हरियाणा के रोहतक के गांव खरकड़ा निवासी किसान पर धान अवशेष जलाने व वायु प्रदूषण करने सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रशासन को हरसेक से खेत में आग की लोकेशन मिली थी। लोकेशन मिलने के बाद ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और पुलिस को शिकायत दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। कृषि विभाग के असिस्टेंट टैक्नोलॉजी मैनेजर राजेश कुमार ने महम पुलिस थाना में पराली जलाने की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि धान कटाई के बाद बचे हुए अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बारे में उप कृषि निदेशक ने 10 अक्टूबर को पत्र जारी किया था। जिसके अनुसार ग्राम स्तरीय टीम (एग्रीकल्चर, पटवारी व ग्राम सचिव) का गठन किया गया है। इसके अलावा डीसी ने भी 21 अक्टूबर को पत्र जारी करके धान आवशेष जलाने पर रोक लगाई हुई है। किसान के खिलाफ केस दर्ज उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को हरसेक से आग लगने की गतिविधि की लोकेशन मिली। जिसके आधार पर ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने खेतों में जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि खेत में धान के अवशेष जलाए हुए थे। जो खेत गांव खरकड़ा निवासी किसान रामेन्द्र का था। जिसने नियमों का उल्लंघन किया है। किसान के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है। वहीं पुलिस ने शिकायत के आधार पर किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी। हरियाणा के रोहतक के गांव खरकड़ा निवासी किसान पर धान अवशेष जलाने व वायु प्रदूषण करने सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रशासन को हरसेक से खेत में आग की लोकेशन मिली थी। लोकेशन मिलने के बाद ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और पुलिस को शिकायत दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। कृषि विभाग के असिस्टेंट टैक्नोलॉजी मैनेजर राजेश कुमार ने महम पुलिस थाना में पराली जलाने की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि धान कटाई के बाद बचे हुए अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बारे में उप कृषि निदेशक ने 10 अक्टूबर को पत्र जारी किया था। जिसके अनुसार ग्राम स्तरीय टीम (एग्रीकल्चर, पटवारी व ग्राम सचिव) का गठन किया गया है। इसके अलावा डीसी ने भी 21 अक्टूबर को पत्र जारी करके धान आवशेष जलाने पर रोक लगाई हुई है। किसान के खिलाफ केस दर्ज उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को हरसेक से आग लगने की गतिविधि की लोकेशन मिली। जिसके आधार पर ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने खेतों में जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि खेत में धान के अवशेष जलाए हुए थे। जो खेत गांव खरकड़ा निवासी किसान रामेन्द्र का था। जिसने नियमों का उल्लंघन किया है। किसान के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है। वहीं पुलिस ने शिकायत के आधार पर किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:पार्टी के बागी से खतरा; जाट वोट कांग्रेस के पक्ष में गए तो कड़ी टक्कर में फंसेंगे
नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:पार्टी के बागी से खतरा; जाट वोट कांग्रेस के पक्ष में गए तो कड़ी टक्कर में फंसेंगे हरियाणा में कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से भाजपा उम्मीदवार और कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चुनाव लड़ रहे हैं। यह विधानसभा साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। पहले लाडवा थानेसर हलके में आता था। इस सीट पर अभी तक 3 चुनाव हुए हैं। यहां कोई भी पार्टी 2 बार जीत दर्ज नहीं कर पाई है। 2019 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले मेवा सिंह को कांग्रेस ने दोबारा उम्मीदवार बनाया है। इनेलो-बसपा की सपना बड़शामी, आम आदमी पार्टी (AAP) से जोगा सिंह और जजपा-असपा गठबंधन के विनोद शर्मा उम्मीदवार हैं। लाडवा में गर्ल्स कॉलेज और यमुनानगर-पिपली हाईवे पर बाइपास के निर्माण के 2 मुख्य मुद्दे हैं। यहां कुल 1.96 लाख वोटर हैं। जातीय गणित देखें तो यहां सबसे ज्यादा सैनी समाज के वोट हैं। लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री चेहरा होने की वजह से नायब सैनी का माहौल है, लेकिन किसानों में भाजपा के प्रति नाराजगी भी है। दूसरा, भाजपा के बागी संदीप गर्ग निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वैश्य समाज और अनुसूचित जाति के वोट अगर संदीप को गए तो इससे भाजपा को नुकसान होगा। वहीं, मेवा सिंह के सामने एंटी इनकंबेंसी है। लोग उन पर विकास कार्य न कराने का आरोप लगा रहे हैं। मेवा सिंह को प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में बन रही हवा का सहारा है। मेवा सिंह के सामने जाट समाज से आने वाली सपना बड़शामी हैं। अगर जाट वोटों में बराबर का बिखराव हुआ तो इससे भाजपा को फायदा होगा। 3 पॉइंट में समझिए लाडवा का समीकरण सैनी 10 साल के विकास और अपने कार्यकाल पर वोट मांग रहे
नायब सैनी 2014 में नारायणगढ़ से विधायक बने थे। 2019 में वह कुरुक्षेत्र से सांसद बने। 2024 में लोकसभा चुनाव के पास भाजपा ने पहले उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया, इसके बाद मुख्यमंत्री बना दिया। चूंकि नायब सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद रह चुके हैं, इसलिए लाडवा उनके लिए कोई नई जगह नहीं है। 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुरुक्षेत्र में रैली करके गए हैं। उनके चुनाव प्रचार के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली आ चुके हैं। मुख्यमंत्री चेहरा होने की वजह से वह खुद प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रचार में जुटे हैं। इसलिए लाडवा में उनकी पत्नी सुमन सैनी ने प्रचार की बागडोर संभाली हुई है। सैनी भाजपा के 10 साल के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों, बिना पर्ची और बिना खर्ची के नौकरियों के नाम पर वोट मांग रहे हैं। इसके अलावा, वह अपनी सभाओं में मुख्यमंत्री कार्यकाल में लिए गए फैसलों को भी गिना रहे हैं। मेवा सिंह किसानों और रोजगार को मुद्दा उठा रहे कांग्रेस उम्मीदवार मेवा सिंह के प्रचार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा आ चुके हैं। मेवा सिंह जनता से रोजगार, महंगाई, किसानों के मुद्दे और सरकार आने पर गर्ल्स कॉलेज, यमुनानगर से पिपली तक हाईवे, शहर से बाहर बाइपास बनवाने और ट्रामा सेंटर बनवाने के नाम पर वोट की अपील क रहे हैं। इसके अलावा, वह ग्राउंड पर यह कह रहे हैं कि पिछले 5 साल राज्य में कांग्रेस की सरकार न होते हुए भी अपने हलके के विकास कार्यों को लेकर लगातार आवाज उठाई है। सपना ससुर के नाम पर ग्राउंड पर एक्टिव
इनेलो-बसपा की उम्मीदवार सपना बड़शामी पूर्व विधायक शेर सिंह बड़शामी की पुत्र वधू हैं। शेर सिंह बड़शामी पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के करीबी रहे हैं और जेबीटी घोटाले को लेकर उनके साथ जेल में भी रहे हैं। शेर सिंह बड़शामी 2009 में इनेलो के टिकट पर विधायक बने थे। इसके बाद वह जेल चले गए तो उनकी पत्नी बचन कौर बड़शामी ने चुनाव लड़ा और वह दूसरे नंबर पर रहीं। 2019 विधानसभा चुनाव में सपना ने चुनाव लड़ा और तीसरे नंबर पर रहीं थीं। अब ग्राउंड पर सपना ससुर के कार्यकाल, बाइपास बनावने और कांग्रेस-भाजपा की सरकारों के कार्यकाल में किसानों और कर्मचारियों पर अनदेखी का आरोप लगा रही हैं। संदीप गर्ग समाज सेवा के नाम पर वोट मांग रहे
निर्दलीय उम्मीदवार संदीप गर्ग के नाम की भी ग्राउंड पर चर्चा है। वह भाजपा से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन भाजपा ने नायब सैनी को यहां से उम्मीदवार बना दिया। इसके बाद वह बागी हो गए और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। इसके बार नायब सैनी ने गर्ग को मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। संदीप गर्ग लाडवा में लंबे समय से समाज सेवक के रूप में काम कर रहे हैं। लाडवा में उन्होंने अन्नपूर्णा रसोई सेवा चला रखी है, जहां रोजाना करीब 4 हजार लोग निशुल्क भोजन ग्रहण करते हैं। वह रोटरी क्लब व अग्रवाल सभा के सदस्य भी हैं। ग्राउंड पर अब वह अपनी समाज सेवा के नाम पर वोट मांग रहे हैं। क्या कहते हैं लाडवा के वोटर…. पैतृक गांव में नायब के पक्ष में माहौल नायब सैनी के पैतृक गांव सैनी माजरा के रहने वाले जगदीश लाल ने बताया कि इस बार मुद्दे ठीक हैं। हमारी फसल टाइम पर बिक रही है और विकास भी हुआ है। कांग्रेस के विधायक ने यहां पर कुछ नहीं करवाया। राजेश ने बताया कि पिछले विधायक ने यहां पर कभी अपनी शक्ल भी नहीं दिखाई, हम काम को देखकर वोट करेंगे। धर्मपाल ने बताया कि 40 साल पहले नायब सैनी के पिता तेलूराम गांव छोड़कर नारायणगढ़ चले गए थे और वहीं पर नायब सैनी का जन्म हुआ। हमारे गांव का बच्चा आज सीएम है। सरकार ने काम अच्छा किया है। फसलों पर MSP भी बढ़ाया गया है। मुकेश कुमार ने बताया कि न तो बेरोजगारी है और न ही अग्निवीर का कोई मुद्दा है। हम सीएम फेस को देखकर ही वोट करेंगे। प्रदीप बोले- दोबारा सीएम नहीं बनेंगे सैनी
खेड़ी गांव के प्रदीप कुमार ने बताया कि हमारे यहां पर मेवा राम का माहौल चला हुआ है। हम भाजपा के खिलाफ वोट करेंगे। इनकी नीतियां खराब हैं। हालांकि सीएम खुद चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन भाजपा ने तीन महीने पहले ही उन्हें सीएम बनाया था। पता नहीं उन्हें दोबारा बनाया जाएगा या नहीं। अब मुख्यमंत्री का पद तो अनिल विज भी मांग रहा है। भाजपा किस-किस को सीएम पद देगी। हम ऐसा विधायक चाहते हैं जो जमींदार के लिए काम करे। अशोक ने कहा- भाजपा ने जमींदारों के लिए कुछ नहीं किया
बोड़ला गांव के अशोक कुमार ने कहा कि हमारे यहां पर मेवा सिंह का माहौल है। मुख्यमंत्री तो कभी नारायणगढ़ से खड़ा हो जाता है, तो कभी करनाल से। अब लाडवा से खड़ा कर दिया। भाजपा ने जमींदारों के लिए कुछ नहीं किया। सोमचंद बोले- सैनी से लोगों को उम्मीद
दुकानदार सोमचंद ने बताया कि मुझे नहीं पता कि किसकी सरकार बनने वाली है, लेकिन हमें सीएम सैनी मजबूत दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि उसको 10-15 प्रतिशत वोट तो सीएम के नाम पर ही मिल जाएंगे। लाडवा में भाजपा और कांग्रेस के बीच आमने सामने की टक्कर दिखाई दे रही है। सीएम नायब सैनी कांग्रेस के प्रत्याशी पर भारी पड़ते हुए नजर आ रहे हैं। यहां ओबीसी वोट बैंक उनके पक्ष में है। सबसे ज्यादा वोट सैनी समाज से हैं। लोगों को उनसे उम्मीद है कि वे सत्ता में आते हैं तो शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मुद्दों को पूरा करेंगे। वरिष्ठ पत्रकार बोले- कांटे की टक्कर होगी
कुरुक्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार विजय सबरवाल ने कहा कि लाडवा सीट पर सीएम नायब सैनी की राह इतनी भी आसान नहीं है, क्योंकि कांग्रेस के मेवा सिंह मजबूत स्थिति में हैं। अगर शेर सिंह बड़शामी की पुत्र वधू सपना 10 से 15 हजार तक वोट लेकर आती हैं तो भी मेवा सिंह जीत रहे हैं। अगर उनकी वोट का आंकड़ा 20 हजार के पार जाता है तो सीएम नायब सैनी सीट निकाल जाएंगे। नायब सैनी को इस सीट पर JJP के विनोद शर्मा, AAP के जोगा सिंह और निर्दलीय संदीप गर्ग से नुकसान होगा। मौजूद समय में यहां पर कांटे की टक्कर दिख रही है। कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट की जुलाना सीट की ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ें :- विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा हरियाणा में जींद की जुलाना विधानसभा सीट इस बार के चुनाव में सुर्खियों में है। इसकी वजह रेसलर विनेश फोगाट हैं। सोशल मीडिया पर विनेश फोगाट का खूब माहौल है, लेकिन ग्राउंड लेवल पर यह पूरी तरह खरा नहीं उतरता। लोग विनेश को मजबूत तो मानते हैं, लेकिन उसकी बड़ी वजह यहां की दोहरी एंटी इनकंबेंसी है। भाजपा की 10 साल की सरकार और मौजूदा JJP विधायक से लोग नाराज हैं। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में महिला डॉक्टर ने फंदा लगाया:बेटा बोला- पत्नी से नहीं बनती थी, भाई बोला- पति जिम्मेदार; पूरी फैमिली डॉक्टर्स की
हरियाणा में महिला डॉक्टर ने फंदा लगाया:बेटा बोला- पत्नी से नहीं बनती थी, भाई बोला- पति जिम्मेदार; पूरी फैमिली डॉक्टर्स की हरियाणा के फतेहाबाद में बस स्टैंड के पीछे लूथरा अस्पताल की संचालिका डॉ. सुनीता लूथरा ने आज तड़के फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसका कारण घरेलू क्लेश बताया जा रहा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। इसमें मृतका के डॉक्टर बेटे का कहना है कि उसकी पत्नी की मां से बनती नहीं थी। अक्सर लड़ाई होती रहती थी। वहीं, मृतका के भाई ने आरोप लगाया है कि उसका जीजा यानी मृतका का पित इस वारदात का जिम्मेदार है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। बेटे और बहू का भी अलग क्लीनिक
पुलिस के अनुसार, 65 वर्षीय डॉ. देवेंद्र लूथरा और उनकी पत्नी 62 वर्षीय डॉ. सुनीता लूथरा बस स्टैंड के पीछे सालों से चर्म रोग व मैटरनिटी अस्पताल चला रहे हैं। उनके बेटे डॉ. प्रतीक लूथरा और बहू नैंसी लूथरा का भी भूना में क्लिनिक है। बस स्टैंड के पीछे मौजूद बिल्डिंग के ग्रांउड फ्लोर पर अस्पताल, पहली मंजिल पर डॉक्टर लूथरा रहते है और उससे ऊपर की मंजिल पर उनके बेटे का परिवार रह रहा है। बताया जा रहा है कि पूरे परिवार में घरेलू कलह चल रही थी। नाश्ता करने आया बेटा तो मां को लटका देखा
मृतका के बेटे डॉ. प्रतीक लूथरा ने पुलिस को बताया है कि वह रोजाना की भांति आज भी करीब साढ़े 8 बजे अपने क्लिनिक भूना जाने के लिए तैयार हुआ था। नाश्ता करने के लिए जब नीचे आया तो देखा कि उसकी मां अपने कमरे से अभी तक बाहर नहीं आई थीं। डॉ. प्रतीक का कहना है कि जब उन्होंने दरवाजा खोला तो दंग रह गए। उनकी मां सुनीता कमरे में पंखे पर कपड़े के सहारे लटकी हुई थीं। प्रतीक ने बताया कि उन्होंने ही मां को फंदे से उतारा और वारदात के बारे में परिवार को सूचित किया। डॉ. प्रतीक ने रोते हुए पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी डॉ. नैंसी और मां सुनीता की आपस में नहीं बनती थी। उन दोनों में अक्सर झगड़ा होता रहता था। साले ने जीजा पर लगाए बहन को परेशान करने के आरोप
उधर, डॉ. सुनीता लूथरा के भाई विकास झंडई और सुनील ने अपने जीजा डॉ. देवेंद्र लूथरा को बहन की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पुलिस के सामने गुस्सा प्रकट करते हुए कहा कि देवेंद्र उनकी बहन को परेशान करते थे। विकास ने कहा कि बहन परेशान रहती थी, इसलिए वह चार-पांच साल से उसके घर भी नहीं आ रहे थे। सुनीता अक्सर फोन पर उन्हें परेशानी बयान करती थी। पुलिस जांच कर रही
इस मामले में सिटी थाने के SHO रणजीत सिंह का कहना है कि फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। घरवालों और रिश्तेदारों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इनके बयानों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा में कांग्रेस सांसद ने व्यापारी को लात मारी:दीपेंद्र हुड्डा से बात कर रहा था बुजुर्ग; मंच पर भीड़ होने से जेपी को आया गुस्सा
हरियाणा में कांग्रेस सांसद ने व्यापारी को लात मारी:दीपेंद्र हुड्डा से बात कर रहा था बुजुर्ग; मंच पर भीड़ होने से जेपी को आया गुस्सा हरियाणा में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। कांग्रेस सांसद जयप्रकाश पर दीपेंद्र हुड्डा की रैली के दौरान मंच पर एक बुजुर्ग व्यापारी को लात मारी है। जिसका वीडियो भी सामने आया है। जयप्रकाश के खिलाफ इस घटना पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है, शहर के कुछ लोगों ने मांग की है कि सांसद जयप्रकाश बुजुर्ग से माफी मांगें। वहीं बुजुर्ग का कहना है कि वे जयप्रकाश जेपी के बुलावे पर ही सभा में गए थे। इससे पहले भी कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने एक महिला नेता पर विवादित बयान दिया था। एक चुनावी रैली के दौरान जेपी ने कहा था कि ‘जे लिपस्टिक और पाउडर लगाकर लीडर बनते हों तो मैं भी लगा लूं, फिर दाढ़ी क्यों रखूं।’ सांसद जेपी का यह बयान काफी चर्चा में रहा था। जेपी के इस बयान के बाद माना जा रहा था कि उन्होंने यह बात कलायत विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला की करीबी श्वेता ढुल और अनीता ढुल बड़सीकरी को लेकर कही थी। क्या है लात मारने का पूरा विवाद?
शुक्रवार को चीका की नई अनाज मंडी में सत्ता परिवर्तन रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें सांसद दीपेंद्र हुड्डा गुहला से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के पक्ष में वोट की अपील करने आए थे। इस रैली में सांसद जयप्रकाश भी मौजूद थे। जब वह लोगों को संबोधित कर रहे थे तो मंच पर भीड़ अधिक होने के कारण वह परेशान हो गए और जैसे ही उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया तो उन्होंने पास खड़े एक बुजुर्ग को लात मार दी। जानकारी के अनुसार, जिस बुजुर्ग को लात मारी गई वह शहर के व्यापारी व नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश गोयल बताए जा रहे हैं। इस मामले पर अभी तक जयप्रकाश की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन आने वाले दिनों में यह घटना कांग्रेस पार्टी व सांसद जयप्रकाश के लिए बड़े विवाद का कारण बन सकती है। महिला आयोग ने जारी किया था नोटिस
महिला नेता पर विवादित बयान को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने जयप्रकाश के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वह जयप्रकाश को नोटिस भेजकर जवाब मांगेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कैथल का कोई भी व्यक्ति उनके बेटे को वोट न दे। साथ ही उन्होंने कैथल एसपी से इस पूरे मामले पर रिपोर्ट भी मांगी थी। जेपी किरण चौधरी पर भी बयान दे चुके
लोकसभा चुनाव के बीच जींद के उचाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कहा था कि किरण चौधरी बंसीलाल की विरासत नहीं हैं। विरासत हमेशा पुरुष के माध्यम से चलती है, महिला के माध्यम से नहीं। रणबीर महेंद्रा और अनिरुद्ध बंसीलाल के वारिस हैं, महिलाएं वारिस नहीं हैं। इस पर किरण ने पलटवार करते हुए कहा था कि इनके (JP) घर में बहू, बेटियां नहीं है, इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं। उनकी सोच बहुत ही घटिया और छोटी है। वह ऐसे बयान देकर अपनी ही पार्टी के नेताओं की तौहीन कर रहे हैं। ओमप्रकाश बोले- जेपी ने उनको बुलाया था चीका के व्यापारी ओमप्रकाश गोयल का कहना है कि लात मारने जैसी कोई बात नहीं थी। सांसद जयप्रकाश के बुलावे पर ही वे वहां गए थे। मंच पर एक दूसरे को धक्के लग रहे थे। ये भीड़ भड़ाका होने की वजह से हुआ है। इसमे कोई दूसरी बात नहीं थी और सांसद जेपी से उनके निजी संबंध हैं। उनके बुलावे पर वे वहां पहुंचे थे।