<p style=”text-align: justify;”><strong>IPS Transfer News:</strong> उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से 11 सीनियर अधिकारियों का तबादला किया गया है. इस तबादले के बाद लखनऊ और प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर को बदला गया है. इसके अलावा रेलवे के अपर पुलिस महानिदेशक जय नरायन सिंह का तबादला कर दिया गया है. सूत्रों की मानें तो कुछ और अधिकारियों का तबादला जल्द हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस तबादले के बाद बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम चंद्र मीना को अब उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम का अपर पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. इसके अलावा लखनऊ के पुलिस कमिश्नर एस. बी. शिराडकर को अब लखनऊ का अपर पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आने के बाद प्रतीक्षारत अपर पुलिस महानिदेशक बिनोद कुमार सिंह का भी तबादला किया गया है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>IPS Transfer News:</strong> उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से 11 सीनियर अधिकारियों का तबादला किया गया है. इस तबादले के बाद लखनऊ और प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर को बदला गया है. इसके अलावा रेलवे के अपर पुलिस महानिदेशक जय नरायन सिंह का तबादला कर दिया गया है. सूत्रों की मानें तो कुछ और अधिकारियों का तबादला जल्द हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस तबादले के बाद बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम चंद्र मीना को अब उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम का अपर पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. इसके अलावा लखनऊ के पुलिस कमिश्नर एस. बी. शिराडकर को अब लखनऊ का अपर पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आने के बाद प्रतीक्षारत अपर पुलिस महानिदेशक बिनोद कुमार सिंह का भी तबादला किया गया है.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Bihar News: किशनगंज में कार की तलाशी लेते ही चौंक गई बिहार पुलिस, 3 गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
Related Posts
दुष्यंत चौटाला का विरोध, जनसभा रद्द करनी पड़ी:गांव में नहीं घुसने दी गाड़ी; मंदिर से वर्कर के घर तक पीछा करते रहे ग्रामीण
दुष्यंत चौटाला का विरोध, जनसभा रद्द करनी पड़ी:गांव में नहीं घुसने दी गाड़ी; मंदिर से वर्कर के घर तक पीछा करते रहे ग्रामीण हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए उतरे पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को कैथल में जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। वह गुहला चीका में JJP कैंडिडेट कृष्ण कुमार बाजीगर के लिए वोट मांगने गए थे। वहां गांव बलबेहड़ा में किसानों ने गांव के बाहर ही उनकी गाड़ी रोक ली। ग्रामीणों को जैसी ही दुष्यंत के आने की सूचना मिली थी, वे काले झंडे लेकर रास्ते पर पहुंच गए थे। गांव में दुष्यंत का कार्यक्रम मंदिर परिसर में रखा गया था। जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो कार्यक्रम स्थल एक कार्यकर्ता के घर शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन लोग वहां भी पहुंच गए। इसके बाद दुष्यंत को जनसभा रद्द करनी पड़ी और रास्ता बदलकर निकलना पड़ा। ग्रामीणों का कहना था कि 5 साल सरकार में रहते हुए दुष्यंत ने उनकी कोई सुध नहीं ली। अब उन्हें गांव की सीमा से होकर भी नहीं गुजरने देंगे। वहीं, हरिगढ़ किंगन गांव में भी एक युवा ने दुष्यंत चौटाला की जमकर क्लास लगाई। उनसे बहस हुई और युवक ने उनसे सवाल भी पूछे। 2 वीडियो वायरल हो रहे, एक में दुष्यंत नहीं दिख रहे
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को गुहला हलके में पूर्व डिप्टी CM के प्रोग्राम रखे गए थे। इस दौरान उन्हें दर्जन भर गांवों में जाना था। अपनी पार्टी कैंडिडेट की जीत की अपील भी लोगों से करनी थी। इसके लिए ही वह गुहला हलके में पहुंचे थे। इस दौरान उनका विरोध किया गया। दुष्यंत चौटाला के विरोध को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। उनमें से एक 17 सेकेंड का है। उस वीडियो में बलबेहड़ा गांव में किसान JJP के झंडे वाली गाड़ी को घेरे खड़े हैं। वे दुष्यंत चौटाला के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और काले झंडे दिखा रहे हैं। गाड़ी में कंडक्टर साइड में बैठा व्यक्ति तो शीशा उतार कर बातचीत करता है, लेकिन गाड़ी का पीछे का शीशा नहीं उतारा जाता। गाड़ी में पीछे दुष्यंत थे या कोई अन्य, लेकिन किसान नारेबाजी कर उस गाड़ी काे वापस कर देते हैं। युवक ने क्लास लगाई
वहीं, दूसरी वीडियो हरिगढ़ किंगन गांव की बताई जा रही है। इसमें एक युवक दुष्यंत चौटाला को अपनी आपबीती सुना रहा है। वह सरकार में रहते हुए उनके किए को लेकर सवाल भी कर रहा है। इस दौरान दुष्यंत अपने वर्करों के साथ मौजूद हैं। वह युवक की बातें सुन रहे हैं। इसके बाद जवाब भी देते हैं, और कुछ हो-हल्ला हो उठता है। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब दुष्यंत का विरोध हो रहा है। अभी 3 दिन पहले भी उचाना दौरे पर उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे। यहां छातर गांव में उनका विरोध हुआ। दुष्यंत का काफिला जैसे ही गांव में पहुंचा तो वहां युवाओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। युवकों ने आरोप लगाया कि दुष्यंत चौटाला को पिछले विधानसभा चुनाव में यहां के लोगों ने बड़ी जीत दिलाई थी। लोगों ने भाजपा के खिलाफ होकर दुष्यंत के लिए वोटिंग की। दुष्यंत चुनाव जीत गए तो वह खुद भाजपा के साथ चले गए। इसे लेकर लोगों में बहुत नाराजगी है। इन नेताओं का भी विरोध हो चुका… आदमपुर में कुलदीप बिश्नोई का विरोध हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में सोमवार को प्रचार करने गए कुलदीप बिश्नोई और विधायक के बेटे भव्य बिश्नोई को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध के दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान लोगों ने आरोप लगाया कि एक ग्रामीण का फोन तोड़ दिया गया। इसके बाद स्थानीय लोगों से कुलदीप बिश्नोई की तीखी बहस हुई। नौबत मारपीट तक की पहुंच गई थी। बात बढ़ती देख पूर्व विधायक अपने बेटे को लेकर वहां से निकल गए। उनके काफिले का लोगों ने दौड़कर पीछा भी किया। कुलदीप ने मांफी मांगी
घटना के बाद कुलदीप बिश्नोई खुद गांव में हुई पंचायत में पहुंचे और अपनी और भव्य की तरफ से माफी मांगी। कुलदीप बिश्नोई ने पंचायत में जाकर कहा कि आदमपुर के सभी लोग मेरे परिवार की तरह हैं, आप सभी भी मेरे परिवार के सदस्य हैं और परिवार में किसी तरह का अहंकार नहीं है। इससे पहले ग्रामीणों ने भव्य बिश्नोई से कहा कि यहां कोई काम नहीं हुआ। बिश्नोई परिवार ने गांव के साथ सौतेला व्यवहार किया है। यह घटना आदमपुर के कुतियावाली गांव में हुई। इस घटना के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। एसपी ने आदमपुर थाने से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उधर, आदमपुर थाना प्रभारी अमित कुंडू ने कहा है कि अभी हमारे पास कोई सूचना नहीं है। अनिल विज के प्रोग्राम में हंगामा
अंबाला कैंट विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज को बीते रविवार शाम को जलबेड़ा और शाहपुर गांव में किसानों का विरोध झेलना पड़ा। विज के इन दोनों गांवों में चुनावी कार्यक्रम रखे गए थे। इसकी भनक लगते ही किसान यूनियनों से जुड़े लोग वहां पहुंच गए और झंडे लहराते हुए नारेबाजी करने लगे। शाहपुर गांव में विरोध जताने वाले लोग भारतीय किसान यूनियन (भगत सिंह गुट) से जुड़े थे। वह यूनियन के झंडे लेकर कार्यक्रम के अंदर पहुंच गए। हंगामे के दौरान विज सर्मथकों ने भी ‘अनिल विज जिंदाबाद’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। दोनों पक्षों के आमने-सामने हो जाने और नारेबाजी से माहौल गर्मा गया। हंगामा बढ़ता देखकर अनिल विज प्रोग्राम बीच में ही छोड़कर शाहपुर गांव से रवाना हो गए। जींद में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण बेदी से तीखी बहस
हाल ही में जींद जिले के नरवाना विधानसभा क्षेत्र में BJP कैंडिडेट पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस हो गई। वह भिखेवाला गांव में चुनाव प्रचार करने गए थे। इस दौरान उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। किसान आंदोलन के दौरान भाजपा के व्यवहार से लोगों में रोष था। कृष्ण बेदी चुनाव प्रचार के लिए गांव भिखेवाला की चौपाल में पहुंचे थे। वहां एकत्रित लोगों ने कृष्ण बेदी को कहा कि उन्होंने मंत्री रहते हुए कभी उनके गांव की समस्याओं को निपटाने में दिलचस्पी नहीं ली। इसलिए, अब विधानसभा चुनाव में गांव के लोग भी कृष्ण बेदी की कोई बात नहीं सुनेंगे। इस दौरान ग्रामीणों व कृष्ण बेदी के बीच खूब सवाल-जवाब हुए। ग्रामीणों ने यहां तक कह दिया कि जिस प्रकार का अपमान भाजपा और उसके मंत्रियों ने किसानों- मजदूरों का किया, ठीक उसी प्रकार अब वे विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ करेंगे। इस दौरान कृष्ण बेदी लोगों को समझाते हुए नजर आए, लेकिन लोग उनकी बात सुनने के लिए राजी नहीं हुए। उकलाना में अनूप धानक का विरोध
हिसार जिले की उकलाना विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अनूप धानक को बीते शनिवार को विरोध का सामना करना पड़ा। धानक प्रभुवाला और कंडूल गांव में पहुंचे तो यहां ग्रामीणों ने नारेबाजी की। प्रभुवाला में ग्रामीणों ने कहा कि आप पिछले 10 वर्षों से हलके के विधायक रहे। एक बार भी उनका हाल-चाल लेने नहीं आए। जब मंत्री बने हुए थे तो हमारे से बदबू आती थी। अगर खुशी में मिठाई देने जाते तो वह भी खाने की बजाय दीवार पर रख देते थे। आज ग्रामीणों की याद कैसे आ गई। कंडूल गांव में ग्रामीणों ने कहा कि 10 वर्षों में उनके गांव में करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है। किसी के यहां शोक जताने तक नहीं आए। किसानों ने भयाना से पूछा- शुभकरण को गोली क्यों मारी?
वहीं, हांसी के गांव घिराय में किसानों ने विनोद भयाना के कार्यक्रम में हंगामा करते हुए पूछा कि किसान आंदोलन में आपकी सरकार ने शुभकरण को गोली क्यों मरवाई। हांसी में DP वत्स और बृजेंद्र सिंह ने किसान आंदोलन के विरोध में ट्रैक्टर मार्च निकाला था। किसानों ने कहा कि आपकी सरकार किसान विरोधी है, जो कृषि यंत्रों पर 28 प्रतिशत GST लगाया गया है। हांसी से भाजपा उम्मीदवार भयाना बोले- इस बात का विरोध करना है तो वोट मत देना, लेकिन बहसबाजी मत करो।
पंजाब के IG उमरानंगल मामले में सरकार को नोटिस:HC ने पूछा सस्पेंशन के दौरान का बकाया क्यों नहीं दिया, 8 अगस्त को होगी सुनवाई
पंजाब के IG उमरानंगल मामले में सरकार को नोटिस:HC ने पूछा सस्पेंशन के दौरान का बकाया क्यों नहीं दिया, 8 अगस्त को होगी सुनवाई पंजाब पुलिस के IG परमराज सिंह उमरानंगल से जुड़े मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। साथ ही पूछा है कि उन्हें बहाल करने के बाद अभी तक उनकी बकाया सेलरी व अन्य लाभ क्यों जारी नहीं किए। अदालत ने सरकार को साफ आदेश दिए हैं कि 8 अगस्त तक सारे बकाया जारी करे, वरना अगली पेशी पर गृह सचिव को पेश होना पड़ेगा। इस मामले की सुनवाई गत दिवस हुई थी, जबकि आज इस संबंधी आदेश जारी हुए हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर हुए थे बहाल हाईकोर्ट के आदेश पर ही करीब पांच साल से निलंबित चल रहे IG परमराज उमरानंगल को पंजाब सरकार ने 5 दिन पहले बहाल किया था। हालांकि उन्हें अभी तक पोस्टिंग नहीं दी गई है। अभी तक वह डीजीपी को ही रिपोर्ट करेंगे। करीब पांच महीने पहले फरवरी महीने में हाईकोर्ट ने उन्हें बहाल करने के आदेश दिए थे, लेकिन इसके बाद भी उन्हें बहाल नहीं किया गया था। इसके बाद उमरानंगल ने दोबारा उच्च न्यायालय की शरण ली थी। कोर्ट ने केस की सुनवाई करते हुए सरकार व पुलिस को फटकार लगाई थी व उन्हें 15 दिन में आदेश के पालन करने के आदेश दिए थे। 2019 में हुए थे सस्पेंड बहिबल कलां और कोटकपूरा पुलिस फायरिंग मामले में गठित एसआईटी ने 2019 आईजी परमराज सिंह उमरानंगल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उमरानंगल को सस्पेंड कर दिया गया है। पंजाब के गृह विभाग ने इस पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी और उसके बाद अदालत द्वारा उसे जेल भेजे जाने की अधिकृत सूचना के बाद उक्त कार्रवाई की थी।
Gujarat: स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के पूर्व मैनेजर समेत 15 लोगों को जेल, CBI कोर्ट ने धोखाधड़ी मामले में सुनाई सजा
Gujarat: स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के पूर्व मैनेजर समेत 15 लोगों को जेल, CBI कोर्ट ने धोखाधड़ी मामले में सुनाई सजा <p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat News:</strong> सीबीआई कोर्ट ने शनिवार (21 दिसंबर) को अहमदाबाद के नरोदा रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के पूर्व ब्रांच मैनेजर सहित 15 लोगों को 1.62 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में 15.35 लाख रुपये के जुर्माने के साथ तीन से पांच साल की कैद की सजा सुनाई है. सीबीआई ने 11 सितंबर, 2001 को आरोपियों के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इनपर आरोप लगाया गया था कि अहमदाबाद के नरोदा रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर बीजे जाला ने अन्य सभी आरोपियों के साथ एक आपराधिक साजिश रची थी. व्यक्तियों और अन्य लोगों के खिलाफ सार्वजनिक आवास वित्त के मामले में एक लोक सेवक के रूप में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया. जाली और झूठे आधार पर 1.62 करोड़ रुपये के होम लोन को मंजूरी देकर धोखा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong><br />शनिवार को सीबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया कि, बीजी जाला ने अहमदाबाद के तत्कालीन शाखा प्रबंधक के रूप में आपराधिक साजिश के तहत धोखाधड़ी और बेईमानी से उक्त उधारकर्ताओं की लोन पात्रता की पुष्टि नहीं की. उन्होंने एक लोक सेवक के रूप में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके उधारकर्ताओं को होम लोन स्वीकृत किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं जांच पूरी होने के बाद सीबीआई ने दोषी लोगों सहित आरोपियों के खिलाफ नौ अलग-अलग आरोप पत्र दायर किए. नौ विशेष मामलों में से पांच में फैसला सुनाया जा चुका है. इनमें से नौ आरोपियों के खिलाफ आरोप हटा दिए गए, क्योंकि उनकी सजा मुकदमे के दौरान ही समाप्त हो गई थी. वहीं सुनवाई के बाद सीबीआई मामलों के विशेष जज कोर्ट नंबर 1 इलाहाबाद ने स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र अहमदाबाद के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर बेचरभाई गणेशभाई जाला और 14 निजी व्यक्तियों समेत 15 आरोपियों को सजा सुनाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसमें मुकेश नटवर ब्रह्मभट्ट, अमित अजीत व्यास, राजेंद्र नटवरलाल ब्रह्मभट्ट, चेतन जगदीश भट्ट, करण विक्रम महिदा, राजेश अरविंद पटेल, महेश मुरलीधर सबनानी, चिन्मय गिरीशचंद्र त्रिवेदी, जयेश श्यामलाल असवानी, रजनीकांत छोटेलाल उपाध्याय, नीलेश सुरेशचंद्र शाह, विमल के मेहता और हेमेंद्र एल शाह के नाम शामिल हैं.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail “>
<p><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”गुजरात के वकील ने अमित शाह के कार्यक्रम का किया बहिष्कार, कहा- ‘अंबेडकर से मांगें माफी” href=”https://www.abplive.com/states/gujarat/gujarat-bar-council-member-boycotted-amit-shah-program-over-bhimrao-ambedkar-row-2847002″ target=”_blank” rel=”noopener”>गुजरात के वकील ने अमित शाह के कार्यक्रम का किया बहिष्कार, कहा- ‘अंबेडकर से मांगें माफी'</a></strong></p>
</div>