हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव भवाड़ी में प्लाट के विवाद में एक युवक को उसकी बुआ के बेटों ने गोली मार दी। गोली उसकी जांघ के आर-पार हो गई। आरोपियों ने पांच राउंड फायर किए, जिससे वहां मौजूद अन्य लोगों की जान बाल-बाल बच गई। घायल युवक को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। दरअसल, शहर से सटे गांव भवाड़ी निवासी मनीष (36) ने बताया कि सोमवार शाम को वह अपने छोटे भाई नितिन और गुरुग्राम के कादरपुर निवासी बिल्लू, बीरेंद्र उर्फ कालू के साथ भवाड़ी में रिलायंस ऑयल डिपो के पास भूपेंद्र के प्लाट के पास बैठकर हुक्का पी रहा था। उसी समय उसकी बुआ का बेटा रविंद्र स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर आया और उनके पास खड़ा हो गया। पांच मिनट बाद उसका छोटा भाई दीपक अपनी बुलेट बाइक और राजकुमार उर्फ राजू बोलेरो गाड़ी लेकर आ गया। बुआ के बेटे हैं तीनों आरोपी मनीष के अनुसार तीनों उसकी बुआ के बेटे हैं। उसके पास आते ही राजू ने बिल्लू से झगड़ा शुरू कर दिया और कहा कि दो मिनट रुको, अभी तेरे को जान से खत्म करता हूं। यह कहते हुए राजू ने अपनी बोलेरो गाड़ी से पिस्तौल निकाली और बिल्लू के सीने पर लगा दी। मनीष ने राजू की पिस्तौल पर हाथ मारा तो वह नीचे गिर गई। उसी समय दीपक ने अपनी पिस्तौल निकाली और मनीष को जान से मारने की नीयत से गोली मार दी। आरोपी दीपक ने भी उस पर 3 गोलियां चलाईं। तीन गोलियां चलाई, एक जांघ में लगी आरोपी द्वारा चलाई गई तीन गोलियों में एक गोली उसके कान के पास से गुजरी और दूसरी गोली उसकी पीठ को छूती हुई निकल गई। तीसरी गोली उसके पैर में लगी, यह गोली उसकी जांघ से आर-पार गई। आरोपी राजू ने इस दौरान पिस्टल से दो राउंड फायर भी किए। हालांकि यह गोली किसी को नहीं लगी। गोली लगने से मनीष लहूलुहान हो गया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। मनीष के साथ मौजूद अन्य लोगों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना के बाद पुलिस टीम पहले मौके पर पहुंची और फिर अस्पताल पहुंचकर घायलों का बयान दर्ज किया। प्लाट के विवाद में वारदात पुलिस ने मनीष की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। घायल मनीष ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव भवाड़ी में ही एक प्लॉट को लेकर उनका विवाद हुआ था। वे प्लाट की चारदिवारी करा रहे थे। तभी आरोपी पहुंचे और काम को रूकवा दिया। इसके बाद से ही आरोपी उसे जान से मारने की फिराक में घूम रहे थे। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी फरार है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव भवाड़ी में प्लाट के विवाद में एक युवक को उसकी बुआ के बेटों ने गोली मार दी। गोली उसकी जांघ के आर-पार हो गई। आरोपियों ने पांच राउंड फायर किए, जिससे वहां मौजूद अन्य लोगों की जान बाल-बाल बच गई। घायल युवक को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। दरअसल, शहर से सटे गांव भवाड़ी निवासी मनीष (36) ने बताया कि सोमवार शाम को वह अपने छोटे भाई नितिन और गुरुग्राम के कादरपुर निवासी बिल्लू, बीरेंद्र उर्फ कालू के साथ भवाड़ी में रिलायंस ऑयल डिपो के पास भूपेंद्र के प्लाट के पास बैठकर हुक्का पी रहा था। उसी समय उसकी बुआ का बेटा रविंद्र स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर आया और उनके पास खड़ा हो गया। पांच मिनट बाद उसका छोटा भाई दीपक अपनी बुलेट बाइक और राजकुमार उर्फ राजू बोलेरो गाड़ी लेकर आ गया। बुआ के बेटे हैं तीनों आरोपी मनीष के अनुसार तीनों उसकी बुआ के बेटे हैं। उसके पास आते ही राजू ने बिल्लू से झगड़ा शुरू कर दिया और कहा कि दो मिनट रुको, अभी तेरे को जान से खत्म करता हूं। यह कहते हुए राजू ने अपनी बोलेरो गाड़ी से पिस्तौल निकाली और बिल्लू के सीने पर लगा दी। मनीष ने राजू की पिस्तौल पर हाथ मारा तो वह नीचे गिर गई। उसी समय दीपक ने अपनी पिस्तौल निकाली और मनीष को जान से मारने की नीयत से गोली मार दी। आरोपी दीपक ने भी उस पर 3 गोलियां चलाईं। तीन गोलियां चलाई, एक जांघ में लगी आरोपी द्वारा चलाई गई तीन गोलियों में एक गोली उसके कान के पास से गुजरी और दूसरी गोली उसकी पीठ को छूती हुई निकल गई। तीसरी गोली उसके पैर में लगी, यह गोली उसकी जांघ से आर-पार गई। आरोपी राजू ने इस दौरान पिस्टल से दो राउंड फायर भी किए। हालांकि यह गोली किसी को नहीं लगी। गोली लगने से मनीष लहूलुहान हो गया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। मनीष के साथ मौजूद अन्य लोगों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना के बाद पुलिस टीम पहले मौके पर पहुंची और फिर अस्पताल पहुंचकर घायलों का बयान दर्ज किया। प्लाट के विवाद में वारदात पुलिस ने मनीष की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। घायल मनीष ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव भवाड़ी में ही एक प्लॉट को लेकर उनका विवाद हुआ था। वे प्लाट की चारदिवारी करा रहे थे। तभी आरोपी पहुंचे और काम को रूकवा दिया। इसके बाद से ही आरोपी उसे जान से मारने की फिराक में घूम रहे थे। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी फरार है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा के पूर्व MLA का निधन:टिकट न मिलने के बाद ब्रेन हेमरेज हुआ था; कांग्रेस ने हुड्डा के समधी को बनाया उम्मीदवार
हरियाणा के पूर्व MLA का निधन:टिकट न मिलने के बाद ब्रेन हेमरेज हुआ था; कांग्रेस ने हुड्डा के समधी को बनाया उम्मीदवार हरियाणा के पलवल में पूर्व विधायक सुभाष चौधरी का मंगलवार को निधन हो गया। उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था। 4 दिन से उनका फरीदाबाद के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस वक्त वह कांग्रेस पार्टी में थे। वह कांग्रेस में पलवल सीट से टिकट भी मांग रहे थे। हालांकि कांग्रेस ने करण दलाल को दे दिया। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। सुभाष चौधरी पलवल जिले की राजनीति का जाना-माना चेहरा थे। वह कई बार पार्षद के साथ नगर परिषद के अध्यक्ष भी रहे। 1996 में उन्होंने पहली बार बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और वह दूसरे स्थान पर रहे। 2009 में पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को हराया
इसके बाद उन्होंने लगातार चुनाव लड़े। 2009 में उन्होंने इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को हराया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण दलाल को हराने के बाद सुभाष चौधरी पूरे प्रदेश की सुर्खियों में रहे। उन्होंने 2014 का चुनाव फिर से इनेलो की टिकट पर लड़ा, मगर वह कामयाब नहीं हो पाए। 2019 के चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए, मगर उन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिली। कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप को दिया समर्थन
लोकसभा चुनाव-2024 से पहले उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप को अपना समर्थन दिया। लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने कांग्रेस से पलवल विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी ठोक दी। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल पर ही विश्वास जताया। बीते शुक्रवार को अचानक सुभाष चौधरी को ब्रेन हेमरेज हो गया। इस दौरान वह अपने निवास स्थान पर आए लोगों से बातचीत कर रहे थे। आनन-फानन में फरीदाबाद के निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां वह कोमा में चले गए। मंगलवार की सुबह उनका निधन हो गया। पलवल में गुर्जर आंदोलन को लीड किया
सुभाष चौधरी का नाम पलवल क्षेत्र में काफी बड़ा रहा। बताया जाता है कि जिले की गुर्जर कम्युनिटी इन्हीं का अनुसरण करती थी। जो यह कह देते थे, गुर्जर वही करते थे। साल 2008 में जब राजस्थान में गुर्जरों ने आरक्षण को लेकर आंदोलन शुरू किया था, उस आंदोलन का चेहरा पलवल में सुभाष चौधरी थे।
हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला विवादों में घिरे:विधायकी से इस्तीफा दिया, लोकसभा चुनाव हारे; कांग्रेस MP जेपी बोले- लोकलाज तो है ही नहीं
हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला विवादों में घिरे:विधायकी से इस्तीफा दिया, लोकसभा चुनाव हारे; कांग्रेस MP जेपी बोले- लोकलाज तो है ही नहीं हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला विवादों में घिर गए हैं। उन्होंने सिरसा की रानियां सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह BJP की टिकट पर हिसार से चुनाव लड़े लेकिन हार गए। इसके बावजूद उनका मंत्री पद बरकरार है। इसको लेकर हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी ने सवाल खड़े किए हैं। हिसार सांसद जेपी शनिवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में लोगों से मिले। इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए जयप्रकाश जेपी ने कहा कि नैतिकता के आधार पर रणजीत सिंह चौटाला से इस्तीफा मांगा गया है। जयप्रकाश ने कहा कि रणजीत चौटाला ने इस्तीफा देकर हिसार से चुनाव लड़ा था। उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया और अब वह पूर्व विधायक हैं, ऐसे में वह मंत्री पद पर कैसे बने रह सकते हैं। रणजीत चौटाला को तुरंत मंत्री पद छोड़ देना चाहिए। जयप्रकाश ने कहा कि भाजपा में लोकलाज नाम की चीज नहीं है। जेपी ने कहा कि चुनाव से पहले नैतिकता की दुहाई देने वाले रणजीत को क्या हो गया है। चौटाला परिवार जो मुझे बार-बार गाली देता था, अब जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है। अगर रणजीत में अभी भी नैतिकता बची है तो उन्हें इस्तीफा देकर घर बैठ जाना चाहिए। जनता के साथ धोखा मत करो। जयप्रकाश जेपी ने हाईकमान की बैठक में चर्चा की गई बातों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि जो भी चर्चा हुई है, उसे पार्टी के अंदर रखी गई है। बाहर ऐसी कोई बात नहीं की जाएगी। कांग्रेस की सरकार बनी तो 72 घंटे में अपराधियों का होगा सफाया
हिसार सांसद जयप्रकाश जेपी ने हरियाणा खासकर हिसार में बढ़ते अपराध को लेकर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा है। जयप्रकाश ने कहा कि हरियाणा गुंडागर्दी का अड्डा बन चुका है। कांग्रेस की सरकार आते ही इस प्रवृति के लोग 72 घंटे के अंदर या तो प्रदेश छोड़ देंगे या गुंडागर्दी छोड़ देंगे। जेपी ने कहा कि हिसार में दिनदहाड़े ऑटो मार्केट में महिंद्रा शोरूम पर गोलियां चलाई गईं और हिसार के विभिन्न इलाकों में बदमाशों द्वारा फिरौती के लिए फोन किए जा रहे हैं, जो प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था को उजागर करता है। आए दिन शहर में गुंडागर्दी की घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन इन पर काबू पाने में बेबस नजर आता है। आज प्रदेश में अपराध बेकाबू हो चुका है। प्रदेश में हो रही आपराधिक घटनाओं की पूरी जिम्मेदारी प्रदेश के गृह मंत्री की है, सरकार के संरक्षण के बिना यह काम असंभव है और प्रदेश के गृह मंत्री को अपने किए की जनता से माफी मांगनी चाहिए। जेपी ने कहा कि हुड्डा सरकार ने किया था इलाज
जेपी ने कहा कि जब 2004 में हरियाणा में चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में सरकार बनी थी तो अपराधियों का इलाज किया गया था तथा प्रदेश मे अमन शांति बहाल की गई थी, लेकिन जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है , प्रदेश में लगातार अपराध की घटनाएं घट रही है और प्रदेश में सरेआम गुंडों द्वारा गोलियां चलाना आज आम बात हो गई है। पुलिस और प्रशासन केवल मूकदर्शक बनी हुई है। हरियाणा प्रदेश में फिर से अमन चैन की बहाली केवल और केवल कांग्रेस पार्टी के द्वारा ही स्थापित की जा सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाकर यह करके दिखाएगी। एयरपोर्ट नहीं यह फ्लाइंग क्लब है
जयप्रकाश जेपी ने हरियाणा सरकार के उस दावे को भी झूठा बताया जिसमें हिसार एयरपोर्ट से जहाज उड़ाने का दावा किया जा रहा है। जयप्रकाश ने कहा कि हरियाणा के मंत्री यहां से आयोध्या, बनारस और चंडीगढ़ तक जहाज उड़ाने का दावा कर रहे हैं मगर हिसार से यह मुमकिन नहीं है। यहां 7000 एकड़ जमीन एकत्रित करके एक बड़े घराने को एयरपोर्ट दे दिया जाएगा। वह अपने हिसाब से एयरपोर्ट का इस्तेमाल करेगा। हिसार के लोगों से एयरपोर्ट के नाम पर झूठ बोला जा रहा है।
करनाल में डिलीवारी के दौरान बच्चे की मौत:परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप
करनाल में डिलीवारी के दौरान बच्चे की मौत:परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप हरियाणा के करनाल के नागरिक अस्पताल में एक गर्भवती महिला की समय पर डिलीवरी न होने के कारण उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। पीड़ित महिला बांसा गांव की रहने वाली है। जो अपने परिजनों के साथ अस्पताल में आई थी। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण समय पर डिलीवरी नहीं की गई, जिससे नवजात बच्चे की मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। मामले की सूचना मिलते ही डायल-112 की टीम मौके पर पहुंच गई। 30 अगस्त को करवाया था भर्ती महिला के पति मनोज ने बताया कि उसकी पत्नी को 30 अगस्त को सुबह 11 बजे जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों ने उस समय डिलीवरी की योजना बनाई थी, लेकिन कई घंटों के बाद भी डिलीवरी नहीं की गई। सुबह डॉक्टरों ने मनोज और उसके परिवार को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा। जब प्राइवेट संस्थान से अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट आई, तो पता चला कि बच्चे की गर्भ में ही मौत हो चुकी थी। इस बारे में परिवार को समय पर सूचना नहीं दी गई। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट और अस्पताल की सुविधा का अभाव परिजनों ने बताया कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की कोई सुविधा नहीं थी, जिसके कारण उन्हें मजबूर होकर बाहर से प्राइवेट अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ा। इस अल्ट्रासाउंड में 1800 रुपए का खर्च आया। रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे की मौत 14 घंटे पहले ही हो चुकी थी। इस स्थिति से न केवल बच्चे की मौत हुई, बल्कि मां की जान भी खतरे में पड़ गई। इसके बावजूद अभी तक महिला की डिलीवरी नहीं की गई है, जिससे परिजनों में गहरा आक्रोश है। परिजनों ने पुलिस से की शिकायत परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अगर डॉक्टरों ने समय पर सही कदम उठाए होते, तो इस हादसे से बचा जा सकता था। डायल-112 के बलविंद्र सिंह ने बताया कि बच्चे की मौत की खबर मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और परिजनों की शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।