यूपी में 3 से 6 साल तक के बच्चों के लिए बड़ा फैसला, सभी 75 जिलों में जल्द शुरू होगी योजना

यूपी में 3 से 6 साल तक के बच्चों के लिए बड़ा फैसला, सभी 75 जिलों में जल्द शुरू होगी योजना

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:&nbsp;</strong>उत्तर प्रदेश में कुपोषण के खिलाफ लड़ाई को नई मजबूती देने के लिए मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने बड़ी पहल की है. मुख्यमंत्री ने &lsquo;मुख्यमंत्री सुपोषण योजना&rsquo; को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं. इस योजना का मकसद प्रदेश के गरीब और वंचित परिवारों के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर स्वस्थ बनाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार को बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि 3 से 6 वर्ष की उम्र के बच्चों को हर सुबह पौष्टिक स्वल्पाहार (नाश्ता) दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ डॉ. भीमराव अंबेडकर जीरो पॉवर्टी मिशन के अंतर्गत चिन्हित परिवारों के बच्चों, आकांक्षात्मक जिलों और विकासखंडों में रहने वाले बच्चों को मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम योगी ने निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में टेक होम राशन (THR) की यूनिटें स्थापित की जाएं. अभी प्रदेश के 43 जिलों में कुल 204 यूनिटें संचालित हैं, जिन्हें अब पूरे राज्य में बढ़ाया जाएगा. इन इकाइयों में तैयार होने वाला राशन आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिए बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं तक पहुंचेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि THR में स्थानीय खाद्य उत्पादों जैसे प्रतापगढ़ का आंवला, गुड़ और श्रीअन्न (मिलेट्स) को शामिल किया जाएगा, ताकि स्थानीय किसानों और उत्पादकों को भी लाभ मिल सके. उन्होंने इस पूरे सिस्टम में 100% पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुपोषण से जुड़े गंभीर मामलों जैसे स्टंटिंग (बौनापन), अंडरवेट (कम वजन) और वास्टिंग (कमज़ोर शरीर) की सतत निगरानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और स्थानीय प्रशासन को मिलकर काम करना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार पहले ही &lsquo;संभव अभियान&rsquo; के तहत गंभीर कुपोषित बच्चों के इलाज और देखरेख के लिए काम कर रही है. इस अभियान से हजारों बच्चों को लाभ मिला है. अब यह नया कदम इस दिशा में और मजबूती लाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने &lsquo;मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना&rsquo; का जिक्र करते हुए कहा कि जिन गरीब परिवारों के पास पशु नहीं हैं, उन्हें एक गाय दी जाएगी, जिससे वे दूध प्राप्त कर सकें और पोषण स्तर में सुधार हो.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:&nbsp;</strong>उत्तर प्रदेश में कुपोषण के खिलाफ लड़ाई को नई मजबूती देने के लिए मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने बड़ी पहल की है. मुख्यमंत्री ने &lsquo;मुख्यमंत्री सुपोषण योजना&rsquo; को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं. इस योजना का मकसद प्रदेश के गरीब और वंचित परिवारों के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर स्वस्थ बनाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार को बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि 3 से 6 वर्ष की उम्र के बच्चों को हर सुबह पौष्टिक स्वल्पाहार (नाश्ता) दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ डॉ. भीमराव अंबेडकर जीरो पॉवर्टी मिशन के अंतर्गत चिन्हित परिवारों के बच्चों, आकांक्षात्मक जिलों और विकासखंडों में रहने वाले बच्चों को मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम योगी ने निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में टेक होम राशन (THR) की यूनिटें स्थापित की जाएं. अभी प्रदेश के 43 जिलों में कुल 204 यूनिटें संचालित हैं, जिन्हें अब पूरे राज्य में बढ़ाया जाएगा. इन इकाइयों में तैयार होने वाला राशन आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिए बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं तक पहुंचेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि THR में स्थानीय खाद्य उत्पादों जैसे प्रतापगढ़ का आंवला, गुड़ और श्रीअन्न (मिलेट्स) को शामिल किया जाएगा, ताकि स्थानीय किसानों और उत्पादकों को भी लाभ मिल सके. उन्होंने इस पूरे सिस्टम में 100% पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुपोषण से जुड़े गंभीर मामलों जैसे स्टंटिंग (बौनापन), अंडरवेट (कम वजन) और वास्टिंग (कमज़ोर शरीर) की सतत निगरानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और स्थानीय प्रशासन को मिलकर काम करना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार पहले ही &lsquo;संभव अभियान&rsquo; के तहत गंभीर कुपोषित बच्चों के इलाज और देखरेख के लिए काम कर रही है. इस अभियान से हजारों बच्चों को लाभ मिला है. अब यह नया कदम इस दिशा में और मजबूती लाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने &lsquo;मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना&rsquo; का जिक्र करते हुए कहा कि जिन गरीब परिवारों के पास पशु नहीं हैं, उन्हें एक गाय दी जाएगी, जिससे वे दूध प्राप्त कर सकें और पोषण स्तर में सुधार हो.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड अजित पवार ने NCP नेताओं और कार्यकर्ताओं से की अपील, बोले- ‘हर किसी को महसूस होना चाहिए कि…’