यूपी में अचानक बढ़ी ठंड, 5° लुढ़का पारा:30 किमी की रफ्तार से चल रही बर्फीली हवाएं; 4 दिनों तक ऐसा ही रहेगा मौसम

यूपी में अचानक बढ़ी ठंड, 5° लुढ़का पारा:30 किमी की रफ्तार से चल रही बर्फीली हवाएं; 4 दिनों तक ऐसा ही रहेगा मौसम

पहाड़ों में हुई बर्फबारी से यूपी में अचानक ठंड बढ़ गई है। 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जो शाम तक और तेज हो सकती हैं। तेज हवाओं के कारण तापमान करीब 5°C तक गिर गया है। बुधवार को सुल्तानपुर का अधिकतम तापमान 30.7°C दर्ज किया गया था, जो आज गिरकर 25.7°C पर पहुंच गया। बिजनौर सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 9.2°C रिकॉर्ड किया गया। गाजीपुर 31.5°C के साथ सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन यानी 9 मार्च तक इसी तरह मौसम बना रहेगा। 15 दिनों में पश्चिम यूपी में दो बार बारिश और ओले गिरे। अब तेज हवाओं के कारण गेहूं, सरसों, जौ और चने की फसलें गिरने का खतरा है, जिससे पैदावार पर असर पड़ेगा। अचानक क्यों बदला मौसम?
BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया- पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हुई थी। यह विक्षोभ पहाड़ी इलाकों से गुजर चुका है, जिससे वहां बर्फ पिघल रही है। अब बर्फीली हवाएं चल रही हैं। इसी वजह से मैदानी इलाकों में अचानक ठंड बढ़ गई है। इसका असर यूपी में भी देखने को मिल रहा है। होली के बाद बढ़ेगा तापमान
मनोज श्रीवास्तव ने बताया- मार्च में तापमान आमतौर पर बढ़ता है। ऐसे में अब धीरे-धीरे गर्मी बढ़ेगी। होली के बाद तापमान और बढ़ेगा। मार्च के आखिरी सप्ताह तक अधिकतम तापमान 40°C तक पहुंच सकता है। मार्च में सामान्य से कम बारिश होने के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 4.7°C तक गिरा
मौसम विभाग के मुताबिक, बर्फीली हवाएं चलने से कई जिलों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुल्तानपुर में अधिकतम तापमान 25.7°C रिकॉर्ड किया गया। यहां सबसे अधिक 5°C की गिरावट दर्ज की गई। पॉइंट में अन्य शहरों का हाल जानिए… गेहूं की फसल के लिए नुकसान की आशंका
तेज हवा चलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो जिन किसानों ने गेहूं की सिंचाई कर दी है। उनकी फसल गिर सकती है। जहां पिछले 15 दिनों में बारिश हुई है। वहां की भी फसलों पर असर देखने को मिलेगा। फसल गिरने से दाने कमजोर हो जाएंगे। योगी ने फसल नुकसान के आकलन के आदेश दिए
CM योगी ने बारिश और ओले से बर्बाद हुई फसलों के आकलन और मुआवजे के लिए संबंधित जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कहा है कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत काम पर नजर रखें। प्रभावित लोगों की मदद करें। फसलों को हुए नुकसान का जल्द आकलन करते हुए शासन को डेटा उपलब्ध कराएं। ताकि इस संबंध में आगे कार्रवाई की जा सके। जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया था, उनके फसलों के नुकसान का आकलन बीमा कंपनियां कर रही हैं। सीएम के आदेश के बाद जिला स्तर पर भी किसानों की फसलों के नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद जल्द किसानों के नुकसान की भरपाई की जाएगी। यूपी में 15 दिन में दो बार बारिश के साथ ओले गिरे यूपी में पिछले 15 दिनों में दो बार बारिश के साथ ओले भी गिरे। पांच दिन पहले 16 शहरों में जोरदार बारिश हुई थी। सहारनपुर, अलीगढ़, हरदोई, लखीमपुर खीरी, बदायूं, बुलंदशहर, मथुरा और कासगंज में ओले भी गिरे थे। लखीमपुर में तो इतने ओले गिरे कि सड़कों पर सफेद चादर बिछ गई। अलीगढ़ में मटर के दाने से बड़े ओले गिरे थे। वहीं, 15 दिन पहले गाजियाबाद, नोएडा जालौन, बरेली, बुलंदशहर और सहारनपुर में बारिश हुई थी। गाजियाबाद और नोएडा में ओले भी गिरे थे। —————- ये खबर भी पढ़िए- लट्‌ठमार होली के लिए लाठी पर तेल लगा रहीं महिलाएं: खाने में मेवा-दूध बढ़ाया, ताकि नंदगांव के ग्वालों को लाठियां मार सकें नंदगांव और बरसाना लट्‌ठमार होली के लिए तैयार है। यहां राधा रानी की सखियों के स्वरूप में हुरियारने उन पर लाठियां बरसाएंगी। शनिवार को दोपहर 12 बजे नंदगांव के हुरियारे बरसाना के पीली पोखर पहुंचेंगे। यहां पगड़ी बांधने और श्रृंगार के बाद वह लाडलीजी के दर्शन करेंगे। इसके बाद करीब 3km के दायरे में फैली कुंज गलियों से वह गुजरेंगे। जब हुरियारने ग्वालों पर लाठियां बरसा रही होंगी, तब उन्हें देखने के लिए करीब 10 लाख टूरिस्ट बरसाना में मौजूद रहेंगे। लट्‌ठमार होली की परंपरा क्या है? बरसाना और नंदगांव में तैयारियां कैसी चल रही हैं? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप टीम मथुरा जिला मुख्यालय से 50Km दूर राधा रानी के गांव बरसाना पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहाड़ों में हुई बर्फबारी से यूपी में अचानक ठंड बढ़ गई है। 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जो शाम तक और तेज हो सकती हैं। तेज हवाओं के कारण तापमान करीब 5°C तक गिर गया है। बुधवार को सुल्तानपुर का अधिकतम तापमान 30.7°C दर्ज किया गया था, जो आज गिरकर 25.7°C पर पहुंच गया। बिजनौर सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 9.2°C रिकॉर्ड किया गया। गाजीपुर 31.5°C के साथ सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन यानी 9 मार्च तक इसी तरह मौसम बना रहेगा। 15 दिनों में पश्चिम यूपी में दो बार बारिश और ओले गिरे। अब तेज हवाओं के कारण गेहूं, सरसों, जौ और चने की फसलें गिरने का खतरा है, जिससे पैदावार पर असर पड़ेगा। अचानक क्यों बदला मौसम?
BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया- पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हुई थी। यह विक्षोभ पहाड़ी इलाकों से गुजर चुका है, जिससे वहां बर्फ पिघल रही है। अब बर्फीली हवाएं चल रही हैं। इसी वजह से मैदानी इलाकों में अचानक ठंड बढ़ गई है। इसका असर यूपी में भी देखने को मिल रहा है। होली के बाद बढ़ेगा तापमान
मनोज श्रीवास्तव ने बताया- मार्च में तापमान आमतौर पर बढ़ता है। ऐसे में अब धीरे-धीरे गर्मी बढ़ेगी। होली के बाद तापमान और बढ़ेगा। मार्च के आखिरी सप्ताह तक अधिकतम तापमान 40°C तक पहुंच सकता है। मार्च में सामान्य से कम बारिश होने के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 4.7°C तक गिरा
मौसम विभाग के मुताबिक, बर्फीली हवाएं चलने से कई जिलों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुल्तानपुर में अधिकतम तापमान 25.7°C रिकॉर्ड किया गया। यहां सबसे अधिक 5°C की गिरावट दर्ज की गई। पॉइंट में अन्य शहरों का हाल जानिए… गेहूं की फसल के लिए नुकसान की आशंका
तेज हवा चलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो जिन किसानों ने गेहूं की सिंचाई कर दी है। उनकी फसल गिर सकती है। जहां पिछले 15 दिनों में बारिश हुई है। वहां की भी फसलों पर असर देखने को मिलेगा। फसल गिरने से दाने कमजोर हो जाएंगे। योगी ने फसल नुकसान के आकलन के आदेश दिए
CM योगी ने बारिश और ओले से बर्बाद हुई फसलों के आकलन और मुआवजे के लिए संबंधित जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कहा है कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत काम पर नजर रखें। प्रभावित लोगों की मदद करें। फसलों को हुए नुकसान का जल्द आकलन करते हुए शासन को डेटा उपलब्ध कराएं। ताकि इस संबंध में आगे कार्रवाई की जा सके। जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया था, उनके फसलों के नुकसान का आकलन बीमा कंपनियां कर रही हैं। सीएम के आदेश के बाद जिला स्तर पर भी किसानों की फसलों के नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद जल्द किसानों के नुकसान की भरपाई की जाएगी। यूपी में 15 दिन में दो बार बारिश के साथ ओले गिरे यूपी में पिछले 15 दिनों में दो बार बारिश के साथ ओले भी गिरे। पांच दिन पहले 16 शहरों में जोरदार बारिश हुई थी। सहारनपुर, अलीगढ़, हरदोई, लखीमपुर खीरी, बदायूं, बुलंदशहर, मथुरा और कासगंज में ओले भी गिरे थे। लखीमपुर में तो इतने ओले गिरे कि सड़कों पर सफेद चादर बिछ गई। अलीगढ़ में मटर के दाने से बड़े ओले गिरे थे। वहीं, 15 दिन पहले गाजियाबाद, नोएडा जालौन, बरेली, बुलंदशहर और सहारनपुर में बारिश हुई थी। गाजियाबाद और नोएडा में ओले भी गिरे थे। —————- ये खबर भी पढ़िए- लट्‌ठमार होली के लिए लाठी पर तेल लगा रहीं महिलाएं: खाने में मेवा-दूध बढ़ाया, ताकि नंदगांव के ग्वालों को लाठियां मार सकें नंदगांव और बरसाना लट्‌ठमार होली के लिए तैयार है। यहां राधा रानी की सखियों के स्वरूप में हुरियारने उन पर लाठियां बरसाएंगी। शनिवार को दोपहर 12 बजे नंदगांव के हुरियारे बरसाना के पीली पोखर पहुंचेंगे। यहां पगड़ी बांधने और श्रृंगार के बाद वह लाडलीजी के दर्शन करेंगे। इसके बाद करीब 3km के दायरे में फैली कुंज गलियों से वह गुजरेंगे। जब हुरियारने ग्वालों पर लाठियां बरसा रही होंगी, तब उन्हें देखने के लिए करीब 10 लाख टूरिस्ट बरसाना में मौजूद रहेंगे। लट्‌ठमार होली की परंपरा क्या है? बरसाना और नंदगांव में तैयारियां कैसी चल रही हैं? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप टीम मथुरा जिला मुख्यालय से 50Km दूर राधा रानी के गांव बरसाना पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर