रेवाड़ी में डॉक्टर पर एक साल बाद FIR:ऑपरेशन के दौरान ब्लीडिंग नहीं रोक पाया था, महिला की मौत हुई, CMO बोर्ड ने लापरवाही मानी

रेवाड़ी में डॉक्टर पर एक साल बाद FIR:ऑपरेशन के दौरान ब्लीडिंग नहीं रोक पाया था, महिला की मौत हुई, CMO बोर्ड ने लापरवाही मानी

रेवाड़ी में ऑपरेशन टेबल पर मरीज की ब्लीडिंग नहीं रोक पाने वाले सर्जन के खिलाफ पुलिस ने लापरवाही का मामला दर्ज किया है। CMO द्वारा गठित बोर्ड ने अपने रिपोर्ट में लापरवाही का खुलासा किया है। जिसके बाद FIR दर्ज हुई है। रेवाड़ी के श्यामनगर निवासी गजे सिंह 19 अप्रैल 2024 को अपनी पत्नी मीना को लेकर शहर के अंबेडकर चौक स्थित देवज्योति अस्पताल में गए थे। जहां पर डॉक्टरों ने चेकअप के बाद बताया था कि मरीज को पत्थरी है। परिवार से सहमति के बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन शुरू कर दिया। लेकिन ऑपरेशन के दौरान मरीज की हालत बिगड़ गई और उसे रोहतक PGI रेफर कर दिया गया। जिसकी रोहतक PGI में उपचार के दौरान मौत हो गई। अपनी स्किल्स का सही प्रयोग नहीं कर पाए डॉक्टर मृतका मीना के पति गजे सिंह ने कहा कि डॉक्टर की लापरवाही से मौत हुई है। इसलिए डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। जिस पर रेवाड़ी अस्पताल के नेग्लीजेंसी बोर्ड ने पूरे मामले की जांच की। जिस की रिपोर्ट में अब पाया गया कि डॉक्टर अपनी स्किल का सही प्रयोग नहीं कर पाया। ऑपरेशन टेबल पर मरीज की ब्लीडिंग को रोक पाने में डॉक्टर नाकाम रहा। SI संदीप बोले- मामला दर्ज कर लिया रेवाड़ी सिटी थाना पुलिस के जांच अधिकारी SI संदीप कुमार के अनुसार मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट पर देव ज्योति अस्पताल के सर्जन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। अब अस्पताल प्रबंधन से पता लगाया जाएगा कि किस सर्जन मृतका का ऑपरेशन किया था। गुरूग्राम के युवक की भी गई थी जान रेवाड़ी में 1 माह पहले भी पथरी का ऑपरेशन करवाने आए युवक की जान गई थी। ऑपरेशन के दौरान ही युवक की मौत हो गई थी। जिसकी जांच भी अभी चल रही है। युवक जितेंद्र कुमार गुरुग्राम के कन्हई गांव का रहने वाला था। पेट में दर्द होने के बाद परिजनों ने उसे रेवाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया था। रेवाड़ी में ऑपरेशन टेबल पर मरीज की ब्लीडिंग नहीं रोक पाने वाले सर्जन के खिलाफ पुलिस ने लापरवाही का मामला दर्ज किया है। CMO द्वारा गठित बोर्ड ने अपने रिपोर्ट में लापरवाही का खुलासा किया है। जिसके बाद FIR दर्ज हुई है। रेवाड़ी के श्यामनगर निवासी गजे सिंह 19 अप्रैल 2024 को अपनी पत्नी मीना को लेकर शहर के अंबेडकर चौक स्थित देवज्योति अस्पताल में गए थे। जहां पर डॉक्टरों ने चेकअप के बाद बताया था कि मरीज को पत्थरी है। परिवार से सहमति के बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन शुरू कर दिया। लेकिन ऑपरेशन के दौरान मरीज की हालत बिगड़ गई और उसे रोहतक PGI रेफर कर दिया गया। जिसकी रोहतक PGI में उपचार के दौरान मौत हो गई। अपनी स्किल्स का सही प्रयोग नहीं कर पाए डॉक्टर मृतका मीना के पति गजे सिंह ने कहा कि डॉक्टर की लापरवाही से मौत हुई है। इसलिए डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। जिस पर रेवाड़ी अस्पताल के नेग्लीजेंसी बोर्ड ने पूरे मामले की जांच की। जिस की रिपोर्ट में अब पाया गया कि डॉक्टर अपनी स्किल का सही प्रयोग नहीं कर पाया। ऑपरेशन टेबल पर मरीज की ब्लीडिंग को रोक पाने में डॉक्टर नाकाम रहा। SI संदीप बोले- मामला दर्ज कर लिया रेवाड़ी सिटी थाना पुलिस के जांच अधिकारी SI संदीप कुमार के अनुसार मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट पर देव ज्योति अस्पताल के सर्जन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। अब अस्पताल प्रबंधन से पता लगाया जाएगा कि किस सर्जन मृतका का ऑपरेशन किया था। गुरूग्राम के युवक की भी गई थी जान रेवाड़ी में 1 माह पहले भी पथरी का ऑपरेशन करवाने आए युवक की जान गई थी। ऑपरेशन के दौरान ही युवक की मौत हो गई थी। जिसकी जांच भी अभी चल रही है। युवक जितेंद्र कुमार गुरुग्राम के कन्हई गांव का रहने वाला था। पेट में दर्द होने के बाद परिजनों ने उसे रेवाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर