हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार रात को रोहतक स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में पहुंचे। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली भी मौजूद रहे। प्रदेश कार्यालय में उन्होंने भाजपा पदाधिकारी के साथ मीटिंग भी की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी झज्जर में आयोजित रैली में शामिल होने के बाद वापस चंडीगढ़ जा रहे थे। इसी दौरान वे रोहतक के भाजपा प्रदेश कार्यालय में पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के साथ रक्षाबंधन भी मनाया। भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को राखी बांधी। इस दौरान भाजपा के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जिन्होंने मुख्यमंत्री का प्रदेश कार्यालय में पहुंचने पर पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार रात को रोहतक स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में पहुंचे। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली भी मौजूद रहे। प्रदेश कार्यालय में उन्होंने भाजपा पदाधिकारी के साथ मीटिंग भी की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी झज्जर में आयोजित रैली में शामिल होने के बाद वापस चंडीगढ़ जा रहे थे। इसी दौरान वे रोहतक के भाजपा प्रदेश कार्यालय में पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के साथ रक्षाबंधन भी मनाया। भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को राखी बांधी। इस दौरान भाजपा के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जिन्होंने मुख्यमंत्री का प्रदेश कार्यालय में पहुंचने पर पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में पुलिस मुठभेड़ में 3 कुख्यात बदमाश ढ़ेर:SI को भी लगी गोली; तीनों भाऊ गैंग के शार्प शूटर, हिसार में मांगी थी फिरौती
सोनीपत में पुलिस मुठभेड़ में 3 कुख्यात बदमाश ढ़ेर:SI को भी लगी गोली; तीनों भाऊ गैंग के शार्प शूटर, हिसार में मांगी थी फिरौती हरियाणा के सोनीपत में शुक्रवार रात को पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हुई है। इसमें कुख्यात भाऊ गैंग के तीन कुख्यात बदमाश पुलिस की गोली से मारे गए हैं। वहीं दिल्ली क्राइम ब्रांच के एक सब इंस्पेक्टर अरूण को भी गोली लगी है। पुलिस ने तीनों बदमाशों के शवों को अस्पताल पहुंचा दिया है। पुलिस की टीमें मौके पर छानबीन कर रही हैं। पुलिस एनकाउंटर में मारे गए बदमाशों की पहचान हिसार निवासी आशीष उर्फ लालू, हिसार के गांव खरड़ निवासी सन्नी खरड़ और सोनीपत के गोहाना के गांव रिंढाना निवासी विक्की के रूप में हुई है। हिसार में व्यापारियों से मांगी गई फिरौती समेत कई मर्डर व अन्य वारदातों में इनका हाथ है। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी पर लाखों रुपए का इनाम रखा था। ये तीनों फिरौती किंग भाऊ गैंग के शार्प शूटर हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और हरियाणा एसटीएफ पुलिस टीम का सामना बदमाशों से खरखौदा क्षेत्र में छिनौली रोड पर हुआ है। यहां दोनों तरफ गोलियां चली, जिसमें पुलिस ने तीनों बदमाशों को मार गिराया। बदमाशों के कब्जे से पुलिस को 5 आधुनिक पिस्टल बरामद हुए हैं। हिसार में मांगी थी 5 करोड़ की फिरौती
हिसार के ऑटो मार्केट में 24 जून सोमवार को दोपहर करीब 3 बजे इनेलो नेता के महिंद्रा शोरूम पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए 30 राउंड फायर कर बदमाशों ने दहशत फैला दी थी। फायरिंग करते हुए बदमाश शोरूम में घुसे और 5 करोड़ फिरौती की पर्ची काऊंटर पर फेंक कर फायरिंग करते हुए फरार हो गए। बदमाशों ने मुंह पर कपड़ा बांधकर अपनी पहचान छुपाते हुए गोलियां चलाई। गोली चलने की आवाज सुनकर ऑटो मार्केट में हड़कंप मच गया था। हिसार में नई ऑटो मार्केट में इनेलो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामभगत गुप्ता के महिंद्रा शोरूम में 3 नकाबपोश बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की तो पूरे इलाके में गोलियों की आवाज से हडक़ंप मच गया। गोलियों की गडग़ड़ाहट सुनकर लोग दुकानों में छुप गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों अनुसार 3 बदमाशों के हाथों में पिस्तौल थी। यहां करीब 30 राउंड फायर किए गए जिससे शोरूम के सामने के शीशे टूट गए। इस दौरान एक गाड़ी के आगे के शीशे को भी गोली लगी और शीशा टूट गया। बदमाशों ने शोरूम के काउंटर पर फिरौती के लिए एक पर्ची भी फेंकी जिसमें 5 करोड रुपए मांगे गए। इसके बाद अगले दिन भीम ऑटो मोबाइल संचालक से 2 करोड़ और इसके बाद गोयत तिरपाल हाउस से भी 2 करोड़ की रंगदारी मांगी गई। इस मामले में व्यापारियों ने 28 जून को ऑटो मार्केट और 5 जुलाई को हिसार बंद किया और बदमाशों को पकड़ने की मांग की थी
सोनीपत में तोड़ी जाएंगी 17 दुकानें:सुप्रीम कोर्ट ने स्टे ऑर्डर को कैंसिल किया, हाईकोर्ट में दायर की गई थी याचिका
सोनीपत में तोड़ी जाएंगी 17 दुकानें:सुप्रीम कोर्ट ने स्टे ऑर्डर को कैंसिल किया, हाईकोर्ट में दायर की गई थी याचिका हरियाणा में सोनीपत के सुभाष चौक पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में एक नया मोड़ आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अवैध रूप से बनी 17 दुकानों को हटाने पर लगे स्टे ऑर्डर को कैंसिल कर दिया है। प्रशासन जल्द ही इन दुकानों पर बुलडोजर चलाएगा और दुकानें तोड़कर यहां पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराएगा। क्या है मामला
सुभाष चौक पर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की संख्या काफी अधिक है, लेकिन पार्किंग की सुविधा न होने के कारण यहां हमेशा जाम की स्थिति रहती है। पहले यहां पार्किंग और ग्रीन बेल्ट की जगह पर कुछ दुकानें बना दी गई थीं। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 17 दुकानों को हटाने के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। कई सालों तक चले इस मामले में हाईकोर्ट ने दुकानें तोड़ने के आदेश दिए थे। लेकिन कुछ दुकानदारों ने सुप्रीम कोर्ट से स्टे ले लिया था। सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सभी तथ्यों और दलीलों को ध्यान में रखते हुए स्टे ऑर्डर को निरस्त कर दिया है। अब नगर निगम प्रशासन को संवैधानिक तरीके से इन दुकानों को हटाना होगा। प्रशासन जल्द ही दुकानदारों को नोटिस जारी करेगा और तय तिथि पर दुकानें तोड़ी जाएंगी। सुभाष चौक पर स्थित 17 दुकानों के गिरने का खतरा मंडरा रहा है। इस घटना से 17 दुकानदारों की रोजी-रोटी संकट आ गया है। स्थानीय विधायक और मेयर के प्रयासों के बावजूद, अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। इस मामले में प्रशासन का बुलडोजर कभी भी चल सकता है। लोगों ने किया फैसले का स्वागत सुभाष चौक पर रहने वाले लोगों और आसपास के व्यापारियों ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे यहां जाम की समस्या से निजात मिलेगी और लोगों को पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी। प्रशासन की कार्रवाई
प्रशासन ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि वे जल्द से जल्द इस प्रक्रिया को पूरा करेंगे। प्रभावित दुकानदारों को पहले ही ईएसआई डिस्पेंसरी के सामने दुकानें देने का प्रस्ताव दिया जा चुका है, जिसे कुछ दुकानदारों ने स्वीकार भी किया था। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से सुभाष चौक पर रहने वाले लोगों और व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। अब उम्मीद है कि जल्द ही यहां पार्किंग की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी और जाम की समस्या से निजात मिलेगी। कस्टोडियन की जमीन पर बैठे हैं दुकानदार सुभाष चौक पर 17 दुकानदार कस्टोडियन की जमीन पर करीबन 40 साल बैठे हैं। सोनीपत नगर पालिका के अंतर्गत पहले दुकानदारों से किराया लिया जाता था। लेकिन
पिछले करीबन 15 से 20 साल किराया लेना बंद हो गया है। कस्टोडियन की ऐसी जमीन होती है। जिसका कोई वारिस नहीं है या जिसका खुद को वारिस साबित नहीं किया जा सकता। यह जमीन सरकार के नियंत्रण में होती है। तत्कालीन मेयर ने डेढ़ साल पहले दिया था आश्वासन सितंबर 2023 में प्रशासन की कार्रवाई के आदेश आए थे तो इस दौरान दुकानदारों ने कोर्ट से स्टे ले लिया था। उसके बाद तत्कालीन मेयर निखिल मदान ने दुकानदारों की दुकान न टूटने का आश्वासन दिया था। लेकिन एक बार फिर मुद्दा गरमा गया है और दुकानदारों में हड़कंप मच गई है। प्रशासन ने उस दौरान दुकानदारों को ईएसआई डिस्पेंसरी के नजदीक दुकान अलॉट करने के लिए भी कहा था, लेकिन दुकानदारों ने मना कर दिया था।
रोहतक सांसद का किसान आंदोलन पर बयान:दीपेंद्र बोले-किसानों को परमिशन ना देना समझ से परे, राजनीतिक दलों को मिलती है तुरंत
रोहतक सांसद का किसान आंदोलन पर बयान:दीपेंद्र बोले-किसानों को परमिशन ना देना समझ से परे, राजनीतिक दलों को मिलती है तुरंत हरियाणा के रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से रोके जाने पर बयान दिया। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पंजाब के 101 किसान दिल्ली जाकर एक दिन धरना देना चाहते है, मगर उन्हें रोकना निंदनीय है। किसानों को परमिशन नहीं मिल रही यह समझ से परे है। राम लीला मैदान में सभी राजनीतिक और संगठनों को एक दिन के लिए परमिशन मिलती मगर किसानों को क्यों नहीं मिल रही है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा क इस सरकार ने किसान आंदोलन खत्म करवाते समय MSP गारंटी कानून बनाए जाने का लिखित में वादा किया था। किसान MSP कानूनी गारंटी की मांग कर रहे है। हमारी मांग है कि सरकार उनकी मांग को पूरा करे हम यह मांग करते है। यह बयान रोहतक में आयोजित एक कार्यक्रम में दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिया। भाजपा कहती कुछ है और करती कुछ है हरियाणा के सीएम और मंत्रियों ने बयान दिया था कि हरियाणा के नहीं बल्कि पंजाब के किसान आंदोलन कर रहे है। पंजाब के सीएम को किसानों से बात करनी चाहिए। हरियाणा में 24 फसलों पर MSP दे रही है। इस पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा कहती कुछ है और करती कुछ है। 24 फसलों पर एमएसपी देने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री वे ही हैं जो कह रहे थे कि 8 तारीख को सरकार बनते ही हम धान को 3100 रुपए प्रति क्विंटल में खरिदवाएंगे। ना तो धान की पूरी एमएसपी मिली और ना ही किसानों को समय पर खाद मिला। 10 साल में भाजपा ने किसानों के लिए जो किया है, वह सबको पता है। किसान आंदोलन में सबसे ज्यादा भागेदारी हरियाणा की थी, क्योंकि हरियाणा के किसानों में रोष था।