<p style=”text-align: justify;”><strong>UP BJP Mandal President Election:</strong> उत्तर प्रदेश में बीजेपी के मंडल अध्यक्षों के चुनाव में खींचतान शुरू हो गई है. बड़े नेता अपने चहेतों को पद दिलाने की लगातार पैरवियां कर रहे हैं. राजधानी लखनऊ के महानगर इकाई की बात करें तो यहां 25 मंडलों में चुनाव होना है. जहां हर मॉडल पर एक चुनाव अधिकारी बनाया गया है. जिसे तीन नाम तय कर संगठन को भेजना है और इसी में से एक मंडल अध्यक्ष और एक जिला प्रतिनिधि तय होगा और तीसरे को इस दौड़ से बाहर निकलना होगा पर यह तीन नाम कौन हों इसको लेकर बड़ी खींचतान चल रही है, क्योंकि हर एक मंडल पर अलग-अलग बड़े नेताओं की अपनी अलग-अलग पैरवियां जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन लोगों की सूची में किसका नाम डाला जाए?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कहीं विधायक की पैरवी चल रही है तो कहीं संगठन के बड़े पदाधिकारी की पहल जारी है. लिहाजा तीन लोगों की सूची में किसका नाम डाला जाए यह चुनाव अधिकारी के लिए बड़ा असमंजस का विषय हो गया है. यूं तो मंडल अध्यक्ष का चुनाव नामांकन प्रक्रिया से होना है पर जिन तीन नाम पर चुनाव अधिकारी की सहमति होगी उसे ही नामांकन करने का मौका मिल पाएगा. इन तीन में से एक मंडल अध्यक्ष बनेगा और दूसरे को जिला प्रतिनिधि बनाया जाएगा जो मंडल पर ही काम दिखेगा पर सभी की चाहत मंडल अध्यक्ष बनने की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लखनऊ की महानगर इकाई में 25 मंडल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>15 दिसंबर तक चुनाव अधिकारियों को तीन नाम का पैनल बनाकर संगठन को भेजना है. लखनऊ की महानगर इकाई में 25 मंडल हैं और अभी सभी मंडलों में कहीं पांच तो कहीं आठ लोगों के नाम की पैरवियां आ चुकी हैं इसमें से तीन नाम को छांटना बड़ा मुश्किल काम दिखाई दे रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akhilesh-yadav-attacked-modi-government-in-lok-sabha-claim-indian-muslim-citizen-second-grade-2841865″>सदन में मुसलमानों को लेकर क्या दावा कर गए अखिलेश यादव? यूपी में बढ़ी सियासी हलचल</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP BJP Mandal President Election:</strong> उत्तर प्रदेश में बीजेपी के मंडल अध्यक्षों के चुनाव में खींचतान शुरू हो गई है. बड़े नेता अपने चहेतों को पद दिलाने की लगातार पैरवियां कर रहे हैं. राजधानी लखनऊ के महानगर इकाई की बात करें तो यहां 25 मंडलों में चुनाव होना है. जहां हर मॉडल पर एक चुनाव अधिकारी बनाया गया है. जिसे तीन नाम तय कर संगठन को भेजना है और इसी में से एक मंडल अध्यक्ष और एक जिला प्रतिनिधि तय होगा और तीसरे को इस दौड़ से बाहर निकलना होगा पर यह तीन नाम कौन हों इसको लेकर बड़ी खींचतान चल रही है, क्योंकि हर एक मंडल पर अलग-अलग बड़े नेताओं की अपनी अलग-अलग पैरवियां जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन लोगों की सूची में किसका नाम डाला जाए?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कहीं विधायक की पैरवी चल रही है तो कहीं संगठन के बड़े पदाधिकारी की पहल जारी है. लिहाजा तीन लोगों की सूची में किसका नाम डाला जाए यह चुनाव अधिकारी के लिए बड़ा असमंजस का विषय हो गया है. यूं तो मंडल अध्यक्ष का चुनाव नामांकन प्रक्रिया से होना है पर जिन तीन नाम पर चुनाव अधिकारी की सहमति होगी उसे ही नामांकन करने का मौका मिल पाएगा. इन तीन में से एक मंडल अध्यक्ष बनेगा और दूसरे को जिला प्रतिनिधि बनाया जाएगा जो मंडल पर ही काम दिखेगा पर सभी की चाहत मंडल अध्यक्ष बनने की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लखनऊ की महानगर इकाई में 25 मंडल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>15 दिसंबर तक चुनाव अधिकारियों को तीन नाम का पैनल बनाकर संगठन को भेजना है. लखनऊ की महानगर इकाई में 25 मंडल हैं और अभी सभी मंडलों में कहीं पांच तो कहीं आठ लोगों के नाम की पैरवियां आ चुकी हैं इसमें से तीन नाम को छांटना बड़ा मुश्किल काम दिखाई दे रहा है.</p>
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