मौके से फरार हो गए जबकि 2 को जनता ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। बच्चे को दवा दिलाने लाया था अय़यूब बताया जा रहा है गली नंबर 18 लक्खीपुरा निवासी अय्यूब अपने छोटे से बच्चे को लेकर डॉक्टर के यहां दिखाने गए थे। अय्यूब शुक्रवार रात को डॉ. एमडी अहमद को यहां दवा लेने गया था। तभी 4 युवक शोएब, इमरान, इसरार, आकिब चारों क्लीनिक में अंदर घुस गए। इन लोगों ने फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि फायरिंग डॉक्टर पर करना था लेकिन गलती से अय़यूब को लग गई। गोली अय्यूब के पेट में लगी है। गोली लगते ही अय्यूब जमीन पर गिर गया। वहीं फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर भगदड़ मच गई। फायरिंग की आवाज सुनकर 2 मिनट में बाजार बंद आसपास के दुकानदारों ने भी जैसे ही गोली चलने की आवाज सुनी तो हड़कंप मच गया। दुकानदारों ने फौरन शटर डालकर दुकानें बंद कर दी, दो मिनट में पूरा बाजार बंद हो गया। वहीं हमलावर मौके से भागने लगे। तभी जनता ने दौड़कर आरोपियों को पकड़ा। इसमें दो आरोपी इमरान और आकिब को पब्लिक ने पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। अन्य दो आरोपी भाग गए। मौके पर सूचना पर पहुंची थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। घायल अय़यूब को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। मेरठ में शुक्रवार रात एक बड़ी घटना हुई है। यहां लोहिया नगर थाना क्षेत्र के मदरसे वाली गली जाकिर कालोनी में डॉक्टर के यहां इलाज कराने आए मरीज को गोली मार दी है। मरीज की हालत गंभीर है। उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर थाना पुलिस पहुंची है। गोली मारने वाले 4 लोग थे। जिन्होंने क्लीनिक में घुसकर फायरिंग की है। इसमें से 2 आरोपी मौके से फरार हो गए जबकि 2 को जनता ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। बच्चे को दवा दिलाने लाया था अय़यूब बताया जा रहा है गली नंबर 18 लक्खीपुरा निवासी अय्यूब अपने छोटे से बच्चे को लेकर डॉक्टर के यहां दिखाने गए थे। अय्यूब शुक्रवार रात को डॉ. एमडी अहमद को यहां दवा लेने गया था। तभी 4 युवक शोएब, इमरान, इसरार, आकिब चारों क्लीनिक में अंदर घुस गए। इन लोगों ने फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि फायरिंग डॉक्टर पर करना था लेकिन गलती से अय़यूब को लग गई। गोली अय्यूब के पेट में लगी है। गोली लगते ही अय्यूब जमीन पर गिर गया। वहीं फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर भगदड़ मच गई। फायरिंग की आवाज सुनकर 2 मिनट में बाजार बंद आसपास के दुकानदारों ने भी जैसे ही गोली चलने की आवाज सुनी तो हड़कंप मच गया। दुकानदारों ने फौरन शटर डालकर दुकानें बंद कर दी, दो मिनट में पूरा बाजार बंद हो गया। वहीं हमलावर मौके से भागने लगे। तभी जनता ने दौड़कर आरोपियों को पकड़ा। इसमें दो आरोपी इमरान और आकिब को पब्लिक ने पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। अन्य दो आरोपी भाग गए। मौके पर सूचना पर पहुंची थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। घायल अय़यूब को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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गाजियाबाद में भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग आगे:कांग्रेस की डॉली शर्मा 2.30 लाख वोटों से पीछे, 12 राउंड की काउंटिंग बाकी
गाजियाबाद में भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग आगे:कांग्रेस की डॉली शर्मा 2.30 लाख वोटों से पीछे, 12 राउंड की काउंटिंग बाकी गाजियाबाद के अनाज मंडी गोविंदपुरम में सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है। BJP प्रत्याशी अतुल गर्ग आगे चल रहे हैं। यहां पर 41 राउंड की गिनती होनी है। यहां BJP से अतुल गर्ग, कांग्रेस से डॉली शर्मा और बसपा से नंदकिशोर पुंडीर के बीच प्रमुख रूप से मुकाबला है। अतुल गर्ग अपनी भारी जीत को लेकर सुबह से ही आश्वस्त नजर आ रहे हैं। मतगणना स्थल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब पांच हजार पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवान विभिन्न पॉइंट्स पर तैनात किए गए हैं। यहां पढ़ें पल-पल की अपडेट्स इस तरह राउंडवार होगी मतगणना
उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी मतगणना गाजियाबाद में हो रही है। उसकी वजह ये है कि यहां साहिबाबाद विधानसभा सीट की मतगणना कुल 41 राउंड में पूरी होगी। इतने राउंड यूपी में किसी और लोकसभा सीट पर नहीं हैं। गाजियाबाद शहर विधानसभा की 37, लोनी की 38, मुरादनगर की 37 और मोदीनगर विधानसभा क्षेत्र की मतगणना 28 राउंड में होगी। मोदीनगर विधानसभा का क्षेत्र बागपत लोकसभा में आता है, लेकिन उसकी मतगणना गाजियाबाद में ही होगी। वहीं गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र की एक विधानसभा धौलाना की मतगणना हापुड़ में होगी। हर विधानसभा क्षेत्र पर 14-14 टेबल लगाई गई हैं। थ्री लेयर में मतगणना स्थल की सुरक्षा
मतगणना स्थल पर थ्री लेयर की सुरक्षा के चक्रव्यूह को इनर काडर, मिडिल काडर और आउटर काडर में बांट दिया गया है। इनर काडर में पैरा मिलिट्री फोर्स रहेगी। मिडिल काडर में PAC के जवान तैनात रहेंगे और आउटर काडर में सिविल पुलिस की तैनाती की जाएगी। सुरक्षाकर्मी हमेशा मुस्तैद रहेंगे। 200 मीटर दूर खड़े होंगे वाहन
स्ट्रॉन्ग रूम समेत पूरे मतगणना स्थल को CCTV से लैस कर दिया गया है। मतगणना स्थल पर आने वाले लोगों के वाहन 200 मीटर दूर ही खड़े किए जाएंगे। पुलिस अफसर और जिला निर्वाचन अधिकारी बीच-बीच में निरीक्षण कर तैयारियों को परखेंगे। ये चीजें मतगणना स्थल पर नहीं ले जा सकेंगे
मतगणना केंद्र के अंदर जाने वालों की बाकायदा चेकिंग की जाएगी। अंदर मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। यदि कोई मोबाइल लेकर आएगा तो उसे मतगणना स्थल के बाहर ही रखना होगा। इसी तरह हथियार, ज्वलनशील पदार्थ ले जाना भी प्रतिबंधित रहेगा। प्रत्याशी और इलेक्शन एजेंट्स को ही मिलेगी एंट्री
मतगणना स्थल पर सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। मतगणना के इनर सर्किल में सिर्फ प्रत्याशी और उनके इलेक्शन एजेंट ही जा सकेंगे। मतगणना कर्मियों के अलावा मतगणना ड्यूटी में लगे अधिकारी भी यहां जा सकेंगे। इसके अलावा इनर सर्किल में बाकी किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी। विजय जुलूस निकालने पर होगी कार्रवाई
जीतने वाला प्रत्याशी और उसके समर्थकों के विजय जुलूस निकालने पर प्रतिबंध होगा। मतगणना स्थल के आसपास भीड़ नहीं जुटने दी जाएगी। इसके लिए पुलिस ने विशेष प्रबंध किए हैं। पुलिस की ओर से काउंटिंग वाले दिन सुबह 5 बजे से ही पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया जाएगा।
वीकेंड पर शिमला में बढ़ी सैलानियों की भीड़, ठंडक भरे मौसम का मजा ले रहे टूरिस्ट
वीकेंड पर शिमला में बढ़ी सैलानियों की भीड़, ठंडक भरे मौसम का मजा ले रहे टूरिस्ट <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> हिमाचल प्रदेश की राजधानी और पहाड़ों की रानी शिमला में सैलानियों की भीड़ बढ़ी हुई है. वीकेंड पर बड़ी संख्या में सैलानी बाहरी राज्यों से यहां घूमने के लिए पहुंच रहे हैं. शिमला के साथ अन्य पर्यटन स्थलों मनाली, कुल्लू, अटल टनल, डलहौजी और कसौली में दोपहर के वक्त धूप खिली है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घूमने के लिए चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर से लोग पहुंच रहे हैं. हालांकि सुबह और शाम के वक्त तापमान में गिरावट की वजह से ठंड भी महसूस की जा रही है. सैलानी यहां स्वच्छ वातावरण के साथ यहां धूप का भी खूब आनंद उठा रहे हैं. आने वाले दिनों में यहां सैलानियों की आमद में और ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद है. शनिवार को दिनभर शिमला में सैलानियों के साथ स्थानीय लोगों ने गुनगुनी धूप का मजा लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बर्फबारी के दौरान भी शिमला आने का प्लान</strong><br />शादी के बाद शिमला घूमने के लिए पहुंचे संदीप शर्मा और महक शर्मा ने कहा कि उन्हें शिमला का मौसम बेहद पसंद आ रहा है. वे पहली बार यहां शिमला घूमने के लिए आए हैं. हालांकि पहले ट्रैफिक जाम की थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन जैसे ही शिमला के खूबसूरत पहाड़ नजर आए, तो उनका मन खुश हो उठा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शादी के बाद में लंबे वक्त से शिमला आने का प्लान बना रहे थे और इस वीकेंड उन्हें यह मौका मिल गया. जिस तरह शिमला का नाम सुनकर ठंडक महसूस होती है, उसी तरह मौसम में भी ठंडक महसूस की जा रही है. इससे उनका यह टूर यादगार बन रहा है और वह बर्फबारी होने पर भी शिमला जरूर आएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>HPTDC के होटलों में मिल रहा डिस्काउंट </strong><br />हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम भी अपने होटल में 40 फीसदी तक का डिस्काउंट दे रहा है. यह डिस्काउंट 1 नवंबर से शुरू हो चुका है और 20 दिसंबर तक जारी रहने वाला है. पर्यटन विकास निगम के होटल में 20 फीसदी, 30 फीसदी और 40 फीसदी तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है. यह डिस्काउंट निगम के 52 होटल में मिल रहा है. होटल की बुकिंग www.hptdc.in पर की जा सकती है. हिमाचल पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार ने कर्मचारियों को हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, जिससे निगम के होटल में टूरिस्ट की संख्या बढ़ सके.</p>
वो रोती रहीं, पिता पेट में चाकू घोंपता रहा:प्रयागराज में बेटियों की आंतें बाहर आ गई; पत्नी के अफेयर के शक में गईं 3 जानें
वो रोती रहीं, पिता पेट में चाकू घोंपता रहा:प्रयागराज में बेटियों की आंतें बाहर आ गई; पत्नी के अफेयर के शक में गईं 3 जानें प्रयागराज में पिता ने अपनी दो मासूम बेटियों की हत्या के बाद उसी कमरे में खुद फांसी लगाकर जान दे दी। बड़ी बेटी पांच साल की, तो छोटी बेटी तीन साल की थी। जो पिता दोनों बेटियों से इतना प्यार-दुलार करता था, वही उन मासूमों का हत्यारा कैसे बन गया? ऐसा क्या हुआ कि दोनों को चाकू से गोद दिया और खुद जान दे दी। दैनिक भास्कर टीम इन सवालों के जवाब के लिए प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में स्थित रम्मन का पुरा गांव पहुंची। मौके पर दोनों मासूम बेटियों के साथ पिता मनीष की डेडबॉडी कमरे से बाहर निकाली जा रही थी, तो वहां मौजूद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। आइए जानते हैं पूरा मामला… पहले देखिए बच्चियों की फोटो… आंतें बाहर आ गई थीं
मनीष किराए के जिस घर में रहता था, वह फर्स्ट फ्लोर पर है। ग्राउंड फ्लोर पर मकान मालिक रहते हैं। जब मनीष ने अपनी बेटियों को मारा तो वह दोनों सो रही थीं। वह किचन से चाकू लाकर बेटियों के पेट में घोंपा। दोनों की रोने की तेज आवाज भी आई, लेकिन वह उनके पेट में तब तक चाकू घाेंपता रहा, जब दोनों का रोना बंद नहीं हो गया। 5 साल की नैंसी और 3 साल की खुशबू को जिस दरिंदगी से मारा गया, वह नफरत की कहानी बयां करती है। खून से सनी लाशों को कमरे में देख आसपास के लोगों के साथ पुलिस अफसरों के कलेजे भी कांप गए। 30 साल के मनीष ने बच्चियों पर चाकू के इतने वार किए कि उनकी आंतें पेट से बाहर आकर, नीचे लटकने लगीं। पूरा कमरा खून से सना था। 7 साल पहले संगीता से की थी लव मैरिज
मनीष तीन भाइयों में सबसे छोटा था। करीब 7 साल पहले उसने संगीता के साथ लव मैरिज की थी। संगीता कानपुर की रहने वाली है। दरअसल, संगीता की बड़ी बहन रम्मन का पुरा में ही किराए पर रहती थी, वहीं पर संगीता और मनीष एक दूसरे से मिले थे और फिर कोर्ट मैरिज कर लिया। परिवार के लोग भी इससे खुश नहीं थे। उसे घर से निकाल दिया गया था। मनीष की मां गीता ने बताया कि बेटा सात साल से अलग रह रहा था। परिवार वाले, दूसरे किराएदार, मकान मालिक सभी ने इस बात को माना है कि पत्नी और इसके रहन सहन में काफी फर्क था। पत्नी हमेशा सजी-धजी, मेकअप में नजर आती थी। जबकि ये पेंटिंग का काम करने के साथ ही बिजली मिस्त्री भी था। जांच में जुटे एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की बात पर बताया- पूरा मामला अफेयर से जुड़ा है। मनीष अपनी पत्नी पर शक करता था। शुरुआती पूछताछ में यह बात सामने आई है कि वह हर समय पत्नी पर निगाह रखता था। इसी शक में उसने अपनी बेटियों की जान ले ली और खुद भी सुसाइड कर लिया। हालांकि आधिकारिक रूप से पुलिस ने सिर्फ पारिवारिक विवाद बताया है। आगे की जांच के बाद ही खुलासे की बात कही है। चचेरे भाई से बोला था- अभी आ रहा हूं घर
मनीष रविवार की सुबह करीब 11 बजे सुलेमसराय की तरफ जा रहा था। रास्ते में उसकी मुलाकात चचेरे भाई हिमांशु से हुई थी। हिमांशु को घर में पंखा लगवाना था तो उसने मनीष से घर आने को कहा था। मनीष ने कहा था- वह कुछ देर में आ रहा है, तब वह पंखा सेट कर देगा। लेकिन, कुछ देर बाद इस तरह की घटना हो गई। दरअसल, मनीष पेंटिंग का काम करता था। इसके अलावा उसे इलेक्ट्रॉनिक्स की भी जानकारी थी। आसपास के लोगों ने कहा- मनीष बहुत ही मिलनसार था, उसके सबसे अच्छे संबंध थे। मोबाइल ही बताएगा सब कुछ
पुलिस को मामले में सारी लीड मनीष के मोबाइल से ही मिलने की उम्मीद है। मनीष के मोबाइल को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। उसकी जांच, कॉल डिटेल, फोटो, वीडियो कई कहानी को सामने ला सकते हैं। पुलिस भी मान रही है कि कातिल पिता के मोबाइल में काफी कुछ मिल सकता है। इसके बाद पुलिस पत्नी से पूछताछ करेगी। मनीष मर चुका है, इसलिए पत्नी जो बताएगी, वही सच माना जाएगा। ऐसे में मोबाइल कई नए राज खोलेगा। पिता की मौत के बाद 17 दिन घर पर रहा मनीष
मां गीता देवी ने बताया- मेरे पति की मौत करीब 16 महीने हो गई। उस समय पिता की मौत पर बेटा मनीष घर आया था और करीब 17 दिन तक था। फिर किराए के घर में रहने चला गया। मनीष के दो भाई मां के साथ घर पर ही रहते हैं। मनीष के बड़े भाई आनंद कुमार प्रजापति ने बताया- मनीष मेरा छोटा भाई था। वह किराए के मकान में रहता था। मेरी उससे बहुत ज्यादा बात नहीं होती थी। किसी ने आकर मुझे इसकी जानकारी दी। मुझे यह जानकारी नहीं है कि उसने ऐसा क्यों किया? नौकरी की उम्मीद टूट गई तो खूब रोया
मनीष के पिता रोशन लाल गवर्नमेंट प्रेस में नौकरी करते थे। दिसंबर 2023 में ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक आश्रित कोर्ट में बेटे को नौकरी मिलनी थी। मनीष और उसकी पत्नी घर जाकर लड़े भी थे कि उसे नौकरी दिला दी जाए। ऐसा नहीं हुआ। घरवालों ने उन्हें भगा दिया। नौकरी मनीष से बड़े भाई अमित को मिल गई। पिता के पास तीन बड़े मकान हैं। अलग रहने की वजह से उसमें भी अब तक हिस्सा नहीं मिला था। मनीष तीन भाई और एक बहन में सबसे छोटा था। सबसे बड़ा आनंद कुमार, फिर अमित कुमार, उसके बाद बहन रजनी और फिर मनीष था। पत्नी ने कहा- फोन पर पूछा कहां हो…
पुलिस की पूछताछ में पत्नी संगीता ने बताया- वह कपड़े खरीदने के लिए सुलेमसराय गई थी। इसी बीच पति का काॅल आया और उन्होंने पूछा कि कहां हो और कब तक आओगी? हमने जवाब दिया कि कुछ काम है। फिर आती हूं। इसके बाद जब वह कुछ देर बाद घर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुला था, उसने किसी तरह कमरे के अंदर झांका तो उसके होश उड़ गए। दोनों मासूम बेटियां जमीन पर खून में सनी पड़ी थीं और पति फांसी पर लटके हुए थे। बेटियों का गला चाकू से रेतकर पिता फंदे से झूला:प्रयागराज में पत्नी को बाजार भेजा; लौटी तो लाशें देखकर बेहोश हुई प्रयागराज में रविवार को पिता ने 2 नाबालिग बेटियों की हत्या कर दी। इसके बाद खुद फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। एक बेटी की उम्र 5 साल तो दूसरी की 3 साल थी। वारदात के वक्त मां बाजार सामान लेने गई थी। पति ने उसे फोन कर लोकेशन ली। पूछा- कितनी देर में आ रही हो। फिर फोन काट दिया। इसके बाद अचानक घर पहुंचा। दोनों बेटियों का चाकू से गला रेतकर मार डाला। जब पत्नी घर पहुंची, तो जमीन पर खून फैला हुआ था। बेटियां खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थीं, जबकि पति फंदे से लटका मिला। पढ़ें पूरी खबर