यमुनानगर में घर के अंदर रेलवे से रिटायर कर्मचारी की खून से लथपथ लाश मिली है। मृतक की पहचान बलदेव राज गुप्ता(60) के नाम से हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक शिवपुरी कॉलोनी निवासी मृतक बलदेव राज का बेटा परिवार के साथ मकान के ऊपर छत पर रहता था। जब सुबह वह नीचे उतरा तो उसने पिता के कमरे से खून बहते देखा। अंदर जाकर देखा तो उसके पिता की मौत हो चुकी थी और चारों तरफ खून बिखरा हुआ था। मामले की सूचना मिलते ही डीएसपी राजेश कुमार फोरेंसिक टीम का थाना गांधीनगर प्रभारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए यमुनानगर के सिविल अस्पताल भेज दिया है। पैरालाईज से पीड़ित का बलदेव राज डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि शिवपुरी कालोनी में रहने वाले रेलवे से रिटायर कर्मचारी बलदेव राज गुप्ता की पत्नी की कुछ साल पहले ही मौत हो गई थी। वह पिछले लम्बे समय से पैरालाईज से ग्रस्त थे। डीएसपी ने कहा कि सीन ऑफ़ क्राइम हर पहलु से जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता लगेगा। कमरे में खून बिखरा पड़ा हुआ था जिसके चलते पुलिस कई एंगल पर काम कर रही है। यमुनानगर में घर के अंदर रेलवे से रिटायर कर्मचारी की खून से लथपथ लाश मिली है। मृतक की पहचान बलदेव राज गुप्ता(60) के नाम से हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक शिवपुरी कॉलोनी निवासी मृतक बलदेव राज का बेटा परिवार के साथ मकान के ऊपर छत पर रहता था। जब सुबह वह नीचे उतरा तो उसने पिता के कमरे से खून बहते देखा। अंदर जाकर देखा तो उसके पिता की मौत हो चुकी थी और चारों तरफ खून बिखरा हुआ था। मामले की सूचना मिलते ही डीएसपी राजेश कुमार फोरेंसिक टीम का थाना गांधीनगर प्रभारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए यमुनानगर के सिविल अस्पताल भेज दिया है। पैरालाईज से पीड़ित का बलदेव राज डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि शिवपुरी कालोनी में रहने वाले रेलवे से रिटायर कर्मचारी बलदेव राज गुप्ता की पत्नी की कुछ साल पहले ही मौत हो गई थी। वह पिछले लम्बे समय से पैरालाईज से ग्रस्त थे। डीएसपी ने कहा कि सीन ऑफ़ क्राइम हर पहलु से जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता लगेगा। कमरे में खून बिखरा पड़ा हुआ था जिसके चलते पुलिस कई एंगल पर काम कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फतेहाबाद में व्यापारियों ने बंद किया बाजार:चोरी की घटना से परेशान होकर उठाया कदम, प्रशासन पर कार्रवाई न करने का लगाया आरोप
फतेहाबाद में व्यापारियों ने बंद किया बाजार:चोरी की घटना से परेशान होकर उठाया कदम, प्रशासन पर कार्रवाई न करने का लगाया आरोप हिसार के बाद आज फतेहाबाद के जाखल कस्बे में लोगों ने बढ़ती चोरियों के खिलाफ बाजार बंद रखा। व्यापारियों ने पिछले दिन आह्वान किया था कि आज कोई भी दुकानदार अपनी दुकान नहीं खोलेगा। आज रविवार सुबह पूरा बाजार बंद नजर आया। आपको बता दें कि पिछले डेढ़ महीने से जाखल में चोरी की वारदातें बेतहाशा बढ़ गई हैं। इनमें वाहन चोरी की वारदातें ज्यादा हो रही हैं। हर दिन किसी न किसी दुकान के ताले टूट रहे हैं या बाइक चोरी हो रही हैं। पुलिस मामले दर्ज कर रही है, लेकिन अभी तक पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पाई है, जिससे लोगों में काफी रोष है। नतीजा यह रहा कि आज सुबह से ही जाखल के बाजार नहीं खुले। लोगों ने कहा- चोरों में पुलिस का डर खत्म हो गया लोगों ने बताया कि शुक्रवार रात को दो घरों के ताले तोड़े गए, जिसके बाद उनका गुस्सा और भी भड़क गया और बाजार बंद करने का फैसला लिया गया। कस्बे के लोगों का कहना है कि ऐसा लग रहा है जैसे चोरों में पुलिस का डर पूरी तरह से खत्म हो गया है। पुलिस को चकमा देकर वे हर रोज आसानी से वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। कस्बे के बीचोंबीच पुलिस चौकी बनाने की मांग अभी तक पुलिस चोरी की वारदातों को सुलझा नहीं पाई है। लोग लगातार कस्बे के बीचोंबीच पुलिस चौकी बनाने की मांग करते आ रहे हैं। पिछले दिनों जाखल आईं एसपी आस्था मोदी के सामने भी यह मांग उठाई गई थी। वर्तमान में जाखल पुलिस थाना कस्बे से बाहर जाखल-कुलां रोड पर जाखल गांव के पास स्थित है, जिसके चलते चोर बेखौफ होकर कस्बे में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
हरियाणा में DC और सिविल सर्जन में ठनी:डीसी टाइम पर नहीं आए, नाराज CMO ने वैन रवाना की; DC बोले- इंतजार करना चाहिए था
हरियाणा में DC और सिविल सर्जन में ठनी:डीसी टाइम पर नहीं आए, नाराज CMO ने वैन रवाना की; DC बोले- इंतजार करना चाहिए था हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में मोबाइल वैन को झंडी दिखाने को लेकर डिप्टी कमिश्नर और सिविल सर्जन आमने-सामने हो गए। DC विवेक भारती तय वक्त पर नहीं पहुंचे तो नाराज होकर सिविल सर्जन ने खुद ही मोबाइल वैन रवाना कर दीं। इस बारे में सिविल सर्जन डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि DC वक्त पर नहीं पहुंचे तो उन्होंने ऐसा किया। उनके साथ स्टूडेंट्स भी थे। वह ज्यादा देर खड़े नहीं रह सकते थे। वहीं DC विवेक भारती ने कहा कि सिविल सर्जन को थोड़ा इंतजार करना चाहिए था। पूरा मामला अब ब्यूरोक्रेसी में खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… DC ने लघु सचिवालय से देनी थी हरी झंडी
प्रशासन के मुताबिक टीबी की बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल को 3 स्पेशल मेडिकल वैन मिलीं थी। जिन्हें पूरे जिले में मरीजों की जांच के लिए रवाना किया जाना था। इसके लिए DC विवेक भारती से शुक्रवार सुबह 10 बजे का टाइम लिया गया था। इस वजह से सिविल सर्जन वैन लेकर लघु सचिवालय पहुंच गए। DC ब्लड डोनेशन कैंप में चले गए
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जब मोबाइल वैन वहां पहुंची तो DC मौजूद नहीं थे। उन्होंने पता किया तो कहा गया कि डीसी किसी ब्लड डोनेशन कैंप में बिजी हैं। जिसके बाद सिविल सर्जन और उनकी टीम वहां इंतजार करती रही। सिटी मजिस्ट्रेट ने इनकार किया
DC निर्धारित समय पर नहीं आ पाए। जिसके बाद सिविल सर्जन सिटी मजिस्ट्रेट के पास गए और उन्हें हरी झंडी देने को कहा। हालांकि डीसी से टाइम लिए होने की वजह से सिटी मजिस्ट्रेट ने इससे इनकार कर दिया। मोबाइल वैन वापस सिविल अस्पताल ले गए
इसके बाद सिविल सर्जन नाराज हो गए। वह टीम के साथ मोबाइल वैन लेकर वापस नागरिक अस्पताल लौट आए। यहां जाकर उन्होंने खुद ही वैन को हरी झंडी दिखा दी और रवाना कर दिया। यह वैन 100 दिन पूरे जिले में घूमकर टीबी रोगियों की पहचान करेंगी। सिविल सर्जन ने कहा- खड़ा नहीं रह सकता था
DC के बगैर हरी झंडी के सवाल पर सिविल सर्जन डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सर बिजी थे। उनका मैंने 10 बजे का टाइम लिया था। मुझे पता लगा कि वे ब्लड डोनेशन कैंप लॉन्च करने के लिए कहीं गए हुए हैं। स्टूडेंट्स भी थे, उनको देखते हुए मैं खड़ा नहीं रह सकता था। प्रोग्राम और टीम को भी देरी न हो, इसलिए यह व्यवस्था की गई कि इस कार्यक्रम को अपने स्तर पर ऑर्गेनाइज करते हैं।
हरियाणा में HSSC के नाम से 44 सोशल मीडिया हैंडल:DGP को भेजी लिस्ट में खुलासा; पुलिस-शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के भी नाम, FIR होगी
हरियाणा में HSSC के नाम से 44 सोशल मीडिया हैंडल:DGP को भेजी लिस्ट में खुलासा; पुलिस-शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के भी नाम, FIR होगी हरियाणा में सरकारी भर्तियों को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार को लेकर हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने बड़ा खुलासा किया है। आयोग की ओर से जारी लेटर में कहा गया है कि 44 ऐसे सोशल मीडिया हैंडल हैं, जिनके जरिए सरकारी भर्तियों को लेकर गलत जानकारी दी जा रही है। इनमें कुछ ऐसे भी हैं, जो सरकारी कर्मचारी हैं, और अपना यूट्यूब चैनल चला रहे हैं, जिसके जरिए वह आयोग के खिलाफ केस करने के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसे की डिमांड भी कर रहे हैं। आयोग ने पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर से इनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है। एचएसएससी की ओर एक लेटर से शिक्षा विभाग के ACS को भी भेजा गया है, जिसमें शिक्षा विभाग के उन कर्मचारियों के नाम दिए गए हैं, जो सरकारी भर्तियों को लेकर गलत जानकारी दे रहे हैं। HSSC ऑफिशियल नाम से चला रहे यूट्यूब आयोग के द्वारा डीजीपी को भेजे गए लेटर में यह भी खुलासा किया गया है कि कुछ यूट्यूबर्स जो सरकारी कर्मचारी हैं, उन्होंने HSSC के ऑफिशियल नाम से अपने चैनल बनाए हुए हैं। HSSC ने शिकायत में इस प्रकार के कुछ कर्मचारियों के नामों का भी जिक्र किया है। इसके अलावा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के नाम व LOGO का अवैध इस्तेमाल भी यूट्यूबर्स कर रहे हैं। इनके जरिए ये रिजल्ट व एग्जाम संबधी जानकारी को लेकर भ्रांति भी फैला रहे हैं, जिससे आयोग की छवि धूमिल हो रही है। यहां देखिए HSSC के नाम से अवैध रूप से चल रहे सोशल मीडिया एकाउंट की लिस्ट…