प्रयागराज में सीएम योगी ने कहा- हम अपराध और अपराधियों को बख्शेंगे नहीं। हम सुरक्षा और सम्मान सबको देंगे। विकास सभी का करेंगे। लेकिन, किसी ने राह चलती बेटी पर हाथ डालने का प्रयास किया तो उसके हाथ अलग होंगे, पैर अलग होंगे। जुलूस निकलवा देंगे। सीएम ने कहा- बड़ी बड़ी घोषणा करने वाले लोग माफिया के सामने कभी नाक रगड़ते थे। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे। बुलडोजर चलाने के लिए हिम्मत चाहिए। ये दंगाइयों और माफियाओं के सामने नाक रगड़ने वाले क्या बुलडोजर चलाएंगे। इन्हें बुलडोजर देखते ही हार्ट अटैक आ जाएगा। सीएम योगी ने फूलपुर के इफको में रोजगार मेला का शुभारंभ किया। यहीं पर 15448 युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे। 633 करोड़ की 407 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। फूलपुर विधानसभा क्षेत्र को 111 करोड़ की 146 परियोजनाओं की सौगात दी। प्रयागराज में सीएम योगी ने कहा- हम अपराध और अपराधियों को बख्शेंगे नहीं। हम सुरक्षा और सम्मान सबको देंगे। विकास सभी का करेंगे। लेकिन, किसी ने राह चलती बेटी पर हाथ डालने का प्रयास किया तो उसके हाथ अलग होंगे, पैर अलग होंगे। जुलूस निकलवा देंगे। सीएम ने कहा- बड़ी बड़ी घोषणा करने वाले लोग माफिया के सामने कभी नाक रगड़ते थे। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे। बुलडोजर चलाने के लिए हिम्मत चाहिए। ये दंगाइयों और माफियाओं के सामने नाक रगड़ने वाले क्या बुलडोजर चलाएंगे। इन्हें बुलडोजर देखते ही हार्ट अटैक आ जाएगा। सीएम योगी ने फूलपुर के इफको में रोजगार मेला का शुभारंभ किया। यहीं पर 15448 युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे। 633 करोड़ की 407 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। फूलपुर विधानसभा क्षेत्र को 111 करोड़ की 146 परियोजनाओं की सौगात दी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चौटाला के मंत्री बने रहने पर विवाद:निर्दलीय MLA के तौर पर शपथ, अब विधायकी से इस्तीफा दे चुके, फिर भी मंत्रीपद बरकरार
हरियाणा में चौटाला के मंत्री बने रहने पर विवाद:निर्दलीय MLA के तौर पर शपथ, अब विधायकी से इस्तीफा दे चुके, फिर भी मंत्रीपद बरकरार हरियाणा के ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला की मुख्यमंत्री नायब सैनी की कैबिनेट में नियुक्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वह 12 मार्च को निर्दलीय विधायक के रूप में सरकार में शामिल हुए थे। इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए। 24 मार्च को उन्होंने रानियां विधानसभा की सीट से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में अब उन्हें कैबिनेट में शामिल होने के लिए दोबारा मंत्री की शपथ लेनी होगी। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के वकील हेमंत कुमार ने उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए इसकी शिकायत राष्ट्रपति से भी की है। जहां से हरियाणा के मुख्य सचिव को लेटर भेजकर इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही कर इसकी सूचना शिकायतकर्ता को भेजने को कहा गया है। रणजीत चौटाला को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस कैंडिडेट जयप्रकाश ने हरा दिया। यहां पढ़िए कब क्या हुआ…
हरियाणा में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में गठित भाजपा की नई सरकार 12 जून को अपने 3 माह का कार्यकाल पूरा कर चुकी है। 12 मार्च को मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ शपथ लेने वाले 5 कैबिनेट मंत्रियों में रणजीत सिंह भी शामिल थे, जो तब सिरसा जिले की रानियां विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक थे। 22 मार्च को रणजीत को ऊर्जा और जेल विभाग आबंटित किए गए। हालांकि वह पिछली मनोहर लाल खट्टर सरकार में भी इन विभागों के मंत्री रह चुके थे। इसके बाद 24 मार्च की शाम रणजीत सिंह भाजपा में शामिल हो गए। जिसके कुछ समय बाद ही उन्हें हिसार लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। जिस कारण रणजीत ने उसी दिन विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया। इसलिए रणजीत चौटाला ने दिया इस्तीफा
चूंकि निर्दलीय विधायक रहते हुए कोई भी किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो सकता। यदि वह ऐसा करता है तो उसे दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत विधानसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। हालांकि विधायक पद से त्यागपत्र के साथ रणजीत ने प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्रीपद ने अपना इस्तीफा नहीं दिया। रानियां विधानसभा सीट से विधायक पद से त्यागपत्र देने के बाद स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने उसे स्वीकार कर लिया। क्यों उठ रहे नियुक्ति पर सवाल
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने 2 मई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और हरियाणा गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को लेटर लिखकर उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाए थे। लेटर में लिखा कि रणजीत सिंह 12 मार्च को वर्तमान 14वीं हरियाणा विधानसभा के सदस्य (विधायक) थे। इस दिन उन्होंने सीएम नायब सैनी के साथ मंत्रीपद के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसके बाद 24 मार्च 2024 से विधायक के रूप में उनका इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद अब वह पूर्व विधायक या दूसरे शब्दों में एक गैर-विधायक हो गए हैं। मंत्री बने रहने के लिए लेनी होगी दोबारा शपथ
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164(4) के अनुसार गैर- विधायक के तौर पर अधिकतम 6 माह तक मंत्रीपद पर तो रह सकते हैं, लेकिन उसके लिए उन्हें हरियाणा के राज्यपाल द्वारा मंत्री के रूप में नए सिरे से पद एवं गोपनीयता की शपथ लेनी होगी। क्योंकि 24 मार्च 2024 से वे गैर-विधायक हैं। टेक्निकल सवाल यह भी है कि जब उन्होंने मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी तब वह निर्दलीय विधायक थे, लेकिन अब वह भाजपा में शामिल हो चुके हैं, इसलिए गैर-विधायक होने के नाते मंत्री के रूप में उनका नया कार्यकाल माना जाएगा। कानूनी जानकारों का क्या कहना है?
राष्ट्रपति सचिवालय के अंडर सेक्रेटरी द्वारा 9 मई को इस विषय पर हरियाणा के मुख्य सचिव को लिखकर मामले में आवश्यक कार्यवाही करने एवं उसकी सूचना याचिकाकर्ता को देने बारे कहा गया था, हालांकि अभी तक हेमंत को हरियाणा सरकार से कोई जवाब नहीं प्राप्त हुआ है। हेमंत का कहना है कि जब भी केंद्र सरकार या राज्य सरकार में नियुक्त किसी मंत्री का निर्वाचन (सांसद या विधायक के रूप में, जैसा भी मामला हो) संबंधित उच्च न्यायालय या भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रद्द या अमान्य घोषित कर दिया जाता है तो ऐसे सांसद या विधायक को तत्काल केंद्र सरकार या राज्य सरकार में मंत्रीपद से इस्तीफा देना होता है। वह व्यक्ति यह तर्क नहीं दे सकता कि गैर-सांसद या गैर-विधायक के रूप में भी, वह सांसद या विधायक के रूप में अपने अयोग्य होने की तिथि से अधिकतम छह महीने तक केंद्र या राज्य सरकार में मंत्री के रूप में बना रह सकता है।
Indore: चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देकर मांगे पैसे, प्रधान आरक्षक के खिलाफ एक्शन
Indore: चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देकर मांगे पैसे, प्रधान आरक्षक के खिलाफ एक्शन <p dir=”ltr” style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मोटरसाइकिल चोरी के मामले में आरोपी बनाने की धमकी देकर एक पुलिस वाले ने कारखाना संचालक से 50000 रुपये की डिमांड की. पुलिस कर्मचारियों ने अपना दोस्त को रिश्वत की राशि लेने के लिए भेज दिया. इस मामले में लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है.<br /><br />इंदौर लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि महाराष्ट्र के मलकापुर में रहने वाले दीपक पाटिल की ओर से शिकायत की गई थी कि उनके मित्र अभिजीत विलास की मलकापुर में ईट बनाने की फैक्ट्री है, जहां पर नेपानगर, बुरहानपुर के ठेकेदार के माध्यम से कुछ मजदूरों द्वारा काम किया जाता है. <br /><br />मजदूर 50000 रुपये का पेमेंट लेकर काम पर नहीं लौटे. इस पर ठेकेदार मजदूर की मोटरसाइकिल रख ली. दूसरी तरफ मजदूर ने नेपानगर थाने में वाहन चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर दी. इस चोरी के मामले में प्रधान आरक्षक दयाराम सिल्वेकर द्वारा 50,000 रुपये की राशि मांगी गई, जिसकी शिकायत फरियादी लोकायुक्त पुलिस से कर दी.</p>
<p dir=”ltr” style=”text-align: justify;”><strong>भ्रष्टाचार का मामला किया गया है दर्ज</strong> <br />लोकायुक्त पुलिस ने बुरहानपुर में 50,000 रुपये रिश्वत के मामले में ट्रैप करने के लिए जाल बिछाया. दयाराम सिल्वेकर बाहर होने की वजह से उनके द्वारा बुरहानपुर के लालबाग थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को रिश्वत की राशि लेने के लिए भेज दिया. लोकायुक्त पुलिस ने पवन शर्मा को भी पकड़ लिया, जबकि दयाराम सिल्वेकर के खिलाफ भी भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है. <br /><br /><strong>रिश्वत लेने की इतनी जल्दी कि दोस्तों को फंसाया</strong> <br />रिश्वत मांगने का मामला दयाराम सिल्वेकर का था लेकिन उसने पवन शर्मा को भी फंसा दिया. लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि दयाराम सिल्वेकर कहीं पर बाहर था लेकिन उसे रिश्वत लेने की इतनी जल्दी थी कि उसने बुरहानपुर में सूर्यम रेजिडेंसी के मुख्य द्वार के बाहर कार्यवाहक प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को भेज दिया. अब पवन शर्मा के खिलाफ भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 के तहत कार्रवाई की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”एमपी में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर 4000 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन, इन जिलों में भारी निवेश की संभावना” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/narmadapuram-registration-regional-industry-conclave-investment-proposals-ann-2837412″ target=”_self”>एमपी में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर 4000 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन, इन जिलों में भारी निवेश की संभावना</a></strong></p>
Delhi News: पार्षदों की LG द्वारा नियुक्ति सही या गलत? कल फैसला सुनाएंगे सुप्रीम कोर्ट के जज
Delhi News: पार्षदों की LG द्वारा नियुक्ति सही या गलत? कल फैसला सुनाएंगे सुप्रीम कोर्ट के जज <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News</strong>: एलजी विनय कुमार सक्सेना (VK Saxena) द्वारा बिना मंत्रियों की सलाह के MCD में पार्षदों को मनोनीत किए जाने के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)p में याचिका दाखिल की थी. इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 5 अगस्त को फैसला सुनाएगा. इस मामले में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पी एस नरसिम्हा, जेबी परदीवाला ने पिछले साल 17 मई को सुनवाई के बाद आदेश को सुरक्षित रख लिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में फैसले जस्टिस पी एस नरसिम्हा करेंगे. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल इस मामले में कहा था कि एमसीडी के पार्षद मनोनीत करने की शक्ति उपराज्यपाल के पास होने का मतलब है कि वह नगर निगम को अस्थिर कर सकते हैं. बता दें कि एमसीडी में 250 निर्वाचित और 10 मनोनीत सदस्य होते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मनोनीत करने के पीछे दी गई थी यह दलील</strong><br />पिछले साल जब पार्षदों को मनोनीत किया गया था तब एलजी ऑफिस की ओऱ से कहा गया था कि डीएमसी एक्ट के तहत प्राप्त शक्तियों के तहत दिल्ली के प्रशासक यानी उपराज्यपाल को 10 लोगों को नगर निगम में मनोनीत करने का अधिकार है. इसमें कहा गया था कि उपराज्यपाल को कानूनी और संवैधानिक प्रावधानों के तहत पार्षदों की नियुक्ति का पूरा अधिकार है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम केजरीवाल ने एलजी को दिया था यह जवाब</strong><br />इसके बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और एलजी एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए थे. जिसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल की ओऱ से यह दावा किया गया था कि एमसीडी में सदस्यों का मनोनयन दिल्ली सरकार द्वारा किया जाता है लेकिन एलजी ने बिना सरकार से सलाह लिए सदस्यों को नामित कर दिया है. उनका कहना था कि संविधान के तहत मनोनयन का अधिकार सरकार के पास है. उन्होंने कहा था कि कई दशकों से दिल्ली एमसीडी में सदस्यों को सरकार की मनोनीत करती आई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”‘हरियाणा के लाल अरविंद केजरीवाल ने देश की…’, AAP की कुरुक्षेत्र रैली में सुनीता केजरीवाल बोलीं” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/sunita-kejriwal-said-haryana-son-arvind-kejriwal-glory-to-country-aap-kurukshetra-rally-2753223″ target=”_self”>’हरियाणा के लाल अरविंद केजरीवाल ने देश की…’, AAP की कुरुक्षेत्र रैली में सुनीता केजरीवाल बोलीं</a></strong></p>