अलीगढ़ के अतरौली थाना क्षेत्र में 5 साल की मासूम बच्ची की हत्या करने वाली चाची और उसके प्रेमी को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा दी है। दोनों दोषियों ने मासूम बच्ची की हत्या कर दी थी और फिर उसके शव को भूसे के ढेर में छिपा दिया था। बच्ची के पिता ने अतरौली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने छानबीन की थी और बच्ची की सगी चाची और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद यह मामला एडीजे कोर्ट में चल रहा था। न्यायालय ने गवाह और साक्ष्यों के आधार पर दोनों को दोषी माना और उम्रकैद की सजा सुनाई है। पढ़ें पूरी खबर RO-ARO पेपर लीक कांड की आरोपी प्रिंसिपल को जमानत इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरओ, एआरओ पेपर लीक मामले की आरोपी बिशप जानसन गर्ल्स स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की सशर्त जमानत मंजूर कर ली। न्यायमूर्ति संजय कुमार पचौरी ने जमानत अर्जी की सुनवाई की। 26 सितंबर को पारुल सोलोमन को एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। याची का नाम स्कूल के एक शिक्षक के बयान के आधार पर प्रकरण में शामिल किया गया है। पारुल के वकीलों ने कहा कि उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है। उन्हें फंसाया गया है। पढ़ें पूरी खबर क्राइम ब्रांच ने लखनऊ में फर्जी कॉल सेंटर पकड़ा लखनऊ में मंगलवार रात क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीम ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर नौकरी का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले संचालक को गिरफ्तार किया। साथ ही कॉल सेंटर में काम करने वाली 22 युवतियों को भी पकड़ा है। हालांकि उनको नोटिस देकर छोड़ दिया। STF ने संचालक को पिछले साल ठगी के मामले में जेल भेजा था। उसने जेल से छूटने के बाद इंदिरा नगर स्थित गोयल कांप्लेक्स में कॉल सेंटर चलना शुरू किया था। पढ़ें पूरी खबर अलीगढ़ के अतरौली थाना क्षेत्र में 5 साल की मासूम बच्ची की हत्या करने वाली चाची और उसके प्रेमी को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा दी है। दोनों दोषियों ने मासूम बच्ची की हत्या कर दी थी और फिर उसके शव को भूसे के ढेर में छिपा दिया था। बच्ची के पिता ने अतरौली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने छानबीन की थी और बच्ची की सगी चाची और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद यह मामला एडीजे कोर्ट में चल रहा था। न्यायालय ने गवाह और साक्ष्यों के आधार पर दोनों को दोषी माना और उम्रकैद की सजा सुनाई है। पढ़ें पूरी खबर RO-ARO पेपर लीक कांड की आरोपी प्रिंसिपल को जमानत इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरओ, एआरओ पेपर लीक मामले की आरोपी बिशप जानसन गर्ल्स स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की सशर्त जमानत मंजूर कर ली। न्यायमूर्ति संजय कुमार पचौरी ने जमानत अर्जी की सुनवाई की। 26 सितंबर को पारुल सोलोमन को एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। याची का नाम स्कूल के एक शिक्षक के बयान के आधार पर प्रकरण में शामिल किया गया है। पारुल के वकीलों ने कहा कि उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है। उन्हें फंसाया गया है। पढ़ें पूरी खबर क्राइम ब्रांच ने लखनऊ में फर्जी कॉल सेंटर पकड़ा लखनऊ में मंगलवार रात क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीम ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर नौकरी का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले संचालक को गिरफ्तार किया। साथ ही कॉल सेंटर में काम करने वाली 22 युवतियों को भी पकड़ा है। हालांकि उनको नोटिस देकर छोड़ दिया। STF ने संचालक को पिछले साल ठगी के मामले में जेल भेजा था। उसने जेल से छूटने के बाद इंदिरा नगर स्थित गोयल कांप्लेक्स में कॉल सेंटर चलना शुरू किया था। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट को नहीं मिलेगा मेडल, संजय सिंह बोले- ‘भले ही BJP इस फैसले से…’ <p style=”text-align: justify;”>भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को मेडल मिलने की उम्मीद को झटका लगा है. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने अयोग्य किए जाने के खिलाफ उनकी अपील को खारिज कर दिया है. इस पर आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि विनेश फोगाट अपनों की साजिश का शिकार हुई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने आगे कहा, “जब सेमीफ़ाइनल में 50 kg वजन के साथ विनेश ने कुश्ती जीती थी तो आख़िर सिल्वर मेडल क्यों नहीं मिला? भले ही IOA और BJP इस फ़ैसले से खुश हों देश दुखी है. विनेश के साथ देश.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>अपनों की साज़िश का शिकार हुई <a href=”https://twitter.com/Phogat_Vinesh?ref_src=twsrc%5Etfw”>@Phogat_Vinesh</a> <br />जब सेमीफ़ाइनल में 50 kg वजन के साथ विनेश ने कुश्ती जीती थी तो आख़िर सिल्वर मेडल क्यों नहीं मिला?<br />भले ही IOA और BJP इस फ़ैसले से खुश हों देश दुखी है.<br /><br />विनेश के साथ देश <a href=”https://t.co/FtZbwCLHfm”>pic.twitter.com/FtZbwCLHfm</a></p>
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) <a href=”https://twitter.com/SanjayAzadSln/status/1823757393777549781?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 14, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि विनेश फोगाट को ओलंपिक में फाइनल खेलने से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया. उनका वजन 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा हो गया था. इसी फैसले के खिलाफ उन्होंने अपील की थी. अगल विनेश फाइनल हार भी जातीं तब भी उन्हें सिल्वर मेडल जरूर मिलता. लेकिन अयोग्य घोषित किए जाने की वजह से फाइनल में शामिल नहीं हो पाईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विनेश फोगाट के मुद्दे पर संजय सिंह पहले भी बीजेपी पर निशाना साध चुके हैं. हाल ही में हरियाणा के रादौर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, “हरियाणा का बहादुरी का इतिहास रहा है. हरियाणा की बेटी विनेश फोगाट को उस दिन सड़क पर पीटा गया, घसीटा गया जिस दिन संसद भवन का उद्घाटन हो रहा था. हरियाणा वालों, हमारी बेटी के इस अपमान का बदला ज़रूर ले लेना और इस बार चुनाव में BJP को पराजित कर देना.”</p>
महाकुंभ में दान दी गई बच्ची का संन्यास वापस:महंत 7 साल के लिए अखाड़े से निष्कासित; नाबालिग को गलत ढंग से बनाया था शिष्य
महाकुंभ में दान दी गई बच्ची का संन्यास वापस:महंत 7 साल के लिए अखाड़े से निष्कासित; नाबालिग को गलत ढंग से बनाया था शिष्य प्रयागराज महाकुंभ में संन्यास लेने वाली 13 साल की लड़की का संन्यास 6 दिन में ही वापस हो गया। दीक्षा दिलाने वाले महंत कौशल गिरि को 7 साल के लिए जूना अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया। उन्होंने नाबालिग को गलत तरीके से शिष्य बनाया था। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के संरक्षक हरि गिरि महाराज ने कहा- यह अखाड़े की परंपरा नहीं रही है कि किसी नाबालिग को संन्यासी बना दें। इस मुद्दे पर बैठक कर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है। संन्यास के बाद नाम रखा था गौरी गिरि
नाबालिग राखी आगरा की रहने वाली है। वह 5 दिसंबर को परिवार के साथ महाकुंभ आई थी। नागाओं को देखकर उसने संन्यास लेने का फैसला किया। परिवार के साथ घर जाने से मना कर दिया था। बेटी की जिद पर माता–पिता ने भी उसे जूना अखाड़े के महंत कौशलगिरि को दान कर दिया। इसके बाद राखी को पहले संगम स्नान कराया गया। संन्यास के बाद उसका नाम बदल दिया गया। नया नाम गौरी गिरि महारानी रखा गया। इसके बाद से राखी सुर्खियों में आ गई थी। 19 को महाकुंभ में होना था उसका पिंडदान
19 जनवरी को नाबालिग का पिंडदान होना था। महामंडलेश्वर महंत कौशल गिरि ने राखी के पिंडदान कराने की भी तैयारी कर ली थी, लेकिन इससे पहले अखाड़े की सभा ने यह कार्रवाई कर दी। दरअसल, संन्यासी बनने के दौरान खुद का पिंडदान करने की परंपरा है। नाबालिग के पिता कारोबारी, कई सालों से संत से जुड़े हैं
राखी के पिता संदीप उर्फ दिनेश सिंह धाकरे पेशे से पेठा कारोबारी हैं। उनका परिवार श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महंत कौशल गिरि से कई सालों से जुड़ा है। परिवार में पत्नी रीमा सिंह, बेटी राखी सिंह (13) और छोटी बेटी निक्की (7) हैं। दोनों बेटियां आगरा के कांवेंट स्कूल स्प्रिंगफील्ड इंटर कालेज में पढ़ती है। राखी नौवीं में और निक्की दूसरी क्लास में है। मां ने भास्कर से कहा था- अफसर बनना चाहती थी बेटी
संन्यास लेने के दौरान राखी की मां रीमा सिंह ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा था- उनकी बेटी पढ़ाई में होशियार है। वह बचपन से ही भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना संजोए हुए थी, लेकिन कुंभ में आने के बाद उसका विचार परिवर्तित हो गया। हम कौशल गिरि की शरण में पुण्य लाभ के लिए आए थे। अब उनकी बेटी संन्यास लेकर धर्म का प्रचार करने की राह पर चल निकली है। बेटी की इच्छा के अनुसार उन्होंने बेटी को गुरु परंपरा के तहत दान कर दिया। खबर में आगे बढ़ने से पहले अपनी राय दीजिए। पिता ने कहा था- बच्चों की खुशी में हमारी खुशी
राखी के दीक्षा लेने के बाद उनके पिता संदीप सिंह ने भास्कर से बातचीत में कहा था कि बच्चों की खुशी, मां-बाप की खुशी होती है। बेटी चाहती थी कि साध्वी बने, उसके मन में वैराग्य जागृत हुआ, यह हमारे लिए सौभाग्य है। लेकिन उसे भगवा वस्त्र में देख मन दुखी हो जाता है। बेटी की इच्छा के आगे मजबूर हूं। गौरी के स्कूल प्रिंसिपल का कहना था- बच्ची शुरू से धार्मिक प्रवृत्ति की है। नवरात्र में वो स्कूल नंगे पैर आती थी। वो हमेशा ज्ञान और भगवान के बारे में बात करती थी। पढ़ने में भी होनहार है। अब पढ़िए संन्यास दिलाने पर महंत कौशल गिरि ने क्या कहा था… गुरु महंत कौशल गिरि ने बताया था- संन्यास परंपरा में दीक्षा लेने की कोई उम्र नहीं होती। संन्यासी जीवन धर्म ध्वजा और अग्नि के सामने (धूनी) बीतता है। गौरी गिरि महारानी को 12 साल तक कठोर तप करना होगा। वह अखाड़े में रहकर गुरुकुल परंपरा के अनुसार शिक्षा-दीक्षा ग्रहण करेगी। जहां उसे वेद, उपनिषद एवं धर्म ग्रन्थ में पारंगत किया जाएगा। इसके बाद संन्यासी गौरी गिरि महारानी अपने तप साधना के साथ सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करेगी। ————————————-
ये खबर भी पढ़ें… नागाओं को देखकर 14 साल की लड़की ने लिया संन्यास:महाकुंभ में आई, 12 साल तप करेगी; पिता बोले- भगवा पहने देखकर रोता हूं भगवा कपड़े पहने यह 14 साल की लड़की का पुराना नाम और पता है। अब वह गौरी गिरि महारानी बन गई है। पता जूना अखाड़ा हो गया है। वह 4 दिन पहले परिवार के साथ महाकुंभ में आई थी। नागाओं को देखकर उसने संन्यास लेने का फैसला किया। परिवार के साथ घर जाने से मना कर दिया। इसके बाद माता-पिता ने उसे जूना अखाड़े के महंत कौशल गिरि को दान कर दिया। पूरी खबर पढ़ें…
सिद्धार्थनगर: प्रसिद्ध काला नमक चावल को मिलेगी दुनिया में पहचान, प्रशासन ने शुरू की कवायद
सिद्धार्थनगर: प्रसिद्ध काला नमक चावल को मिलेगी दुनिया में पहचान, प्रशासन ने शुरू की कवायद <p style=”text-align: justify;”><strong>Black Salt Rice:</strong> सिद्धार्थनगर जिले का बुद्ध कालीन काला नमक चावल अपने स्वाद, सुगंध और पोषक तत्वों के चलते देश दुनिया में अपने पहचान बना सके, इसकी कवायद शुरू हो गई है. जिले में काला नमक की खेती करने वाले किसानों को उनके उत्पाद की बेहतर कीमत मिल सके इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा 22, 23 दिसंबर को दो दिवसीय बायर सेलर मीट का आयोजन ज़िले मुख्यालय पर किया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बायर सेलर मीट में गुजरात, दिल्ली बेंगलुरु, मुंबई, तमिलनाडु, सहित विभिन्न प्रदेशों के बड़े चावल कारोबारी हिस्सा लेंगे. जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे इस प्रयास से स्थानीय लोगों को उम्मीद जगी है कि इस तरह इसकी ब्रांडिंग और किसानों के सीधे खरीददारों से जुड़ने से इस ऐतिहासिक चावल के उत्पादन में और बढ़ोतरी होगी और किसानों को उनके मेहनत की बेहतर कीमत भी मिल सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिद्धार्थनगर जिले के तराई में भगवान गौतम बुद्ध के महल के अवशेषों और स्तूप के आसपास करीब 20 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में पैदा होने वाले सुगंधित और पोषण से भरे काला नमक चावल का चयन 2018 में ओडीओपी के तहत हुआ था. काला नमक चावल के ओडीओपी में शामिल होने के बाद यहां के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत होने की एक आस जगी थी. इसी उम्मीद में 2 हज़ार हैकटेयर की जाने वाली इस फसल का दायरा भी बढ़कर करीब 17 हज़ार हेक्टेयर हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अन्य फसलों की अपेक्षा लेती है ज्यादा वक्त</strong><br />जानकारों का मानना है कि काला नमक की खेती का यह एरिया अब तक इससे दो गुना हो चुका होता लेकिन काला नमक चावल के लिए बेहनतर मार्केट ना उपलब्ध होने की वजह से किसानों का मोह इस तरफ से धीरे-धीरे भंग होने लगा और वह फिर से पारंपरिक खेती की तरफ जाने लगे. इलाके के किसान कहते हैं कि काला नमक चावल इस इलाके की पहचान और उनके लिए वरदान है. यह फसल अन्य फसलों की अपेक्षा ज्यादा वक्त लेती है और इसकी पैदावार भी कम होती है. साथ ही काला नमक के खेती में फर्टिलाइजर का इस्तेमाल नहीं होता बल्कि सिर्फ देसी गोबर की खाद ही इस खेत में डाले जाते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>किसानों का कहना है कि अभी काला नमक को बेचने में उन्हें काफी दुश्वारियां का सामना करना पड़ता है. लोकल या आसपास के जनपद के लोग ही इसको खरीदते हैं जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर जिले से इसकी बिक्री नहीं हो पाती और ना ही उन्हें इसका उचित रेट मिल पाता है. किसानों का कहना है कि अगर काला नमक के लिए सरकार अच्छा बाजार उपलब्ध कराए तो बुद्ध कालीन काला नमक चावल यहां के किसानों के लिए वरदान साबित होगा और यहां के किसानों की गिनती भी आर्थिक स्थिति मजबूत होने से प्रगतिशील किसानों में होगी और यहां के किसान ज्यादा से ज्यादा काला नमक की खेती करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ओडीओपी के तहत चयनित जिले में काला नमक धान की खेती का दायरा बढ़ाने के लिए सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी राजा गणपति आर ने किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया. काला नमक चावल को बेचने के लिए बेहतर मार्केट न होने की समस्या से रूबरू होने के बाद जिलाधिकारी ने इसका समाधान ढूंढने का प्रयास किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>काला नमक को मिलेगा बाजार</strong><br />जिलाधिकारी राजा गणपति कहते हैं कि किसानों को काला नमक का बेहतर बाजार और उचित कीमत देने के लिए जिला मुख्यालय पर 22 और 23 दिसम्बर को दो दिवसीय काला नमक बायर- सेलर मीट का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस बायर -सेलर मीट में भारत के विभिन्न प्रदेशों के चावल के बड़े व्यापारी हिस्सा लेंगे और जिले के काला नमक से जुड़े किसानों से मिलकर व्यापार को आगे बढ़ाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि ओडीओपी के तहत चयनित भगवान बुद्ध के प्रसाद के रूप में मशहूर काला नमक चावल पूरे विश्व में अपनी पहचान बना सके. इसको लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार और जिला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है. डीएम ने कहा कि काला नमक चावल को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा की जा रही इन कोशिशें का बेहतर नतीजा भी जल्द ही सामने आएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(चन्दन कुमार श्रीवास्तव की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/lawrence-bishnoi-compared-to-shaheed-bhagat-singh-now-demand-raised-to-ban-gangster-web-series-2841949″><strong>लॉरेंस बिश्नोई की शहीद भगत सिंह से तुलना, गैंगस्टर की वेब सीरीज बैन करने की उठी मांग</strong></a></p>