पूरा देश टीम इंडिया की जीत का जश्न मना रहा था। इस बीच अगले दिन सोमवार को बरेली के कट्टरपंथी मौलाना शहाबुद्दीन ने फिर क्रिकेटर मोहम्मद शमी को नसीहत दी। कहा-जो रोजे कजा हो गए हैं, नहीं रख सके, वो रोजे रमजान शरीफ के बाद रख लें। वो जब अपने घर वापस आएं तो अपने परिवार के लोगों को समझाएं कि शरियत का मजाक न बनाएं। शमी को शरियत के उसूलों पर हर हाल में अमल करना होगा और खुदा व रसूल से डरें। क्योंकि, कयामत के दिन उन्हें हिसाब देना होगा। टीम इंडिया को दी मुबारकबाद
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने टीम इंडिया की जीत पर मुबारकबाद दी। कहा-मुझे खुशी हुई कि टीम इंडिया ने कामयाबी हासिल की। मैं टीम इंडिया के कप्तान, तमाम खिलाड़ी और मोहम्मद शमी को कामयाबी पर दिल की गहराइयों के साथ बधाई देता हूं। इंडिया ने भारत का झंडा पूरी दुनिया में बुलंद कर दिया। 6 मार्च को कोल्डड्रिंक पीने पर शमी को दे चुके हैं नसीहत शमी शरीयत के नियमों का पालन करें
शहाबुद्दीन रजवी ने कहा था- शरीयत के नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। इस्लाम में रोजा रखना फर्ज है। अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर रोजा नहीं रखता, तो वह इस्लामिक कानून के अनुसार गुनहगार माना जाता है। क्रिकेट खेलना बुरा नहीं है, लेकिन धार्मिक जिम्मेदारियों को भी निभाना चाहिए। मैं हिदायत देता हूं कि शमी शरीयत के नियमों का पालन करें और अपने धर्म के प्रति जिम्मेदार बनें। शमी के भाई मुमताज ने बचाव में दिया था बयान
इसी बीच शमी के चचेरे भाई मुमताज ने उनके बचाव में बयान दिया है। उन्होंने कहा, शमी देश के लिए खेल रहे हैं। लोगों ने उनपर रोजा न रखने का आरोप लगाकर शर्मनाक हरकत की है। भाजपा नेता मोहसिन रिजवी बोले थे- मुल्ला को बोलने का अधिकार नहीं
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी पर भाजपा नेता मोहसिन रजा ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा था-‘यह इंसान और अल्लाह के बीच का मामला है और मुल्ला को बीच में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। वह (मोहम्मद शमी) अपना राष्ट्रीय कर्तव्य निभाने गए हैं और हमारा धर्म ऐसा करने की इजाजत देता है। मौलाना ने बयान देकर खुद पाप किया है। उन्हें पूरे देश से माफी मांगने की जरूरत है।’ अजय राय बोले थे- देश के लिए काम कर रहे शमी
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा था-जो खिलाड़ी मैदान में कड़ी मेहनत कर रहा है, दौड़ लगा रहा है, वो देश के लिए काम कर रहा है। हम चाहे किसी भी धर्म या मजहब के हों, हम अपने समाज के लिए, राष्ट्र के लिए काम करते हैं। मैं समझता हूं कि मोहम्मद शमी देश के लिए काम कर रहे हैं और निश्चित रूप से पूरा देश उनके साथ खड़ा है, सभी की भावनाएं उनके साथ हैं। 14 महीने बाद क्रिकेट में वापसी की
शमी 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के बाद चोटिल हो गए थे। उन्हें एड़ी की सर्जरी करानी पड़ी थी। फिर उन्हें वापसी के लिए 14 महीने का इंतजार करना पड़ा था। 34 साल के शमी के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 107 वनडे मैचों में 205 विकेट और 64 टेस्ट मैचों में 229 विकेट लिए हैं। वहीं, शमी ने T-20 के 25 मैचों में 27 विकेट लिए हैं। IPL के 110 मैचों में उन्होंने 127 विकेट लिए हैं। पढ़िए शहाबुद्दीन रजवी के विवादित बयान
शहाबुद्दीन रजवी को मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के नाम से जाना जाता है। वह भारतीय इस्लामी विद्वान, लेखक और सोशल वर्कर हैं। वे ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष और इस्लामिक रिसर्च सेंटर के संस्थापक भी हैं। रजवी ने अंग्रेजी, उर्दू और हिंदी में इस्लामी इतिहास और धर्मशास्त्र पर किताबें लिखी हैं। उनकी प्रमुख किताबों के नाम- तारीख जमात रजा-ए-मुस्तफा और मुफ्ती-ए-आजम हिंद के खलीफा है। ——————– ये खबर भी पढ़ें… अयोध्या में सुहागरात पर पत्नी को मारकर फंदे पर लटका: पति के मोबाइल पर मैसेज आया, पास्ट के रिलेशन को लेकर झगड़ा हुआ अयोध्या में सुहागरात पर पति-पत्नी की लाश मिली। पहले इसे सुसाइड समझा जा रहा था, लेकिन ये सुसाइड नहीं, बल्कि हत्या है। पति ने पहले पत्नी की गला दबाकर हत्या की, फिर खुद फांसी लगा ली। ये खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ। पढ़िए पूरी खबर पूरा देश टीम इंडिया की जीत का जश्न मना रहा था। इस बीच अगले दिन सोमवार को बरेली के कट्टरपंथी मौलाना शहाबुद्दीन ने फिर क्रिकेटर मोहम्मद शमी को नसीहत दी। कहा-जो रोजे कजा हो गए हैं, नहीं रख सके, वो रोजे रमजान शरीफ के बाद रख लें। वो जब अपने घर वापस आएं तो अपने परिवार के लोगों को समझाएं कि शरियत का मजाक न बनाएं। शमी को शरियत के उसूलों पर हर हाल में अमल करना होगा और खुदा व रसूल से डरें। क्योंकि, कयामत के दिन उन्हें हिसाब देना होगा। टीम इंडिया को दी मुबारकबाद
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने टीम इंडिया की जीत पर मुबारकबाद दी। कहा-मुझे खुशी हुई कि टीम इंडिया ने कामयाबी हासिल की। मैं टीम इंडिया के कप्तान, तमाम खिलाड़ी और मोहम्मद शमी को कामयाबी पर दिल की गहराइयों के साथ बधाई देता हूं। इंडिया ने भारत का झंडा पूरी दुनिया में बुलंद कर दिया। 6 मार्च को कोल्डड्रिंक पीने पर शमी को दे चुके हैं नसीहत शमी शरीयत के नियमों का पालन करें
शहाबुद्दीन रजवी ने कहा था- शरीयत के नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। इस्लाम में रोजा रखना फर्ज है। अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर रोजा नहीं रखता, तो वह इस्लामिक कानून के अनुसार गुनहगार माना जाता है। क्रिकेट खेलना बुरा नहीं है, लेकिन धार्मिक जिम्मेदारियों को भी निभाना चाहिए। मैं हिदायत देता हूं कि शमी शरीयत के नियमों का पालन करें और अपने धर्म के प्रति जिम्मेदार बनें। शमी के भाई मुमताज ने बचाव में दिया था बयान
इसी बीच शमी के चचेरे भाई मुमताज ने उनके बचाव में बयान दिया है। उन्होंने कहा, शमी देश के लिए खेल रहे हैं। लोगों ने उनपर रोजा न रखने का आरोप लगाकर शर्मनाक हरकत की है। भाजपा नेता मोहसिन रिजवी बोले थे- मुल्ला को बोलने का अधिकार नहीं
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी पर भाजपा नेता मोहसिन रजा ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा था-‘यह इंसान और अल्लाह के बीच का मामला है और मुल्ला को बीच में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। वह (मोहम्मद शमी) अपना राष्ट्रीय कर्तव्य निभाने गए हैं और हमारा धर्म ऐसा करने की इजाजत देता है। मौलाना ने बयान देकर खुद पाप किया है। उन्हें पूरे देश से माफी मांगने की जरूरत है।’ अजय राय बोले थे- देश के लिए काम कर रहे शमी
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा था-जो खिलाड़ी मैदान में कड़ी मेहनत कर रहा है, दौड़ लगा रहा है, वो देश के लिए काम कर रहा है। हम चाहे किसी भी धर्म या मजहब के हों, हम अपने समाज के लिए, राष्ट्र के लिए काम करते हैं। मैं समझता हूं कि मोहम्मद शमी देश के लिए काम कर रहे हैं और निश्चित रूप से पूरा देश उनके साथ खड़ा है, सभी की भावनाएं उनके साथ हैं। 14 महीने बाद क्रिकेट में वापसी की
शमी 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के बाद चोटिल हो गए थे। उन्हें एड़ी की सर्जरी करानी पड़ी थी। फिर उन्हें वापसी के लिए 14 महीने का इंतजार करना पड़ा था। 34 साल के शमी के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 107 वनडे मैचों में 205 विकेट और 64 टेस्ट मैचों में 229 विकेट लिए हैं। वहीं, शमी ने T-20 के 25 मैचों में 27 विकेट लिए हैं। IPL के 110 मैचों में उन्होंने 127 विकेट लिए हैं। पढ़िए शहाबुद्दीन रजवी के विवादित बयान
शहाबुद्दीन रजवी को मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के नाम से जाना जाता है। वह भारतीय इस्लामी विद्वान, लेखक और सोशल वर्कर हैं। वे ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष और इस्लामिक रिसर्च सेंटर के संस्थापक भी हैं। रजवी ने अंग्रेजी, उर्दू और हिंदी में इस्लामी इतिहास और धर्मशास्त्र पर किताबें लिखी हैं। उनकी प्रमुख किताबों के नाम- तारीख जमात रजा-ए-मुस्तफा और मुफ्ती-ए-आजम हिंद के खलीफा है। ——————– ये खबर भी पढ़ें… अयोध्या में सुहागरात पर पत्नी को मारकर फंदे पर लटका: पति के मोबाइल पर मैसेज आया, पास्ट के रिलेशन को लेकर झगड़ा हुआ अयोध्या में सुहागरात पर पति-पत्नी की लाश मिली। पहले इसे सुसाइड समझा जा रहा था, लेकिन ये सुसाइड नहीं, बल्कि हत्या है। पति ने पहले पत्नी की गला दबाकर हत्या की, फिर खुद फांसी लगा ली। ये खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
मौलाना बोले-मोहम्मद शमी शरियत का मजाक न बनाएं:कयामत के दिन हिसाब देना होगा; रोजा अभी नहीं रख पाए, तो बाद में रख लें
