यूपी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। 51 जिलों में कोहरा छाया हुआ है। कई जिलों में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई है। ठंड के चलते प्रदेश में 48 घंटे में 25 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 10 की जान गई है। कोहरे के चलते 13 फ्लाइट्स वाराणसी एयरपोर्ट पर देरी से आईं। ट्रेन पर भी असर देखने को मिला। कानपुर रेलवे स्टेशन पर 188 ट्रेनें 12 घंटे तक लेट रहीं। मौसम विभाग ने आज 40 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। सोमवार को फतेहपुर सबसे ठंडा जिला रहा। तापमान 6.2 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है- 9 जनवरी तक कोल्ड-डे जैसी कंडीशन बनी रही है। 11 जनवरी से बारिश हो सकती है। 20 जनवरी तक हालात ऐसे ही रहेंगे। अगले 3 दिनों तक मौसम का अनुमान यूपी के अलग-अलग जिलों के मौसम का हाल जानने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए… यूपी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। 51 जिलों में कोहरा छाया हुआ है। कई जिलों में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई है। ठंड के चलते प्रदेश में 48 घंटे में 25 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 10 की जान गई है। कोहरे के चलते 13 फ्लाइट्स वाराणसी एयरपोर्ट पर देरी से आईं। ट्रेन पर भी असर देखने को मिला। कानपुर रेलवे स्टेशन पर 188 ट्रेनें 12 घंटे तक लेट रहीं। मौसम विभाग ने आज 40 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। सोमवार को फतेहपुर सबसे ठंडा जिला रहा। तापमान 6.2 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है- 9 जनवरी तक कोल्ड-डे जैसी कंडीशन बनी रही है। 11 जनवरी से बारिश हो सकती है। 20 जनवरी तक हालात ऐसे ही रहेंगे। अगले 3 दिनों तक मौसम का अनुमान यूपी के अलग-अलग जिलों के मौसम का हाल जानने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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सीता सोरेन, शाइना NC का जिक्र कर इंडिया गठबंधन पर भड़कीं स्मृति ईरानी, जानें क्या बोलीं?
सीता सोरेन, शाइना NC का जिक्र कर इंडिया गठबंधन पर भड़कीं स्मृति ईरानी, जानें क्या बोलीं? <p style=”text-align: justify;”><strong>Smriti Irani On INDIA Alliance:</strong> बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने झारखंड में सीता सोरेन और महाराष्ट्र में शाइना एनसी के खिलाफ विवादित बयान देने पर ‘इंडिया’ गठबंधन पर हमला बोला है. उन्होंने INDIA गठबंधन के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसी के ऊपर ओछी टिप्पणी करके राजनीतिक रोटियां सेंकना ठीक नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा, “चाहे झारखंड में सीता सोरेन हों या महाराष्ट्र में शाइना एनसी हों, ऐसा क्यों है कि जब एक महिला अपने सिद्धांतों के लिए राजनीति में चुनाव लड़ती है अथवा आवाज उठाती है, तो इंडी गठबंधन के नेता उसके खिलाफ बहुत ही मर्यादा विहीन बयान देते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्मृति ईरानी का इंडिया गठबंधन पर तंज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, ”अगर इंडी गठबंधन के पुरुष नेता मुद्दों के आधार पर बीजेपी अथवा NDA की महिला प्रतिनिधियों के साथ वाद-विवाद करें, तो यह स्वीकार्य है लेकिन ओछी टिप्पणी करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना, यह कहां तक मुनासिब है, यह हमें सोचना चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अरविंद सांवत ने शाइना एनसी पर की थी टिप्पणी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> के मद्देनजर शिवसेना (यूबीटी) के नेता अरविंद सावंत ने बीजेपी नेता शाइना एनसी पर विवादित टिप्पणी करते हुए उन्हें ‘इम्पोर्टेड माल’ कह दिया था. इसके बाद शाइना एनसी ने सावंत के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बाद में शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने शाइना एनसी पर दिए अपने बयान के लिए सफाई दी थी. उन्होंने कहा, मैंने अपने 55 साल के राजनीतिक करियर में कभी भी महिलाओं का अपमान नहीं किया. मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इरफान अंसारी ने सीता सोरेन पर दिया विवादित बयान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड में चुनाव के मद्देनजर पिछले महीने की हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री और राज्य की जामताड़ा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी इरफान अंसारी ने बीजेपी नेता सीता सोरेन के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इरफान अंसारी से मीडिया ने जब जामताड़ा सीट पर उन्हें बीजेपी की प्रत्याशी सीता सोरेन की ओर से मिलने वाली चुनौती के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा, ”वह बॉरो खिलाड़ी हैं. बीजेपी ऐसे लोगों को हाईजैक कर उम्मीदवार बना देती है, जो रिजेक्टेड हैं.”</p>
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उम्रकैद की सजा काट रहे इतने कैदी झारखंड की जेलों से होंगे रिहा, CM हेमंत सोरेन ने लिया फैसला
उम्रकैद की सजा काट रहे इतने कैदी झारखंड की जेलों से होंगे रिहा, CM हेमंत सोरेन ने लिया फैसला <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News:</strong> झारखंड में हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की 31वीं बैठक में सोमवार को एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. इस निर्णय के तहत झारखंड की जेलों में उम्रकैद की सजा काट रहे 39 कैदियों को रिहा किया जाएगा. इन कैदियों की रिहाई 15 अगस्त को <a title=”स्वतंत्रता दिवस” href=”https://www.abplive.com/topic/independence-day-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>स्वतंत्रता दिवस</a> के दिन होने की संभावना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 74 कैदियों की रिहाई से संबंधित मामलों का रिव्यू किया गया. पर्षद के सदस्य ने एक-एक कैदी की फाइल पर मंथन किया और इसके बाद 39 कैदियों को रिहा किए जाने पर सहमति बनी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैदियों के इनकम सोर्स डेवलपमेंट का निर्देश </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रिहाई का निर्णय लेते हुए न्यायालयों के निर्णय, संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक, जेल अधीक्षक और प्रोबेशन पदाधिकारी के मंतव्य पर विचार किया गया. सीएम हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रिहा किए जा रहे कैदियों की फैमिली बैकग्राउंड, सामाजिक और आर्थिक स्थिति का सत्यापन किया जाए और उनके जीवन यापन के लिए इनकम का सोर्स डेवलप हो, इसकी योजना बनाई जाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रोजगार से भी जोड़े जाएंगे कैदी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी को स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम से जोड़ने और उन्हें डेयरी फार्म, मुर्गी फार्म, पशुपालन आदि योजनाओं का लाभ दिलाने का सुझाव दिया. सीएम ने कहा कि रिहा हो रहे कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बैठक में रहे ये लोग शामिल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव-सह-विधि परामर्शी नलिन कुमार, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल, रांची के न्यायायुक्त दिवाकर पांडेय, झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता, कारा महानिरीक्षक झारखंड सुदर्शन प्रसाद मंडल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़े: <a title=”झारखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लिए लगाए जा रहे कैंप, आवेदन के लिए ये डॉक्यूटमेंट जरूरी” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-mukhyamantri-maiyan-samman-yojana-jmmsy-camps-in-panchayats-ranchi-to-submit-application-forms-hemant-soren-govt-ann-2754049″ target=”_self”>झारखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लिए लगाए जा रहे कैंप, आवेदन के लिए ये डॉक्यूटमेंट जरूरी</a></strong></p>
हिमाचल में BJP विधायक पर भड़के वन कर्मचारी:माफी मांगने की दी चेतावनी; सत्तपाल सत्ती द्वारा विधानसभा में दिए बयान से वन अधिकारी कर्मचारी नाराज
हिमाचल में BJP विधायक पर भड़के वन कर्मचारी:माफी मांगने की दी चेतावनी; सत्तपाल सत्ती द्वारा विधानसभा में दिए बयान से वन अधिकारी कर्मचारी नाराज हिमाचल प्रदेश विधानसभा में BJP विधायक सत्तपाल सत्ती के बयान पर वन विभाग के कर्मचारी भड़क उठे हैं। वन विभाग अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने सत्तपाल सत्ती को माफी मानने और अपना बयान वापस लेने की मांग की है। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने विधायक का घेराव करने की चेतावनी दी है। वन अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष चांद स्वरूप राणा ने बताया कि सत्ती के बयान से वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का मनोबल गिरा है। उन्होंने बताया कि वन कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर वन संपदा की रक्षा करते हैं। इसकी रक्षा करते करते कई बार जंगली जानवरों से भिड़ जाते हैं। ऐसे में BJP विधायक द्वारा यह कहना कि वन कर्मियों की मिलीभगत से वन कटान होता है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि BJP विधायक यदि अपना बयान वापस नहीं लेते तो कर्मचारी उनका घेराव करेंगे और रोष प्रदर्शन करेंगे।उन्होंने कहा कि अनेकों फॉरेस्ट गार्ड वनों की रक्षा करते करते घायल हुए है। जंगलों की आग बुझाते हुई कई कर्मचारी आग से झुलसे है। कइयों की आंखों की रोशनी तक गायब हुई है। ऐसे में वन कर्मचारियों की पीठ थपथपाने के बजाय इस तरह के बयान देना दुखद और उनका मनोबल गिराने वाला है। सदन में बोले सत्तपाल सत्ती बता दें कि दो रोज पहले BJP विधायक सत्तपाल सत्ती विधानसभा के मानसून सत्र में पर्यावरण के मुद्दे पर बोल रहे थे। इस दौरान सत्ती कुल्लू के बंजार में 400 पेड़ कटान मामले में सदन में बोल रहे थे। सदन में उन्होंने वन अधिकारियों व कर्मचारियों को लपेटते हुए कार्रवाई की मांग की थी।