रोहतक के सांपला स्थित राजकीय महाविद्यालय के पहलवानों ने राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक जीते। 2 पहलवानों ने अपने खेल की बदौलत 2 गोल्ड मेडल जीते। कॉलेज पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा हरिद्वार में राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें राजकीय महाविद्यालय सांपला के अंकुर ने 58 किलोग्राम भार वर्ग में तथा मोहित ने 71 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में दोनों पहलवानों ने गोल्ड मेडल जीतकर अपना नाम रोशन किया। कॉलेज पहुंचने पर स्वागत कॉलेज पहुंचने पर प्राचार्य डॉ. परम भूषण आर्य ने विजेता पहलवानों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। साथ ही कहा कि खिलाड़ी भविष्य में और मेहनत करें और इसी तरह पदक जीतकर अपना नाम रोशन करें। खेल विभाग के अध्यक्ष डॉ. जयपाल ने पहलवानों की दिनचर्या के बारे में सभी को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दोनों पहलवानों ने पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी शानदार प्रदर्शन किया है। डॉ. दीपक लठवाल ने पहलवानों को भविष्य में और मेहनत करने की सलाह दी, ताकि वे अच्छा मुकाम हासिल कर सकें। रोहतक के सांपला स्थित राजकीय महाविद्यालय के पहलवानों ने राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक जीते। 2 पहलवानों ने अपने खेल की बदौलत 2 गोल्ड मेडल जीते। कॉलेज पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा हरिद्वार में राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें राजकीय महाविद्यालय सांपला के अंकुर ने 58 किलोग्राम भार वर्ग में तथा मोहित ने 71 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में दोनों पहलवानों ने गोल्ड मेडल जीतकर अपना नाम रोशन किया। कॉलेज पहुंचने पर स्वागत कॉलेज पहुंचने पर प्राचार्य डॉ. परम भूषण आर्य ने विजेता पहलवानों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। साथ ही कहा कि खिलाड़ी भविष्य में और मेहनत करें और इसी तरह पदक जीतकर अपना नाम रोशन करें। खेल विभाग के अध्यक्ष डॉ. जयपाल ने पहलवानों की दिनचर्या के बारे में सभी को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दोनों पहलवानों ने पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी शानदार प्रदर्शन किया है। डॉ. दीपक लठवाल ने पहलवानों को भविष्य में और मेहनत करने की सलाह दी, ताकि वे अच्छा मुकाम हासिल कर सकें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत मारूति आईएमटी में छत से गिरा युवक:मौके पर मौत, सुरक्षा पर उठे सवाल हरियाणा क़े सोनीपत में आईएमटी खरखौदा स्थित जेबीएम मारुति कंपनी में ठेकेदार के अंडर कार्यरत मजदूर की छत से गिरने से मौत का मामला सामने आया है। मृतक उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। मौके पर एफएसएल टीम ने नमूने एकत्रित किए हैं और वहीं पूरे मामले को लेकर पुलिस से जांच कर रही रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे, खरखौदा आईएमटी में मारुति प्लांट में 23 वर्षीय सूरज फिनिशिंग का काम कर रहा था।उसके साथ अन्य मजदूर भी काम कर रहें थे। इस दौरान सूरज का अचानक पैर फिसलने के कारण करीबन 20 फुट की ऊंचाई से नीचे गिर गया और मौके पर ही मौत हो गई। उत्तर प्रदेश का था सूरज मृतक सूरज बरेली, उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और डीके कंपनी के माध्यम से जेबीएम मारुति में मजदूर के रूप में कार्यरत था। कंपनी में काफी ऊंचाई पर काम किया जा रहा था, लेकिन सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण यह हादसा हुआ है। सूरज अविवाहित था और खरखौदा आईएमटी में ठेकेदार के अंतर्गत कम कर रहा था। पुलिस मामले को लेकर कर रही जांच घटना की सूचना के बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। इस घटना के बाद कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं पुलिस ने सूरज के परिजनों को सूचना दे दी है। परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस से आगे की कार्रवाई करेगी। फिलहाल मृतक के शव को खरखौदा के नागरिक अस्पताल में रखवाया गया है। परिजनों के आने के बाद ही शव का पोस्टमॉर्टम होगा।
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष को नोटिस:कुलदीप बिश्नोई को पद से हटाने पर रजिस्ट्रार सोसाइटी ने मांगा जवाब, 2 हफ्ते का दिया समय
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष को नोटिस:कुलदीप बिश्नोई को पद से हटाने पर रजिस्ट्रार सोसाइटी ने मांगा जवाब, 2 हफ्ते का दिया समय अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में पद को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रही है। मौजूदा प्रधान देवेंद्र बुड़िया और पूर्व सरंक्षक कुलदीप बिश्नोई का मामला तूल पकड़ा जा रहा है। अब इस विवाद में रजिस्ट्रार सोसाइटी की भी एंट्री हो गई है। मुरादाबाद रजिस्ट्रार सोसाइटी ने मौजूदा प्रधान देवेंद्र बुड़िया को नोटिस जारी किया है। मुरादाबाद के सहायक रजिस्ट्रार आनंद विक्रम सिंह ने कुलदीप बिश्नोई और देवेंद्र बुड़िया के विवाद के बाद मुकाम धाम में हुई बैठक की प्रोसेडिंग रिपोर्ट तलब की है। सहायक रजिस्ट्रार ने संस्था के कार्रवाई रजिस्टर, सदस्यता रजिस्टर, एजेंडा रजिस्टर, सदस्यता रसीद और बैंक स्टेटमेंट दो सप्ताह के अंदर देने के आदेश दिए हैं। रजिस्ट्रार सोसाइटी को शक है कि महासभा के कागजों के साथ छेड़छाड़ की गई है। बता दें कि कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाने और बिश्नोई रत्न वापस लेने के बाद अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा की कार्यकारिणी के 11 सदस्यों ने सहायक रजिस्ट्रार सोसाइटी को शपथ पत्र भेजकर मुकाम धाम में हुई बैठक को असंवैधानिक बताया था। इसके बाद यह नोटिस जारी किया गया है। सहायक रजिस्ट्रार की ओर से बुड़िया को दिया गया नोटिस… विस्तार से पढ़ें सहायक रजिस्ट्रार ने नोटिस पत्र में क्या लिखा… “देवेंद्र बुड़िया, प्रधान, अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा, आप अपने पत्र दिनांक 27.06.2024 का संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें, जिसके माध्यम से आपके द्वारा बैठक दिनांक 09.02.2024 में प्रस्ताव पारित किया गया है। इस प्रस्ताव में साधारण बैठक दिनांक 25.07.2021 में संरक्षक को अधिकार दिए गए हैं। यदि संस्था के किसी पदाधिकारी या सदस्य द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया जाता है, एवं संस्था के उद्देश्यों के विपरीत कार्य किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में संरक्षक महोदय को अधिकार होगा। कार्यकाल के माध्य में किसी भी प्रबंध कार्यकारिणी के पदाधिकारी या सदस्य को हटाकर नए पदाधिकारी या सदस्य को प्रबंध कार्यकारिणी के रिक्त स्थान पर नियुक्त कर सकते हैं। इसको लेकर प्रस्ताव पारित किया गया है”। 13 नवंबर, स्थान मुकाम धाम …
बिश्नोई समाज के धार्मिक स्थल मुकाम धाम पर एक बैठक हुई। जिसमें समाज के लोगों ने 5 बड़े फैसले लिए। करीब 2 घंटे तक चली इस बैठक में सबसे बड़ा फैसला संरक्षक का पद खत्म करना था। साथ ही कुलदीप बिश्नोई से बिश्नोई रत्न वापस लेने का भी फैसला लिया गया है। इससे पहले महासभा के प्रधान देवेंद्र बूड़िया ने कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाने के लिए एक पत्र जारी किया था। जिसमें लिखा है कि आपके बेटे ने अंतर्जातीय विवाह किया है। इससे पूरे बिश्नोई समाज में भारी रोष है। ऐसे में आप इस पद पर नहीं रह सकते। बैठक में लिए गए 5 बड़े फैसले…
1. संरक्षक का पद खत्म
कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से पदमुक्त कर दिया गया है। साथ ही फैसला लिया गया है कि अब महासभा के अंदर कोई संरक्षक होगा ही नहीं। यानी कि इस पद को ही खत्म कर दिया गया है। 2. लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव किया जाएगा
बिश्नोई महासभा में नए प्रधान का चुनाव अब लोकतांत्रिक तरीके से होगा। पहले संरक्षक प्रधान को चुनते थे। 3. चुनाव तक देवेंद्र रहेंगे प्रधान
कुलदीप बिश्नोई ने ही देवेंद्र को प्रधान बनाया था और फिर उन्होंने ही एक पत्र जारी कर परसराम बिश्नोई को नया प्रधान नियुक्त किया था। लेकिन कुलदीप के इस कदम के बाद विवाद और बढ़ गया। इस विवाद को खत्म करने के लिए समाज ने फैसला लिया है कि चुनाव तक देवेंद्र ही प्रधान बने रहेंगे। 4. बिश्नोई रत्न वापस लेने का फैसला
बिश्नोई रत्न का सम्मान काफी खास है। आज तक ये सम्मान केवल दो ही लोगों को मिला है। एक पूर्व सीएम भजन लाल और दूसरा कुलदीप बिश्नोई को। उन्हें ये सम्मान 4 साल पहले ही मिला था। लेकिन बैठक में फैसला लिया गया कि कुलदीप से ये सम्मान भी वापस लिया जाएगा। 5. कुलदीप बिश्नोई या उनके परिवार का सदस्य नहीं करेगा दखलअंदाजी
कुलदीप बिश्नोई का समाज और महासभा पर अच्छा प्रभाव था। लेकिन बैठक में फैसला लिया गया है कि कुलदीप बिश्नोई या फिर उनके परिवार का कोई भी सदस्य महासभा में कोई भी दखल अंदाजी नहीं करेगा। 15 दिन पहले कुलदीप पक्ष के पदाधिकारियों ने शपथ पत्र भेजे…
करीब 15 दिनों पहले अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के 21 में से 14 सदस्यों ने कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद पर बरकरार रखने के लिए मुरादाबाद (UP) रजिस्ट्रार सोसाइटी को हस्ताक्षर युक्त पत्र सौंपा था। इसमें कहा गया है कि कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाना असंवैधानिक है। उन्होंने कहा था कि मौजूदा प्रधान देवेंद्र बूड़िया ने बिना कार्यकारिणी से पूछे ऐसा निर्णय लिया जो नियमानुसार सही नहीं है। संरक्षक को हटाने के लिए कार्यकारिणी की सहमति लेनी जरूरी है। जबकि 21 में से 14 सदस्य कुलदीप बिश्नोई के समर्थन में हैं। इन 14 में से 11 सदस्यों ने रजिस्ट्रार सोसाइटी को एफिडेविट (शपथ पत्र) भी सौंपा था।
ओपी चौटाला को श्रद्धांजलि देने सिरसा पहुंचे सांसद अनुराग ठाकुर:बोले- उन्होंने हरियाणा की राजनीति में गहरी छाप छोड़ी, समाज के लिए अपूरणिय क्षति
ओपी चौटाला को श्रद्धांजलि देने सिरसा पहुंचे सांसद अनुराग ठाकुर:बोले- उन्होंने हरियाणा की राजनीति में गहरी छाप छोड़ी, समाज के लिए अपूरणिय क्षति हिमाचल के हमीरपुर से सांसद और पूर्व कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिवंगत ओम प्रकाश चौटाला को श्रद्धांजलि अर्पित की। अनुराग ठाकुर चौटाला परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में संवेदनाएं व्यक्त करने पहुंचे। ठाकुर ने चौटाला परिवार से मुलाकात की और विशेष रूप से अभय चौटाला से गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला का निधन न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए एक अपूरणिय क्षति है। अनुराग ठाकुर ने ओम प्रकाश चौटाला के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हरियाणा की राजनीति में अपने अद्वितीय नेतृत्व और समाजसेवा के जरिए गहरी छाप छोड़ी है। उन्होंने चौटाला परिवार के साहस और एकजुटता की सराहना की और कहा कि यह समय उनके लिए समर्थन और सहानुभूति का है। अनुराग ठाकुर ने चौटाला परिवार के साथ समय बीताकर दुख साझा किया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला का जीवन संघर्ष और प्रेरणा का प्रतीक था, और उनकी यादें हमेशा लोगों के दिलों में बनी रहेंगी। इस दौरान चौटाला परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और अन्य राजनीतिक नेता भी मौजूद रहे, जिन्होंने ओम प्रकाश चौटाला को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके जीवन और योगदान को याद किया।