हरियाणा के रोहतक में स्थित ओमेक्स सिटी में शनिवार शाम को करीब 3 सिलेंडर फटने का मामला सामने आया है। सिलेंडर फटने के कारण करीब 6 फ्लैट में आग लग गई। जिसके कारण करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया। घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। वहीं सूचना मिलती ही एसपी नरेंद्र बिजारणिया और एसडीएम आशीष कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। हरियाणा के रोहतक में स्थित ओमेक्स सिटी में शनिवार शाम को करीब 3 सिलेंडर फटने का मामला सामने आया है। सिलेंडर फटने के कारण करीब 6 फ्लैट में आग लग गई। जिसके कारण करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया। घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। वहीं सूचना मिलती ही एसपी नरेंद्र बिजारणिया और एसडीएम आशीष कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में अग्निवीरों को राहत की तैयारी:ग्रुप-C भर्ती में CET की अनिवार्यता खत्म करेगी सरकार; इससे पहले 10% आरक्षण दे चुकी
हरियाणा में अग्निवीरों को राहत की तैयारी:ग्रुप-C भर्ती में CET की अनिवार्यता खत्म करेगी सरकार; इससे पहले 10% आरक्षण दे चुकी हरियाणा सरकार अग्निवीरों को एक और बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है। सरकार अग्निवीरों को ग्रुप-C के पदों में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) से छूट देने पर विचार कर रही है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने CET संशोधन प्रस्ताव में भी इसे लेकर सुझाव दिया है। यानी सरकार इस पर फैसला लेती है तो अग्निवीरों को ग्रुप-C पदों के लिए CET पास करने की आवश्यकता नहीं होगी। हरियाणा सरकार पहले ही पूर्व अग्निवीरों को राज्य पुलिस भर्ती एवं माइनिंग गार्ड भर्ती के तहत 10 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला कर चुकी है। ग्रुप-C की भर्ती में 5% मिल रही छूट
इसके अलावा ग्रुप-C पदों पर होने वाली भर्तियों के लिए 5 फीसदी का आरक्षण देने का ऐलान भी हरियाणा सरकार कर चुकी है। इन भर्तियों में भाग लेने वाले उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में भी छूट देने का ऐलान किया गया है। इसके तहत अग्निवीरों को 3 वर्ष अतिरिक्त वर्षों की छूट भी सरकार दे रही है। ऐसे अग्निवीर जो 4 साल के बाद नौकरी से बाहर हो जाएंगे और अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहेंगे, उनके लिए 0% ब्याज पर लोन उपलब्ध करवाने की घोषणा भी सरकार ने की है। राज्य सरकार की ओर से यह लोन 10 लाख रुपए तक 0% ब्याज दर पर उपलब्ध करवाया जाएगा। प्राइवेट औद्योगिक इकाइयों को सब्सिडी
हरियाणा सरकार की ओर से प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी करने वाले अग्निवीरों को राहत दी गई है। CM नायब सैनी यह ऐलान कर चुके हैं कि अगर कोई औद्योगिक इकाई प्रतिमाह 30 हजार रुपए से ज्यादा वेतन अग्निवीरों को देती है, तो हरियाणा सरकार उस औद्योगिक इकाई को सालाना 60 हजार रुपए की सब्सिडी देगी। हरियाणा सहित 10 राज्य अग्निवीरों को आरक्षण दे रहे
हरियाणा सहित देश के 10 राज्य ऐसे हैं, जो अग्निवीरों को नौकरी में आरक्षण दे रहे हैं। इनमें राजस्थान, असम और अरुणाचल प्रदेश अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में आरक्षण देने का ऐलान कर चुके हैं। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, गुजरात, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की सरकारें भी अग्निवीरों को नौकरियों में आरक्षण दे रही हैं। अग्निवीरों को केंद्र सरकार पहले से यह छूट दे रही
राज्य सरकार के अलावा कई भर्तियों में केंद्र सरकार की ओर से भी अग्निवीरों को आरक्षण दिया जा चुका है। इनमें CISF, BSF, CRPF जैसी मुख्य भर्तियां हैं। इन सभी भर्तियों में अग्निवीरों को आयु सीमा से लेकर फिजिकल तक में अतिरिक्त छूट दी जा रही है। इनके साथ ही अग्निवीर सेवा के 4 साल बाद 25 प्रतिशत अभ्यर्थियों को मुख्य सेना में शामिल किए जाने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। अब 3 पॉइंट्स में जानिए अग्निवीर योजना… 1. सेना में 4 साल की नौकरी
सरकार ने 2022 में अग्निपथ स्कीम लॉन्च की थी। इसके तहत आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में 4 साल के लिए नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाएगा। 4 साल में 6 महीने की ट्रेनिंग भी शामिल है। 4 साल बाद अग्निवीरों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाएगी। इसी मेरिट के आधार पर 25% अग्निवीरों को परमानेंट सर्विस में लिया जाएगा। बाकी लोग सेवानिवृत्त हो जाएंगे। 2. साल में दो बार भर्ती होगी
इस स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी। यानी इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक (PBOR) के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी। साल में 2 बार रैली के जरिए भर्ती की जाएगी। 3. 17.5 से 21 तक उम्र होना जरूरी
अग्निवीर बनने के लिए अभ्यर्थी का 17.5 साल से 21 साल का होना जरूरी है। साथ ही कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है। 10वीं पास भर्ती होने वाले अग्निवीरों को 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद 12वीं के समकक्ष सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष बर्खास्त:1 लाख रिश्वतकांड में पकड़ी गई थीं सोनिया; गिरफ्तारी के 25 दिन बाद पद से हटाया
हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष बर्खास्त:1 लाख रिश्वतकांड में पकड़ी गई थीं सोनिया; गिरफ्तारी के 25 दिन बाद पद से हटाया एक लाख के रिश्वतकांड में पकड़ी गई हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल को बर्खास्त कर दिया गया है। इस बारे में महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार की ओर से आदेश जारी हो गए हैं। बता दें कि 15 दिसंबर को हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल और उनके ड्राइवर कुलबीर को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने भ्रष्टाचार के केस में गिरफ्तार किया था। ACB की टीम ने पहले हिसार से कुलबीर को एक लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ा। उससे पूछताछ के बाद सोनीपत पहुंचकर सोनिया अग्रवाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया। सोनिया की गिरफ्तारी के करीब 25 दिन बाद सरकार ने उन्हें पद से हटाया है। सोनिया अग्रवाल को पद से हटाने के आदेश… सोनिया के PA ने केस सेटलमेंट के लिए मांगे थे रुपए
दरअसल, ACB ने दोनों को 1 लाख रुपए रिश्वत के केस में गिरफ्तार किया था। ACB ने सोनिया अग्रवाल के खरखौदा स्थित आवास पर रेड की थी। हालांकि, उनके आवास की तलाशी के दौरान कोई रकम बरामद नहीं हुई थी। इन पर आरोप थे कि सोनिया के PA कुलबीर ने हिसार में JBT टीचर से एक लाख रुपए लिए थे। शिकायतकर्ता टीचर का कहना था कि रुपए लेने के बाद PA ने महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल को फोन कर केस सेटल करने को कहा था। PA के जरिए रिश्वत लेती थीं सोनिया
सोनिया को खरखौदा और कुलबीर को हिसार से पकड़ा गया था। दोनों पर आरोप हैं कि उन्होंने टीचर और उसकी पुलिसकर्मी पत्नी का विवाद निपटाने के बदले में एक लाख रुपए की रिश्वत लेने का प्लान बनाया था। ACB ने कुलबीर से एक लाख रुपए भी बरामद किए हैं। ACB को शक है कि सोनिया अग्रवाल, कुलबीर के जरिए ही केस निपटाने के पैसे लेती थीं। यूट्यूब चैनल चलाता था कुलबीर
कुलबीर हिसार में अपना यूट्यूब न्यूज चैनल चलाता है। वह हिसार लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुका है, हालांकि उसे सिर्फ एक हजार वोट मिले थे। वह तब चर्चा में आया था जब उसका प्रचार के दौरान झगड़ा हो गया था। इस झगड़े में कुलबीर के कपड़े फाड़ दिए गए थे। कुलबीर ने खुद अपनी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी थी। करीब 7 महीने पहले मिले थे सोनिया और कुलबीर
सोनिया अग्रवाल करीब 7 महीने पहले हिसार में महिला थाने का निरीक्षण करने के लिए गई थीं। तब उनकी मुलाकात कुलबीर से हुई। कुलबीर ने सोनिया अग्रवाल पर इंप्रेशन जमाने के लिए कई सवाल पूछे। कुलबीर यहीं नहीं रुका, वह सोनिया अग्रवाल के पीछे हिसार के वन स्टॉप सेंटर भी पहुंच गया। यहां दोनों के मोबाइल नंबर एक्सचेंज हो गए। भरोसा बढ़ता गया और सोनिया ने कुलबीर को अपना ड्राइवर रख लिया। इसके बाद वह सोनिया के PA का काम देखने लगा। कुलबीर के पास 17 लाख की संपत्ति
लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने के लिए चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट के मुताबिक, कुलबीर की उम्र 40 वर्ष है। वह 10वीं तक पढ़ा है और उसके पास कुल 17 लाख रुपए की संपत्ति है। उस पर 5 लाख रुपए का लोन भी चल रहा है। उसके खिलाफ गुरुग्राम में एक केस भी दर्ज है। कुलबीर ने विधानसभा चुनाव में भी कई उम्मीदवारों के अपने यूट्यूब चैनल के लिए इंटरव्यू किए। उसने नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान, आदमपुर से कांग्रेस उम्मीदवार रहे चंद्रप्रकाश सहित कई नेताओं का प्रचार भी किया था। इसके बाद कुलबीर ने जींद SP और महिला पुलिसकर्मियों के बीच विवाद पर भी वीडियो बनाकर अपलोड की थी।
हरियाणा BJP नेता दिल्ली में वोट मांगेंगे:खट्टर रणनीतिकार, CM सैनी स्टार कैंपेनर, दिल्ली विधायक रह चुकीं MP मंत्री बेटी संग करेंगी कैंपेन
हरियाणा BJP नेता दिल्ली में वोट मांगेंगे:खट्टर रणनीतिकार, CM सैनी स्टार कैंपेनर, दिल्ली विधायक रह चुकीं MP मंत्री बेटी संग करेंगी कैंपेन 27 साल से सरकार बनाने की कोशिश में जुटी BJP के लिए दिल्ली में हरियाणा BJP के सारे नेता वोट मांगते हुए नजर आएंगे। इनमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, CM नायब सैनी के अलावा तमाम मंत्री, विधायक, सांसद भी शामिल होंगे।
भाजपा ने कुछ नेताओं को इलाके भी बांट दिए हैं। वहीं सरकार और संगठन चला चुके कुछ नेताओं का चुनाव की रणनीति बनाने में इस्तेमाल होगा। जिसमें केंद्रीय मंत्री खट्टर का प्रमुख नाम है। खास बात यह है कि प्रदेश की 2 महिला मंत्री भी सांसद माता और केंद्रीय मंत्री पिता के साथ दिल्ली में वोट मांगेंगी। इनमें से किरण चौधरी ऐसी सांसद हैं, जो दिल्ली से चुनाव जीतने के साथ विधानसभा की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिल्ली में हरियाणा के नेताओं की अहम भूमिका क्यों?
ऐसा इसलिए, क्योंकि दिल्ली हरियाणा से सटा हुआ है। इसके गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे जिले सीधे दिल्ली से जुड़े हुए हैं। यहां से नौकरीपेशा से लेकर बिजनेसमैन का दिल्ली से गुरुग्राम या फरीदाबाद आना–जाना लगा रहता है। इसके अलावा प्रदेश के 11 जिले दिल्ली NCR में आते हैं। ऐसे में कुछ लोगों से यहां के भाजपा नेताओं के पर्सनल रिलेशन भी हैं। दिल्ली प्रचार में किस नेता का क्या रोल रहेगा? मनोहर लाल खट्टर : केंद्रीय उर्जा एवं शहरी विकास मंत्री खट्टर भाजपा की रणनीतिकारों की टीम में होंगे। खट्टर को संगठन से लेकर सरकार चलाने का अच्छा अनुभव है। 2014 में उन्हें पहली बार विधायक बनते ही हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया गया। इसके 5 साल बाद 2019 में चुनाव हुए तो भाजपा 40 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। इसके बाद सरकार बनाने की बारी आई तो खट्टर ने संगठन और सरकार के कौशल से BJP विरोधी वोटों से जीती जननायक जनता पार्टी (JJP) को साथ मिला लिया और साढ़े 4 साल सरकार चलाई। जब तक खट्टर सीएम रहे तो गठबंधन बढ़िया चलता रहा। खट्टर ने कुर्सी छोड़ी तो गठबंधन भी टूट गया। उनके नेतृत्व में प्रदेश में 2 लोकसभा और 2 विधानसभा चुनाव भी लड़े गए। 2019 में उन्होंने पार्टी को सभी 10 लोकसभा सीटें दिलाईं। CM नायब सैनी: प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली में स्टार प्रचारक के रोल में रहेंगे। इसकी वजह ये है कि एक तो वह ओबीसी वर्ग से आते हैं, जो दिल्ली के जातीय समीकरण पर फिट बैठता है। दूसरा हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के माहौल के बावजूद भाजपा ने उनकी ही अगुआई में जीता। सैनी ने प्रचार में सभी 90 सीटें कवर कीं। अब 5 साल वही सीएम रहने वाले हैं तो ऐसे में हरियाणा के जो लोग दिल्ली में रह रहे हैं और वोटर हैं, तो उन पर भाजपा सैनी के जरिए असर डाल सकती है। 2 सांसद मंत्री बेटियों संग प्रचार करेंगे
राज्य से लोकसभा सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और राज्यसभा सांसद किरण चौधरी भी दिल्ली में मंत्री बेटियों संग वोट मांगते हुए नजर आएंगे। राव की बेटी आरती राव पहली बार विधायक बनते ही हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं। किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी भी पहली बार विधायक बनने के बाद मंत्री बन गईं। मां–बेटी कांग्रेस छोड़ भाजपा में आई थी। किरण चौधरी दिल्ली कैंट विधानसभा से 1998 में चुनाव जीत चुकी हैं, तब वे 2003 तक दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष भी रहीं। उन्हें दिल्ली का भी अनुभव है। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को नतीजे घोषित होंगे। हिसार के हैं अरविंद केजरीवाल दिल्ली में इस वक्त AAP की सरकार है और मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना को बनाया गया है। हालांकि ये चुनाव पूरी तरह से केजरीवाल के चेहरे पर ही लड़ा जा रहा है। 2020 में जब यहां पर विधानसभा चुनाव हुए थे तो AAP कुल 70 सीटों में से 62 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। हालांकि बीजेपी को बढ़त जरूर मिली थी लेकिन वो मात्र 8 सीटें जीत पाई, वहीं कांग्रेस तो यहां पर खाता तक नहीं खोल पाई। केजरीवाल की बात करें तो इनका हरियाणा से एक गहरा नाता है, दरअसल केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई हिसार से की, फिर दिल्ली के आईआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की परीक्षा में भी सफलता प्राप्त की थी। हालांकि, उन्होंने सरकारी नौकरी को छोड़ दिया और सामाजिक कार्यों की ओर रुख किया।