रेवाड़ी का बिलासपुर चौक होगा जाम मुक्त:तत्काल राहत के लिए सर्विस रोड की मरम्मत हुई, फ्लाईओवर बनने में लगेगा एक और साल

रेवाड़ी का बिलासपुर चौक होगा जाम मुक्त:तत्काल राहत के लिए सर्विस रोड की मरम्मत हुई, फ्लाईओवर बनने में लगेगा एक और साल

हरियाणा के गुरुग्राम जिले में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बिलासपुर चौक पर बन रहे फ्लाईओवर के धीमी गति से निर्माण से लोग काफी परेशान हैं। हालांकि, बढ़ते ट्रैफिक दबाव को देखते हुए एनएचएआई की ओर से सर्विस रोड की मरम्मत करा दी गई है। कुछ दिन पहले सर्विस रोड की हालत ठीक न होने के कारण काफी हंगामा हुआ था। जिसके बाद एनएचएआई ने तेजी के साथ काम किया। अब पैनल का काम पूरा हो चुका है। सर्विस रोड को जल्द से जल्द ठीक करने की वजह यह है कि कुछ महीने पहले ग्रामीणों ने महापंचायत की थी, जिसके बाद काम में तेजी लाई गई थी। करीब एक साल पहले पचगांव आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा करते हुए अक्टूबर 2024 तक इसे बनकर तैयार होने की बात कही थी। लेकिन अक्टूबर महीना बीतने को है। लेकिन फ्लाईओवर के धीमे काम के कारण अब इसका निर्माण कार्य अगले साल तक होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि फरवरी महीने में यहां करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से आधारभूत ढांचे का निर्माण शुरू किया गया था। एनएचएआई ने नवंबर-दिसंबर तक काम पूरा करने की उम्मीद जताई थी। लेकिन मौजूदा हालात ऐसे हैं कि दिसंबर तक काम पूरा होना बहुत मुश्किल है। क्योंकि काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। 650 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर को तीन स्पैन में बनाया जाना है, ताकि किसी भी तरफ से आने वाले वाहन बिना रुके निकल सकें। दोनों तरफ 7-7 मीटर का बेस बनाया जाना है। पहला स्पेन 20 मीटर, दूसरा 30 मीटर और तीसरा स्पेन भी 20 मीटर का बनेगा। सरफेस के लिए 7-7 मीटर चौड़ी सर्विस लाइन अलग से बनाई जाएगी। इसके अलावा दो स्मार्ट व्हीकल अंडरपास (एसवीयूपी) भी बनाए जाएंगे, ताकि दिल्ली और जयपुर दोनों तरफ से आने वाले वाहनों का आवागमन बगैर रोक-टोक हो सके। हर दिन 80 से 90 हजार वाहन गुजरते हैं बिलासपुर के एक तरह हरियाणा का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल हब मानेसर तो दूसरी तरफ बावल और धारूहेड़ा है। इंडस्ट्रियल एरिया में आने-जाने वाले वाहनों के कारण यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। दरअसल, बिलासपुर चौक ट्रैफिक और कनेक्टिविटी के हिसाब से महत्वपूर्ण जंक्शन के तौर पर पहचान रखता है। यहां से रोजाना करीब 80 से 90 हजार वाहन गुजरते हैं। धारूहेड़ा, रेवाड़ी, बावल, खुशखेड़ा, भिवाड़ी, टपूकड़ा, शाहजहांपुर, बहरोड़, नीमराना, जयपुर से औद्योगिक इलाकों से आने वाले वाहन इसी चौक से होकर पंजाब की तरफ बढ़ते हैं। यानी उक्त क्षेत्रों से आने वाले यातायात को पटौदी, झज्जर, रोहतक, हिसार, जींद के रास्ते पंजाब की तरफ यहीं से होकर जाना होता है। तीन राज्यों के कॉर्मशियल व्हीकल यहीं से गुजरते हैं मथुरा, मेरठ, कानपुर, आगरा, गुरुग्राम, दिल्ली, फरीदाबाद, पलवल से आने वाला यातायात भी जयपुर, झज्जर, रोहतक, हिसार, जींद और पंजाब की ओर यहां से जाता है। दिल्ली से जयपुर हाइवे पर स्थित यह चौक, हरियाणा के साथ राजस्थान के अलावा उत्तरप्रदेश और पंजाब के यातायात को देश के दूसरे शहरों से जोड़ने का मुख्य जंक्शन के तौर पर काम करता है। ट्रांसपोर्टरों को होगा बड़ा फायदा फ्लाईओवर बनने से ट्रांसपोर्ट को सबसे ज्यादा फायदा होगा। ट्रांसपोर्टर राजेश, रामपाल ने बताया कि कई बार यहां जाम इतना ज्यादा लग जाता है कि गुजरने में भी घंटों लग जाते हैं। ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र के जिन वाहनों को अपने समय पर पहुंचना होता है वह लेट हो जाते हैं। कई बार तो समय पर माल पहुंच भी नहीं पाता है। ऐसे में उद्योगों को काफी नुकसान पहुंचता है। फ्लाईओवर बनने के बाद आसपास स्थित सभी औद्योगिक क्षेत्रों को इन समस्याओं से राहत मिलेगी। पैनल का काम हो चुका पूरा; प्रोजेक्ट मैनेजर प्रोजेक्ट मैनेजर योगेश तिलक के मुताबिक, अभी पैनल का काम पूरा हो चुका है। सेटलमेंट का कार्य चल रहा है। हालांकि, सर्विस रोड को अच्छी तरीके से बना दिया गया है ताकि आने जाने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो। हरियाणा के गुरुग्राम जिले में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बिलासपुर चौक पर बन रहे फ्लाईओवर के धीमी गति से निर्माण से लोग काफी परेशान हैं। हालांकि, बढ़ते ट्रैफिक दबाव को देखते हुए एनएचएआई की ओर से सर्विस रोड की मरम्मत करा दी गई है। कुछ दिन पहले सर्विस रोड की हालत ठीक न होने के कारण काफी हंगामा हुआ था। जिसके बाद एनएचएआई ने तेजी के साथ काम किया। अब पैनल का काम पूरा हो चुका है। सर्विस रोड को जल्द से जल्द ठीक करने की वजह यह है कि कुछ महीने पहले ग्रामीणों ने महापंचायत की थी, जिसके बाद काम में तेजी लाई गई थी। करीब एक साल पहले पचगांव आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा करते हुए अक्टूबर 2024 तक इसे बनकर तैयार होने की बात कही थी। लेकिन अक्टूबर महीना बीतने को है। लेकिन फ्लाईओवर के धीमे काम के कारण अब इसका निर्माण कार्य अगले साल तक होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि फरवरी महीने में यहां करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से आधारभूत ढांचे का निर्माण शुरू किया गया था। एनएचएआई ने नवंबर-दिसंबर तक काम पूरा करने की उम्मीद जताई थी। लेकिन मौजूदा हालात ऐसे हैं कि दिसंबर तक काम पूरा होना बहुत मुश्किल है। क्योंकि काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। 650 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर को तीन स्पैन में बनाया जाना है, ताकि किसी भी तरफ से आने वाले वाहन बिना रुके निकल सकें। दोनों तरफ 7-7 मीटर का बेस बनाया जाना है। पहला स्पेन 20 मीटर, दूसरा 30 मीटर और तीसरा स्पेन भी 20 मीटर का बनेगा। सरफेस के लिए 7-7 मीटर चौड़ी सर्विस लाइन अलग से बनाई जाएगी। इसके अलावा दो स्मार्ट व्हीकल अंडरपास (एसवीयूपी) भी बनाए जाएंगे, ताकि दिल्ली और जयपुर दोनों तरफ से आने वाले वाहनों का आवागमन बगैर रोक-टोक हो सके। हर दिन 80 से 90 हजार वाहन गुजरते हैं बिलासपुर के एक तरह हरियाणा का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल हब मानेसर तो दूसरी तरफ बावल और धारूहेड़ा है। इंडस्ट्रियल एरिया में आने-जाने वाले वाहनों के कारण यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। दरअसल, बिलासपुर चौक ट्रैफिक और कनेक्टिविटी के हिसाब से महत्वपूर्ण जंक्शन के तौर पर पहचान रखता है। यहां से रोजाना करीब 80 से 90 हजार वाहन गुजरते हैं। धारूहेड़ा, रेवाड़ी, बावल, खुशखेड़ा, भिवाड़ी, टपूकड़ा, शाहजहांपुर, बहरोड़, नीमराना, जयपुर से औद्योगिक इलाकों से आने वाले वाहन इसी चौक से होकर पंजाब की तरफ बढ़ते हैं। यानी उक्त क्षेत्रों से आने वाले यातायात को पटौदी, झज्जर, रोहतक, हिसार, जींद के रास्ते पंजाब की तरफ यहीं से होकर जाना होता है। तीन राज्यों के कॉर्मशियल व्हीकल यहीं से गुजरते हैं मथुरा, मेरठ, कानपुर, आगरा, गुरुग्राम, दिल्ली, फरीदाबाद, पलवल से आने वाला यातायात भी जयपुर, झज्जर, रोहतक, हिसार, जींद और पंजाब की ओर यहां से जाता है। दिल्ली से जयपुर हाइवे पर स्थित यह चौक, हरियाणा के साथ राजस्थान के अलावा उत्तरप्रदेश और पंजाब के यातायात को देश के दूसरे शहरों से जोड़ने का मुख्य जंक्शन के तौर पर काम करता है। ट्रांसपोर्टरों को होगा बड़ा फायदा फ्लाईओवर बनने से ट्रांसपोर्ट को सबसे ज्यादा फायदा होगा। ट्रांसपोर्टर राजेश, रामपाल ने बताया कि कई बार यहां जाम इतना ज्यादा लग जाता है कि गुजरने में भी घंटों लग जाते हैं। ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र के जिन वाहनों को अपने समय पर पहुंचना होता है वह लेट हो जाते हैं। कई बार तो समय पर माल पहुंच भी नहीं पाता है। ऐसे में उद्योगों को काफी नुकसान पहुंचता है। फ्लाईओवर बनने के बाद आसपास स्थित सभी औद्योगिक क्षेत्रों को इन समस्याओं से राहत मिलेगी। पैनल का काम हो चुका पूरा; प्रोजेक्ट मैनेजर प्रोजेक्ट मैनेजर योगेश तिलक के मुताबिक, अभी पैनल का काम पूरा हो चुका है। सेटलमेंट का कार्य चल रहा है। हालांकि, सर्विस रोड को अच्छी तरीके से बना दिया गया है ताकि आने जाने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।   हरियाणा | दैनिक भास्कर