भास्कर न्यूज | अमृतसर थाना ई-डिवीजन की पुलिस ने युवती को किसी जगह पर छिपाने के मामले में एक युवक पर मामला दर्ज किया है। आरोपी की पहचान लुधियाना निवासी हरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में व्यक्ति ने बताया कि उसकी तीन बेटियां है। एक 24 वर्ष की बेटी जो शादीशुदा है। उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। वह उसके पास ही रहती थी कि 2 दिसंबर को गुरुद्वारा साहिब में सेवा करने के लिए गई, लेकिन वापस नहीं आई। जांच में पता चला कि आरोपी उसकी बेटी को अपने साथ ले गया है और कहीं छिपाकर रखा है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपी की तालाश कर रहे हैं। भास्कर न्यूज | अमृतसर थाना ई-डिवीजन की पुलिस ने युवती को किसी जगह पर छिपाने के मामले में एक युवक पर मामला दर्ज किया है। आरोपी की पहचान लुधियाना निवासी हरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में व्यक्ति ने बताया कि उसकी तीन बेटियां है। एक 24 वर्ष की बेटी जो शादीशुदा है। उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। वह उसके पास ही रहती थी कि 2 दिसंबर को गुरुद्वारा साहिब में सेवा करने के लिए गई, लेकिन वापस नहीं आई। जांच में पता चला कि आरोपी उसकी बेटी को अपने साथ ले गया है और कहीं छिपाकर रखा है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपी की तालाश कर रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में इलेक्शन कमिश्नर से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल:जाली बैलेट पेपर छापने का आरोप, 3 हफ्ते तक पंचायत चुनाव स्थगित करने की मांग पंजाब कांग्रेस ने पंचायत चुनाव 3 हफ्ते के लिए स्थगित करने की मांग स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से की है। आज (सोमवार) को कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से मुलाकात की है। कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि चुनाव में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ है। जिससे लोगों के साथ धक्का हुआ है। मीडिया से बातचीत में प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि हम चुनाव कैंसिल करने की मांग नहीं कर रहे हैं। हम तीन हफ्ते तक सारी चुनाव प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जाली बैलेट पेपर छाप लिए हैं। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के हाईकोर्ट में चलने का तर्क भी दिया है। चुनाव की प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी समेत कई चीजें उठाई गई है। वहीं, आम आदमी पार्टी के सांसद मालविंदर सिंह कंग ने कहा कि कांग्रेस चुनाव स्थगित करवाना चाहती है। कांग्रेस अपनी हार से डरी हुई है। धक्का आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ हो रहा है। वहीं, राज्य सरकार पंचायती चुनाव निष्पक्ष तरीके से करवाने के लिए सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरपंच किसी पार्टी का नहीं गांव का होना चाहिए। पत्र की कॉपी कांग्रेस ने पत्र इन प्वाइंट्स को उठाया… नामांकन प्रक्रिया के आखिर दिन हुई कई घटनाएं कांग्रेस ने पत्र में लिखा है कि पंचायत चुनाव 15 अक्टूबर, 2024 को होने वाले हैं। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के दौरान विशेष रूप से अंतिम दिन जो अराजक और हिंसक घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने न केवल चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को कमजोर किया है, बल्कि इन चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल उठा दिया है। झड़पों, प्रशासनिक कुप्रबंधन और कई उम्मीदवारों को भाग लेने के उनके अधिकार से वंचित करने की व्यापक रिपोर्ट को देखते हुए, चुनाव आयोग से पंचायत चुनावों को कम से कम तीन सप्ताह के लिए स्थगित करने पर विचार करने का आग्रह करते हैं। उम्मीदवारों के नामांकन तक फाडे़ गए पंजाब भर में 13,241 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव होने हैं। हालांकि, विभिन्न जिलों से हिंसा और बल प्रयोग की घटनाएं सामने आई हैं। खास तौर पर तरन तारन, मोगा, फिरोजपुर और फाजिल्का आदि जिलों में। स्थानीय ब्लॉक विकास और पंचायत कार्यालय के बाहर झड़प होने पर पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। तरन तारन में भी ऐसी ही घटना हुई। जिसमें 5 लोग घायल हो गए। मोगा से मिली खबरों के अनुसार उम्मीदवारों से नामांकन पत्र फाड़े गए और छीन लिए गए। कई लोगों के नामांकन में डाली गई बाधा इसके अलावा पत्र में लिखा है कई उम्मीदवारों को अपने नामांकन पत्र दाखिल करने में प्रशासनिक बाधाओं का सामना करना पड़ा है। नकोदर नगर परिषद जैसे स्थानों पर कुप्रबंधन ने उम्मीदवारों को समय पर अपने पर्चे दाखिल करने से रोक दिया है। कई उम्मीदवारों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने के दौरान परेशान किए जाने की सूचना दी। ये घटनाएं सत्तारूढ़ AAP द्वारा प्रणालीगत विफलताओं और अनुचित प्रभाव को दर्शाती हैं, जो कई क्षेत्रों में निर्विरोध जीत हासिल करने के लिए प्रक्रिया में हेरफेर करने का प्रयास कर रही है। पत्र में रखी 5 मांग 1. पंचायत चुनाव तीन सप्ताह के लिए स्थगित करें। इससे अनियमितताओं का समाधान हो सकेगा और उम्मीदवारों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए अधिक सुरक्षित और अनुकूल माहौल तैयार हो सकेगा। उच्च न्यायालय ने पहले ही कुछ खास गांवों में चुनाव स्थगित कर दिए हैं। राज्यव्यापी स्थगन से चुनाव में एकरूपता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी। 2. जो उम्मीदवार हिंसा, जबरदस्ती या प्रशासनिक चूक के कारण अपना नामांकन पत्र दाखिल करने में असमर्थ थे। उन्हें ऐसा करने का एक नया अवसर दिया जाना चाहिए। चुनावी प्रक्रिया में विश्वास बहाल करने के लिए यह महत्वपूर्ण है। आयोग ने स्वयं जांच के बाद पाया कि नामांकन अवैध रूप से वापस लेने के संबंध में प्रथम दृष्टया साक्ष्य मौजूद थे। विपक्षी उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के कारण 24 ग्राम पंचायतों में कोई मुकाबला नहीं हो पाया। इस प्रकार, राज्य चुनाव आयोग ने दिनांक 11-10-2024 के आदेश के तहत गिद्दड़बाहा ब्लॉक में क्रमांक 1 से 24 तक इन ग्राम पंचायतों में मतदान रद्द कर दिया है । इन ग्राम पंचायतों के लिए बाद में नए सिरे से चुनाव कराने की नई तिथि तय की जाए। 3. जिला प्रशासन और पुलिस विभागों को उम्मीदवारों की सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए। खासकर विपक्षी दलों और हाशिए पर पड़े समुदायों के उम्मीदवारों पर ध्यान देना चाहिए। उनकी भागीदारी को दबाने के लिए हिंसा और धमकी की रणनीति के इस्तेमाल पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। 4. मई 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए तैयार की गई मतदाता सूची का उपयोग पंचायत चुनावों के लिए किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पात्र मतदाता इसमें शामिल हों और किसी को भी अनुचित रूप से मताधिकार से वंचित न किया जाए। 5. आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी स्तरों पर चुनाव अधिकारी निष्पक्ष रूप से कार्य करें और चुनावों के सुचारु संचालन के लिए उचित प्रशासनिक सहायता प्रदान करें। प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए, और किसी भी विचलन को तुरंत संबोधित किया जाना चाहिए।
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जालंधर में संत निरंजन दास को हत्या की धमकी:सोशल मीडिया पर लाइव होकर गुरु रविदास को दी गालियां; समाज के लोगों में रोष श्री गुरु रविदास महाराज और डेरा बल्लां के संत निरंजन दास को सोशल मीडिया लाइव होकर गाली गलौज करने का मामला सामने आया है। इस मामले में जालंधर देहात पुलिस के थाना गोराया में एक आरोपी के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की पहचान गोराया के गांव पद्दी खालसा के रहने वाले संदीप कुमार उर्फ बंटी के रूप में हुई है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गुरुओं के लिए भद्दी शब्दावली का किया इस्तेमाल पुलिस को दिए गए बयानों में डॉ. अंडेबरकर सेना के जालंधर प्रधान गुलशन कुमार ने कहा कि वह मूल रूप से गोराया के गांव मुसंदपुर बड़ा गांव के रहने वाले हैं और रविदास समाज से संबंध रखते हैं। 24 नवंबर को वह अपने घर में मौजूद थे। इस दौरान उनके वॉट्सऐप पर एक 2 मिनट 1 सेकेंड का एक वीडियो पहुंचा। जिसमें उक्त व्यक्ति रविदास समाज के बारे में भद्दी शब्दावली का इस्तेमाल कर रहा था। जिससे पूरे समाज को काफी ठेस पहुंची। आरोपी ने संत निरंजन दास को दी धमकी गुलशन कुमार ने बताया कि आरोपी यहीं नहीं रुका। उसने संत निरंजन दास को जान से मारने की धमकियां तक दे डाली। आरोपी ने लाइव में कहा- हमने एक को मार दिया है और दूसरे की भी बारी है। कुमार ने आगे कहा- आरोपी की इन बातों में समाज का मन आहत हुआ है। इसे लेकर रविदास समाज द्वारा गोराया थाने पहुंचे कर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की गई थी। जिसके बाद मामले में गोराया थाने में देर रात एफआईआर दर्ज कर ली गई। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी बाकी है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस आरोपी कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
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जालंधर वेस्ट उपचुनाव में प्रचार करने पहुंचे वड़िंग:समस्याओं का जल्द समाधान का दिया आश्वासन, बाजवा और पूर्व CM चन्नी भी रहे मौजूद पंजाब के जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदान में अब कुछ ही दिन बचे हैं। हर पार्टी ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। एक तरफ आम आदमी पार्टी की ओर से जालंधर में केंद्र सरकार और सीबीआई के खिलाफ राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया गया, वहीं दूसरी तरफ आज कांग्रेस के बड़े नेतृत्व की ओर से अपनी उम्मीदवार सुरिंदर कौर के लिए प्रचार और बैठक की गई। बैठक में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व सीएम और जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी जुटे थे। राजा वड़िंग ने जमकर आप और बीजेपी पर निशाना साधा। यह बैठक शहर के एक स्थानीय होटल में हुई। राजा वड़िंग ने कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार बीबी सुरिंदर कौर के पक्ष में प्रचार करने के लिए प्रेरित किया। वहीं जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी कार्यकर्ताओं और नेताओं से इस उपचुनाव के लिए अपने वार्ड में प्रचार करने का आग्रह किया और लोगों को कांग्रेस की नीतियों से अवगत कराया और लोगों की समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन दिया। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं।