यूपी में अब दाल और तेल की बढ़ती कीमतों से मिलेगी राहत, योगी सरकार ने की नई पहल

यूपी में अब दाल और तेल की बढ़ती कीमतों से मिलेगी राहत, योगी सरकार ने की नई पहल

<p style=”text-align: justify;”><strong>Yogi Adityanath News:</strong> हर रसोई में दाल और तेल की जरूरत होती है. मगर जैसे ही इनके दाम बढ़ते हैं, आम जनता की मुश्किलें भी बढ़ जाती हैं. भारत की बड़ी आबादी और मांग की तुलना में उत्पादन कम होने से यह संकट और बढ़ जाता है. इसे देखते हुए योगी सरकार ने प्रदेश में दलहन और तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने पर खास ध्यान दिया है. इसका मकसद यह है कि हर आदमी की थाली में दाल और तड़के में तेल की कोई कमी न रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश सरकार ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को दलहन और तिलहन की उन्नत खेती के तरीके सिखाने के साथ-साथ मुफ्त मिनी किट भी बांटने की योजना बनाई है. इस योजना में 4,58,000 निःशुल्क मिनी किट किसानों को दिए जाएंगे. इनमें 1,05,000 किट अरहर, मूंग और उर्द के लिए होंगे. तिल की खेती के लिए 1,00,000 किट और मूंगफली के लिए 6,000 किट दिए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एमएसपी बढ़ेगी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, सरकार किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम दिलाने के लिए लगातार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ा रही है. पिछले दस सालों में नाइजर सीड की एमएसपी 172% बढ़ी है. अरहर की कीमत 8,000 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग की 8,768 रुपये और उर्द की 7,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. सूरजमुखी और सोयाबीन के एमएसपी में भी 100% से ज्यादा का इजाफा हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दलहन ग्राम योजना का लाभ </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार ने दलहन और तिलहन मिशन भी शुरू किए हैं. दलहन को &ldquo;एक जिला, एक उत्पाद&rdquo; योजना में शामिल किया गया है. साथ ही, &ldquo;दलहन ग्राम योजना&rdquo; के तहत किसानों को उन्नत बीज और तकनीक उपलब्ध कराई जा रही है. बुंदेलखंड और पूर्वांचल में &ldquo;यूपी एग्रीज&rdquo; योजना के जरिए खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2016-17 में तिलहन का उत्पादन सिर्फ 12.40 लाख मीट्रिक टन था, जो 2023-24 में 20.31 लाख मीट्रिक टन हो गया है. यानी 128% की जोरदार बढ़ोतरी हुई है. दलहन का रकबा और उपज भी तेजी से बढ़ रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार की इन पहलों का असर दिखने भी लगा है. किसानों का रुझान अब दलहन और तिलहन की खेती की तरफ तेजी से बढ़ा है. इस बढ़ती उपज से न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि बाजार में दाल और तेल की कीमतें भी काबू में रहेंगी. यही वजह है कि सरकार ने तय किया है कि वह किसानों को हर संभव मदद देगी और आम जनता की थाली को सस्ती और भरपूर बनाए रखेगी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Yogi Adityanath News:</strong> हर रसोई में दाल और तेल की जरूरत होती है. मगर जैसे ही इनके दाम बढ़ते हैं, आम जनता की मुश्किलें भी बढ़ जाती हैं. भारत की बड़ी आबादी और मांग की तुलना में उत्पादन कम होने से यह संकट और बढ़ जाता है. इसे देखते हुए योगी सरकार ने प्रदेश में दलहन और तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने पर खास ध्यान दिया है. इसका मकसद यह है कि हर आदमी की थाली में दाल और तड़के में तेल की कोई कमी न रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश सरकार ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को दलहन और तिलहन की उन्नत खेती के तरीके सिखाने के साथ-साथ मुफ्त मिनी किट भी बांटने की योजना बनाई है. इस योजना में 4,58,000 निःशुल्क मिनी किट किसानों को दिए जाएंगे. इनमें 1,05,000 किट अरहर, मूंग और उर्द के लिए होंगे. तिल की खेती के लिए 1,00,000 किट और मूंगफली के लिए 6,000 किट दिए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एमएसपी बढ़ेगी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, सरकार किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम दिलाने के लिए लगातार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ा रही है. पिछले दस सालों में नाइजर सीड की एमएसपी 172% बढ़ी है. अरहर की कीमत 8,000 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग की 8,768 रुपये और उर्द की 7,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. सूरजमुखी और सोयाबीन के एमएसपी में भी 100% से ज्यादा का इजाफा हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दलहन ग्राम योजना का लाभ </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार ने दलहन और तिलहन मिशन भी शुरू किए हैं. दलहन को &ldquo;एक जिला, एक उत्पाद&rdquo; योजना में शामिल किया गया है. साथ ही, &ldquo;दलहन ग्राम योजना&rdquo; के तहत किसानों को उन्नत बीज और तकनीक उपलब्ध कराई जा रही है. बुंदेलखंड और पूर्वांचल में &ldquo;यूपी एग्रीज&rdquo; योजना के जरिए खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2016-17 में तिलहन का उत्पादन सिर्फ 12.40 लाख मीट्रिक टन था, जो 2023-24 में 20.31 लाख मीट्रिक टन हो गया है. यानी 128% की जोरदार बढ़ोतरी हुई है. दलहन का रकबा और उपज भी तेजी से बढ़ रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार की इन पहलों का असर दिखने भी लगा है. किसानों का रुझान अब दलहन और तिलहन की खेती की तरफ तेजी से बढ़ा है. इस बढ़ती उपज से न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि बाजार में दाल और तेल की कीमतें भी काबू में रहेंगी. यही वजह है कि सरकार ने तय किया है कि वह किसानों को हर संभव मदद देगी और आम जनता की थाली को सस्ती और भरपूर बनाए रखेगी.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड इंदौर: सिविल अस्पताल से डराने वाली तस्वीर, नवजात को मुंह में दबाए भागता दिखा कुत्ता, CCTV में कैद घटना