यूपी में 20-25 KM की रफ्तार से चल रही हवा:125 साल में तीसरी बार सबसे गर्म रहा जनवरी, अयोध्या सबसे ठंडा शहर

यूपी में 20-25 KM की रफ्तार से चल रही हवा:125 साल में तीसरी बार सबसे गर्म रहा जनवरी, अयोध्या सबसे ठंडा शहर

यूपी में मौसम विभाग ने लगातार चौथे दिन भी कोहरे और बादल का अलर्ट किसी भी जिले में नहीं जारी किया गया है। यह 15 साल बाद ऐसा हुआ है, जब मौसम विभाग ने फरवरी माह के दूसरे सप्ताह में लगातार 7 दिनों तक कोई चेतावनी नहीं जारी है। 2007 में ऐसा हुआ था जब फरवरी माह में तापमान 30°C तक चला गया था। शनिवार को सबसे गर्म शहर बांदा रहा। यहां तापमान 26.4°C रहा। सबसे ठंडा शहर अयोध्या रहा, जहां रात को तापमान 7°C दर्ज किया गया। 125 साल में तीसरी बार सबसे गर्म रहा जनवरी का महीना
IMD के अनुसार इस बार जनवरी का महीना काफी गर्म रहा। 125 साल में ये तीसरी बार है, जब जनवरी का महीना इतना गर्म रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 1901 से देश में मौसम का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। तब से लेकर आज तक के रिकॉर्ड को देखें तो ये तीसरी बार है, जब जनवरी महीने में इतनी गर्मी पड़ी हो। इससे पहले 1958 में 19.21 डिग्री तापमान के साथ जनवरी पहला सबसे गर्म महीना रहा। फिर 1990 में 19.1 तापमान के साथ जनवरी दूसरा सबसे गर्म महीना रहा। ये आंकड़ा पूरे भारत के तापमान को देखकर निकाला गया है। 1991 से अब तक सबसे गर्म रहा फरवरी का माह
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 1991 में फरवरी के शुरुआती सप्ताह में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक गया था लेकिन इस बार पहले सप्ताह में 34 साल का रिकॉर्ड ब्रेक हुआ है और इस बार 30 डिग्री के ऊपर कई जिलों में तापमान चला गया है उन्होंने बताया कि कल से हवा बिल्कुल शांत हो जाएगी तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ेगा। अगले 1 सप्ताह कोई बारिश की संभावना नहीं मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि कोई एक्टिविटी ना होने से ठंड में कमी आने लगी है और मौसम गर्म होने लगा है। इस समय आसमान भी बिल्कुल साफ है। उन्होंने बताया कि वेस्ट यूपी में तापमान ठीक है लेकिन ईस्ट यूपी में अप और नॉर्मल तापमान है। उन्होंने बताया अगले एक हफ्ते तक प्रदेश में बारिश होने की भी कोई संभावना नहीं है। गेहूं की फसल खतरा
खेतों में गेहूं की फसल में बालियां बन रही हैं और उसके बाद दाना पड़ेगा। मौसम में तेजी से परिवर्तन आ रहा है और 10 दिन में 20 डिग्री सेल्सियस से 27 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया है। इससे गेंहू की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। बढ़े हुए तापमान के कारण गेहूं की बालियां बनने और मिल्की स्टेज प्रभावित होगी, जिसका उत्पादन पर असर पड़ेगा। ……………….. यूपी में मौसम विभाग ने लगातार चौथे दिन भी कोहरे और बादल का अलर्ट किसी भी जिले में नहीं जारी किया गया है। यह 15 साल बाद ऐसा हुआ है, जब मौसम विभाग ने फरवरी माह के दूसरे सप्ताह में लगातार 7 दिनों तक कोई चेतावनी नहीं जारी है। 2007 में ऐसा हुआ था जब फरवरी माह में तापमान 30°C तक चला गया था। शनिवार को सबसे गर्म शहर बांदा रहा। यहां तापमान 26.4°C रहा। सबसे ठंडा शहर अयोध्या रहा, जहां रात को तापमान 7°C दर्ज किया गया। 125 साल में तीसरी बार सबसे गर्म रहा जनवरी का महीना
IMD के अनुसार इस बार जनवरी का महीना काफी गर्म रहा। 125 साल में ये तीसरी बार है, जब जनवरी का महीना इतना गर्म रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 1901 से देश में मौसम का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। तब से लेकर आज तक के रिकॉर्ड को देखें तो ये तीसरी बार है, जब जनवरी महीने में इतनी गर्मी पड़ी हो। इससे पहले 1958 में 19.21 डिग्री तापमान के साथ जनवरी पहला सबसे गर्म महीना रहा। फिर 1990 में 19.1 तापमान के साथ जनवरी दूसरा सबसे गर्म महीना रहा। ये आंकड़ा पूरे भारत के तापमान को देखकर निकाला गया है। 1991 से अब तक सबसे गर्म रहा फरवरी का माह
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 1991 में फरवरी के शुरुआती सप्ताह में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक गया था लेकिन इस बार पहले सप्ताह में 34 साल का रिकॉर्ड ब्रेक हुआ है और इस बार 30 डिग्री के ऊपर कई जिलों में तापमान चला गया है उन्होंने बताया कि कल से हवा बिल्कुल शांत हो जाएगी तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ेगा। अगले 1 सप्ताह कोई बारिश की संभावना नहीं मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि कोई एक्टिविटी ना होने से ठंड में कमी आने लगी है और मौसम गर्म होने लगा है। इस समय आसमान भी बिल्कुल साफ है। उन्होंने बताया कि वेस्ट यूपी में तापमान ठीक है लेकिन ईस्ट यूपी में अप और नॉर्मल तापमान है। उन्होंने बताया अगले एक हफ्ते तक प्रदेश में बारिश होने की भी कोई संभावना नहीं है। गेहूं की फसल खतरा
खेतों में गेहूं की फसल में बालियां बन रही हैं और उसके बाद दाना पड़ेगा। मौसम में तेजी से परिवर्तन आ रहा है और 10 दिन में 20 डिग्री सेल्सियस से 27 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया है। इससे गेंहू की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। बढ़े हुए तापमान के कारण गेहूं की बालियां बनने और मिल्की स्टेज प्रभावित होगी, जिसका उत्पादन पर असर पड़ेगा। ………………..   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर