हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक महिला शिक्षिका के साथ ठगी का मामला सामने आया है। एक शातिर व्यक्ति ने उसके मोबाइल पर आईजीएल गैस कनेक्शन कटने का मैसेज भेजा। इसके बाद उसे व्हाट्सएप पर कॉल की। कुछ देर बाद एक लिंक भेजा गया। इस पर क्लिक करते ही महिला शिक्षिका के खाते से 77,500 रुपये निकल गए। कसौला थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी जिले के गांव शहबाजपुर खालसा निवासी महिला शिक्षिका नीलम ने बताया कि शाम को उसके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आया। इसमें लिखा था कि आज रात 9:30 बजे आपका आईजीएल गैस कनेक्शन कट जाएगा। हालांकि कनेक्शन कटने का कोई कारण नहीं बताया गया। इसके बाद उसके व्हाट्सएप पर वॉयस कॉल की गई। एक लिंक भी भेजा गया। लिंक पर क्लिक किया, बिना OTP के पैसे निकल गए नीलम के अनुसार, उसने लिंक पर क्लिक किया, लेकिन उसे कोई OTP नहीं मिला। बाद में जब उसने अपने SBI क्रेडिट कार्ड का बैलेंस चेक किया तो उसमें से 75,533 रुपये कट चुके थे। क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी जुटाने के बाद नीलम ने कसौला थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने नीलम की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही, जिन खातों में नीलम के क्रेडिट कार्ड से पैसे ट्रांसफर हुए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक महिला शिक्षिका के साथ ठगी का मामला सामने आया है। एक शातिर व्यक्ति ने उसके मोबाइल पर आईजीएल गैस कनेक्शन कटने का मैसेज भेजा। इसके बाद उसे व्हाट्सएप पर कॉल की। कुछ देर बाद एक लिंक भेजा गया। इस पर क्लिक करते ही महिला शिक्षिका के खाते से 77,500 रुपये निकल गए। कसौला थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी जिले के गांव शहबाजपुर खालसा निवासी महिला शिक्षिका नीलम ने बताया कि शाम को उसके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आया। इसमें लिखा था कि आज रात 9:30 बजे आपका आईजीएल गैस कनेक्शन कट जाएगा। हालांकि कनेक्शन कटने का कोई कारण नहीं बताया गया। इसके बाद उसके व्हाट्सएप पर वॉयस कॉल की गई। एक लिंक भी भेजा गया। लिंक पर क्लिक किया, बिना OTP के पैसे निकल गए नीलम के अनुसार, उसने लिंक पर क्लिक किया, लेकिन उसे कोई OTP नहीं मिला। बाद में जब उसने अपने SBI क्रेडिट कार्ड का बैलेंस चेक किया तो उसमें से 75,533 रुपये कट चुके थे। क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी जुटाने के बाद नीलम ने कसौला थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने नीलम की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही, जिन खातों में नीलम के क्रेडिट कार्ड से पैसे ट्रांसफर हुए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में क्राइम ब्रांच ASI हत्याकांड में खुलासा:UP के दो शूटर सहित 3 आरोपी चढ़े STF के हत्थे, एक को पांव में लगी गोली, जीजा ने दी थी हत्या की सुपारी
करनाल में क्राइम ब्रांच ASI हत्याकांड में खुलासा:UP के दो शूटर सहित 3 आरोपी चढ़े STF के हत्थे, एक को पांव में लगी गोली, जीजा ने दी थी हत्या की सुपारी हरियाणा में करनाल के कुटेल में क्राइम ब्रांच के ASI संजीव कल्याण के हत्या के मामले की गुत्थी STF ने सुलझा दी है। संजीव की हत्या करवाने वाला कोई ओर नहीं बल्कि उसी का जीजा ही निकला। उसी ने UP के शूटरों को संजीव की हत्या की सुपारी दी थी। इस मामले का खुलासा करनाल STF द्वार UP के अलीगढ़ से पकड़े गए शूटर मोहित व तुषार द्वारा किया गया है। इसके साथ ही इन दोनों शूटरों का तीसरा साथी हिरेंद्र जिसने बिचौलिए का काम किया उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। देर शाम को जब STF टीम आरोपियों को लेकर करनाल आ रही थी तो आरोपी मोहित ने सेक्टर-7 की ग्रीन बेल्ट में पेशाब करने का बहाना बनाया। जैसे ही पुलिस आरोपी को लेकर उतरी तो उसने पुलिस को धक्का देकर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने पहले एक हवाई फायर किया, जब आरोपी नहीं रुका तो उसकी टांग में गोली मार दी। जिसके बाद आरोपी घायल हो गया और उसको करनाल के कल्पना चावला मेडिकल अस्पताल में लेकर पहुंची। जहां पर उसका उपचार किया जा रहा है। इस हत्या के पीछे का कारण पैसे के लेन देन का है या फिर कुछ और इसका खुलासा आज पुलिस द्वारा किया जाएगा। आज दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। ताकि हत्या से जुड़े सही कारणों का पता लगाया जा सके। जीजा ने किए थे दो शूटर हायर पुलिस की माने तो अमेरिका में बैठे संजीव के जीजा ने आरोपी हिरेंद्र के जरिए के दो शूटरों को हायर किया था और सुपारी दी थी। जिसके बाद 2 जुलाई को शूटर बाइक पर आए और घर के बाहर सड़क पर टहल रहे संजीव को गोली मारकर मौके से फरार हो गए थे। आरोपी तुषार, मोहित व हिरेंद्र को पुलिस ने शुक्रवार देर शाम को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। जीजा ने अपने साले की हत्या क्यों करवाई, इसका खुलासा अभी तक भी नहीं हो पाया है। मर्डर मोटिव पर भी पुलिस कोई खुलासा नहीं कर रही है। कनाडा में रहता था आरोपी राजेश, पिछले सप्ताह गया अमेरिका मृतक के चचेरे भाई बिट्टू कल्याण ने बताया कि STF द्वारा यूपी के अलीगढ़ से दो शूटर सहित 3 आरोपियों को पकड़ा है। हत्या प्रकरण में संजीव के छोटे जीजा राजेश का नाम सामने आया है। राजेश कैथल जिला के बुच्ची गांव का रहने वाला है, जिसकी शादी 2003 में हुई थी, लेकिन राजेश मौजूदा समय में कनाडा में अपनी पत्नी के साथ 8-9 साल से रह रहा था, लेकिन पिछले सप्ताह ही वह अमेरिका चला गया। राजेश के दो बच्चे है जो कनाडा में ही रहते है। मृतक संजीव की दो बहने है। जिसमें से छोटी बहन कनाडा में है और बड़ी बहन की शादी पानीपत जिला के गांव में हुई है। कुछ समय पहले जमीनी विवाद की भी बातें सामने आ रही थी, लेकिन यह मामला उसी से जुड़ा हुआ है या नहीं, वह पुलिस जांच का विषय है। क्या योगेश अपने फूफा के पास ही रहता था मृतक का बेटा योगेश कनाडा में अपनी पढ़ाई कर रहा था। ऐसे में चर्चाएं चल रही थी कि क्या योगेश भी अपने फूफा राजेश के पास रहता था, लेकिन जब इस संबंध में बिट्टू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि योगेश किसी ओर जगह पर पढ़ाई करता था और राजेश कही ओर पर रहता था। ये आसपास भी नहीं थे। पुलिस को मिली सफलता 2 जुलाई को कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर संजीव सैर पर था और उसकी दौरान करीब साढ़े आठ बजे बाइक पर सवार दो बदमाशों ने संजीव के सिर में गोली मार दी थी। जिससे उसकी मौत हो गई थी और आरोपी मौके से फरार हो गए थे। पुलिस की पांच टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़कर जांच में आगे बढ़ती जा रही थी। जिसको लेकर घर वालों से भी हर पहलू पर बात की गई। हर तरह के एंगल को खंगाला गया। संजीव का रिकॉर्ड भी ट्रैक किया गया। CCTV फुटेज भी खंगाली गई। जिसके बाद पुलिस को सीसीटीवी से भी कुछ इनपुट मिले थे। आरोपियों के भागे की दिशा को भी पुलिस ने ट्रैक किया और अंतत: कानून के लंबे हाथ आरोपियों के गिरेबान तक पहुंच गए। अलीगढ़ के है तीनों आरोपी STF के ASI रणधीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने UP के अलीगढ़ से संजीव हत्याकांड के तीन आरोपियों मोहित, तुषार व हिरेंद्र को गिरफ्तार किया है और तीनों ही अलीगढ़ के रहने वाले है। मृतक के जीजा का हत्याकांड में हाथ है। जिसने यूपी से शूटर हायर किए थे और सुपारी दी थी। मामले की गहनता से जांच की गई। जिसमें आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जब आरोपियों को करनाल लाया जा रहा था तो सेक्टर 7 में पेशाब के बहाने एक आरोपी ने भागने की कोशिश की थी। हवाई फायर भी किया गया था, लेकिन आरोपी नहीं रुका तो टांग पर गोली मारी गई और आरोपी घायल हो गया। जिसका उपचार किया गया है। आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि पूरे मामले का पटाक्षेप हो।
पलवल में जीटी रोड से हटेंगे अवैध कब्जे:डीसी ने किए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त, शक्तियों का करेंगे प्रयोग
पलवल में जीटी रोड से हटेंगे अवैध कब्जे:डीसी ने किए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त, शक्तियों का करेंगे प्रयोग हरियाणा के पलवल जिला में गांवों की फिरनी, जोहड़ों व रास्तों पर लोगों द्वारा अवैध कब्जे किए हुए है। इसके अलावा शहर के मार्गों पर भी दुकानदारों ने अवैध कब्जा किया हुआ है। जिससे आम नागरिकों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नवनियुक्त डीसी डॉ. हरीश कुमार ने जिले के अधिकारियों के साथ बैठकर अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के जिन गांवों से शिकायतें आई हुई है, उन पांच गांवों व शहर के पुराना जीटी रोड़ से अवैध कब्जे हटाने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त कर दिए है। पहले चरण में जल्द होगी कार्रवाई शुरू डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने जिले के ततारपुर गांव की फिरनी से अवैध कब्जा हटवाने के लिए पृथला के बीडीपीओ प्रवीण कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया, वे कार्य पूरा होने तक नियुक्त रहेंगे। इसके अलावा बीडीपीओ प्रवीण कुमार को मांदकोल गांव में पंचायती रास्ते पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के लिए आठ अगस्त से कार्य पूर्ण होने तक ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। बडौली के एसडीओ (पंचायती राज) अरशद अली को अच्छेजा गांव से अतिक्रमण हटवाने के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 20 अगस्त व कार्य पूरा होने तक ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। काम पूरा होने तक की दी जिम्मेदारी वहीं हसनपुर के एसडीओ (पंचायती राज) अंकित कुमार को सहनौली गांव की पंचायती भूमि से अतिक्रमण हटवाने के लिए नौ अगस्त से कार्य पूर्ण होने तक, होडल के एसडीओ (पंचायती राज) हबीब अहमद को पेंगलतू गांव में पंचायती जोहड़ से अतिक्रमण हटवाने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। इसके अलावा ग्रामीण ही नहीं शहरी क्षेत्र में जिला नागरिक अस्पताल चौक से लेकर पुराना सोहना मोड़ तक पुराना जीटी रोड़ पर किए गए अतिक्रमण को हटवाने के लिए 29 अगस्त से कार्य पूर्ण होने तक के लिए एक्सइएन (बीएंडआर) रितेश यादव को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। शहर की जनता से किया आग्रह डीसी ने जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिन्होंने भी ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में नगर पालिका, नगर परिषद व पंचायतों की जमीनों, रास्तों, जोहड़ों व फिरनियों पर अवैध कब्जे किए हुए है, वे स्वंय हटा लें अन्यथा प्रशासन की ओर से हटाया जाएगा। इस दौरान यदि किसी ने कोई विरोध करने का प्रयास किया, तो ड्यूटी मजिस्ट्रेट भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 में प्रदत कार्यकारी मजिस्ट्रेट की शक्तियों का प्रयोग करेंगे। पहले चरण में जिले के ततारपुर, मांदकोल, अच्छेजा, सहनौली व पेंगलतू गांव सहित शहर के पुराना जीटी रोड़ पर जिला नागरिक अस्पताल चौक से पुराना सोहना चौक तक किए गए अवैध कब्जों को प्रशासन की टीम ध्वस्त करेगी। यदि इस दौरान किसी ने विरोध किया, तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
कंगना बोलीं- रद्द तीनों कृषि कानून दोबारा लागू हों:किसान खुद इसकी मांग करें; मोदी सरकार ने 378 दिन चले आंदोलन के बाद वापस लिए थे
कंगना बोलीं- रद्द तीनों कृषि कानून दोबारा लागू हों:किसान खुद इसकी मांग करें; मोदी सरकार ने 378 दिन चले आंदोलन के बाद वापस लिए थे हिमाचल से BJP सांसद कंगना रनोट ने रद्द किए गए 3 कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने की मांग की है। कंगना ने कहा कि किसानों को खुद ये कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए। नवंबर 2021 में केंद्र सरकार को 14 महीने के बाद किसान आंदोलन के बाद ये कानून वापस लेने पड़े थे। इस बयान के बाद विपक्ष ने कंगना की घेराबंदी शुरू कर दी है। पंजाब से अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि भाजपा को कंगना को पार्टी से निकालना चाहिए। कंगना पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाया जाना चाहिए। कृषि कानूनों पर कंगना का बयान 23 सितंबर को सामने आया था। वह मंडी जिले के ख्योड़ में जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के समापन समारोह में पहुंची थीं। यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में 3 कृषि कानूनों पर बयान दिया। हरियाणा कांग्रेस ने लिखा- इन कानूनों की वापसी कभी नहीं होगी वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता हरजीत ग्रेवाल ने कहा कि कंगना पंजाब, किसान और सिखों के बारे में बोलना बंद करें। इस मामले को हम हाईकमान के सामने रखेंगे। अब पढ़िए कंगना ने कहीं 2 अहम बातें… 1. किसानों के हितकारी कानून वापस आने चाहिए
कंगना ने कहा कि किसानों के जो लॉ हैं, जो रोक दिए गए, वे वापस लाने चाहिए। किसानों को खुद इसकी डिमांड करनी चाहिए। हमारे किसानों की समृद्धि में ब्रेक न लगे। 2. हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ
ब्यूरोक्रेसी, हमारे लीडर, हर तीन-तीन महीनों में इलेक्शन करवाते हैं। वन नेशन, वन इलेक्शन देश के विकास में जरूरी हैं। ऐसे ही हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ (मजबूती के स्तंभ) हैं। वे खुद अपील करें कि हमारे तीनों कानूनों को लागू किया जाए। हमारे कुछ राज्यों ने इन कानूनों को लेकर आपत्ति जताई थी, उनसे हाथ जोड़ विनती करती हूं कि इन्हें वापस लाएं। किसानों को लेकर 2 बार बयान दे चुकीं कंगना…. 1. कंगना ने कहा था- किसान आंदोलन में रेप-मर्डर हुए
अगस्त में भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया, वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। पूरी खबर पढ़ें… विपक्ष व किसानों ने कंगना को घेरना शुरू किया था। इसके बाद भाजपा ने भी अपना पक्ष जारी कर कंगना के बयान से खुद को अलग कर लिया। कंगना से भी कहा गया कि वे ऐसे बयानों से बचें। 2. कंगना ने किसान आंदोलन और शाहीन बाग प्रोटेस्ट में शामिल महिला का जिक्र किया था
किसान आंदोलन के बीच कंगना रनोट ने 27 नवंबर 2020 को रात 10 बजे फोटो पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी। जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। हालांकि, बाद में कंगना ने पोस्ट डिलीट कर दिया था, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया था। इससे एक्ट्रेस विवादों में घिर गई थी। 2020 में लाए गए थे 3 कृषि कानून
5 जून 2020 को केंद्र सरकार एक अध्यादेश के जरिए तीन कृषि बिल लेकर आई थी। सितंबर 2020 को केंद्र सरकार लोकसभा और राज्यसभा में फार्म बिल 2020 लेकर आई। दोनों सदनों से यह बिल पास पास हो गए, लेकिन किसानों को यह बिल मंजूर नहीं थे। किसानों को आशंका थी कि नए बिल से मंडियां खत्म हो जाएंगी। MSP सिस्टम खत्म हो जाएगा। बड़ी कंपनियां फसलों की कीमतें तय करने लगेंगी। वे इसके विरोध में उतर आए। पंजाब के किसान रेल की पटरियों पर बैठ गए, लेकिन सरकार ने उन्हें वहां से हटा दिया। दो महीने बाद यानी 25 नवंबर को पंजाब और हरियाणा के किसानों ने दिल्ली चलो आंदोलन का ऐलान किया। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी UP सहित कई शहरों में किसानों का प्रदर्शन शुरू हो गया। सरकार और किसानों के बीच 11 बार बातचीत हुई, पर कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा। कोर्ट ने 18 महीने के लिए तीनों कृषि कानूनों पर रोक लगा दी। साथ ही इन कानूनों को रिव्यू करने के लिए एक कमेटी बनाई, पर किसान नहीं माने। उनका कहना था- ‘जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाते, हम आंदोलन जारी रखेंगे।’ इस बीच किसानों ने पक्के घर करना शुरू कर दिए। टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर कच्चे-पक्के घर बनना शुरू हो गए। कई जगहों पर किसानों ने CCTV कैमरे भी लगवाए, ताकि पुलिस की एक्टिविटीज को देख सकें। 19 नवंबर 2021 को कृषि कानून वापस लिए
किसान आंदोलन के दौरान अप्रैल-मई 2021 में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव हुए। असम में BJP सरकार बनाने में कामयाब रही, लेकिन उसे 11 सीटों का नुकसान हुआ। पुडुचेरी में वह गठबंधन की सरकार बनाने में कामयाब रही। जबकि केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में BJP को हार का सामना करना पड़ा। इन चुनावों में विपक्ष ने प्रधानमंत्री और BJP को खूब घेरा था। किसान नेता राकेश टिकैत ने पश्चिम बंगाल में BJP के खिलाफ प्रचार किया था। इसके बाद BJP की इंटरनल रिपोर्ट, सेना में नाराजगी, उप चुनावों में मिली हार और पांच राज्यों में होने वाले चुनावों को देखते हुए PM मोदी ने 19 नवंबर 2021 को तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। आखिरकार 14 महीने की तकरार के बाद 29 नवंबर को लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों से बिना किसी चर्चा के ध्वनिमत से कृषि कानून वापस ले लिया गया। 11 दिसंबर को किसानों ने आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया और दिल्ली बॉर्डर पर विजय दिवस मनाया।