मोहाली में बरसात के मौसम में पानी प्रदूषित होने के कारण दस्त और हैजा के मरीज बढ़ने लगे हैं। अब तक हैजा का एक और दस्त से ग्रसित 20 मामले सामने आए हैं। जिनमें से दस्त के 8 और हैजा के 1 मरीज का मोहाली के अस्पताल में उपचार चल रहा है। मोहाली के गांव कुंभड़ा में प्रदूषित पानी के कारण यह बीमारी बढ़ती जा रही है। मोहाली की डीसी आशिका जैन ने मौके पर जाकर अधिकारियों को जल्द से जल्द इसकी रोकथाम के उपाय और जांच के आदेश दिए हैं। अंडरग्राउंड वॉटर टैंक से हो रहा है दूषित पानी मौके पर मौजूद नगर निगम और जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों ने डीसी आशिका जैन को बताया कि लोगों ने अपने घरों में पानी को स्टोर करने के लिए अंडरग्राउंड वॉटर टैंक बनाए हुए हैं। जिनकी नियमित रूप से सफाई नहीं हो पा रही है। इसलिए उनके अंदर पानी प्रदूषित हो रहा है। अब इस पूरे इलाके में पानी के सैंपल लिए जा रहे हैं। अधिकारियों को दिए निर्देश अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जब तक बीमारी पर कंट्रोल नहीं पाया जाता है तब तक लोगों को पीने के पानी की टैंकरों के जरिए सप्लाई की जाए। इसके लिए इलाके में लगातार स्वास्थ्य शिविर लगाने के भी आदेश दिए हैं। प्रशासन को खतरा है कि अगर यह बीमारी इसी प्रकार बढ़ती है तो काबू से बाहर हो सकती है। इसलिए इसे प्रारंभिक स्तर पर ही काबू किया जाना चाहिए। वहीं सिविल अस्पताल में भी ऐसे मरीजों के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। डीसी ने लोगों को सलाह दी है कि इस मौसम में पानी को उबालकर ही इस्तेमाल किया जाए। क्लोरीन युक्त पानी पीने के लिए लिया जाए। मोहाली में बरसात के मौसम में पानी प्रदूषित होने के कारण दस्त और हैजा के मरीज बढ़ने लगे हैं। अब तक हैजा का एक और दस्त से ग्रसित 20 मामले सामने आए हैं। जिनमें से दस्त के 8 और हैजा के 1 मरीज का मोहाली के अस्पताल में उपचार चल रहा है। मोहाली के गांव कुंभड़ा में प्रदूषित पानी के कारण यह बीमारी बढ़ती जा रही है। मोहाली की डीसी आशिका जैन ने मौके पर जाकर अधिकारियों को जल्द से जल्द इसकी रोकथाम के उपाय और जांच के आदेश दिए हैं। अंडरग्राउंड वॉटर टैंक से हो रहा है दूषित पानी मौके पर मौजूद नगर निगम और जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों ने डीसी आशिका जैन को बताया कि लोगों ने अपने घरों में पानी को स्टोर करने के लिए अंडरग्राउंड वॉटर टैंक बनाए हुए हैं। जिनकी नियमित रूप से सफाई नहीं हो पा रही है। इसलिए उनके अंदर पानी प्रदूषित हो रहा है। अब इस पूरे इलाके में पानी के सैंपल लिए जा रहे हैं। अधिकारियों को दिए निर्देश अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जब तक बीमारी पर कंट्रोल नहीं पाया जाता है तब तक लोगों को पीने के पानी की टैंकरों के जरिए सप्लाई की जाए। इसके लिए इलाके में लगातार स्वास्थ्य शिविर लगाने के भी आदेश दिए हैं। प्रशासन को खतरा है कि अगर यह बीमारी इसी प्रकार बढ़ती है तो काबू से बाहर हो सकती है। इसलिए इसे प्रारंभिक स्तर पर ही काबू किया जाना चाहिए। वहीं सिविल अस्पताल में भी ऐसे मरीजों के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। डीसी ने लोगों को सलाह दी है कि इस मौसम में पानी को उबालकर ही इस्तेमाल किया जाए। क्लोरीन युक्त पानी पीने के लिए लिया जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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