यूपी दिनभर में देखिए आज की 20 बड़ी खबरें। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें… यूपी दिनभर में देखिए आज की 20 बड़ी खबरें। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
मेरठ में 3 मंजिला मकान गिरा, 5 की मौत:मलबे में फंसे लोगों को तलाशने के लिए लगाए स्निफर डॉग, NDRF-SDRF ने किया रेस्क्यू
मेरठ में 3 मंजिला मकान गिरा, 5 की मौत:मलबे में फंसे लोगों को तलाशने के लिए लगाए स्निफर डॉग, NDRF-SDRF ने किया रेस्क्यू मेरठ में तीन मंजिला मकान गिर गया। मलबे में एक ही परिवार के 10 लोग दब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस,दमकल, SDRF और NDRF की टीम ने 5 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। डेढ़ साल की बच्ची समेत 5 लोगों की मौत हो गई। रेस्क्यू के लिए SDRF- NDRF की टीम के साथ स्निफर डॉग्स भी लगाए गए। देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। हादसा लोहिया नगर थाना क्षेत्र के जाकिर कालोनी में शनिवार शाम करीब 5:15 बजे हुआ। मकान 35 साल पुराना बताया जा रहा है। मरम्मत नहीं होने के चलते मकान जर्जर हो गया था। मौके पर एडीजी डीके ठाकुर, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, आईजी नचिकेता झा, एसएसपी विपिन ताडा सहित अन्य अफसर भी पहुंचे। डीएम दीपक मीडा ने बताया कि हादसे में 5 लोगों की मौत हुई है। साजिद (40), साजिद की बेटी सानिया (15) और डेढ़ साल की बच्ची सिमरा, शाकिब (11) और रिजा (7) की मौत हो गई। सबसे पहले देखिए हादसे की तस्वीरें एडीजी बोले- पूरा परिवार मलबे में दब गया घटनास्थल पर पहुंचे एडीजी डीके ठाकुर ने बताया- करीब सवा पांच बजे हादसा हुआ। 5 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। मलबे में दबने से डेढ़ साल की बच्ची समेत 5 लोगों की मौत हो गई। मकान एक विधवा महिला का था, जो अपने बेटों के परिवार के साथ यहां रहती है। तीन मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर पर डेयरी चलती थी, इसलिए कई भैंसे भी मलबे में दब गईं। गली सकरी होने से नहीं जा सकी जेसीबी मौके पर मौजूद लोगों ने बताया- जैसे ही मकान भरभराकर गिरा, तुरंत हम लोग मलबे में दबे परिवार को बचाने के लिए दौड़े। तत्काल पुलिस को सूचना दी। गली सकरी होने के कारण जेसीबी नहीं आ पाई। इसलिए फायर ब्रिगेड की टीम ने मैनुअली रेस्क्यू शुरू किया। दो घंटे बाद दूसरी मशीनें आईं, इसके बाद तेजी से बचाव कार्य शुरू किया गया। 5 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। 90 साल की बुजुर्ग महिला नफो का है मकान स्थानीय लोगों ने बताया- 90 साल की बुजुर्ग नफो का मकान था। यहां नफो के दो बेटे साजिद और गोविंदा अपनी पत्नी, बच्चों के साथ रहते हैं। शाम को भर- भराकर मकान गिर गया। नफो समेत पूरा ही परिवार मलबे में दब गया। तुरंत आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। लोगों ने मलबे में दबे 10 लोगों में से 5 को निकाल लिया। सीएम ने बचाव कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया और अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही बचाव कार्यों में तेजी लाने को कहा। स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे स्थानीय निवासी मोहम्मद अनस ने बताया, शाम को हमें पता चला कि जाकिर कालोनी में मकान गिरा है। जिसके बाद मैं दस से 12 लोगों को लेकर मौके पर पहुंचा। मैं और मेरी टीम रेस्क्यू के काम में मदद करने में जुट गए। पड़ोसी बोले- जैसे लगा सिलेंडर फटा हो मेरठ के जाकिर कॉलोनी गली नंबर 7 में एक 3 मंजिला मकान इतने तेज धमाके से गिरा कि मोहल्ले में भगदड़ मच गई। लोगों ने समझा कि कोई सिलेंडर फटा है। वही पड़ोसियों का कहना है कि मकान के मलबे में बच्चों सहित करीब 20 लोग दबे थे। पुलिस में प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुट गए ये भी पढ़ें : जूस दुकानदार बोला- बोतल में यूरिन था: गाजियाबाद में लोगों ने आधार कार्ड देख जूस की दुकानें बंद कराईं; विधायक बोले- NSA लगे गाजियाबाद में जूस में यूरिन मिलाकर पिलाने के आरोपी का कहना है कि मार्केट में टॉयलेट नहीं बना है। इसलिए वो यूरिन को बोतल में इकट्ठा कर लेते थे और बाद में फेंक देते थे। हालांकि, बाकी दुकानदार और कस्टमर इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते। हालांकि, पुलिस और फूड सेफ्टी विभाग ने जूस, यूरिन के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। वहीं, घटना से गुस्साए लोगों ने शनिवार को इलाके में घूम-घूमकर जूस की कई दुकानों को जबरन बंद करा दिया। दुकानदारों के आधार कार्ड चेक किए। जिन दुकानदारों के पास आधार कार्ड नहीं थे, उन पर मुसलमान होने और जूस में मिलावट करने का शक जताया। यहां पढ़ें पूरी खबर
Sawan 2024: लखीसराय में 3 नदियों के संगम पर है ‘अशोक धाम’, श्रावणी मेला का उद्घाटन करने पहुंचे डिप्टी सीएम
Sawan 2024: लखीसराय में 3 नदियों के संगम पर है ‘अशोक धाम’, श्रावणी मेला का उद्घाटन करने पहुंचे डिप्टी सीएम <p style=”text-align: justify;”><strong>Sawan 2024:</strong> बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लखीसराय के अशोक धाम मंदिर में दीप प्रज्वलित कर श्रावणी मेला का शुभ उद्घाटन किया. इसके बाद उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा अर्चना की. इस मौके पर आज (21 जुलाई) अषाढ़ गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हजारों शिवभक्तों ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. इंद्रदमनेश्वर महादेव अशोक धाम मंदिर में सनातन धर्म के अनुयायियों की विशेष श्रद्धा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां बाबा इंद्रदमनेश्वर महादेव की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि यहां देवाधिदेव महादेव वर्ष 1977 में अवतरित हुए. यह स्थान तीन नदियों (किऊल, हरूहर और गंगा) के त्रिमुहानी पर स्थित है. मंदिर ट्रस्ट के सचिव बताते हैं कि नदी तट पर बने मंदिर व धाम का अपना अलग महत्व होता है. तीन नदियों के संगम बीच बने मंदिर का महत्व और भी बढ़ जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अशोक धाम नाम क्यों पड़ा ?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, शिवलिंग के अवतरण की प्रमुख साक्षी बाबा अशोक यादव जी महाराज थे. इनके ही नाम पर इस मंदिर को आज अशोक धाम के नाम से जाना जाता है. उन्होंने बताया था कि जब शिवलिंग यहां प्रकट नहीं हुआ था उस समय भी यह जगह काफी स्वच्छ रहता था. वहीं, आज भी यह मंदिर परिसर बेहद साफ सुथरा रहता है और इसकी वजह बाबा के प्रताप को ही लोग मानते हैं. मंदिर में पर्यावरण संरक्षण का काफी ख्याल रखा जाता है और जगह-जगह पर पौधे लगाए गए हैं जो आज वृहत वृक्ष का रूप धारण कर चुके हैं. गर्मी में ये पेड़ अपनी छाया से लोगों को राहत देते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांवरियों का जत्था पहुंचता है अशोक धाम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सावन माह में जब कांवरिया बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर के लिए रवाना होते हैं तो यूपी, राजस्थान समेत बिहार के रोहतास, पटना, चंपारण व बेगूसराय आदि जगहों के कांवरिए सुल्तानगंज जाने के दौरान अशोक धाम मंदिर जरूर जाते हैं और यहां मौजूद पेड़ों की छाया में विश्राम करते हैं. मंदिर में पूजा अर्चना के बाद ही वो आगे बढ़ते हैं. ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से अगर यहां पूजा करके कुछ मन्नत मांगी जाए तो वह जरूर पूरी हो जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/lord-shiva-is-worshipped-in-brahmeshwarnath-dham-temple-in-buxar-in-sawan-2024-ann-2742399″>Sawan 2024: देश में एकमात्र बक्सर के ब्रह्मेश्वरनाथ मंदिर का दरवाजा पश्चिम क्यों है? गजनवी से जुड़ा है चमत्कारी इतिहास</a></strong></p>
लुधियाना में हाई वोल्टेज तारों से झुलसा छात्र:पड़ोसन ने छत्त पर डाली थी पानी से भरी साड़ी,खेलते समय लगा बिल्डिंग से करंट
लुधियाना में हाई वोल्टेज तारों से झुलसा छात्र:पड़ोसन ने छत्त पर डाली थी पानी से भरी साड़ी,खेलते समय लगा बिल्डिंग से करंट पंजाब के लुधियाना में ढंडारी खुर्द छत पर खेल रहे छात्र को अचानक हाई वोल्टेज तारों से करंट लग गया। छात्र बुरी तरह से झुलस गया। विशाल छत्त पर ही बेहोश होकर गिर गया। शोर-शराबा पड़ने पर तुरंत छात्र को सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत बिगड़ती देख तुरंत उसे पीजीआई रेफर कर दिया। घायल छात्र का नाम विशाल (14) है। विशाल अपने परिवार में बड़ा बेटा है। छत पर खेल रहा था विशाल जानकारी देते हुए विशाल के जीजा सुमित ने कहा कि विशाल छत पर खेल रहा था। तभी पड़ोस में रहती महिला ने पानी से भीगी साड़ी छत्त पर सुखने के लिए डाली थी। विशाल अपनी छत्त पर खेल रहा था। शक है कि शायद हवा चलने के कारण साड़ी में जो पानी था वह हाईटेंशन तारों पर पड़ गया जिस कारण बिल्डिंग की छत्त पर करंट आ गया। घायल विशाल ने कहा कि वह नहा कर छत्त के बनेरे के पास खेलते समय खड़ा हो गया। तभी अचानक से उसे करंट लग गया। उसे लगा जैसे उसे आग लग गई हो। इस दौरान वह बेसुध होकर जमीन पर गिर गया। पूरी बिल्डिंग तारें जली पूरी बिल्डिंग की तारें जल गई। हादसे में महिला के भी झुलसे होने का पता चला है कि लेकिन महिला का नाम आदि कुछ पता नहीं चला। विशाल को जब अस्पताल लेकर आए तो वह करीब 60 से 70 फीसदी झुलसा हुआ था। डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर पीजीआई रेफर कर दिया। विशाल 7वीं कक्षा का छात्र है जो सरकारी स्कूल में पढ़ता था। सुमित ने कहा कि विशाल का चेहरा और बाकी शरीर की चमड़ी करंट लगने से उतर गई है। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में हाई वोल्टेज तारों को लेकर पावरकाम के खिलाफ भी काफी रोष है।