जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया के भाई अक्षय प्रताप ने भाभी भानवी सिंह को जवाब दिया है। उन्होंने कहा- भाभी जी धन के लालच में और कितना गिरेंगी? अब भइया की इज्जत सोशल मीडिया पर उछालना बंद करें। मैं किसी भी कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हूं। न्याय प्रणाली पर मुझे भरोसा है। शायद आपको नहीं, तभी आपको सरकारी एजेंसियां और कोर्ट बिकाऊ लगते हैं। भानवी सिंह ने आज सुबह गृहमंत्री अमित शाह से इंसाफ की गुहार लगाई थी। उन्होंने X पर लिखा- गृहमंत्री निष्पक्ष न्याय दिलाने में मदद करें। दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा प्रतापगढ़ MLC अक्षय प्रताप सिंह को जालसाजी और धोखाधड़ी मामले में बचाने की कोशिश कर रही है। अक्षय बोले- जांच चाहे जहां चले, जीत सत्य की होगी
अक्षय प्रताप ने कहा- पूर्व भाभी साब, सांच को आंच नहीं। जांच चाहे जहां चले, जीत सत्य की ही होनी है। आप सही होतीं तो भइया आपके साथ होते, बच्चे आपका साथ देते, लेकिन इस जालसाजी और झूठ में वो भी आपके साथ नहीं हैं। प्रभु श्रीराम आपको सद्बुद्धि दें
आपने औरों के साथ भी धोखाधड़ी की। समय के साथ सबके सामने आएगा। प्रभु श्रीराम आपको सद्बुद्धि दें कि आप परिवार की और भइया की इज्जत सोशल मीडिया पर उछालना बंद करें। उन्होंने कहा- आपके निशाने पर सिर्फ मैं ही अकेला नहीं, भइया के जो करीबी हैं, उन सभी पर आपने केस ठोक रखा है। धन के लालच में और कितना गिरेंगी? क्या है पूरा मामला
30 सितंबर, 2022 को भानवी ने लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि अक्षय ने साथियों के साथ उनकी फर्म सारंग इंटरप्राइजेज के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों पर कब्जा करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए। उन्होंने तहरीर में अक्षय प्रताप और उनके लोगों पर FIR दर्ज करने की मांग की थी। जब पुलिस ने अक्षय प्रताप के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया, तो इसको लेकर वह MP/MLA कोर्ट पहुंच गईं। उन्होंने अक्षय प्रताप समेत 5 अन्य के खिलाफ नई दिल्ली के ईओडब्ल्यू थाने में केस दर्ज कराया। एमएलसी पर फर्जीवाड़े समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ। इसके बाद से विवाद गहराने लगा है। राजा भैया ने कहा था- यह घर घर की कहानी है
इसके बाद राजा भैया ने बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने कहा था कि मैं अपने छोटे भाई के साथ हूं। FIR हुई है, जो सच्चाई होगी वो बाहर आएगी। कोई चिंता की बात नहीं है। जहां तक हमारी जानकारी है, इसमें कोई धोखाधड़ी, बाकी विवेचना का विषय है। इसमें कोई जल्दबाजी नहीं है, यह घर-घर की कहानी है। सांसद भी रह चुके हैं अक्षय प्रताप
अक्षय प्रताप सांसद भी रह चुके हैं। एमएलसी को फर्जी पते पर रिवाल्वर का लाइसेंस मामले में सजा भी मिली थी। वे राजा भैया के करीबी और रिश्तेदार हैं। वो 3 बार एमएलसी और एक बार सांसद रह चुके हैं। अब उनके खिलाफ राजा भैया की पत्नी के खड़े होने को लेकर तरह-तरह की चर्चा चल रही है। वह लोकसभा चुनाव के पहले भी एक्स पर लगातार ट्वीट कर सीएम व पुलिस अधिकारियों से न्याय मांगती रहीं हैं। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया के भाई अक्षय प्रताप ने भाभी भानवी सिंह को जवाब दिया है। उन्होंने कहा- भाभी जी धन के लालच में और कितना गिरेंगी? अब भइया की इज्जत सोशल मीडिया पर उछालना बंद करें। मैं किसी भी कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हूं। न्याय प्रणाली पर मुझे भरोसा है। शायद आपको नहीं, तभी आपको सरकारी एजेंसियां और कोर्ट बिकाऊ लगते हैं। भानवी सिंह ने आज सुबह गृहमंत्री अमित शाह से इंसाफ की गुहार लगाई थी। उन्होंने X पर लिखा- गृहमंत्री निष्पक्ष न्याय दिलाने में मदद करें। दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा प्रतापगढ़ MLC अक्षय प्रताप सिंह को जालसाजी और धोखाधड़ी मामले में बचाने की कोशिश कर रही है। अक्षय बोले- जांच चाहे जहां चले, जीत सत्य की होगी
अक्षय प्रताप ने कहा- पूर्व भाभी साब, सांच को आंच नहीं। जांच चाहे जहां चले, जीत सत्य की ही होनी है। आप सही होतीं तो भइया आपके साथ होते, बच्चे आपका साथ देते, लेकिन इस जालसाजी और झूठ में वो भी आपके साथ नहीं हैं। प्रभु श्रीराम आपको सद्बुद्धि दें
आपने औरों के साथ भी धोखाधड़ी की। समय के साथ सबके सामने आएगा। प्रभु श्रीराम आपको सद्बुद्धि दें कि आप परिवार की और भइया की इज्जत सोशल मीडिया पर उछालना बंद करें। उन्होंने कहा- आपके निशाने पर सिर्फ मैं ही अकेला नहीं, भइया के जो करीबी हैं, उन सभी पर आपने केस ठोक रखा है। धन के लालच में और कितना गिरेंगी? क्या है पूरा मामला
30 सितंबर, 2022 को भानवी ने लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि अक्षय ने साथियों के साथ उनकी फर्म सारंग इंटरप्राइजेज के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों पर कब्जा करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए। उन्होंने तहरीर में अक्षय प्रताप और उनके लोगों पर FIR दर्ज करने की मांग की थी। जब पुलिस ने अक्षय प्रताप के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया, तो इसको लेकर वह MP/MLA कोर्ट पहुंच गईं। उन्होंने अक्षय प्रताप समेत 5 अन्य के खिलाफ नई दिल्ली के ईओडब्ल्यू थाने में केस दर्ज कराया। एमएलसी पर फर्जीवाड़े समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ। इसके बाद से विवाद गहराने लगा है। राजा भैया ने कहा था- यह घर घर की कहानी है
इसके बाद राजा भैया ने बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने कहा था कि मैं अपने छोटे भाई के साथ हूं। FIR हुई है, जो सच्चाई होगी वो बाहर आएगी। कोई चिंता की बात नहीं है। जहां तक हमारी जानकारी है, इसमें कोई धोखाधड़ी, बाकी विवेचना का विषय है। इसमें कोई जल्दबाजी नहीं है, यह घर-घर की कहानी है। सांसद भी रह चुके हैं अक्षय प्रताप
अक्षय प्रताप सांसद भी रह चुके हैं। एमएलसी को फर्जी पते पर रिवाल्वर का लाइसेंस मामले में सजा भी मिली थी। वे राजा भैया के करीबी और रिश्तेदार हैं। वो 3 बार एमएलसी और एक बार सांसद रह चुके हैं। अब उनके खिलाफ राजा भैया की पत्नी के खड़े होने को लेकर तरह-तरह की चर्चा चल रही है। वह लोकसभा चुनाव के पहले भी एक्स पर लगातार ट्वीट कर सीएम व पुलिस अधिकारियों से न्याय मांगती रहीं हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर