राज्यपाल तक पहुंचा अंबेडकर के ‘अपमान’ का मामला, BJP के प्रतिनिधिमंडल ने क्या मांग की? जानें

राज्यपाल तक पहुंचा अंबेडकर के ‘अपमान’ का मामला, BJP के प्रतिनिधिमंडल ने क्या मांग की? जानें

<p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Politics: </strong><span style=”font-weight: 400;”>आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) पर अंबेडकर के अपमान का आरोप लगा है. अब यह मामला बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) तक पहुंच गया है. मंगलवार (17 जून, 2025) को बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. ज्ञापन सौंपते हुए इसके जरिए कहा गया कि लालू यादव से इस विषय पर स्पष्टीकरण एवं सार्वजनिक क्षमा याचना की मांग की जाए.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से कहा गया कि भविष्य में किसी भी संवैधानिक प्रतीक एवं महापुरुषों के अपमान की पुनरावृत्ति रोकने के लिए राजनीतिक दलों को कड़ा निर्देश दिया जाए. राज्यपाल से आग्रह किया गया कि आप इस संवेदनशील विषय पर हस्तक्षेप कर न्याय सुनिश्चित करें. दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा समाज के आत्मसम्मान की रक्षा करें.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>प्रतिनिधिमंडल में बिहार सरकार में मंत्री जनक राम, कृष्ण नंदन पासवान, अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य अजीत कुमार चौधरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. गुरु प्रकाश पासवान, बिहार बीजेपी मीडिया सेल के प्रमुख दानिश इकबाल, सुबोध पासवान, भारती सुमन पासवान आदि शामिल थे.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 11 जून (2025) को अपना 78वां जन्मदिन मनाया था. इस मौके पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा जिसमें दिख रहा था कि लालू यादव कुर्सी पर बैठे हैं और उनके सामने एक दूसरी कुर्सी है जिस पर वे अपने पैर को रखे हुए हैं. उसी समय एक समर्थक अंबेडकर की तस्वीर लेकर आता है और पास में खड़ा होकर फोटो खिंचवाने लगता है. इसी मुद्दे को लेकर लालू यादव से माफी मांगने की मांग की जा रही है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने अपने ज्ञापन में साफ कहा गया है कि लालू यादव की ओर से किए गए इस कार्य (अंबेडकर का अपमान) से प्रदेश भर में आक्रोश है. अब तक लालू यादव एवं आरजेडी की ओर से कोई औपचारिक क्षमा याचना तक नहीं की गई है जो उनके असंवेदनशील एवं अहंकारी व्यवहार को और स्पष्ट करता है.</span></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Politics: </strong><span style=”font-weight: 400;”>आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) पर अंबेडकर के अपमान का आरोप लगा है. अब यह मामला बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) तक पहुंच गया है. मंगलवार (17 जून, 2025) को बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. ज्ञापन सौंपते हुए इसके जरिए कहा गया कि लालू यादव से इस विषय पर स्पष्टीकरण एवं सार्वजनिक क्षमा याचना की मांग की जाए.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से कहा गया कि भविष्य में किसी भी संवैधानिक प्रतीक एवं महापुरुषों के अपमान की पुनरावृत्ति रोकने के लिए राजनीतिक दलों को कड़ा निर्देश दिया जाए. राज्यपाल से आग्रह किया गया कि आप इस संवेदनशील विषय पर हस्तक्षेप कर न्याय सुनिश्चित करें. दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा समाज के आत्मसम्मान की रक्षा करें.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>प्रतिनिधिमंडल में बिहार सरकार में मंत्री जनक राम, कृष्ण नंदन पासवान, अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य अजीत कुमार चौधरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. गुरु प्रकाश पासवान, बिहार बीजेपी मीडिया सेल के प्रमुख दानिश इकबाल, सुबोध पासवान, भारती सुमन पासवान आदि शामिल थे.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 11 जून (2025) को अपना 78वां जन्मदिन मनाया था. इस मौके पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा जिसमें दिख रहा था कि लालू यादव कुर्सी पर बैठे हैं और उनके सामने एक दूसरी कुर्सी है जिस पर वे अपने पैर को रखे हुए हैं. उसी समय एक समर्थक अंबेडकर की तस्वीर लेकर आता है और पास में खड़ा होकर फोटो खिंचवाने लगता है. इसी मुद्दे को लेकर लालू यादव से माफी मांगने की मांग की जा रही है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने अपने ज्ञापन में साफ कहा गया है कि लालू यादव की ओर से किए गए इस कार्य (अंबेडकर का अपमान) से प्रदेश भर में आक्रोश है. अब तक लालू यादव एवं आरजेडी की ओर से कोई औपचारिक क्षमा याचना तक नहीं की गई है जो उनके असंवेदनशील एवं अहंकारी व्यवहार को और स्पष्ट करता है.</span></p>  बिहार जालौर के रानीवाड़ा में भारी बारिश से जलभराव, अस्पताल बना तालाब, मरीजों की बढ़ी परेशानी