पीड़ितों की समय से मदद और अपराध की रिपोर्ट करने के लिए यूपी-112 ने सामुदायिक पुलिसिंग हेतु जन-जागरुकता अभियान “एक पहल” की शुरूआत की है। इसके तहत लोगों को दूसरों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सोमवार को डीजीपी प्रशांत कुमाार ने इस अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर एडीजी-112 नीरा रावत ने कहा कि दुर्घटनाओं में घायलों की समय पर मदद करके जान बचाई जा सकती है। आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने वाले सजग व सतर्क नागरिक किसी घटना या संदिग्ध की समय से सूचना देकर कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में बहुमूल्य योगदान कर सकते हैं। यूपी-112 पर कॉल करके सभी आकस्मिक सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं। लेकिन आमजन में व्याप्त उदासीनता के कारण लोग इससे वंचित रह जाते हैं। इसे दूर करने के लिए यूपी-112 की तरफ से “एक पहल” अभियान की शुरूआत की गई है। इसके तहत सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें यूपी-112 लोगों को विभिन्न माध्यमों से बताएगी कि किस तरह सजग नागरिक की भूमिका में वह पुलिस के साथ कदम मिलाकर चल सकते हैं। दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए कैसे समय पर पुलिस को सूचना देने के साथ उन्हें अस्पताल पहुंचाना है। संदिग्ध व्यक्ति, वाहन की सूचना पुलिस को तत्काल देकर किसी बड़े अपराध के कारित होने से पहले रोकना, सामुदायिक या दो समूह वर्ग में विवाद की स्थिति उत्पन्न होने की जानकारी देकर उसे रोकना जैसे प्रयासों से लोगों को अवगत कराया जा रहा है। यह अभियान आकस्मिक परिस्थितियों में दूसरों की मदद करने की ओर व्यक्ति को प्रेरित करेगा। साथ ही ऐसे सभी कॉलर की पहचान गोपनीय रखी जायेगी। कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने में सामुदायिक पुलिसिंग की अहम भूमिका है। यूपी-112 की यह पहल सराहनीय है, इससे अपराध पर नियंत्रण के साथ उन पीड़ितों को त्वरित सहायता पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी जो अपनी सहायता के लिए पुलिस को किसी कारणवश बुलाने में उस समय असमर्थ हैं। समाज को भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास होगा। पुलिस और आम जनमानस के बीच की दूरी कम होगी और सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश को और अधिक सुरक्षित बनाने में सफलता मिलेगी। पीड़ितों की समय से मदद और अपराध की रिपोर्ट करने के लिए यूपी-112 ने सामुदायिक पुलिसिंग हेतु जन-जागरुकता अभियान “एक पहल” की शुरूआत की है। इसके तहत लोगों को दूसरों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सोमवार को डीजीपी प्रशांत कुमाार ने इस अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर एडीजी-112 नीरा रावत ने कहा कि दुर्घटनाओं में घायलों की समय पर मदद करके जान बचाई जा सकती है। आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने वाले सजग व सतर्क नागरिक किसी घटना या संदिग्ध की समय से सूचना देकर कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में बहुमूल्य योगदान कर सकते हैं। यूपी-112 पर कॉल करके सभी आकस्मिक सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं। लेकिन आमजन में व्याप्त उदासीनता के कारण लोग इससे वंचित रह जाते हैं। इसे दूर करने के लिए यूपी-112 की तरफ से “एक पहल” अभियान की शुरूआत की गई है। इसके तहत सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें यूपी-112 लोगों को विभिन्न माध्यमों से बताएगी कि किस तरह सजग नागरिक की भूमिका में वह पुलिस के साथ कदम मिलाकर चल सकते हैं। दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए कैसे समय पर पुलिस को सूचना देने के साथ उन्हें अस्पताल पहुंचाना है। संदिग्ध व्यक्ति, वाहन की सूचना पुलिस को तत्काल देकर किसी बड़े अपराध के कारित होने से पहले रोकना, सामुदायिक या दो समूह वर्ग में विवाद की स्थिति उत्पन्न होने की जानकारी देकर उसे रोकना जैसे प्रयासों से लोगों को अवगत कराया जा रहा है। यह अभियान आकस्मिक परिस्थितियों में दूसरों की मदद करने की ओर व्यक्ति को प्रेरित करेगा। साथ ही ऐसे सभी कॉलर की पहचान गोपनीय रखी जायेगी। कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने में सामुदायिक पुलिसिंग की अहम भूमिका है। यूपी-112 की यह पहल सराहनीय है, इससे अपराध पर नियंत्रण के साथ उन पीड़ितों को त्वरित सहायता पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी जो अपनी सहायता के लिए पुलिस को किसी कारणवश बुलाने में उस समय असमर्थ हैं। समाज को भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास होगा। पुलिस और आम जनमानस के बीच की दूरी कम होगी और सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश को और अधिक सुरक्षित बनाने में सफलता मिलेगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Jharkhand: ‘हेमंत सोरेन डरे हुए क्यों हैं?’ शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड सरकार को घेरा, बोले- ‘कफन का…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Politics News:</strong> बीजेपी की युवा आक्रोश रैली में शामिल होने के लिए झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को रांची पहुंचे. यहां उन्होंने सत्ताधारी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हेमंत सोरेन डरे हुए क्यों हैं? झारखंड को तो अराजकता की गर्त में उन्होंने झोंक दिया है. युवा न्याय मांगने आ रहे हैं. युवा कह रहे हैं कि आप ही ने 5 हजार से लेकर 7 हजार बेरोजगारी भत्ता देने की बात की थी, नौकरियां देने की बात कही थी आपने नहीं दी. अब जब युवा अधिकार मांगने आ रहा है तो हेमंत सोरेन सरकार डरी हुई क्यों है?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘अहंकार तो रावण का भी नहीं रहा’</strong><br />केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “रात भर हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया गया है. कटीले और नुकीले तारों की बाढ़ लगा दी गई है. मैं हेमंत सोरेन की सरकार से कहना चाहता हूं कि अहंकार तो रावण का भी नहीं रहा. अगर वे सोचते हैं कि न्याय और अधिकार की लड़ाई को ऐसे कुचला और दबाया जा सकता है तो यह गलत है. नौजवानों का ये आक्रोश आपकी सरकार के कफन का अंतिम तीर साबित होगा. झारखंड के युवा न्याय और अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे. हेमंत सोरेन सरकार अब केवल 2 महीने की मेहमान हैं.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> रांची: भारतीय जनता युवा मोर्चा की आक्रोश रैली पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ” हेमंत सोरेन डरे हुए क्यों हैं? झारखंड को तो अराजकता की गर्त में उन्होंने झोंक दिया है। युवा न्याय मांगने आ रहे हैं। युवा कह रहे हैं कि आप ही ने 5 हजार से लेकर 7 हजार बेरोजगारी… <a href=”https://t.co/tizOosktJq”>pic.twitter.com/tizOosktJq</a></p>
— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1826855431693894001?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 23, 2024 </a>
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[/tw]</blockquote>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘डरा हुआ मुख्यमंत्री लोकतंत्र की हत्या ही कर सकता है’</strong><br />केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रैली में शामिल होने के लिए आ रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को जगह-जगह रोका जाना अन्याय की अति है. जुल्म की पराकाष्ठा है. एक डरा हुआ मुख्यमंत्री लोकतंत्र की हत्या ही कर सकता है. हेमंत सोरेन से न सरकार संभल रही न पार्टी. वे इस आंदोलन को कुचल नहीं सकते.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं अधिकारियों को चेतावनी देते शिवराज चौहान ने कहा कि हेमंत सोरेन के इशारे पर जो लोग बीजेपी कार्यकर्ताओं, बस, गाड़ियों को रोक रहे हैं उनको समझना होगा कि ये 2 महीने की सरकार है. डीजीपी-एसपी को आदेश दिया जा रहा है कि कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करो. बसे रोकी जा रही है. बीजेपी कार्यकर्ताओं को जेल भेजने से पार्टी डरने वाली नहीं है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि युवा आक्रोश रैली के जरिए बीजेपी झारखंड में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी शंखनाद कर रही है. रैली के बाद सीएम हेमंत सोरेन के आवास को घेराव किया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें:<a title=” Jharkhand: झारखंड में कटीले तारों पर सियासत, बाबूलाल मरांडी का CM सोरेन पर हमला, ‘ये तुगलकी आदेश सीधा…’” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-youth-aakrosh-rally-bjp-state-president-babulal-marandi-targeted-cm-hemant-soren-2767152″ target=”_blank” rel=”noopener”> Jharkhand: झारखंड में कटीले तारों पर सियासत, बाबूलाल मरांडी का CM सोरेन पर हमला, ‘ये तुगलकी आदेश सीधा…’</a></strong></p>
‘मुसलमानों को भी पता नहीं और जमीन वक्फ को चली गई’, बोर्ड के दावे पर संजय जायसवाल का बड़ा बयान
‘मुसलमानों को भी पता नहीं और जमीन वक्फ को चली गई’, बोर्ड के दावे पर संजय जायसवाल का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Patna News:</strong> पटना से सटे फतुहा के गोविंदपुर गांव में करीब 95 फीसद हिंदू परिवार रहते हैं. इस जमीन पर वक्फ बोर्ड ने कुछ दिनों पहले दावा ठोका और गांव को खाली करने का आदेश दे दिया. अब मामला तूल पकड़ता जा रहा है. गुरुवार (12 सितंबर) को जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी के सदस्य और बेतिया सांसद संजय जायसवाल निरीक्षण करने के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने वहां के लोगों से बात की. समस्याओं को जानने का प्रयास किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय जायसवाल ने कहा कि किस तरह कानून का दुरुपयोग होता है, इसका सबसे बड़ा नमूना फतुहा के गोविंदपुर इलाके में दिख रहा है. दोनों तरफ से इस इलाके में मकान बने हुए हैं और एक व्यक्ति अपनी इच्छा से पूरी जमीन को वफ्फ बोर्ड के नाम घोषित करवा देता है. कभी किसी को नोटिस नहीं हुआ. बिचारों को पता भी नहीं है और अचानक बोर्ड लगा दिया गया और कहा जाता है कि यह सारी संपत्ति वफ्फ बोर्ड की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी सांसद ने कहा कि खतियान में इन लोगों के नाम हैं. 10% करीब मुस्लिम समाज के लोग हैं जबकि 90% हिंदू हैं. मुस्लिम समाज के लोगों ने भी नहीं बताया कि उनके दादा-परदादा ने कब वफ्फ बोर्ड को जमीन दे दी. मुसलमान को भी नहीं पता कि उनकी जमीन कब वफ्फ बोर्ड को चली गई. बिहार सरकार ने इसे कैंसिल कर इन लोगों को जमीन वापस किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संजय जायसवाल ने वक्फ बोर्ड पर लगाया साजिश का आरोप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आगे संजय जायसवाल ने कहा कि दोनों के कागजात देखने से साफ लग रहा है कि साजिश के तहत इन लोगों ने सारी जमीन वफ्फ बोर्ड के नाम कर दी है. हम तक सुनते आए हैं कि माफिया और रंगदार जमीन को हड़पते हैं, यह पहला नमूना देखने को मिल रहा है कि वफ्फ बोर्ड के नाम पर आम लोगों की जमीन हड़पी गई है. सड़क नहीं बनने दी जाती है. आम सड़क वक्फ की कैसे हो सकती है? हमने सभी राज्य के सुन्नी वफ्फ बोर्ड को बुलाने का निर्णय लिया है. इनकों सुनेंगे. लॉ यूनिवर्सिटी के बड़े जानकार को सुनना है, लेकिन पीड़ित पक्ष का भी सुनना जरूरी है इसलिए आए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-education-bpsc-who-will-be-in-charge-headmaster-in-the-government-schools-department-released-order-ann-2781480″>Bihar Education: बिहार के सरकारी स्कूलों में किसे बनाया जाएगा प्रभारी प्रधानाध्यापक? शिक्षा विभाग का आदेश जारी</a></strong></p>