‘कल आपने देखा कि मेरे साथ संगम में 54 मंत्रियों ने डुबकी लगाई। मैं पूछना चाहता हूं क्या अरविंद केजरीवाल यमुना जी में जाकर अपने मंत्रियों के साथ डुबकी लगा सकते हैं?अगर उनमें नैतिक साहस है, तो उन्हें इसका जवाब देना चाहिए।’ सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये बातें दिल्ली के किराड़ी विधानसभा में भरे मंच से कही। योगी ने कहा- यमुना मैया को एक गंदे नाले में बदलने का अपराध AAP ने किया है। AAP झूठ बोलने की ATM है, इन्होंने जनता से झूठे वादे किए। दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को बसाया। केजरीवाल की राजनीति बांटो और राज करो की है। दिल्ली में बिजली यूपी से 3 गुना महंगी है। AAP ने पंजाब में महिला सम्मान निधि का वादा किया, लेकिन नहीं दी। दिल्ली के दंगों में AAP के विधायक शामिल थे। केजरीवाल को चुनाव के समय पुजारियों की याद आई। 11 सालों में दिल्ली में कोई मंदिर नहीं बनवाया। ये मुल्ले-मौलवियों को वेतन देते थे। योगी ने कहा- देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करने का महाकुंभ के जरिए हमें मौका मिला। इन सभी पूज्य संतों और श्रद्धालुओं को उत्तर प्रदेश को करीब से देखने का मौका मिल रहा है। योगी गुरुवार को दिल्ली की तीन विधानसभा किराड़ी, करोल बाग और जनकपुरी में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। चलिए जानते हैं सीएम योगी के बयान की सात बड़ी बातें…. 1. मेरे साथ 54 मंत्रियों ने एक साथ डुबकी लगाई योगी ने कहा- दिल्ली विधानसभा चुनाव की दृष्टि से आज मुझे यहां आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मैं यहां जब आया, तब मुझे यहां की सड़कों को नजदीक से देखने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मैं कल रात को प्रयागराज से लखनऊ आया। प्रयागराज में इस सदी के पहले महाकुंभ का आयोजन पूरी भव्यता से हो रहा है। आप अनुमान कीजिए कि 13 जनवरी से आज 23 जनवरी तक इन 10 दिनों में 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती…त्रिवेणी के इस संगम में नहाकर पुण्य के भागीदार बने हैं। आप प्रयागराज जाएंगे तो अच्छी शानदार सड़कें मिलेंगी। कहीं गंदगी नहीं मिलेगी। बिजली मिलेगी। कनेक्टिविटी- सड़क, रेलगाड़ी और हवाई जहाज, तीनों की मिलेगी। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के बाद अब लोग मां गंगे कि अविरल धारा को देख रहे हैं। मेरे साथ कल प्रयागराज के संगम में 54 मंत्रियों ने एक साथ स्नान किया। एक साथ डुबकी लगाई। 2. दिल्ली में गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा आज जब हम दिल्ली की स्थिति को देख रहे हैं, यह राष्ट्रीय राजधानी है। तब यहां की सड़कों की हालत, सीवर की हालत, पेयजल की स्थिति, स्वच्छता की स्थिति… ये बुनियादी सुविधाएं होती हैं। हर नागरिक का अधिकार होता है। याद करिए, आज से एक दशक पहले लोग नए काम को देखने के लिए दिल्ली आते थे। तब लोग सुविधा प्राप्त करने के लिए दिल्ली को याद करते थे। अच्छी सड़क और मेट्रो का मॉडल देखने दिल्ली आते थे। श्रद्धेय अटल जी ने इस मॉडल को बनाया था। कोई भी नया काम होता था, लोग दिल्ली आते थे। लेकिन आज क्या स्थिति है, क्या बना दिया है। सड़क पर गड्ढा है या सड़क में गड्ढा है, कुछ पता ही नहीं चलता है। जब से मैं यहां चल रहा हूं तब से दिल्ली में यही देख रहा हूं। 3. गिरोह को खिलवाड़ करने की छूट क्यों दी? ये हमने खिलवाड़ करने की छूट एक व्यक्ति को और उनके गिरोह को क्यों दे दी है? दिल्ली में स्वच्छता की स्थिति कितनी दुर्गतिपूर्ण है, कूड़े का ढेर पड़ा हुआ है। दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी के अंदर इस तरह की दुर्गति हो, हमारे वाहनों को भी सीवर के बहते हुए पानी के ऊपर से गुजरना पड़ा। अभी तो पेयजल का भीषण संकट आने वाला है। 4. अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी विकास नहीं करना चाहते दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के पाप के भुग्तभोगी हमारी पावन मथुरा-वृंदावन के संतों और श्रद्धालु को भी उठाना पड़ता है। वहां मां गंगा एक गंदे नाले में बदलकर जाती है। जब भी नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत मां यमुना की शुद्धता और स्वच्छता की बात आई, तो अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी ने कोई सहयोग नहीं किया। ये सहयोग नहीं करना चाहते, विकास नहीं करना चाहते, किसी विकास कार्य के लिए मौके पर जाकर भौतिक सत्यापन नहीं करना चाहते। जनता की बुनियादी सुविधाओं के लिए काम नहीं करना चाहते। 5. झूठी फिल्मों का प्रदर्शन करना ही AAP का काम आम आदमी पार्टी के लोगों का सिर्फ एक ही काम है। ये लोग सुबह उठकर सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हैं। झूठी फिल्मों का प्रदर्शन करते हैं। झूठे वक्तव्य और प्रेस वार्ता कर गुमराह करते हैं। झूठ के लिए जितना समय बर्बाद करते हैं, उतना विकास और जनता की सुविधा के बारे में सोचा होता, तो 10 सालों में दिल्ली बदल गई होती। दिल्ली का कायाकल्प हो जाता। लेकिन, इन लोगों ने दिल्ली को कूड़ाघर बना दिया है। 6. आम आदमी पार्टी ने ओखला में बांग्लादेशी और रोंहिग्या बसा दिए अरविंद केजरीवाल बार-बार यूपी का जिक्र कर रहे हैं। उन्हें बता दूं कि अब लोग यूपी को मॉडल के रूप में देख रहे हैं। हमारे यहां उद्योग धंधे लग रहे हैं। इन लोगों ने ओखला में एक भी उद्योग धंधे नहीं लगाए। आम आदमी पार्टी ने एक सुनियोजित साजिश के तहत यहां उद्योग तो नहीं लगने दिए, लेकिन बांग्लादेशी और रोंहिग्या बसाने का काम किया है। इन घुसपैठियों को आम आदमी पार्टी की तरफ से आधार बांटे जाते हैं। ऐसे लोगों को सत्ता में आने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए। 7. अरविंद केजरीवाल बताएं क्या किसी मंदिर का सुंदरीकरण कराया? सीएम योगी ने कहा- पंजाब में इन्होंने महिलाओं से जो एक हजार रुपए देने का वादा किया, वो वादा पूरा नहीं किया। इसलिए वहां महिलाओं ने इनकी पार्टी का घेराव किया। यहां दिल्ली में ये लोग मुल्ला-मौलवी को वेतन देते थे। आज दिल्ली की आर्थिक स्थिति इतनी बदहाल कर चुके हैं कि उन्हें कई महीनों से वेतन नहीं मिला। वहां से जब हो-हल्ला हुआ, तो उस मुद्दे को डाईलूट करने के लिए कहा कि हम पुजारियों को भी देंगे। मैं अरविंद केजरीवाल और उनकी पूरी टीम से पूछना चाहता हूं कि क्या किसी मंदिर के सुंदरीकरण के कार्ययोजना को कभी आगे बढ़ाया है? मॉडल देखना है तो आइए काशी विश्वनाथ धाम को देखिए। मॉडल देखना है तो अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर को देखिए। मॉडल देखना है तो प्रयागराज के महाकुंभ में आइए। आस्था का सम्मान ऐसे होता है। ———————– यह खबर भी पढ़िए… महाकुंभ में मंत्री के नाम पर दुकानें बेच रहे दलाल:10 लाख तक वसूल रहे; एक बोला- मंत्री नंदी मेरे करीबी; कैमरे पर खुलासा मैंने 14 दुकानें बुक की हैं। सब में 2 से 3 लाख लगे हैं। अब जैसा मुर्गा फंस जाता है, उसी हिसाब से बेच रहा हूं। किसी से 5 लाख, तो किसी से 8 से 10 लाख ले रहा हूंं। यह दावा है प्रयागराज महाकुंभ में दुकानों को ब्लैक में बेचने वाले मधुप्रिया फाउंडेशन (NGO) के डायरेक्टर डॉ. पीके श्रीवास्तव का। वह खुद को यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी की मौसी से जुड़ा बताता है। पढ़ें पूरी खबर… ‘कल आपने देखा कि मेरे साथ संगम में 54 मंत्रियों ने डुबकी लगाई। मैं पूछना चाहता हूं क्या अरविंद केजरीवाल यमुना जी में जाकर अपने मंत्रियों के साथ डुबकी लगा सकते हैं?अगर उनमें नैतिक साहस है, तो उन्हें इसका जवाब देना चाहिए।’ सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये बातें दिल्ली के किराड़ी विधानसभा में भरे मंच से कही। योगी ने कहा- यमुना मैया को एक गंदे नाले में बदलने का अपराध AAP ने किया है। AAP झूठ बोलने की ATM है, इन्होंने जनता से झूठे वादे किए। दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को बसाया। केजरीवाल की राजनीति बांटो और राज करो की है। दिल्ली में बिजली यूपी से 3 गुना महंगी है। AAP ने पंजाब में महिला सम्मान निधि का वादा किया, लेकिन नहीं दी। दिल्ली के दंगों में AAP के विधायक शामिल थे। केजरीवाल को चुनाव के समय पुजारियों की याद आई। 11 सालों में दिल्ली में कोई मंदिर नहीं बनवाया। ये मुल्ले-मौलवियों को वेतन देते थे। योगी ने कहा- देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करने का महाकुंभ के जरिए हमें मौका मिला। इन सभी पूज्य संतों और श्रद्धालुओं को उत्तर प्रदेश को करीब से देखने का मौका मिल रहा है। योगी गुरुवार को दिल्ली की तीन विधानसभा किराड़ी, करोल बाग और जनकपुरी में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। चलिए जानते हैं सीएम योगी के बयान की सात बड़ी बातें…. 1. मेरे साथ 54 मंत्रियों ने एक साथ डुबकी लगाई योगी ने कहा- दिल्ली विधानसभा चुनाव की दृष्टि से आज मुझे यहां आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मैं यहां जब आया, तब मुझे यहां की सड़कों को नजदीक से देखने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मैं कल रात को प्रयागराज से लखनऊ आया। प्रयागराज में इस सदी के पहले महाकुंभ का आयोजन पूरी भव्यता से हो रहा है। आप अनुमान कीजिए कि 13 जनवरी से आज 23 जनवरी तक इन 10 दिनों में 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती…त्रिवेणी के इस संगम में नहाकर पुण्य के भागीदार बने हैं। आप प्रयागराज जाएंगे तो अच्छी शानदार सड़कें मिलेंगी। कहीं गंदगी नहीं मिलेगी। बिजली मिलेगी। कनेक्टिविटी- सड़क, रेलगाड़ी और हवाई जहाज, तीनों की मिलेगी। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के बाद अब लोग मां गंगे कि अविरल धारा को देख रहे हैं। मेरे साथ कल प्रयागराज के संगम में 54 मंत्रियों ने एक साथ स्नान किया। एक साथ डुबकी लगाई। 2. दिल्ली में गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा आज जब हम दिल्ली की स्थिति को देख रहे हैं, यह राष्ट्रीय राजधानी है। तब यहां की सड़कों की हालत, सीवर की हालत, पेयजल की स्थिति, स्वच्छता की स्थिति… ये बुनियादी सुविधाएं होती हैं। हर नागरिक का अधिकार होता है। याद करिए, आज से एक दशक पहले लोग नए काम को देखने के लिए दिल्ली आते थे। तब लोग सुविधा प्राप्त करने के लिए दिल्ली को याद करते थे। अच्छी सड़क और मेट्रो का मॉडल देखने दिल्ली आते थे। श्रद्धेय अटल जी ने इस मॉडल को बनाया था। कोई भी नया काम होता था, लोग दिल्ली आते थे। लेकिन आज क्या स्थिति है, क्या बना दिया है। सड़क पर गड्ढा है या सड़क में गड्ढा है, कुछ पता ही नहीं चलता है। जब से मैं यहां चल रहा हूं तब से दिल्ली में यही देख रहा हूं। 3. गिरोह को खिलवाड़ करने की छूट क्यों दी? ये हमने खिलवाड़ करने की छूट एक व्यक्ति को और उनके गिरोह को क्यों दे दी है? दिल्ली में स्वच्छता की स्थिति कितनी दुर्गतिपूर्ण है, कूड़े का ढेर पड़ा हुआ है। दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी के अंदर इस तरह की दुर्गति हो, हमारे वाहनों को भी सीवर के बहते हुए पानी के ऊपर से गुजरना पड़ा। अभी तो पेयजल का भीषण संकट आने वाला है। 4. अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी विकास नहीं करना चाहते दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के पाप के भुग्तभोगी हमारी पावन मथुरा-वृंदावन के संतों और श्रद्धालु को भी उठाना पड़ता है। वहां मां गंगा एक गंदे नाले में बदलकर जाती है। जब भी नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत मां यमुना की शुद्धता और स्वच्छता की बात आई, तो अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी ने कोई सहयोग नहीं किया। ये सहयोग नहीं करना चाहते, विकास नहीं करना चाहते, किसी विकास कार्य के लिए मौके पर जाकर भौतिक सत्यापन नहीं करना चाहते। जनता की बुनियादी सुविधाओं के लिए काम नहीं करना चाहते। 5. झूठी फिल्मों का प्रदर्शन करना ही AAP का काम आम आदमी पार्टी के लोगों का सिर्फ एक ही काम है। ये लोग सुबह उठकर सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हैं। झूठी फिल्मों का प्रदर्शन करते हैं। झूठे वक्तव्य और प्रेस वार्ता कर गुमराह करते हैं। झूठ के लिए जितना समय बर्बाद करते हैं, उतना विकास और जनता की सुविधा के बारे में सोचा होता, तो 10 सालों में दिल्ली बदल गई होती। दिल्ली का कायाकल्प हो जाता। लेकिन, इन लोगों ने दिल्ली को कूड़ाघर बना दिया है। 6. आम आदमी पार्टी ने ओखला में बांग्लादेशी और रोंहिग्या बसा दिए अरविंद केजरीवाल बार-बार यूपी का जिक्र कर रहे हैं। उन्हें बता दूं कि अब लोग यूपी को मॉडल के रूप में देख रहे हैं। हमारे यहां उद्योग धंधे लग रहे हैं। इन लोगों ने ओखला में एक भी उद्योग धंधे नहीं लगाए। आम आदमी पार्टी ने एक सुनियोजित साजिश के तहत यहां उद्योग तो नहीं लगने दिए, लेकिन बांग्लादेशी और रोंहिग्या बसाने का काम किया है। इन घुसपैठियों को आम आदमी पार्टी की तरफ से आधार बांटे जाते हैं। ऐसे लोगों को सत्ता में आने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए। 7. अरविंद केजरीवाल बताएं क्या किसी मंदिर का सुंदरीकरण कराया? सीएम योगी ने कहा- पंजाब में इन्होंने महिलाओं से जो एक हजार रुपए देने का वादा किया, वो वादा पूरा नहीं किया। इसलिए वहां महिलाओं ने इनकी पार्टी का घेराव किया। यहां दिल्ली में ये लोग मुल्ला-मौलवी को वेतन देते थे। आज दिल्ली की आर्थिक स्थिति इतनी बदहाल कर चुके हैं कि उन्हें कई महीनों से वेतन नहीं मिला। वहां से जब हो-हल्ला हुआ, तो उस मुद्दे को डाईलूट करने के लिए कहा कि हम पुजारियों को भी देंगे। मैं अरविंद केजरीवाल और उनकी पूरी टीम से पूछना चाहता हूं कि क्या किसी मंदिर के सुंदरीकरण के कार्ययोजना को कभी आगे बढ़ाया है? मॉडल देखना है तो आइए काशी विश्वनाथ धाम को देखिए। मॉडल देखना है तो अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर को देखिए। मॉडल देखना है तो प्रयागराज के महाकुंभ में आइए। आस्था का सम्मान ऐसे होता है। ———————– यह खबर भी पढ़िए… महाकुंभ में मंत्री के नाम पर दुकानें बेच रहे दलाल:10 लाख तक वसूल रहे; एक बोला- मंत्री नंदी मेरे करीबी; कैमरे पर खुलासा मैंने 14 दुकानें बुक की हैं। सब में 2 से 3 लाख लगे हैं। अब जैसा मुर्गा फंस जाता है, उसी हिसाब से बेच रहा हूं। किसी से 5 लाख, तो किसी से 8 से 10 लाख ले रहा हूंं। यह दावा है प्रयागराज महाकुंभ में दुकानों को ब्लैक में बेचने वाले मधुप्रिया फाउंडेशन (NGO) के डायरेक्टर डॉ. पीके श्रीवास्तव का। वह खुद को यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी की मौसी से जुड़ा बताता है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Year Ender: एक साल दो चुनाव और चौंकाने वाले नतीजे! कैसी रही 2024 में महाराष्ट्र की राजनीति?
Year Ender: एक साल दो चुनाव और चौंकाने वाले नतीजे! कैसी रही 2024 में महाराष्ट्र की राजनीति? <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News: </strong>महाराष्ट्र में दिसंबर में नई सरकार का गठन हो गया है. महायुति ने पूर्ण बहुमत की सरकार बना ली लेकिन हाल के वर्षों में महाराष्ट्र ने काफी राजनीतिक उठापटक देखा और 2024 ऐसा साल बना जो उस पर विराम लगाता नजर आया. इस राजनीतिक उठापटक की पृष्ठभूमि 2019 में ही लिख दी गई थी जब उद्धव ठाकरे ने अपने पुराने सहयोगी बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस और अविभाजित एनसीपी के साथ सरकार बनाई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र देश के कुछ उन राज्यों में रहा जहां एक साल के भीतर दो चुनाव हुए. एक लोकसभा और दूसरा विधानसभा का चुनाव यहां कराया गया. लोकसभा का चुनाव महायुति (बीजेपी, एनसीपी, शिवसेना) की परीक्षा का वक्त था जिसमें वह बुरी तरह असफल रही लेकिन विधानसभा चुनाव में इसने ना केवल अपनी खोई प्रतिष्ठा वापस पाई बल्कि अगले पांच साल तक सरकार चलाने का बहुमत हासिल कर लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जून 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 40 विधायकों ने उद्धव ठाकरे से विद्रोह कर दिया और बीजेपी के साथ मिलकर महायुति की सरकार बनाई. इसके बाद शिवसेना के नाम और सिंबल पर भी क्लेम कर दिया और असली-नकली की लड़ाई में शिंदे गुट जीत गया. एकनाथ शिंदे के खाते में नाम और सिंबल दोनों चला गया. उद्धव गुट को अपना नाम और सिंबल दोनों बदलना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अजित पवार गुट को मिली NCP की कमान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महाविकास अघाड़ी (शिवसेना-यूबीटी, कांग्रेस, एनसीपी-एसपी) को यह झटका कम नहीं था कि इसकी एक सहयोगी शरद पवार की एनसीपी में उनके भतीजे अजित पवार जुलाई 2023 में विद्रोह कर अपने गुट के विधायकों को लेकर महायुति में शामिल हो गए. उन्होंने भी शरद पवार गठित एनसीपी के नाम और सिंबल पर दावा ठोक दिया. चुनाव आयोग ने फरवरी 2024 में अजित पवार गुट के पक्ष में फैसला सुनाया और पार्टी का नाम, सिंबल और झंडा अजित पवार को आवंटित कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अजित पवार गुट के शामिल होने से महायुति और मजबूत हुई लेकिन यह कितनी मजबूत और जनता इसपर कितना भरोसा जताती है इसकी असली परीक्षा तो लोकसभा चुनाव में होनी थी. यह चुनाव 2019 से बिल्कुल अलग था क्योंकि जो पहले धुर-विरोधी थे वे साथ थे, और जो कट्टर समर्थक थे वे कट्टर बैरी बने हुए थे. उद्धव ठाकरे गुटे बीजेपी के खिलाफ खड़ा था तो एनसीपी का एक गुट बीजेपी के साथ था. इस चुनाव में उद्धव ठाकरे और शरद पवार दोनों ने उनके साथ छल किए जाने और बीजेपी पर उनकी पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया. तमाम मुद्दों के साथ चुनाव में जनता के सामने इसे भी जोर-शोर स उठाया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोकसभा चुनाव में नहीं चला महायुति का सिक्का</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकसभा चुनाव विधानसभा चुनाव से पहले महायुति का शक्ति परीक्षण भी था. इस शक्ति परीक्षण में महायुति को करारी शिकस्त मिली. महाराष्ट्र की सीटों पर नतीजे अप्रत्याशित रहे और विपक्षी महाविकास अघाड़ी ने 48 में से 31 सीटें जीत लीं और सबसे ज्यादा झटका बीजेपी को लगा जिसे केवल 9 सीटें मिलीं जबकि 2019 में उसने 23 सीटें अकेले जीती थीं. महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस ने 13, एनसीपी-एसपी ने सात, शिवसेना-यूबीटी ने 9 सीटें जीतीं जबकि बीजेपी ने 9, शिवसेना ने 7 और एनसीपी ने एक सीट ही जीत पाई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिना सीएम फेस के उतरी महायुति और MVA</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकसभा चुनाव में मिली जीत से महाविकास अघाड़ी अति-उत्साहित थी. नतीजे ने इस चर्चा को भी हवा दे दी कि क्या एनसीपी और शिवसेना का विभाजन राज्य की जता को पसंद नहीं आया. महाविकास अघाड़ी को अब भरोसा होने लगा कि विधानसभा में उसी की सरकार बनेगा जबकि महायुति की वापसी मुश्किल लगने लगी. ढाई साल तक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सरकार चलाने के बाद महायुति फिर अपनी शक्ति जुटाकर मैदान में थी तो दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी थी जिसने लोकसभा चुनाव में उसे बुरी तरह पछाड़ दिया था. दोनों ही गठबंधन में चुनाव के आखिर तक सीएम के चेहरे को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चुनाव की भी घड़ी आ गई. 20 नवंबर को मतदान कराए गए. महायुति की तरफ से बीजेपी ने 149, शिवसेना ने 81 और एनसीपी ने 57 सीटों पर चुनाव लड़ा जबकि महाविकास अघाड़ी की ओर से कांग्रेस 101, शिवसेना-यूबीटी 95 और एनसीपी-एसपी ने 87 सीटों पर प्रत्याशी उतारे. चुनाव में एकबार फिर असली-नकली शिवसेना और एनसीपी का मुद्दा, अडानी का मुद्दा, संविधान का मुद्दा और जाति आधारित आरक्षण का मुद्दा छाया रहा लेकिन विपक्ष के इन मुद्दों का धरातल पर असर होता नजर नहीं आया. क्योंकि चुनाव ना केवल अप्रत्याशित बल्कि ऐतिहासिक रहे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महायुति की प्रचंड जीत के आगे धराशाही हुई MVA</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महायुति ने ना केवल प्रचंड जनादेश हासिल किया जबकि <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के उलट विपक्ष पूरी तरह धराशाही हो गया, नौबत यहां तक आ गई कि विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाने तक के आंकड़े भी किसी विपक्षी पार्टी को नहीं मिले. बीजेपी ने 132 सीट जीती जो कि उसका अब तक सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा, सत्तारूढ़ गठबंधन की शिवसेना ने 57 और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटें जीती. विपक्षी पार्टियां मिलकर भी 50 सीटें नहीं जीत पाई. शिवसेना-यूबीटी ने 20, कांग्रेस को 16 और एनसीपी-एसपी को 10 सीटों पर संतोष करना पड़ा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल का अंत आते-आते महाराष्ट्र को मिल गया नया सीएम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महायुति के सत्ता में आने पर सवाल यह था कि सीएम कौन बनेगा? इसको लेकर रस्साकसी जारी रही. बीजेपी ने ना केवल सबसे ज्यादा सीटें जीती थी बल्कि उसे 6 विधायकों का भी समर्थन था और ऐसे में उसकी सीएम पद पर दावेदारी मजबूत थी. करीब 10 दिनों तक चली जद्दोजहद के बाद यह साफ हो गया बीजेपी का ही सीएम होगा और एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम की कुर्सी पर बैठना होगा. 5 दिसंबर को नई सरकार के मुखिया के तौर पर देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली. अजित पवार और <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> को डिप्टी सीएम बनाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”संजय राउत के घर की रेकी का मामला, आदित्य ठाकरे ने की CM देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/sanjay-raut-house-reiki-aditya-thackeray-met-cm-devendra-fadnavis-mumbai-uddhav-thackeray-ann-2846511″ target=”_self”>संजय राउत के घर की रेकी का मामला, आदित्य ठाकरे ने की CM देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात</a></strong></p>
Maharashtra Weather: गर्मी से मिलेगी राहत! महाराष्ट्र के इन इलाकों में अगले 48 घंटों में हो सकती है बारिश
Maharashtra Weather: गर्मी से मिलेगी राहत! महाराष्ट्र के इन इलाकों में अगले 48 घंटों में हो सकती है बारिश <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Weather Forecast Today:</strong> महाराष्ट्र के कई इलाकों में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र में भारी बारिश की आशंका है. हालांकि मुंबई, ठाणे और कोंकण में आज पूरे दिन गर्मी महसूस हुई, लेकिन आईएमडी ने अगले कुछ घंटों में बारिश की भविष्यवाणी की है. मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ में छिटपुट बारिश देखने को मिल सकती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग के मुताबिक 28 और 29 मई को कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में अलग-अलग स्थानों पर बारिश और कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाराष्ट्र के किन हिस्सों में होगी बारिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य में कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में आज और कल बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, कोंकण में अलग-अलग स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में अलग-अलग स्थानों पर बारिश का अनुमान है, जिससे नागरिकों को गर्मी से राहत मिलने की संभावना है. मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि 29 मई को कोंकण, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाराष्ट्र में किन-किन जगहों पर लू की चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बीच राज्य के अन्य जिलों में भी आज नागरिकों को लू और सूखे का सामना करना पड़ा. कुछ जगहों पर लू की चेतावनी भी दी गई है. धुले, जलगांव, अकोला, अमरावती जिलों के निवासियों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा. मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए येलो हीट अलर्ट जारी किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विदर्भ में तापमान 40 डिग्री के पार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के ब्रह्मपुरी में सोमवार (27 मई) को 47.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे अधिक तापमान है. मंगलवार को भी इस इलाके का तापमान कुछ ऐसा ही था. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. आईएमडी की ओर से दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक, विदर्भ में ब्रह्मपुरी को छोड़कर कई जगहों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार रिकॉर्ड किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Mumbai News: उद्घाटन के 2 महीने बाद ही मुंबई कोस्टल रोड टनल में रिसाव, अब एक्शन मोड में सीएम शिंदे” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/mumbai-undersea-coastal-road-tunnel-leakage-in-2-months-after-opening-maharashtra-cm-eknath-shinde-visits-ann-2701164″ target=”_self”>Mumbai News: उद्घाटन के 2 महीने बाद ही मुंबई कोस्टल रोड टनल में रिसाव, अब एक्शन मोड में सीएम शिंदे</a></strong></p>
लखनऊ एयरपोर्ट पर टर्मिनल एक और टर्मिनल तीन के बीच भटक रहे यात्री, मिल रही तारीख पर तारीख
लखनऊ एयरपोर्ट पर टर्मिनल एक और टर्मिनल तीन के बीच भटक रहे यात्री, मिल रही तारीख पर तारीख <p style=”text-align: justify;”><strong>Chaudhary Charan Singh International Airport: </strong>लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बने टर्मिनल 3 से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने वाली घोषणा अभी अमली जामां नहीं पहन पाई है. यात्रियों से अभी तक तीन बार टर्मिनल 3 से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने की बात कही जा चुकी है, लेकिन अभी भी टर्मिनल 3 से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने नहीं शुरू हो पाई हैं. इस कारण यात्रियों को इस वक्त बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यात्री टर्मिनल 1 से लेकर टर्मिनल 3 के बीच में प्रचंड गर्मी के बीच धक्का खा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चौधरी चरण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए यात्रियों की इस वक्त आवाजाही टर्मिनल 1 से हो रही है. एयरपोर्ट प्रशासन और एयरपोर्ट प्रवक्ता की तरफ से टर्मिनल 3 से उड़ान भरने की जानकारी पहले 30 मई ,फिर 8 जून और फिर 12 जून की दी गई थी लेकिन इसके बावजूद 12 जून को भी उड़ानों का परिचालन टर्मिनल 1 से ही जारी है. एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से दी जा रही सूचनाओं के बाद एयरलाइंस भी यात्रियों के टर्मिनल में बदलाव की जानकारी दे रहे हैं, इसके कारण यात्रियों को पहले से तीसरे टर्मिनल के बीच में भटकना पड़ रहा है.</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>एयरपोर्ट प्रशासन ने क्या कहा?</strong><br />एयरपोर्ट की तरफ से पहले 30 मई की तारीख दी गई थी, फिर 8 जून से सभी इंटरनेशनल उड़ानों को टर्मिनल 3 पर शिफ्ट करने की बात कही गई थी और फिर 12 जून से एक बार फिर से इंटरनेशनल उड़ानों को टर्मिनल 3 पर शिफ्ट करने की बात कही गई थी पर आखिरी वक्त में इसमें बदलाव करना पड़ा. हाल के दिनों में यात्री जब पूर्ण निर्धारित समय के अनुरूप टर्मिनल 3 की तरफ पहुंच गए तो वहां मौजूद सुरक्षा अधिकारियों ने उनको वापस टर्मिनल एक पर जाने को कहा , जिस कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में एयरपोर्ट के प्रवक्ता रूपेश जानवे ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि एयरपोर्ट का टर्मिनल 3 पूरी तरीके से तैयार है और कुछ औपचारिकताएं पूरी होते ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन टर्मिनल 3 से शुरू हो जाएगा.</p>