यमुनानगर में एक कार बेकाबू होकर दीवार से टकरा गई, जिससे उसमें सवार 14 वर्षीय नाबालिग की मौत हो गई। वहीं हादसे में दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों युवक गाड़ी में सवार हो कर देर रात कहीं जा रहे थे, तभी रास्ते में अचानक कोई जानवर आ गया और कोहरे से दिखाई नहीं दिया। उसे बचाने के चक्कर में गाड़ी बेकाबू होकर दीवार से टकरा गई। थाना प्रभारी जगाधरी शहर जसबीर सिंह ने बताया कि देर रात 11:30 बजे के करीब उन्हें फोन से सूचना प्राप्त हुई थी कि बराड़ा के रहने वाले सचिन और निखिल नामक युवकों की कार जगाधरी के संत थॉमस स्कूल की दीवार से टकरा गई है। आस पास के लोगों ने उन्हें जगाधरी सिविल हॉस्पिटल में पहुंचाया, जहां पर डॉक्टरों ने 14 वर्षीय निखिल को मृत घोषित कर दिया। जबकि सचिन को गहरी चोटें आई और वह बुरी तरह से घायल हो गया है। मृतक निखिल कुमार बड़ा का रहने वाला है उसके पिता का नाम भूर सिंह है निखिल की आयु 14 वर्ष है उसकी तीन बहने हैं वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। वह बराड़ा में साइकिल रिपेयरिंग का काम सीख रहा था और दुकान मालिक के साथ रहता था। वहीं जगाधरी का रहने वाला सचिन कुमार भी दुकान मालिक के पास ही रहता था। दोनों देर रात जगाधरी में किसी काम से आए थे। धुंध होने की वजह से उनकी गाड़ी के आगे कोई जानवर आ गया और गाड़ी अनबैलेंस होकर स्कूल की दीवार में टकरा गई। मृतक निखिल का परिवार मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है वह कुछ ही दिनों से बड़ा में रहते हैं। कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए जगाधरी के सिविल अस्पताल में भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। यमुनानगर में एक कार बेकाबू होकर दीवार से टकरा गई, जिससे उसमें सवार 14 वर्षीय नाबालिग की मौत हो गई। वहीं हादसे में दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों युवक गाड़ी में सवार हो कर देर रात कहीं जा रहे थे, तभी रास्ते में अचानक कोई जानवर आ गया और कोहरे से दिखाई नहीं दिया। उसे बचाने के चक्कर में गाड़ी बेकाबू होकर दीवार से टकरा गई। थाना प्रभारी जगाधरी शहर जसबीर सिंह ने बताया कि देर रात 11:30 बजे के करीब उन्हें फोन से सूचना प्राप्त हुई थी कि बराड़ा के रहने वाले सचिन और निखिल नामक युवकों की कार जगाधरी के संत थॉमस स्कूल की दीवार से टकरा गई है। आस पास के लोगों ने उन्हें जगाधरी सिविल हॉस्पिटल में पहुंचाया, जहां पर डॉक्टरों ने 14 वर्षीय निखिल को मृत घोषित कर दिया। जबकि सचिन को गहरी चोटें आई और वह बुरी तरह से घायल हो गया है। मृतक निखिल कुमार बड़ा का रहने वाला है उसके पिता का नाम भूर सिंह है निखिल की आयु 14 वर्ष है उसकी तीन बहने हैं वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। वह बराड़ा में साइकिल रिपेयरिंग का काम सीख रहा था और दुकान मालिक के साथ रहता था। वहीं जगाधरी का रहने वाला सचिन कुमार भी दुकान मालिक के पास ही रहता था। दोनों देर रात जगाधरी में किसी काम से आए थे। धुंध होने की वजह से उनकी गाड़ी के आगे कोई जानवर आ गया और गाड़ी अनबैलेंस होकर स्कूल की दीवार में टकरा गई। मृतक निखिल का परिवार मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है वह कुछ ही दिनों से बड़ा में रहते हैं। कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए जगाधरी के सिविल अस्पताल में भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP को इंटरनल रिपोर्ट ने चौंकाया:2 सीटों पर हालत खराब, 4 पर टफ फाइट; जीत का मार्जिन भी घटने की संभावना हरियाणा में लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद अब राजनीतिक दलों ने समीक्षा शुरू कर दी है। 27 मई को पंचकूला में भाजपा की रिव्यू मीटिंग हुई, जिसमें इंटरनल रिपोर्ट पेश की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, 2 सीटें सिरसा और रोहतक की रिपोर्ट खराब मिली है। वहीं, 4 सीटें सोनीपत, अंबाला, कुरुक्षेत्र और भिवानी-महेंद्रगढ़ पर टफ फाइट निकलकर सामने आई है। हालांकि, समीक्षकों ने यह भी कहा है कि जीत पार्टी उम्मीदवार की ही होगी, लेकिन जीत का मार्जिन कम हो जाएगा। करनाल, गुरुग्राम, हिसार और फरीदाबाद की समीक्षा में रिपोर्ट सही मिली है। इसमें करनाल के समीक्षकों ने दावा किया है कि इस सीट को बड़े मार्जिन से भाजपा जीतेगी। इस लोकसभा सीट पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दी है। रोहतक और सिरसा की खराब रिपोर्ट की ये वजहें रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट दिया। इस लोकसभा चुनाव में यहां 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 के मुकाबले 4.83% कम है। चूंकि 2019 में ही भाजपा का इस सीट पर मार्जिन मात्र 7500 वोटों का था, अब इस मार्जिन को कवर करना बड़ी चुनौती है। इसके अलावा इस सीट पर जाटों और किसानों के विरोध ने भाजपा का चुनावी गणित बिगाड़ दिया। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा 3 बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में मोदी लहर के बाद भी दीपेंद्र यहां से चुनाव जीत गए थे। इस बार अन्य सीटों की अपेक्षा कांग्रेस इस सीट को लेकर ज्यादा एक्टिव रही। सिरसा : सिरसा में कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को मैदान में उतारा है। कुमारी सैलजा सिरसा लोकसभा सीट से पहले भी 2 बार सांसद रह चुकी हैं। इस सीट से उनके मजबूत होने की एक वजह यह भी रही कि उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह सिरसा में कांग्रेस के बड़े नेता थे। वहीं, भाजपा के अशोक तंवर यहां से मैदान में हैं। अशोक तंवर कांग्रेस पृष्ठभूमि के ही हैं। 2019 में सिरसा लोकसभा सीट से अशोक तंवर ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। पार्टी बदलने को लेकर यहां के लोग तंवर से नाराज चल रहे हैं। इसके अलावा किसानों का विरोध भी उन्हें झेलना पड़ा। अन्य सीटों की तरह इस सीट पर 2019 के मुकाबले 6.21% कम वोटिंग हुई। जानिए, 4 सीटों पर क्यों है फाइट सोनीपत : सोनीपत में कांग्रेस ने सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया, जबकि भाजपा ने सीटिंग MP रमेश चंद्र कौशिक का टिकट काटकर विधायक मोहन लाल बड़ौली को उम्मीदवार बनाया। सतपाल ब्रह्मचारी सन्यासी हैं और हरिद्वार में उनके आश्रम हैं। मूलतः वह जींद के गांगोली गांव के रहने वाले हैं। कांग्रेस ने जींद जिले की जो 3 विधानसभाएं आती हैं, उनमें से लोकसभा का उम्मीदवार बनाकर कड़ी चुनौती दी है। भाजपा की रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है। यह सीट जाट बाहुल्य है और जाट पहले से ही भाजपा का विरोध कर रहे थे। चूंकि इस सीट पर ब्राह्मण डिसाइडिंग फैक्टर है, इसलिए दोनों ब्राह्मणों में कड़ी टक्कर भी है। अंबाला : अंबाला लोकसभा से BJP के सांसद रहे रतनलाल कटारिया की धर्मपत्नी बंतो कटारिया इस बार मैदान में हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने मुलाना से MLA वरुण चौधरी को टिकट दी है। बंतो कटारिया को टिकट देने की वजह रतनलाल कटारिया के देहांत के बाद भावनात्मक लहर से जीतने की उम्मीद थी। इसके अलावा भाजपा ने यहां मोदी मैजिक को लेकर चुनाव लड़ा। उनके मुकाबले में वरुण मुलाना युवा चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं। वह विधानसभा में बेस्ट विधायक का खिताब जीत चुके हैं। वरुण मुलाना के पिता फूलचंद मुलाना कांग्रेस के बड़े नेता रहे और प्रदेश कांग्रेस के लंबे समय तक अध्यक्ष भी रहे हैं। यह उनके फेवर के लिए बड़ा फैक्टर है। कुरुक्षेत्र : भाजपा की रिव्यू मीटिंग में कुरुक्षेत्र में कड़ा मुकाबला दिखाया गया है। इसकी वजह कांग्रेस और AAP गठबंधन के उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता रहे। इसके साथ ही यहां से INLD उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला और उन्हें किसान नेता गुरनाम सिंह चढृूनी के समर्थन रहा है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में पार्टी को अच्छे वोट पड़े हैं, लेकिन गांवों में वोटिंग प्रतिशत अधिक होने से भाजपा चिंतित है। BJP ने उद्योगपति नवीन जिंदल पर दांव खेला है। कुरुक्षेत्र में मुकाबला त्रिकोणीय है। भिवानी-महेंद्रगढ़ : इस सीट पर भाजपा की टिकट से 2 बार MP बन चुके धर्मबीर सिंह को मैदान उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह पर भरोसा जताया है। राव दान सिंह जहां अहीरवाल बेल्ट से आते हैं तो वहीं धर्मबीर जाट जाति से संबंध रखते हैं। ऐसे में चुनाव जाट बनाम यादव में बंटा रहा। यही वजह है कि भाजपा इस सीट को लेकर कांटे का मुकाबला मान रही है। करनाल, गुरुग्राम, हिसार और फरीदाबाद में जीत तय मान रहे
हरियाणा लोकसभा चुनाव में भाजपा की रिव्यू मीटिंग में करनाल, गुरुग्राम, हिसार और फरीदाबाद पर जीत तय मानी जा रही है। करनाल तो इस चुनाव की सबसे हॉट सीट रही। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर चुनाव मैदान में हैं। उनके जीतने की सबसे बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि वह सूबे के करीब 10 साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने उनके मुकाबले कोई बड़ा चेहरा मैदान में नहीं उतारा। वहीं, गुरुग्राम लोकसभा सीट में राव इंद्रजीत सिंह का अच्छा प्रभाव है। साथ ही भाजपा का भी शहरी क्षेत्रों में कैडर अच्छा है। हिसार में भाजपा की समीक्षा में रणजीत सिंह चौटाला और फरीदाबाद से पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर की रिपोर्ट अच्छी बताई है।
अमेरिका से करनाल पहुंचा युवक का शव:लाश मंगाने के लिए लिया 20 लाख का कर्ज, लोन लेकर मां ने भेजा था विदेश
अमेरिका से करनाल पहुंचा युवक का शव:लाश मंगाने के लिए लिया 20 लाख का कर्ज, लोन लेकर मां ने भेजा था विदेश हरियाणा के करनाल में अमेरिका से मनीष का शव घर पहुंच गया है। मनीष की 15 दिन पहले अमेरिका में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। शनिवार सुबह 11 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर मनीष का शव पहुंच गाया था। लेकिन कुछ कागजी कार्रवाई में समय लगने के कारण शव परिजनों को नहीं सौंपा गया। आज शव परिजनों के हवाले किया जाएगा, जिसके बाद परिजन एंबुलेंस के जरिए शव को पैतृक गांव कुंजपुरा में लेकर आएंगे। आज सुबह 10 बजे मनीष का अंतिम संस्कार किया जाएगा। मृतक की मां शिमला देवी ने 15 माह पहले 38 लाख रुपए खर्चकर उसे विदेश भेजा था। अब उसकी मां ने 20 लाख कर्ज लेकर शव को भारत मंगाया है। मनीष के परिवार के लोगों ने शव भारत मंगाने के लिए हरियाणा के CM नायब सैनी से भी गुहार लगाई थी, लेकिन सरकार द्वारा कोई मदद नहीं की गई। इसके बाद परिवार ने डेड बॉडी मंगाने के लिए कर्ज लिया। 15 माह पहले अमेरिका गया था मनीष मृतक के भाई कर्ण देव ने बताया कि मनीष 2023 के अप्रैल महीने में ही अमेरिका चला गया था। डोंकी के रास्ते उसे वहां पहुंचने में करीब 1 महीने का समय लगा। मनीष अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी में रह रहा था। मनीष ने पहले वहां पर स्टोर पर काम करता था उसने हाल ही में टैक्सी ड्राइविंग लाइसेंस लिया था। बीती 29 दिसंबर की रात को खाना खाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। सीने में तेज दर्द होने पर उसे उसके साथी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बचपन में हो चुकी पिता की मौत परिजनों ने बताया कि, करीब 23 साल पहले मनीष के पिता रमेश की एक हादसे में मौत हो गई थी। बचपन में चारों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया था। पिता की मौत के बाद मां शिमला देवी ने ही मजदूरी करके अपने चारों बच्चों का पालन पोषण किया। मनीष की दो बड़ी बहने हैं, जिनमें एक बहन की शादी हो चुकी है जो इस समय कनाडा में है। उसका बड़ा भाई कर्ण देव और उसकी दूसरी बहन अभी अविवाहित है। जमीन पर उठाया लोन, रिश्तेदारों से लिया कर्ज परिजनों ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो मां शिमला देवी व कर्ण देव ने मनीष को अमेरिका भेजने का फैसला लिया। पैसे नहीं थे तो मां ने जमीन पर लोन लिया और कुछ रिश्तेदारों से कर्ज लिया। उसके बाद 38 लाख रुपए खर्च कर मनीष को अमेरिका भेजा, ताकि मनीष वहां पैसे कमा सके ओर घर की स्थिति ठीक हो सकें। लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। अब 20 लाख रुपए का कर्ज और उठाकर शव को भारत लाया गया। कर्ण करता है मजदूरी परिजनों ने बताया कि मनीष 12वीं की पढ़ाई करने बाद मनीष अमेरिका चला गया था। अब उसकी मौत के बाद मां सहित पूरा परिवार सदमे में है। कर्ण दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। अब उसके पास न तो भाई रहा और करीब 58 लाख का कर्ज और सिर पर आ गया। सरकार से लगाई आर्थिक मदद की गुहार मृतक मनीष के भाई ने सरकार से एक बार फिर परिवार की आर्थिक मदद के लिए गुहार लगाई है। क्योंकि परिवार ने अब दोबारा 20 लाख रुपए कर्ज लेकर मनीष के शव को भारत मंगवाया है। परिवार में कमाने वाला अब कर्ण ही है। अब उसे अपनी भी शादी करनी है और अपनी बहन की भी। मनीष की मां ने सरकार गुहार लगाई उनके परिवार की आर्थिक मदद की जाए ताकि अपनी बेटी व बेटे की शादी कर संकू। किराये के कमरे में रहता था मनीष
मनीष के भाई कर्णदीप ने बताया कि उसका भाई 15 महीने पहले अमेरिका गया था। मनीष न्यूयॉर्क सिटी में किराये के कमरे में रहता था। कर्णदीप ने बताया कि हम चार भाई-बहन हैं। मनीष से बड़ी दो बहनें और मैं था। मनीष सबका लाडला था। हमारी एक बहन की शादी हो चुकी है, जो कनाडा में अपने परिवार के साथ रह रही है। मनीष की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पानीपत में वकील के गले से तोड़ी चेन VIDEO:समालखा बार के सेक्रेटरी, जिम छोड़ने की रंजिश में मारपीट, लॉकेट ले गए हमलावर
पानीपत में वकील के गले से तोड़ी चेन VIDEO:समालखा बार के सेक्रेटरी, जिम छोड़ने की रंजिश में मारपीट, लॉकेट ले गए हमलावर हरियाणा के पानीपत जिले की समालखा बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी के साथ चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दिया गया। यहां जिम छोड़ने की रंजिश में जिम के दो संचालकों ने वारदात को अंजाम दिया। वारदात स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में वारदात कैद हो गई। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर धारा 115(2), 351(2), 126(2) भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज कर लिया है। जिम से वर्क आउट कर निकले बाहर, तभी आरोपियों ने घेरा समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में एडवोकेट मुकेश ने बताया कि वह भोडवाल माजरी के रहने वाले है। वह पिछले करीब 6 माह से एक जिम में वर्क आउट करते थे। वहां ज्यादा रोक-टोक की वजह उन्होंने जीटी रोड समालखा स्थित जिम ज्वाइन कर ली। इसी बात को लेकर पहले वाली जिम के पार्टनर नितिन व सचिन उनसे रंजिश रखने लगे थे। 11 जुलाई की रात करीब पौने 11 बजे वह जिम में वर्क आउट कर अपनी कार की ओर जा रहे थे। इसी दौरान उक्त दोनों नितिन और सचिन ने उनका रास्ता रोका और गाली-गलौज करना शुरू कर दी। हाथापाई करते हुए नितिन ने सिर में कोई वजनदार चीज मारी। इसके बाद सचिन ने उनके गले से सोने की चेन तोड़ ली। मौके पर जिम के दो लड़के खड़े थे। जिनकी मदद से टूटी हुई चेन वापस ले ली, लेकिन करीब डेढ तोला वजनी शिव लोकेट सचिन पास रह गया और वह मौके से लेकर फरार हो गया। दोनों ने धमकी दी कि वकील आज तो बच गया, आइंदा फंस गया तो जान से मार देंगे। इसके बाद दोनों बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।