रेवाड़ी में दो साइबर ठग गिरफ्तार:नहर किनारे बैठ ऑनलाइन लोगों को बना रहे थे शिकार; असम, राजस्थान की सिम कार्ड बरामद

रेवाड़ी में दो साइबर ठग गिरफ्तार:नहर किनारे बैठ ऑनलाइन लोगों को बना रहे थे शिकार; असम, राजस्थान की सिम कार्ड बरामद

हरियाणा के रेवाड़ी जिले में खेत के अंदर नहर किनारे बैठकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक नाबालिग है। जबकि दूसरे की पहचान राजस्थान के जिला भरतपुर के गांव रायवका निवासी साहिल के रूप में हुई है। नाबालिग आरोपी भी राजस्थान का रहने वाला है। दोनों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन के अलावा काफी सारी सिम कार्ड मिली है। ये राजस्थान और असम के अलग-अलग लोगों के नाम पर ली गई थी। सीआईए-1 रेवाड़ी की टीम को सूचना मिली थी कि रेवाड़ी के बावल कस्बा में राजस्थान सीमा के पास पड़ने वाले गांव रणसी माजरी से मायन की तरफ जाने वाली सड़क किनारे नहर के पुल पर दो युवक बैठे हुए हैं। दोनों शातिर साइबर ठग हैं। जो साइबर ठगी का काम करते हैं। पुलिस के पास ये भी पुख्ता जानकारी थी कि वह नहर किनारे बैठकर भी लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। सूचना के फौरन बाद पुलिस टीम ने मौके पर रेड की। मौके से एक नाबालिग को अभिरक्षा में लेकर तथा दूसरे आरोपी को काबू करके उससे नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम साहिल निवासी गांव रायवका जिला भरतपुर राजस्थान बताया। तीन मोबाइल फोन के अलावा सिम बरामद आरोपियों की तलाशी लेने पर 3 मोबाइल फोन बरामद हुए। इसके अलावा राजस्थान, असम के लोगों पर ली गई कई अलग-अलग कंपनियों की सिम भी बरामद की है। पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह अपने साथी अजीज के साथ मिलकर फर्जी मोबाईल नम्बरों से लोगों को विभिन प्रकार का झांसा देकर ठगी करते है। दोनों आरोपी अजीज के गिरोह के रूप में काम कर रहे थे। अजीत दोनों को ठगी की रकम में से कमीशन देता था दोनों अजीज द्वारा किए गए बार कोड पर ही लोगों से ठगी करने के बाद आने वाले पैसे गुगल-पे या फिर फोन-पे के जरिए भेजते थे। इसकी एवेज में अजीत आरोपियों को कमीशन देता था। शुरुआती पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी साहिल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है। जबकि नाबालिग आरोपी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश कर बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेज दिया गया है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में खेत के अंदर नहर किनारे बैठकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक नाबालिग है। जबकि दूसरे की पहचान राजस्थान के जिला भरतपुर के गांव रायवका निवासी साहिल के रूप में हुई है। नाबालिग आरोपी भी राजस्थान का रहने वाला है। दोनों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन के अलावा काफी सारी सिम कार्ड मिली है। ये राजस्थान और असम के अलग-अलग लोगों के नाम पर ली गई थी। सीआईए-1 रेवाड़ी की टीम को सूचना मिली थी कि रेवाड़ी के बावल कस्बा में राजस्थान सीमा के पास पड़ने वाले गांव रणसी माजरी से मायन की तरफ जाने वाली सड़क किनारे नहर के पुल पर दो युवक बैठे हुए हैं। दोनों शातिर साइबर ठग हैं। जो साइबर ठगी का काम करते हैं। पुलिस के पास ये भी पुख्ता जानकारी थी कि वह नहर किनारे बैठकर भी लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। सूचना के फौरन बाद पुलिस टीम ने मौके पर रेड की। मौके से एक नाबालिग को अभिरक्षा में लेकर तथा दूसरे आरोपी को काबू करके उससे नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम साहिल निवासी गांव रायवका जिला भरतपुर राजस्थान बताया। तीन मोबाइल फोन के अलावा सिम बरामद आरोपियों की तलाशी लेने पर 3 मोबाइल फोन बरामद हुए। इसके अलावा राजस्थान, असम के लोगों पर ली गई कई अलग-अलग कंपनियों की सिम भी बरामद की है। पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह अपने साथी अजीज के साथ मिलकर फर्जी मोबाईल नम्बरों से लोगों को विभिन प्रकार का झांसा देकर ठगी करते है। दोनों आरोपी अजीज के गिरोह के रूप में काम कर रहे थे। अजीत दोनों को ठगी की रकम में से कमीशन देता था दोनों अजीज द्वारा किए गए बार कोड पर ही लोगों से ठगी करने के बाद आने वाले पैसे गुगल-पे या फिर फोन-पे के जरिए भेजते थे। इसकी एवेज में अजीत आरोपियों को कमीशन देता था। शुरुआती पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी साहिल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है। जबकि नाबालिग आरोपी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश कर बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेज दिया गया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर