UPCA ने रणजी टीम ऐलान कर दिया है। टीम में इकाना स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले 30 से अधिक खिलाड़ियों में से 16 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। इस बार रिंकू सिंह और ध्रुव जुरैल रणजी नहीं खेलेंगे। पहले मैच के लिए आज बंगाल की रणजी टीम भी लखनऊ पहुंची है। इकाना स्टेडियम में बंगाल और यूपी के बीच पहला मैच 11 अक्टूबर को इकाना स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में अंपायरिंग निखिल ए पटवर्धन और तपन शर्मा करेंगे। दूसरा मैच उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच में खेला जाएगा। 18 अक्टूबर को मैच डॉक्टर अखिलेश दास स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में अंपायर साई दर्शन कुमार एमजी, खालिदहुसैन ए सैय्यद होंगे। मैच के रेफरी राजीव सेठ हैं। लखनऊ में यूपी का तीसरा रणजी मैच यूपी और कर्नाटक के बीच में 13 नवंबर को खेला जाएगा। यह मैच इकाना स्टेडियम में होगा। स्टैंड बाई हैं ये प्लेयर पिछले साल की रणजी टीम आर्यन जुयाल (विकेटकीपर और कप्तान), माधव कौशिक, समर्थ सिंह, रिंकू सिंह, समीर रिज़वी, अक्षदीप नाथ, प्रियम गर्ग, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), कुलदीप यादव, सौरभ कुमार, प्रिंस यादव, यश दयाल, अंकित राजपूत, कार्तिक त्यागी,करण शर्मा टीम में अभ्यास गेंदबाज विनीत पंवार और शिवम शर्मा। UPCA ने रणजी टीम ऐलान कर दिया है। टीम में इकाना स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले 30 से अधिक खिलाड़ियों में से 16 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। इस बार रिंकू सिंह और ध्रुव जुरैल रणजी नहीं खेलेंगे। पहले मैच के लिए आज बंगाल की रणजी टीम भी लखनऊ पहुंची है। इकाना स्टेडियम में बंगाल और यूपी के बीच पहला मैच 11 अक्टूबर को इकाना स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में अंपायरिंग निखिल ए पटवर्धन और तपन शर्मा करेंगे। दूसरा मैच उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच में खेला जाएगा। 18 अक्टूबर को मैच डॉक्टर अखिलेश दास स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में अंपायर साई दर्शन कुमार एमजी, खालिदहुसैन ए सैय्यद होंगे। मैच के रेफरी राजीव सेठ हैं। लखनऊ में यूपी का तीसरा रणजी मैच यूपी और कर्नाटक के बीच में 13 नवंबर को खेला जाएगा। यह मैच इकाना स्टेडियम में होगा। स्टैंड बाई हैं ये प्लेयर पिछले साल की रणजी टीम आर्यन जुयाल (विकेटकीपर और कप्तान), माधव कौशिक, समर्थ सिंह, रिंकू सिंह, समीर रिज़वी, अक्षदीप नाथ, प्रियम गर्ग, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), कुलदीप यादव, सौरभ कुमार, प्रिंस यादव, यश दयाल, अंकित राजपूत, कार्तिक त्यागी,करण शर्मा टीम में अभ्यास गेंदबाज विनीत पंवार और शिवम शर्मा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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सेवामुक्त कर्मियों को फिर से ड्यूटी पर रखने के फैसले के विरोध में जत्थेबंदियों ने मैनेजमेंट के खिलाफ जताया विरोध भास्कर न्यूज | अमृतसर मंगलवार को हाल गेट सिटी सर्किल में पावरकॉम कर्मचारियों की ओर से मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। इस रोष प्रदर्शन में टेक्निकल सर्विस यूनियन, मिनिस्टर सर्विस यूनियन के कर्मचारी शामिल हुए। सिटी सर्किल प्रधान गुरप्रीत सिंह जस्सल, उपप्रधान रणजीत सिंह, गोपाल मोहन और रामकिशन की अध्यक्षता में जताए रोष प्रदर्शन दौरान कहा कि पावरकॉम मैनेजमेंट की ओर से 5 जुलाई को जत्थेबंदी के साथ मीटिंग की गई थी। परंतु बिजली मंत्री के साथ होने वाली मीटिंग का समय बार-बार बदल जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार बिजली कर्मचारियों की मांगों को संजीदा नहीं ले रही। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी सिस्टम के कारण लगातार हादसे बढ़ते जा रहे है और बिजली कर्मचारियों की जाने जा रही हैं। जबकि ग्रिड सबस्टेशन पर काम कर रहे कर्मचारी आरटीएम को प्रमोट किया जाए। जबकि बोर्ड से सेवामुक्त हो चुके हैं कर्मचारियों को पावरकॉम मैनेजमेंट उन्हें फिर से काम पर रखना चाहती है जो सरासर गलत है। प्रधान बल ने कहा कि अगर पंजाब सरकार ने आज तक मीटिंग करके कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी तो इसके नतीजे बुरे हो सकते हैं। जिसकी सारी जिम्मेदारी बिजली मंत्री और मैनेजमेंट की होगी। अमृतसर| पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इंप्लाइज फेडरेशन पूर्वी मंडल की ओर से वेरका परिसर में सरकार के खिलाफ गुस्सा जताते रोष प्रदर्शन किया। फेडरेशन के सर्किल सचिव राकेश कुमार ने कहा कि 1 साल पहले बिजली मंत्री के सामने मैनेजमेंट के साथ मानी मांगे लागू करने के बारे में बातचीत की गई थी। परंतु मैनेजमेंट अब टालमटोल की नीति अपना रही है। अमृतसर| पेंशनर एसो. जमहूरी किसान सभा और अन्य जत्थेबंदियों की ओर से मिलकर खंडवाला बिजली घर के बाहर बिजली मंत्री हरभजन सिंह का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया गया। ईस्ट डिविजन प्रधान दिलबाग सिंह की अध्यक्षता में जलाए पुतले से पहले सभी ने मिलकर बिजली मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मंत्री ने चुनावी रंजिश रखते टांगरा सबडिवीजन के लाइनमैन तलविंदर सिंह का तबादला होशियारपुर कर दिया है। जिसको लेकर पिछले कई दिनों से बिजली मंत्री के खिलाफ हर सबडिवीजन में रोष प्रदर्शन चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर अब भी बिजली मंत्री ने तलविंदर का तबादला रद्द न किया तो संघर्ष और तेज किया जाएगा। इस मौके पर मुख्तार सिंह, जैमल सिंह, अमनवीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रजिंदर कुमार आदि मौजूद थे।
महाकुंभ से अचानक लौटीं एपल को-फाउंडर की पत्नी:10 दिन का प्लान, 3 दिन ही रहीं पॉवेल, मां काली के मंत्र की दीक्षा ली
महाकुंभ से अचानक लौटीं एपल को-फाउंडर की पत्नी:10 दिन का प्लान, 3 दिन ही रहीं पॉवेल, मां काली के मंत्र की दीक्षा ली महाकुंभ में 3 दिन प्रवास के बाद एपल को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल अचानक वापस लौट गईं। प्रयागराज में उनका 10 दिन कल्पवास का कार्यक्रम था। इससे पहले बुधवार को लॉरेन पॉवेल ने भगवती मां काली के बीज मंत्र की दीक्षा ली। कहा- सनातन परंपरा की गहराई और शांति ने मुझे भीतर से छुआ है। भगवती मां काली की आराधना से मुझे आत्मिक शांति और नई दिशा मिली है। निरंजनी अखाड़ा के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने पॉवेल को दीक्षा दी। आध्यात्मिक मार्गदर्शन का आशीर्वाद दिया। लॉरेन पॉवेल 3 दिन महाकुंभ में रहीं। उन्हें कैलाशानंद गिरि ने कमला नाम दिया है। महाकाली का बीज मंत्र ‘ॐ क्रीं महाकालिका नमः’ हैं। इसी की दीक्षा स्वामी कैलाशानंद गिरि ने दी है। वहीं, महाकुंभ के बीच स्टीव जॉब्स के 1974 के एक लेटर की नीलामी हुई। जिसमें उन्होंने कुंभ में शामिल होने की इच्छा जताई थी। दीक्षा समारोह का आध्यात्मिक माहौल
पंचायती अखाड़ा निरंजनी में आयोजित दीक्षा समारोह में अध्यात्म और पवित्रता का अद्भुत संगम देखने को मिला। समारोह में वैदिक मंत्रोच्चारण और मां काली की पूजा-अर्चना ने वातावरण को दिव्य बना दिया। इस मौके पर स्वामी कैलाशानंद गिरि जी ने कहा- मां काली की साधना से मनुष्य अपने जीवन में शांति और सशक्तिकरण का अनुभव करता है। अमृत स्नान के दिन बीमार पड़ गई थीं
महाकुंभ में अमृत स्नान से पहले लॉरेन पॉवेल बीमार पड़ गई थीं। स्वामी कैलाशानंद गिरि ने ANI से कहा था कि- लॉरेन पॉवेल मेरे शिविर में आराम कर रही हैं। उन्हें एलर्जी हो गई है। वह कभी इतनी भीड़भाड़ वाली जगह पर नहीं गई हैं। उन्होंने पूजा के दौरान हमारे साथ समय बिताया। हमारी परंपरा ऐसी है कि जो लोग इसे पहले नहीं देख पाए हैं, वे सभी इसमें शामिल होना चाहते हैं। दीक्षा लेते समय वह स्वस्थ दिखीं। काशी विश्वनाथ के दर्शन करके महाकुंभ आई थीं
महाकुंभ में आने से पहले लॉरेन पॉवेल काशी विश्वनाथ के दर्शन किए थे। गंगा में नौकायन के बाद गुलाबी सूट और सिर पर दुपट्टा डालकर बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंचीं। गर्भगृह के बाहर से ही बाबा का आशीर्वाद लिया। सनातन धर्म में गैर हिंदू शिवलिंग का स्पर्श नहीं करते, इस बात का ध्यान रखते हुए उन्होंने बाहर से ही दर्शन किया। 13 जनवरी को प्रयागराज पहुंची थीं लॉरेन
लॉरेन 13 जनवरी को प्रयागराज पहुंची थीं। वह साधुओं की संगत में रहकर सनातन, आध्यात्म और भारतीय संस्कृति को जानने की कोशिश कर रही। उन्होंने निरंजनी अखाड़े में कल्पवास यानी आत्मशुद्धि और तपस्या का संकल्प लिया है। स्टीव जॉब्स ने लेटर लिखकर कुंभ में जाने में इच्छा जताई थी… मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, 1974 में एपल के फाउंडर स्टीव जॉब्स ने एक लेटर लिखा था। जिसमें उन्होंने भारत आने की इच्छा जताई थी। जॉब्स कुंभ मेला जाना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। माना जा रहा है कि अब उनकी वाइफ लॉरेन पॉवेल जॉब्स की इच्छा पूरी करने के लिए भारत आई हैं। वहीं स्टीव जॉब्स का लिखा ये लेटर 4.32 करोड़ रुपए में बिका है। ————————————————– ये भी पढ़ें… महाकुंभ में एप्पल को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी बीमार:कैलाशानंद बोले- लॉरेन पॉवेल ने पहली बार ऐसी भीड़ देखी, एलर्जी हुई महाकुंभ में मकर संक्रांति पर प्रथम शाही स्नान पर 50 से अधिक देशों से श्रद्धालु आए। ग्रुप में संतों के साथ भक्ति गीत गाए। विदेशी श्रद्धालु नागा साधु-संतों को देखने के लिए तड़के 3 बजे से डटे रहे। अपने गुरुओं के साथ संगम में स्नान किया। महाकुंभ में एपल के को-फाउंडर जॉब्स स्टीव की पत्नी लॉरेन पॉवेल बीमार पड़ गई हैं। पढ़ें पूरी खबर…
SC कमीशन ने हिसार एसपी को भेजा नोटिस:7 दिनों में मांगा जवाब; 4 पुलिसकर्मियों ने दलित युवक को दी थी थर्ड डिग्री
SC कमीशन ने हिसार एसपी को भेजा नोटिस:7 दिनों में मांगा जवाब; 4 पुलिसकर्मियों ने दलित युवक को दी थी थर्ड डिग्री हरियाणा के हिसार में दलित युवक को थर्ड डिग्री देने का मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (SC कमीशन) पहुंच गया है। इस मामले में अयोग ने हिसार एसपी को नोटिस देकर 7 दिनों के अंदर जवाब मांगा है। भीम आर्मी जिला महासचिव अमित जाटव के साथ बस स्टैंड चौकी के 4 पुलिसकर्मियों ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया था। पीड़ित ने बताया कि उनके साथ 23 सितंबर 2024 की रात्रि बस स्टैंड चौकी हिसार के 4 पुलिसकर्मियों ने दुर्व्यवहार कर थर्ड डिग्री दी थी। इस मामले में 42 दिन बाद सिटी थाना में मुकदमा दर्ज हुआ था। लेकिन पीड़ित की शिकायत को नजरअंदाज कर जांच अधिकारी महेंद्र ने जानबूझकर आरोपी को फायदा पहुंचाने के लिए बयानों के अनुसार धारा ना लगाकर और 2 पुलिसकर्मियों का नाम एफआईआर में नहीं जोड़कर केस को कमजोर कर दिया था। डीएसपी, एसपी और आईजी को गुहार लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। तब पीड़ित अमित जाटव ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को इनकी शिकायत भेजी थी। जिस पर आयोग ने एसपी को तलब कर 7 दिनों में जवाब मांगा है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की ओर से भेजा गया नोटिस… अमित ने शिकायत में बताया उस रात का वाकया… 1. रात को पुलिस ने बेवजह रोका, डंडे मारे
मिल गेट शिवनगर निवासी अमित ने बताया था कि 23 सितंबर की रात को अपने सेक्टर 1-4 निवासी दोस्त संदीप की मम्मी से मिलने सेवक सभा अस्पताल गया था। साथ में दोस्त भी था। संदीप की मम्मी से मिले के बाद हम घूमने के लिए नीलम सिनेमा वाले रोड पर चले गए। रात करीब 10.30 बजे बाइक पर दो पुलिसकर्मी वाले आए और हमे रोक लिया, जिनका नाम बसाउराम और सुरेश था। पुलिस कर्मचारियों ने पूछा कि कहां के हो। हमने अपना पूरा पता बता दिया। पुलिस वाले बसाउराम ने मेरा आधार कार्ड मांगा तो मैंने कहा कि आधार कार्ड नहीं है। मैं फोन में अपना आधार देखने लगा तो बसाउ ने मुझे गालियां दी। मैंने कहा कि सर गाली मत दो। तभी दोनों बाइक से उतर कर हमें मारने लगे। इतना ही नहीं हाथ में डंडे लेकर मारने लगे। मुझे जबरन बाइक पर बैठाने लगे तो बाइक गिर गई। 2. मैं डर के भागने लगा तो जबरन ऑटो से चौकी ले गए
अमित ने बताया कि मैं डर के मारे भागने लगा, तभी पीछे से होमगार्ड बसाउराम एक ऑटो में आया और मुझे जबरदस्ती ऑटो में डाल दिया और मेरा फोन व 1300 रुपए छीन लिए, और मेरे को ऑटो में जबरदस्ती बैठाकर हिसार बस अड्डा चौकी के पास अलग कमरे में ले गए। तभी बसाउ ने फोन करके बाइक सवार दूसरे सिपाहियों को बुला लिया और मुझे एक कमरे में बंद करके बसाउराम, सुरेश और बाइक सवार 2 सिपाहियों ने मिलकर मुझे प्लास्टिक के डंडे से बुरी तरह मारा। तभी एक सिपाही ने पूछा क्या जाति है तेरी? तभी मैंने कहा कि मैं भीम आर्मी चलाता हूं। भीम आर्मी का जिला महासचिव हूं। इसके बाद पुलिसकर्मी और पीटने लगे और कहा कि तूने कहीं शिकायत की तो जान से मार देंगे। जाते वक्त मेरा फोन मुझे दे दिया, मैंने मेरे 1300 रुपए तो मांगे तो बोले भाग जा नहीं तो दोबारा पीटेंगे। इसके बाद मैं सरकारी अस्पताल दाखिल हो गया। 3. शिकायत के 42 दिन बाद केस दर्ज हुआ
अमित का कहना है कि शिकायत करने के 42 दिन बाद सिटी थाने पर आरोपी पुलिस कर्मी बसाउराम, एसपीओ सुरेश सहित दो अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ धारा 115(2), 127(2), 351(2), 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया था। अब अमित का कहना है कि शिकायत के मुताबिक इसमें धाराएं नहीं जोड़ी गई। बल्कि हल्की धाराएं लगाकर पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास किया गया।