संत कबीरनगर के डॉक्टर वरुणेश दुबे के ट्रांसजेंडर वाले अश्लील वीडियो चर्चा में हैं। डॉक्टर की पत्नी ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने वीडियो के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। तीन सदस्यीय टीम ने डॉक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। डॉक्टर के मुताबिक, ये डीपफेक वीडियो हैं। पत्नी के भाई ने बदनाम करने के लिए AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से ये वीडियो तैयार किए हैं। इस बार संडे बिग स्टोरी में पढ़िए, किस वेबसाइट पर ये वीडियो अपलोड किए जाते थे, किस फेसबुक आईडी से लिंक मिला, देखने के रेट क्या थे? सबसे पहले जानिए पूरा मामला डॉक्टर वरुणेश दुबे खलीलाबाद सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में तैनात हैं। उनकी पत्नी गोरखपुर में रहती हैं। पत्नी ने कहा- 10 दिन पहले मुझे इस अश्लील वीडियो की जानकारी हुई, जिनमें मेरे पति एक पुरुष के साथ महिला की वेशभूषा में आपत्तिजनक हरकतें करते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो उन्होंने एक पेड वेबसाइट पर अपलोड किए, जिन्हें देखने के लिए पहले भुगतान करना होता है। मेरे पति ने फर्जी फेसबुक आईडी बनाई, जिसमें खुद को ट्रांसजेंडर बताकर तमाम वीडियो अपलोड किए गए। मैं यह दावे के साथ कह सकती हूं कि ये वीडियो हमारे ही क्वार्टर (सरकारी आवास) के अंदर बनाए गए हैं, क्योंकि वीडियो में दिख रहा वॉलपेपर, बेड, सजावट आदि का सामान मैंने खुद ऑनलाइन ऑर्डर करके लगवाए थे। एक पत्नी अपने पति को शरीर, आवाज और आदतों से पहचान सकती है। वह इनकार कर सकते हैं, लेकिन सच्चाई छिपाई नहीं जा सकती। पत्नी ने इसकी शिकायत संत कबीर नगर के एसपी से की, जिस पर एफआईआर दर्ज हुई। सरकारी आवास को सीज कर दिया गया। डॉक्टर के मोबाइल से ही पोर्न वीडियो का हुआ खुलासा डॉक्टर वरुणेश की पत्नी के मुताबिक बहुत पहले मुझे एक करीबी से कुछ पोर्न वीडियो मिले थे, लेकिन तब मैं विश्वास नहीं कर सकी। 10 दिन पहले शराब पीकर वरुणेश गोरखपुर वाले आवास आए थे। वह यू-ट्यूब पर एक वीडियो देखते हुए सो गए। मेरी नजर पड़ी तो उसमें ट्रांसजेंडर वाले पोर्न वीडियो चल रहे थे। मैंने अपने मोबाइल से उसे रिकॉर्ड किया। इसके बाद पति का मोबाइल चेक करने लगी। फोटो गैलरी में कुछ नहीं मिला। फिर मैं रिसाइकिल बिन (जहां डिलीट फाइल मिलती हैं) में गई, तो वहां कई पोर्न फोटो और वीडियो मिले। पहले उसके स्क्रीन शॉट लिए, फिर उसे अपने मोबाइल में ट्रांसफर किए। उस समय समझ में नहीं आया कि क्या करूं? दिमाग चकरा गया था। सुबह ये ड्यूटी पर संत कबीरनगर निकल गए। इसके बाद मैंने वीडियो देखे। वीडियो में दिख रहे वॉलपेपर और मास्क के पीछे दिख रहे पति को देखकर मैं सन्न रह गई। 18 मई को इसी के बारे में सवाल करने पर हमारी लड़ाई हुई थी। ऑर्गेनाइज्ड तरीके से चल रहा था धंधा फेसबुक पर रीना राय नाम का एक पेज बनाया गया। इस पेज पर एक लिंक दी गई थी। इसे क्लिक करते ही X पर एक दूसरी लिंक मिलती। यहां क्लिक करने पर पोर्न साइट ओपन होती। यहां डॉक्टर के अश्लील फोटो और वीडियो अपलोड मिलते थे। फोटो और वीडियो देखने के ऑप्शन आते थे। फोटो देखने के लिए 150 रुपए और वीडियो देखने के लिए 300–500 रुपए देने होते थे। पेड करते ही साइट ओपन हो जाती थी। इसमें कुछ प्रीमियम वीडियो भी थे, जिनको देखने के लिए एक्स्ट्रा पैसा चार्ज करना होता है। साइट पर लगभग 200 से ज्यादा वीडियो और फोटो अपलोड हैं। पत्नी का दावा ऐसे पहचाना कि अश्लील वीडियो में पति ही है… 1- दीवार का वॉलपेपर: डॉ. वरुणेश दुबे की पत्नी ने बताया- फेसबुक पेज पर एक रीना राय के नाम से आईडी थी, जिसपर पोर्न वीडियो अपलोड किए गए थे। यह सारे वीडियो उनके सरकारी आवास में बने थे। इसकी पहचान इसलिए हुई, क्योंकि वीडियो में कमरे में जो बैकग्राउंड पर फ्लॉवर का वॉलपेपर दिख रहा है। वह मेरे कमरे का है। 2- हाथों की अंगूठी से पहचान: किसी भी वीडियो में डॉक्टर का चेहरा साफ दिखाई नहीं दे रहा है। क्योंकि चेहरे पर मास्क लगा हुआ था। फिर पहचान कैसे हुई, इस सवाल पर डॉक्टर की पत्नी ने दावा किया कि हाथों में अंगूठी और रक्षा सूत्र से पहचान हुई। ये हूबहू वही हैं, जैसे मेरे पति के पास हैं। 3– पैर के तिल : डॉक्टर की पत्नी का दावा है कि मेरे पति वरुणेश के पैर में तिल है। पोर्न वीडियो में मास्क में दिख रहे व्यक्ति के पैर में भी तिल है। ये संयोग तो नहीं हो सकता है कि दो अलग–अलग लोगों के एक ही पैर में एक ही स्थान पर तिल हो। 4– ऑनलाइन पोर्टल से मंगवाया झुमका : डॉक्टर की पत्नी ने सबूत दिखाते हुए बताया- 19 मई को जब मैं वरुणेश के कारागार आवास पर धरने पर बैठी थी तो एक पार्सल आया। उसे मैंने ही रिसीव किया। उसमें झुमका था। ये पार्सल वरुणेश के नाम पर आया था। इसी तरह के झुमके और हार पहनकर पोर्न वीडियो बनाए गए हैं। 5– कमरे से रैपर के साथ मिला पेज : वरुणेश के सील किए गए कारागार आवास की जांच में पुलिस को एक कमरे से ऑनलाइन ऑर्डर वाले रैपर मिले थे। इसमें मोबाइल स्टैंड, रिंग लाइट, हेडफोन, लड़की–लड़के बॉडी-पार्ट के ऑर्डर पर मंगाए गए रैपर थे। एक पेपर मिला, जिस पर लिखा था–वरुणेश यू आर नाट मैन, यू आर फैंसी। हालांकि मौके पर इसमें से एक भी सामान नहीं मिला, जिससे साबित हो कि किसी कमरे को स्टूडियो बनाया गया हो। पत्नी के आरोप, सर्चिंग में देरी से गायब हुआ सामान डॉ. वरुणेश दुबे की पत्नी का आरोप है कि पुलिस ने सर्चिंग में देरी की। हम लोग आवास के सामने रखवाली पर बैठे थे। ये ध्यान नहीं रहा कि पीछे से कोई कमरे में घुस सकता है। जिस कमरे में पोर्न वीडियो बनाए जा रहे थे, उसमें एक भी सामान नहीं मिला। पीछे का दरवाजा खोलकर उसे गायब किया गया था। कमरे में जूते के निशान साफ दिख रहे थे। किसी आवास में पीछे का दरवाजा अंदर से बंद किया जाता है। यहां दरवाजा बाहर से बंद किया गया था। जुलाई 2024 से वीडियो किए जा रहे थे अपलोड ये सारे पोर्न वीडियो और फोटो ऑफिशियलमी.कॉम पर अपलोड किए जाते थे। ये पेड वेबसाइट है। इसे ओपन करने से पहले 150 से लेकर 500 रुपए तक का भुगतान करना पड़ता है। इसमें अलग–अलग फोटो व वीडियो के कंटेंट देखने के रेट भी 300, 400, 500 रुपए थे। इस साइट तक पहुंचने से पहले आईडी–पासवर्ड क्रिएट करने पड़ते थे। इसके बाद इस साइट को ओपन कर सकते हैं। यह साइट पर जुलाई 2024 से पोर्न वीडियो अपलोड किए जा रहे थे। इस साइट तक पहुंचने के लिए फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम पर पेज बनाया गया था। जिसके बायो में लिखा- Rina rai she/her Alex (they/them), Trans non-binary, LGBTQ+ Advocate, Coffee lover |, Plant parent था। सारे पेज पर लिंक डाले जाते थे, जो ओपन करने पर ऑफिशियलमी.कॉम साइट पर ले जाते थे। हालांकि 19 मई को डॉ. वरुणेश को लेकर पत्नी के पोर्न वीडियो के खुलासा के बाद से ये पेज और साइट बंद हो गई है। जिस क्यूआर कोड से भुगतान, वो रकम डॉक्टर के खाते में ट्रांसफर इस पोर्न वीडियो और फोटो के मामले में सबसे अहम सबूत पत्नी की ओर से एक क्यूआर काेड पेश किया गया है। ये क्यूआर कोड ऑफिशियलमी.कॉम की साइट खोलने के बाद पोर्न वीडियो या फोटो देखने के लिए भुगतान करना पड़ता था। पत्नी का दावा है कि ये क्यूआर कोड से मिले पैसे बाद में मेरे पति वरुणेश के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। उन्होंने जांच कर रही पुलिस को भी इसके बारे में जानकारी दी है। इस यूपीआई नंबर की जांच से साफ हो जाएगा कि पोर्न वीडियो व फोटो देखने के लिए पैसे किसके खाते में जाते थे। इसका रिकॉर्ड भी मिल जाएगा। पुलिस के साथ अब विभागीय जांच भी शुरू, भेजा नोटिस डॉक्टर वरुणेश दुबे के मामले में सीएमओ डॉक्टर राम अनुज कनौजिया ने तीन सदस्यीय टीम बनाई है। विभागीय जांच में एसीएमओ डॉ. महेंद्र प्रसाद, डॉ. राम रतन और डॉक्टर शैलेंद्र सिंह शामिल हैं। डॉक्टर को नोटिस जारी किया गया है। टीम ने विभागीय जांच के साथ-साथ उनके ऊपर लगाए गए पोर्न वीडियो के आरोप के संबंध में जवाब मांगा है। टीम आरोपों में घिरे डॉ. वरुणेश दुबे के कार्यकाल और उनके साथ काम करने वाले कर्मचारियों से भी उनके बिहेवियर को लेकर पूछताछ करेगी, ताकि उनके बारे में पता चल सके। इस मामले में डॉक्टर वरुणेश दुबे ने बताया, ‘मुझे 23 मई को नोटिस के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिसका जवाब जल्द दूंगा। मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए गए हैं। मैं नियमित रूप से सीएचसी और जिला कारागार में ड्यूटी दे रहा हूं।’ ग्राफिक्स: राजकुमार गुप्ता ————————- ये खबर भी पढ़ें… गोरखपुर में डॉक्टर बोला- अपने अश्लील VIDEO क्यों बनाऊंगा:4 साल से खून के घूंट पी रहा, पत्नी ने बेटे को हाईजैक किया; हत्या करा देगी संत कबीरनगर की खलीलाबाद CHC में तैनात डॉ. वरुणेश दुबे की पत्नी ने अश्लील वीडियो बनाकर वेबसाइट को बेचने और मारपीट करने की FIR दर्ज कराई है। वहीं वरुणेश कहते हैं- मैं एक डॉक्टर हूं। सोचने वाली बात है, अपने वीडियो क्यों बनाऊंगा? डॉ. वरुणेश दुबे ने कहा- मैंने शिम्पी से शादी के बाद उनके परिवार का बहुत सपोर्ट किया। साले को ड्रग लाइसेंस की जरूरत थी। मैंने बनवाया और दवा कारोबार शुरू करवाया। अपने जानने वाले डाक्टरों की मदद से उसका बिजनेस बढ़ाने में मदद भी की। पढ़ें पूरी खबर संत कबीरनगर के डॉक्टर वरुणेश दुबे के ट्रांसजेंडर वाले अश्लील वीडियो चर्चा में हैं। डॉक्टर की पत्नी ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने वीडियो के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। तीन सदस्यीय टीम ने डॉक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। डॉक्टर के मुताबिक, ये डीपफेक वीडियो हैं। पत्नी के भाई ने बदनाम करने के लिए AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से ये वीडियो तैयार किए हैं। इस बार संडे बिग स्टोरी में पढ़िए, किस वेबसाइट पर ये वीडियो अपलोड किए जाते थे, किस फेसबुक आईडी से लिंक मिला, देखने के रेट क्या थे? सबसे पहले जानिए पूरा मामला डॉक्टर वरुणेश दुबे खलीलाबाद सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में तैनात हैं। उनकी पत्नी गोरखपुर में रहती हैं। पत्नी ने कहा- 10 दिन पहले मुझे इस अश्लील वीडियो की जानकारी हुई, जिनमें मेरे पति एक पुरुष के साथ महिला की वेशभूषा में आपत्तिजनक हरकतें करते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो उन्होंने एक पेड वेबसाइट पर अपलोड किए, जिन्हें देखने के लिए पहले भुगतान करना होता है। मेरे पति ने फर्जी फेसबुक आईडी बनाई, जिसमें खुद को ट्रांसजेंडर बताकर तमाम वीडियो अपलोड किए गए। मैं यह दावे के साथ कह सकती हूं कि ये वीडियो हमारे ही क्वार्टर (सरकारी आवास) के अंदर बनाए गए हैं, क्योंकि वीडियो में दिख रहा वॉलपेपर, बेड, सजावट आदि का सामान मैंने खुद ऑनलाइन ऑर्डर करके लगवाए थे। एक पत्नी अपने पति को शरीर, आवाज और आदतों से पहचान सकती है। वह इनकार कर सकते हैं, लेकिन सच्चाई छिपाई नहीं जा सकती। पत्नी ने इसकी शिकायत संत कबीर नगर के एसपी से की, जिस पर एफआईआर दर्ज हुई। सरकारी आवास को सीज कर दिया गया। डॉक्टर के मोबाइल से ही पोर्न वीडियो का हुआ खुलासा डॉक्टर वरुणेश की पत्नी के मुताबिक बहुत पहले मुझे एक करीबी से कुछ पोर्न वीडियो मिले थे, लेकिन तब मैं विश्वास नहीं कर सकी। 10 दिन पहले शराब पीकर वरुणेश गोरखपुर वाले आवास आए थे। वह यू-ट्यूब पर एक वीडियो देखते हुए सो गए। मेरी नजर पड़ी तो उसमें ट्रांसजेंडर वाले पोर्न वीडियो चल रहे थे। मैंने अपने मोबाइल से उसे रिकॉर्ड किया। इसके बाद पति का मोबाइल चेक करने लगी। फोटो गैलरी में कुछ नहीं मिला। फिर मैं रिसाइकिल बिन (जहां डिलीट फाइल मिलती हैं) में गई, तो वहां कई पोर्न फोटो और वीडियो मिले। पहले उसके स्क्रीन शॉट लिए, फिर उसे अपने मोबाइल में ट्रांसफर किए। उस समय समझ में नहीं आया कि क्या करूं? दिमाग चकरा गया था। सुबह ये ड्यूटी पर संत कबीरनगर निकल गए। इसके बाद मैंने वीडियो देखे। वीडियो में दिख रहे वॉलपेपर और मास्क के पीछे दिख रहे पति को देखकर मैं सन्न रह गई। 18 मई को इसी के बारे में सवाल करने पर हमारी लड़ाई हुई थी। ऑर्गेनाइज्ड तरीके से चल रहा था धंधा फेसबुक पर रीना राय नाम का एक पेज बनाया गया। इस पेज पर एक लिंक दी गई थी। इसे क्लिक करते ही X पर एक दूसरी लिंक मिलती। यहां क्लिक करने पर पोर्न साइट ओपन होती। यहां डॉक्टर के अश्लील फोटो और वीडियो अपलोड मिलते थे। फोटो और वीडियो देखने के ऑप्शन आते थे। फोटो देखने के लिए 150 रुपए और वीडियो देखने के लिए 300–500 रुपए देने होते थे। पेड करते ही साइट ओपन हो जाती थी। इसमें कुछ प्रीमियम वीडियो भी थे, जिनको देखने के लिए एक्स्ट्रा पैसा चार्ज करना होता है। साइट पर लगभग 200 से ज्यादा वीडियो और फोटो अपलोड हैं। पत्नी का दावा ऐसे पहचाना कि अश्लील वीडियो में पति ही है… 1- दीवार का वॉलपेपर: डॉ. वरुणेश दुबे की पत्नी ने बताया- फेसबुक पेज पर एक रीना राय के नाम से आईडी थी, जिसपर पोर्न वीडियो अपलोड किए गए थे। यह सारे वीडियो उनके सरकारी आवास में बने थे। इसकी पहचान इसलिए हुई, क्योंकि वीडियो में कमरे में जो बैकग्राउंड पर फ्लॉवर का वॉलपेपर दिख रहा है। वह मेरे कमरे का है। 2- हाथों की अंगूठी से पहचान: किसी भी वीडियो में डॉक्टर का चेहरा साफ दिखाई नहीं दे रहा है। क्योंकि चेहरे पर मास्क लगा हुआ था। फिर पहचान कैसे हुई, इस सवाल पर डॉक्टर की पत्नी ने दावा किया कि हाथों में अंगूठी और रक्षा सूत्र से पहचान हुई। ये हूबहू वही हैं, जैसे मेरे पति के पास हैं। 3– पैर के तिल : डॉक्टर की पत्नी का दावा है कि मेरे पति वरुणेश के पैर में तिल है। पोर्न वीडियो में मास्क में दिख रहे व्यक्ति के पैर में भी तिल है। ये संयोग तो नहीं हो सकता है कि दो अलग–अलग लोगों के एक ही पैर में एक ही स्थान पर तिल हो। 4– ऑनलाइन पोर्टल से मंगवाया झुमका : डॉक्टर की पत्नी ने सबूत दिखाते हुए बताया- 19 मई को जब मैं वरुणेश के कारागार आवास पर धरने पर बैठी थी तो एक पार्सल आया। उसे मैंने ही रिसीव किया। उसमें झुमका था। ये पार्सल वरुणेश के नाम पर आया था। इसी तरह के झुमके और हार पहनकर पोर्न वीडियो बनाए गए हैं। 5– कमरे से रैपर के साथ मिला पेज : वरुणेश के सील किए गए कारागार आवास की जांच में पुलिस को एक कमरे से ऑनलाइन ऑर्डर वाले रैपर मिले थे। इसमें मोबाइल स्टैंड, रिंग लाइट, हेडफोन, लड़की–लड़के बॉडी-पार्ट के ऑर्डर पर मंगाए गए रैपर थे। एक पेपर मिला, जिस पर लिखा था–वरुणेश यू आर नाट मैन, यू आर फैंसी। हालांकि मौके पर इसमें से एक भी सामान नहीं मिला, जिससे साबित हो कि किसी कमरे को स्टूडियो बनाया गया हो। पत्नी के आरोप, सर्चिंग में देरी से गायब हुआ सामान डॉ. वरुणेश दुबे की पत्नी का आरोप है कि पुलिस ने सर्चिंग में देरी की। हम लोग आवास के सामने रखवाली पर बैठे थे। ये ध्यान नहीं रहा कि पीछे से कोई कमरे में घुस सकता है। जिस कमरे में पोर्न वीडियो बनाए जा रहे थे, उसमें एक भी सामान नहीं मिला। पीछे का दरवाजा खोलकर उसे गायब किया गया था। कमरे में जूते के निशान साफ दिख रहे थे। किसी आवास में पीछे का दरवाजा अंदर से बंद किया जाता है। यहां दरवाजा बाहर से बंद किया गया था। जुलाई 2024 से वीडियो किए जा रहे थे अपलोड ये सारे पोर्न वीडियो और फोटो ऑफिशियलमी.कॉम पर अपलोड किए जाते थे। ये पेड वेबसाइट है। इसे ओपन करने से पहले 150 से लेकर 500 रुपए तक का भुगतान करना पड़ता है। इसमें अलग–अलग फोटो व वीडियो के कंटेंट देखने के रेट भी 300, 400, 500 रुपए थे। इस साइट तक पहुंचने से पहले आईडी–पासवर्ड क्रिएट करने पड़ते थे। इसके बाद इस साइट को ओपन कर सकते हैं। यह साइट पर जुलाई 2024 से पोर्न वीडियो अपलोड किए जा रहे थे। इस साइट तक पहुंचने के लिए फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम पर पेज बनाया गया था। जिसके बायो में लिखा- Rina rai she/her Alex (they/them), Trans non-binary, LGBTQ+ Advocate, Coffee lover |, Plant parent था। सारे पेज पर लिंक डाले जाते थे, जो ओपन करने पर ऑफिशियलमी.कॉम साइट पर ले जाते थे। हालांकि 19 मई को डॉ. वरुणेश को लेकर पत्नी के पोर्न वीडियो के खुलासा के बाद से ये पेज और साइट बंद हो गई है। जिस क्यूआर कोड से भुगतान, वो रकम डॉक्टर के खाते में ट्रांसफर इस पोर्न वीडियो और फोटो के मामले में सबसे अहम सबूत पत्नी की ओर से एक क्यूआर काेड पेश किया गया है। ये क्यूआर कोड ऑफिशियलमी.कॉम की साइट खोलने के बाद पोर्न वीडियो या फोटो देखने के लिए भुगतान करना पड़ता था। पत्नी का दावा है कि ये क्यूआर कोड से मिले पैसे बाद में मेरे पति वरुणेश के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। उन्होंने जांच कर रही पुलिस को भी इसके बारे में जानकारी दी है। इस यूपीआई नंबर की जांच से साफ हो जाएगा कि पोर्न वीडियो व फोटो देखने के लिए पैसे किसके खाते में जाते थे। इसका रिकॉर्ड भी मिल जाएगा। पुलिस के साथ अब विभागीय जांच भी शुरू, भेजा नोटिस डॉक्टर वरुणेश दुबे के मामले में सीएमओ डॉक्टर राम अनुज कनौजिया ने तीन सदस्यीय टीम बनाई है। विभागीय जांच में एसीएमओ डॉ. महेंद्र प्रसाद, डॉ. राम रतन और डॉक्टर शैलेंद्र सिंह शामिल हैं। डॉक्टर को नोटिस जारी किया गया है। टीम ने विभागीय जांच के साथ-साथ उनके ऊपर लगाए गए पोर्न वीडियो के आरोप के संबंध में जवाब मांगा है। टीम आरोपों में घिरे डॉ. वरुणेश दुबे के कार्यकाल और उनके साथ काम करने वाले कर्मचारियों से भी उनके बिहेवियर को लेकर पूछताछ करेगी, ताकि उनके बारे में पता चल सके। इस मामले में डॉक्टर वरुणेश दुबे ने बताया, ‘मुझे 23 मई को नोटिस के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिसका जवाब जल्द दूंगा। मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए गए हैं। मैं नियमित रूप से सीएचसी और जिला कारागार में ड्यूटी दे रहा हूं।’ ग्राफिक्स: राजकुमार गुप्ता ————————- ये खबर भी पढ़ें… गोरखपुर में डॉक्टर बोला- अपने अश्लील VIDEO क्यों बनाऊंगा:4 साल से खून के घूंट पी रहा, पत्नी ने बेटे को हाईजैक किया; हत्या करा देगी संत कबीरनगर की खलीलाबाद CHC में तैनात डॉ. वरुणेश दुबे की पत्नी ने अश्लील वीडियो बनाकर वेबसाइट को बेचने और मारपीट करने की FIR दर्ज कराई है। वहीं वरुणेश कहते हैं- मैं एक डॉक्टर हूं। सोचने वाली बात है, अपने वीडियो क्यों बनाऊंगा? डॉ. वरुणेश दुबे ने कहा- मैंने शिम्पी से शादी के बाद उनके परिवार का बहुत सपोर्ट किया। साले को ड्रग लाइसेंस की जरूरत थी। मैंने बनवाया और दवा कारोबार शुरू करवाया। अपने जानने वाले डाक्टरों की मदद से उसका बिजनेस बढ़ाने में मदद भी की। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
यूपी के डॉक्टर की डर्टी स्टोरी, 200 VIDEO अपलोड किए:रीना राय नाम की फेसबुक पेज पर लिंक, पोर्न वीडियो देखने के लिए 300 रुपए लगते
