यूपी बोर्ड 12वीं की टॉपर महक जायसवाल को अखिलेश यादव ने दिया ये खास गिफ्ट, संघर्ष को भी किया याद

यूपी बोर्ड 12वीं की टॉपर महक जायसवाल को अखिलेश यादव ने दिया ये खास गिफ्ट, संघर्ष को भी किया याद

<p style=”text-align: justify;”><strong>Lucknow News: </strong>मेहनत और हौसले के दम पर कोई भी मुश्किल आसान हो सकती है. इसकी मिसाल पेश की है प्रयागराज जिले की महक जायसवाल ने. महज एक टूटी झोपड़ी में रहकर पढ़ाई करने वाली महक ने 12वीं की परीक्षा में टॉप कर दिखाया कि सपनों को सच करने के लिए हालात मायने नहीं रखते. महक की इस सफलता को देखकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रभावित हुए और उन्होंने महक को लैपटॉप उपहार में दिया.</p>
<p>प्रयागराज की रहने वाली महक का घर करीब दो साल पहले गिर गया था. तब से उनका पूरा परिवार सड़क किनारे बनी एक अस्थायी झोपड़ी में रह रहा है. उनके पिता शिव प्रसाद जायसवाल कौशांबी जिले में एक छोटी सी पान की दुकान चलाते हैं. इसी दुकान से पूरे परिवार का खर्च किसी तरह चलता है. तमाम आर्थिक परेशानियों के बावजूद महक ने हार नहीं मानी और पढ़ाई जारी रखी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>महक की कहानी सामने आने के बाद अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट &lsquo;एक्स&rsquo; पर महक की तारीफ की. उन्होंने लिखा कि महक का संघर्ष उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो कठिन हालात में भी सपने देखना नहीं छोड़ते. अखिलेश ने महक को लैपटॉप भेंट कर उसकी आगे की पढ़ाई में मदद का भरोसा भी दिया.<br />&nbsp;<br />गौरतलब है कि अखिलेश यादव के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में &lsquo;फ्री लैपटॉप योजना&rsquo; चलाई गई थी, जिसमें मेधावी छात्रों को मुफ्त लैपटॉप दिए जाते थे. उस योजना का मकसद था कि गांव-कस्बों के होनहार बच्चे भी डिजिटल शिक्षा से जुड़ सकें और अपने सपनों को पंख लगा सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डॉक्टर बनने का सपना देख रही हैं महक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महक अब डॉक्टर बनने का सपना देख रही हैं. वह कहती है कि मुश्किलें चाहे जितनी भी हों, अगर इरादे मजबूत हों तो रास्ते अपने आप बन जाते हैं. महक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के संघर्ष और अपने अध्यापकों के मार्गदर्शन को दिया. आज महक उन लाखों बच्चों के लिए मिसाल बन गई है, जो सीमित साधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं. उसकी कहानी यह बताती है कि अगर सपने सच्चे हों और मेहनत पूरी हो, तो झोपड़ी से भी सफलता की ऊंची उड़ान भरी जा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-mla-harshvardhan-bajpai-emotional-video-on-kashmiri-muslims-allegation-on-pahalgam-terror-attack-2932806″>’भारत के मुस्लिमों को पाकिस्तान…’, पहलगाम हमले को लेकर BJP विधायक की ये बात दिल छू लेगी</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Lucknow News: </strong>मेहनत और हौसले के दम पर कोई भी मुश्किल आसान हो सकती है. इसकी मिसाल पेश की है प्रयागराज जिले की महक जायसवाल ने. महज एक टूटी झोपड़ी में रहकर पढ़ाई करने वाली महक ने 12वीं की परीक्षा में टॉप कर दिखाया कि सपनों को सच करने के लिए हालात मायने नहीं रखते. महक की इस सफलता को देखकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रभावित हुए और उन्होंने महक को लैपटॉप उपहार में दिया.</p>
<p>प्रयागराज की रहने वाली महक का घर करीब दो साल पहले गिर गया था. तब से उनका पूरा परिवार सड़क किनारे बनी एक अस्थायी झोपड़ी में रह रहा है. उनके पिता शिव प्रसाद जायसवाल कौशांबी जिले में एक छोटी सी पान की दुकान चलाते हैं. इसी दुकान से पूरे परिवार का खर्च किसी तरह चलता है. तमाम आर्थिक परेशानियों के बावजूद महक ने हार नहीं मानी और पढ़ाई जारी रखी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>महक की कहानी सामने आने के बाद अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट &lsquo;एक्स&rsquo; पर महक की तारीफ की. उन्होंने लिखा कि महक का संघर्ष उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो कठिन हालात में भी सपने देखना नहीं छोड़ते. अखिलेश ने महक को लैपटॉप भेंट कर उसकी आगे की पढ़ाई में मदद का भरोसा भी दिया.<br />&nbsp;<br />गौरतलब है कि अखिलेश यादव के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में &lsquo;फ्री लैपटॉप योजना&rsquo; चलाई गई थी, जिसमें मेधावी छात्रों को मुफ्त लैपटॉप दिए जाते थे. उस योजना का मकसद था कि गांव-कस्बों के होनहार बच्चे भी डिजिटल शिक्षा से जुड़ सकें और अपने सपनों को पंख लगा सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डॉक्टर बनने का सपना देख रही हैं महक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महक अब डॉक्टर बनने का सपना देख रही हैं. वह कहती है कि मुश्किलें चाहे जितनी भी हों, अगर इरादे मजबूत हों तो रास्ते अपने आप बन जाते हैं. महक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के संघर्ष और अपने अध्यापकों के मार्गदर्शन को दिया. आज महक उन लाखों बच्चों के लिए मिसाल बन गई है, जो सीमित साधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं. उसकी कहानी यह बताती है कि अगर सपने सच्चे हों और मेहनत पूरी हो, तो झोपड़ी से भी सफलता की ऊंची उड़ान भरी जा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-mla-harshvardhan-bajpai-emotional-video-on-kashmiri-muslims-allegation-on-pahalgam-terror-attack-2932806″>’भारत के मुस्लिमों को पाकिस्तान…’, पहलगाम हमले को लेकर BJP विधायक की ये बात दिल छू लेगी</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ‘कहां गई जादू की छड़ी…’, दिल्ली में पॉल्यूशन को लेकर रेखा गुप्ता सरकार पर भड़के सौरभ भारद्वाज