मोहाली स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिवस पर उनकी 35 फुट की प्रतिमा स्थापित होगी। सीएम भगवंत मान इस प्रतिमा को जनता को समर्पित करेंगे। इसी मामले को लेकर आज वीरवार को पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसरों से सीएम भगवंत मान ने मीटिंग की। साथ ही प्रतिमा के चल रहे काम की समीक्षा की। सीएम ने कहा कि एयरपोर्ट का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। यह प्रतिमा वहां पर आने वाले लोगों को शहीदों की कुर्बानियों को याद दिलाएगा। मोहाली स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिवस पर उनकी 35 फुट की प्रतिमा स्थापित होगी। सीएम भगवंत मान इस प्रतिमा को जनता को समर्पित करेंगे। इसी मामले को लेकर आज वीरवार को पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसरों से सीएम भगवंत मान ने मीटिंग की। साथ ही प्रतिमा के चल रहे काम की समीक्षा की। सीएम ने कहा कि एयरपोर्ट का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। यह प्रतिमा वहां पर आने वाले लोगों को शहीदों की कुर्बानियों को याद दिलाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लॉरेंस की वीडियो कॉल पर बलकौर सिंह का बयान:कहा- धारा 268 लगाकर गुजरात जेल में रख किया सेफ; सरकार का समर्थन हासिल
लॉरेंस की वीडियो कॉल पर बलकौर सिंह का बयान:कहा- धारा 268 लगाकर गुजरात जेल में रख किया सेफ; सरकार का समर्थन हासिल कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का 17 सेकेंड का वीडियो कॉल वायरल होने के बाद पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह का बयान सामने आया है। बलकौर सिंह ने अपने बेटे की हत्या के मास्टरमाइंड को पनाह देने के आरोप गवर्नमेंट पर लगाए हैं। इतना ही नहीं, पुराने इंटरव्यू मामले में भी पुलिस ने अज्ञात पर FIR दर्ज कर पल्ला झाड़ने के आरोप सरकार पर लगाए हैं। बलकौर सिंह का ये इंटरव्यू लॉरेंस के पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी के साथ हुई 17 सेकेंड की वीडियो कॉल के बाद आया है। माना जा रहा है कि ये वीडियो कॉल 16 जून का हो सकता है। हालांकि दैनिक भास्कर वीडियो को लेकर किए जा रहे दावों की पुष्टि नहीं करता। बलकौर सिंह ने कहा- मैंने तो इस बात को चुनावों में भी बहुत बार उठाया था कि सेंटर व स्टेट दोनों ही इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे। स्टेट भी कार्रवाई कर सकती है, कम से कम शिकायत तो सेट्रल गर्वमेंट के आगे रख सकती है। मैंने पहले भी कहा था कि लॉरेंस को जेल में होटल जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। अब तो क्लीयर-कट उसकी वीडियो पर पाकिस्तान के बड़े लोग या बड़े क्रिमिनल हैं, उनके साथ भी वे साठगांठ कर रहा है। सारी ढील असले से लेकर सारी उनके साथ चल रही है। पर हैरानी की बात है कि ना सेंटर और ना ही स्टेट, कोई भी हमारी बात पर ध्यान नहीं दे रही है। इन्फॉर्मेशन देकर भी क्या करेंगे। सारी बात का तो उन्हें पता है। बिश्नोई तो लगभग गवर्नमेंट के समर्थन के साथ ही चल रहा है। मेरी राहुल गांधी के साथ भी बातचीत हुई थी, उन्हें भी यही बात कही थी कि धारा 268 लगाकर गुजरात जेल में रखने का मतलब क्या है। इसका मतलब उसे सेफ करना ही है। इतना क्राइम वे पंजाब में करके गुजरात की जेल में जाकर बैठ गया है। अब ये देखो गुजरात की जेल से 16 जून की वीडियो कॉल है। ईद मुबारक दे रहा है। जिस तरह हम नॉर्मल वीडियो कॉल करते हैं, वैसे वे कॉल कर रहा है। सारी आजादी उसके पास है। कस्टडी नाम की कोई चीज लग नहीं रही है। काला कारोबार है, वे बिना डर के चला रहा है। पुराने इंटरव्यू मामले में हाईकोर्ट ने दो बार एक्शन लिया। FIR दर्ज की, वे भी अज्ञात के खिलाफ कर दी, किसी दोषी का नाम सरकार ने तो इसमें डालना ही नहीं है। इसी से तो पता चलता है कि ये नैक्सस है। जाने क्या है मामला- पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस का 17 सेकेंड का वीडियो कॉल वायरल हुआ है। इसमें वह पाकिस्तान के कुख्यात डॉन शहजाद भट्टी से बात करते हुए नजर आ रहा है। लॉरेंस भट्टी को ईद की बधाई दे रहा है। माना जा रहा है कि यह वीडियो 16 जून का है। लॉरेंस अभी अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है। उसे पिछले साल सितंबर में तिहाड़ से यहां शिफ्ट किया गया था। साबरमती जेल के DYSP बोले- यह वीडियो हमारी जेल का नहीं साबरमती सेंट्रल जेल के DYSP परेश सोलंकी ने कहा कि मुझे भी इस वीडियो की जानकारी सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए मिली, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह वीडियो हमारी जेल का है। लॉरेंस 2023 से इस जेल में है। उसे बहुत टाइट सिक्योरिटी में रखा गया है। आज तक उसके पास से कोई भी संदिग्ध वस्तु प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर उसकी सिक्योरिटी की जांच भी की जाती है। वैसे भी ईद तो साल में तीन बार आती है। ऐसे में यह वीडियो पुराना या फिर जनरेटेड भी हो सकता है। तमाम सुरक्षा एजेंसी इसकी जांच में लगी हुई हैं। जांच पूरी होने के बाद ही इसके बारे में पुख्ता जानकारी मिल पाएगी। हाल ही में गुजरात की तमाम जेलों में कई सुरक्षा एजेंसी ने अचानक छापेमारी भी की थी, लेकिन किसी जेल से मोबाइल फोन या अन्य कोई संदिग्ध चीजें नहीं मिली थी। वीडियो कॉल में लॉरेंस ने कहा- कल बधाई दूंगा… इस वीडियो कॉल में लॉरेंस भट्टी को ईद मुबारक कहता है। इस पर भट्टी ने कहा- आज नहीं है। दुबई वगैरह में आज हो गई है। पाकिस्तान में कल होगी। इस पर लॉरेंस ने पूछा कि पाकिस्तान में आज नहीं है। इस पर भट्टी ने जवाब दिया कि नहीं… नहीं आज नहीं है। दूसरी कंट्रीज में आज हो गई है लेकिन पाकिस्तान में कल होगी। इस पर लॉरेंस ने कहा कि कल फोन करके बधाई दूंगा। सिग्नल ऐप से किया वीडियो कॉल सूत्रों के मुताबिक यह वीडियो कॉल सिग्नल ऐप से किया गया है। इससे कॉलिंग ट्रेस करना आसान नहीं होता। सुरक्षा एजेंसियों को यह भी शक है कि जेल में बैठकर लॉरेंस इसी सिग्नल ऐप के जरिए अपनी पूरी गैंग चला रहा है। विदेशों से चलता है भट्टी का नेटवर्क शहजाद भट्टी का नेटवर्क अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान दुबई सहित अन्य देशों में भी चलता है। वह अपने आका फारुक खोखर के साथ मिलकर सारा नेटवर्क चलाता है। फारुक राजनीतिक लेवल पर भी अच्छी पकड़ रखता है। फारुक पाकिस्तान का ऐसा व्यक्ति है, जिसने शेर को पाल रखा है और अपने बड़े काफिले के साथ चलता है। फिर चाहे वो पाकिस्तान हो या फिर दुबई।
आतंकी गजिंदर सिंह की पाकिस्तान में मौत:1981 में AI फ्लाइट 423 को किया था हाईजैक; बीमारी के कारण अस्पताल में था भर्ती
आतंकी गजिंदर सिंह की पाकिस्तान में मौत:1981 में AI फ्लाइट 423 को किया था हाईजैक; बीमारी के कारण अस्पताल में था भर्ती दल खालसा के संस्थापक गजिंदर सिंह की पाकिस्तान के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह हृदय रोग से पीड़ित था। पाकिस्तानी अलगाववादियों ने इसकी पुष्टि की है। गजिंदर सिंह को 1981 में जरनैल सिंह भिंडरावाले की गिरफ्तारी के विरोध में विमान अपहरण के लिए जाना जाता है। गजिंदर की मौत के बाद खालिस्तान आंदोलन को दुनिया में बड़ा झटका लगा है। गजिंदर सिंह की बात करें तो 2021 में एक सोशल मीडिया पोस्ट से पता चला कि वह पाकिस्तान में छिपा हुआ है। 2021 में कट्टरपंथी संगठन दल खालसा के एक सदस्य ने गजिंदर सिंह की तस्वीर फेसबुक पर शेयर की और उसके पाकिस्तान में होने की जानकारी दी। 1996 से ही भारतीय खुफिया एजेंसियां उसकी लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही थीं। पोस्ट से पता चला कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हसन अब्दाल में गुरुद्वारा पंजा साहिब में मौजूद है। भारत के वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल था गजिंदर को 2002 में 20 सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया था। वह उन पांच लोगों में शामिल था, जिन्होंने 29 सितंबर, 1981 को 111 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों को लेकर उड़ान संख्या AI-423 का अपहरण किया था। यह उड़ान दिल्ली से अमृतसर आ रही थी और इसे अपहरण करके लाहौर में उतरने के लिए मजबूर किया गया था। इसके बाद आतंकवादियों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले और कई अन्य खालिस्तानी चरमपंथियों की रिहाई के साथ 5 लाख अमेरिकी डॉलर की मांग की थी। पाकिस्तान से रिहा होने के बाद वह लापता हो गया इस घटना के बाद सभी पांच लोगों को पाकिस्तान में 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई। 1995 में अपनी सजा पूरी करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। जिसके बाद गजिंदर 1996 में जर्मनी चला गया। लेकिन भारत द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद उसे जर्मनी में प्रवेश नहीं मिला और वह पाकिस्तान लौट आया। इसके बाद गजिंदर सिंह कभी नहीं मिला। भारतीय खुफिया एजेंसियां उसकी तलाश करती रहीं। भारत सरकार कई बार उसे सौंपने की मांग करती रही, लेकिन पाकिस्तान बार-बार उसकी मौजूदगी से इनकार करता रहा।
खन्ना में फैक्ट्री निर्माण से पहले ही विरोध:आधा दर्जन गांवों के लोग हुए एकजुट, पक्का मोर्चा लगाने का ऐलान, दो विधायक पहुंचे
खन्ना में फैक्ट्री निर्माण से पहले ही विरोध:आधा दर्जन गांवों के लोग हुए एकजुट, पक्का मोर्चा लगाने का ऐलान, दो विधायक पहुंचे खन्ना में दो जगहों पर पहले से ही बायो गैस फैक्ट्री के विरोध में लगातार धरने जारी हैं। खन्ना के गांव घुंगराली राजपूतां और समराला के गांव मुस्काबाद में चालू इस फैक्ट्री के विरोध में लोग पक्का मोर्चा लगाकर बैठे हैं। इसी वजह से करीब 8 गांवों ने लोकसभा चुनावों का भी बायकाट किया था। अब खन्ना के करीबी गांव गोह में भी बायो गैस फैक्ट्री के निर्माण की भनक लगते ही लोग पहले ही विरोध में जुट गए। सेह गांव में लोग इकट्ठे हुए और पक्का मोर्चा लगाने पर विचार किया गया। खन्ना से विधायक तरुणप्रीत सिंह सौंध व समराला से विधायक जगतार सिंह दयालपुरा लोगों को भरोसा दिलाने पहुंचे। पहले का हाल देखकर चौकस हुए लोग हालांकि गोह गांव में अभी बायो गैस फैक्ट्री के निर्माण का कोई नामोनिशान भी नहीं है] लेकिन पहले से इस फैक्ट्री की मार झेल रहे लोगों का हाल देखकर यहां के लोग चौकस हो गए हैं। लोगों को जानकारी मिली कि गोह गांव में जमीन फैक्ट्री लगाने के लिए खरीदी गई है। इसके बाद गोह, सेह, मानकी समेत कई गांवों के गुरुद्वारों से अनाउंसमेंट करवा दी गई। सेह गांव के गुरुद्वारा साहिब में लोग इकट्ठे हुए और ऐलान किया कि एक ईंट भी यहां नहीं लगने देंगे। जरूरत पड़ी तो वे पक्का मोर्चा लगाएंगे। माहौल को भांपते दोनों विधायक पहुंचे क्योंकि, पहले ही घुंगराली राजपूतां और मुस्काबाद में फैक्ट्री के विरोध में लोगों का धरना जारी है। अगर गोह में भी लोग धरने पर बैठ गए तो सरकार व प्रशासन दोनों के लिए चुनौती रहेगी। इसे भांपते हुए खन्ना से विधायक सौंध तथा समराला से विधायक दयालपुरा सीधे सेह गांव में पहुंचे। लोगों के बीच बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि वे इस मांग को तुरंत सीएम पंजाब भगवंत मान व चीफ सेक्रेटरी के समक्ष उठाकर हल निकालेंगे।