सोमवार सुबह रेवाड़ी स्थित HAU कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल में पुलिस घुस आई। छात्राओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें जबरन परीक्षा देने के लिए मजबूर किया। हालांकि कॉलेज प्रिंसिपल ने इसका खंडन किया। उनके अनुसार छात्राओं ने हॉस्टल में खुद को बंद किया हुआ था, इसलिए पुलिस ने उन्हें बाहर निकलवाने की कोशिश की। बता दें कि यहां बीएससी 6 साल और 4 साल की परीक्षाएं थीं, लेकिन छात्र व छात्राओं ने हिसार यूनिवर्सिटी के समर्थन में बहिष्कार किया हुआ था। सोमवार की 2 शिफ्ट्स में लगभग 300 छात्र होने थे, पर केवल 14 ने ही परीक्षा दी। कॉलेज परिसर में फिलहाल धारा 163 लागू किया हुआ है, जिसके बाद छात्राओं ने हॉस्टल में ही धरना शुरू किया हुआ है। गर्ल्स हॉस्टल में घुसी पुलिस सोमवार को सुबह गर्ल्स हॉस्टल में पुलिस घुस गई। जिससे छात्र आक्रोशित हो गए। सभी छात्राओं ने अपनी कमरों को अंदर से बंद कर लिया और प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद दरवाजों की कुंडी नहीं खोली। छात्रों के द्वारा एक VIDEO भी जारी किया गया है, जिसमें मेल पुलिसकर्मी महिला हॉस्टल की खिड़कियों से झांक रहे हैं। मांगें पूरी होने तक आंदोलन: लक्ष्य पूनिया HAU कालेज में आंदोलनरत छात्रों का नेतृत्व कर रहे लक्ष्य पूनिया ने कहा कि वे हिसार यूनिवर्सिटी में मांगें पूरी होने तक आंदोलन करते रहेंगे। अब VC बदलना चाहिए, छात्र अब बदलाव चाहते हैं। नया वीसी आने के बाद ही समस्या का समाधान होगा। ये हैं छात्रों की मांग -जिस दर से फीस बढ़ी है, उसी दर से छात्रवृत्ति राशि बढ़ाई जाए। -जिन गांवों ने जमीन दान की, उनकी सीट पहले की तरह कर कोर्स में रहें। -छात्रों पर लाठीचार्ज के जिम्मेदारों को सस्पैंड नहीं टर्मिनेट किया जाए।
-HAU का वीसी बदला जाए। कुछ छात्राएं दूसरी छात्राओं ने बंधक बना ली थी HAU कालेज के प्रिंसिपल नरेश कौशिक ने बताया कि कुछ छात्राएं दूसरी छात्राओं ने बंधक बना ली थी। वो परीक्षा देना चाहती थी लेकिन दूसरी छात्राएं उन्हें ऐसा करने से रोक रही थी। इसलिए हॉस्टल में पुलिस गई थी, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी टीम में शामिल थी। 300 में से 14 स्टूडेंट परीक्षा दी है। सोमवार सुबह रेवाड़ी स्थित HAU कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल में पुलिस घुस आई। छात्राओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें जबरन परीक्षा देने के लिए मजबूर किया। हालांकि कॉलेज प्रिंसिपल ने इसका खंडन किया। उनके अनुसार छात्राओं ने हॉस्टल में खुद को बंद किया हुआ था, इसलिए पुलिस ने उन्हें बाहर निकलवाने की कोशिश की। बता दें कि यहां बीएससी 6 साल और 4 साल की परीक्षाएं थीं, लेकिन छात्र व छात्राओं ने हिसार यूनिवर्सिटी के समर्थन में बहिष्कार किया हुआ था। सोमवार की 2 शिफ्ट्स में लगभग 300 छात्र होने थे, पर केवल 14 ने ही परीक्षा दी। कॉलेज परिसर में फिलहाल धारा 163 लागू किया हुआ है, जिसके बाद छात्राओं ने हॉस्टल में ही धरना शुरू किया हुआ है। गर्ल्स हॉस्टल में घुसी पुलिस सोमवार को सुबह गर्ल्स हॉस्टल में पुलिस घुस गई। जिससे छात्र आक्रोशित हो गए। सभी छात्राओं ने अपनी कमरों को अंदर से बंद कर लिया और प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद दरवाजों की कुंडी नहीं खोली। छात्रों के द्वारा एक VIDEO भी जारी किया गया है, जिसमें मेल पुलिसकर्मी महिला हॉस्टल की खिड़कियों से झांक रहे हैं। मांगें पूरी होने तक आंदोलन: लक्ष्य पूनिया HAU कालेज में आंदोलनरत छात्रों का नेतृत्व कर रहे लक्ष्य पूनिया ने कहा कि वे हिसार यूनिवर्सिटी में मांगें पूरी होने तक आंदोलन करते रहेंगे। अब VC बदलना चाहिए, छात्र अब बदलाव चाहते हैं। नया वीसी आने के बाद ही समस्या का समाधान होगा। ये हैं छात्रों की मांग -जिस दर से फीस बढ़ी है, उसी दर से छात्रवृत्ति राशि बढ़ाई जाए। -जिन गांवों ने जमीन दान की, उनकी सीट पहले की तरह कर कोर्स में रहें। -छात्रों पर लाठीचार्ज के जिम्मेदारों को सस्पैंड नहीं टर्मिनेट किया जाए।
-HAU का वीसी बदला जाए। कुछ छात्राएं दूसरी छात्राओं ने बंधक बना ली थी HAU कालेज के प्रिंसिपल नरेश कौशिक ने बताया कि कुछ छात्राएं दूसरी छात्राओं ने बंधक बना ली थी। वो परीक्षा देना चाहती थी लेकिन दूसरी छात्राएं उन्हें ऐसा करने से रोक रही थी। इसलिए हॉस्टल में पुलिस गई थी, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी टीम में शामिल थी। 300 में से 14 स्टूडेंट परीक्षा दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
