यूपी में भीषण गर्मी के बावजूद नहीं हो रही बिजली की किल्लत? बिजली कटौती की शिकायत हैं कम

यूपी में भीषण गर्मी के बावजूद नहीं हो रही बिजली की किल्लत? बिजली कटौती की शिकायत हैं कम

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> &nbsp;उत्तर प्रदेश इस बार अप्रैल और मई महीने में भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहा. तापमान 45 डिग्री से ऊपर चला गया, जिससे लोग बेहाल हो गए. मगर इन मुश्किल हालात में भी योगी सरकार ने बिजली आपूर्ति बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सरकार की कोशिशों से गांव से लेकर शहर तक बिजली बिना रुके लोगों को मिलती रही. इससे लोगों को काफी राहत मिली और किसानों के खेत भी सूखने से बच गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इस बार अप्रैल में यूपी के कई जिलों का तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच रहा. मई में तो बांदा जिले में 46.2 डिग्री तक पारा पहुंच गया, जो उस दिन पूरे देश का सबसे गर्म स्थान था. प्रयागराज, झांसी, वाराणसी जैसे इलाकों में भी गर्म हवाएं चलती रहीं. मगर इस चुनौती को योगी सरकार ने गंभीरता से लिया और पहले से ही तैयारी कर ली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गांव में 18 घंटे मिल रही बिजली </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार ने गांवों में 18 घंटे की तय बिजली सप्लाई से भी ज्यादा बिजली दी. तहसील मुख्यालयों में 21.30 घंटे और जिला मुख्यालयों में लगभग 24 घंटे बिजली दी गई. आंकड़ों के मुताबिक, पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल और पश्चिमांचल डिस्कॉम के साथ-साथ कानपुर में केस्को ने भी पूरी ताकत झोंक दी. गांवों में 18.18 घंटे बिजली दी गई, जबकि शहरों में लगभग 23.45 घंटे की औसत सप्लाई हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्वांचल में गांवों को 18.20 घंटे, तहसीलों को 21.31 घंटे और जिला मुख्यालयों को 23.49 घंटे बिजली मिली. मध्यांचल में ये आंकड़े 18.13 घंटे, 21.38 घंटे और 23.51 घंटे रहे. दक्षिणांचल में 18.50 घंटे, 21.28 घंटे और 23.52 घंटे बिजली दी गई. पश्चिमांचल में भी गांवों को 17.51 घंटे और शहरों को 23.26 घंटे की बिजली आपूर्ति मिली. कानपुर केस्को क्षेत्र में भी 23.26 घंटे बिजली रही.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिजली कटौती की शिकायतें कम </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे किसानों को सिंचाई में दिक्कत नहीं आई और आम लोग भी चैन की सांस ले सके. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने अधिकारियों को पहले ही चौकस कर दिया था. ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम के अफसरों ने खुद फील्ड में जाकर हालात देखे और हर जरूरी इंतजाम किए. बिजली कटौती की शिकायतें बहुत कम रहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिजली विभाग के कर्मचारियों ने भी रात-दिन मेहनत की. प्रदेश सरकार ने यह दिखा दिया कि अगर राजनीतिक इच्छा शक्ति और ईमानदारी हो तो मुश्किल हालात में भी लोगों की मदद की जा सकती है. यूपी की इस उपलब्धि की चर्चा देशभर में हो रही है. जब देश के कई हिस्सों में बिजली संकट था, तब यूपी ने मिसाल कायम की. अब लोग कह रहे हैं कि यूपी का बिजली प्रबंधन दूसरे राज्यों के लिए भी सीखने लायक है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> &nbsp;उत्तर प्रदेश इस बार अप्रैल और मई महीने में भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहा. तापमान 45 डिग्री से ऊपर चला गया, जिससे लोग बेहाल हो गए. मगर इन मुश्किल हालात में भी योगी सरकार ने बिजली आपूर्ति बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सरकार की कोशिशों से गांव से लेकर शहर तक बिजली बिना रुके लोगों को मिलती रही. इससे लोगों को काफी राहत मिली और किसानों के खेत भी सूखने से बच गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इस बार अप्रैल में यूपी के कई जिलों का तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच रहा. मई में तो बांदा जिले में 46.2 डिग्री तक पारा पहुंच गया, जो उस दिन पूरे देश का सबसे गर्म स्थान था. प्रयागराज, झांसी, वाराणसी जैसे इलाकों में भी गर्म हवाएं चलती रहीं. मगर इस चुनौती को योगी सरकार ने गंभीरता से लिया और पहले से ही तैयारी कर ली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गांव में 18 घंटे मिल रही बिजली </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार ने गांवों में 18 घंटे की तय बिजली सप्लाई से भी ज्यादा बिजली दी. तहसील मुख्यालयों में 21.30 घंटे और जिला मुख्यालयों में लगभग 24 घंटे बिजली दी गई. आंकड़ों के मुताबिक, पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल और पश्चिमांचल डिस्कॉम के साथ-साथ कानपुर में केस्को ने भी पूरी ताकत झोंक दी. गांवों में 18.18 घंटे बिजली दी गई, जबकि शहरों में लगभग 23.45 घंटे की औसत सप्लाई हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्वांचल में गांवों को 18.20 घंटे, तहसीलों को 21.31 घंटे और जिला मुख्यालयों को 23.49 घंटे बिजली मिली. मध्यांचल में ये आंकड़े 18.13 घंटे, 21.38 घंटे और 23.51 घंटे रहे. दक्षिणांचल में 18.50 घंटे, 21.28 घंटे और 23.52 घंटे बिजली दी गई. पश्चिमांचल में भी गांवों को 17.51 घंटे और शहरों को 23.26 घंटे की बिजली आपूर्ति मिली. कानपुर केस्को क्षेत्र में भी 23.26 घंटे बिजली रही.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिजली कटौती की शिकायतें कम </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे किसानों को सिंचाई में दिक्कत नहीं आई और आम लोग भी चैन की सांस ले सके. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने अधिकारियों को पहले ही चौकस कर दिया था. ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम के अफसरों ने खुद फील्ड में जाकर हालात देखे और हर जरूरी इंतजाम किए. बिजली कटौती की शिकायतें बहुत कम रहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिजली विभाग के कर्मचारियों ने भी रात-दिन मेहनत की. प्रदेश सरकार ने यह दिखा दिया कि अगर राजनीतिक इच्छा शक्ति और ईमानदारी हो तो मुश्किल हालात में भी लोगों की मदद की जा सकती है. यूपी की इस उपलब्धि की चर्चा देशभर में हो रही है. जब देश के कई हिस्सों में बिजली संकट था, तब यूपी ने मिसाल कायम की. अब लोग कह रहे हैं कि यूपी का बिजली प्रबंधन दूसरे राज्यों के लिए भी सीखने लायक है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड यूपी में अब दाल और तेल की बढ़ती कीमतों से मिलेगी राहत, योगी सरकार ने की नई पहल