हरियाणा के रोहतक के गांव खरकड़ा निवासी किसान पर धान अवशेष जलाने व वायु प्रदूषण करने सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रशासन को हरसेक से खेत में आग की लोकेशन मिली थी। लोकेशन मिलने के बाद ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और पुलिस को शिकायत दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। कृषि विभाग के असिस्टेंट टैक्नोलॉजी मैनेजर राजेश कुमार ने महम पुलिस थाना में पराली जलाने की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि धान कटाई के बाद बचे हुए अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बारे में उप कृषि निदेशक ने 10 अक्टूबर को पत्र जारी किया था। जिसके अनुसार ग्राम स्तरीय टीम (एग्रीकल्चर, पटवारी व ग्राम सचिव) का गठन किया गया है। इसके अलावा डीसी ने भी 21 अक्टूबर को पत्र जारी करके धान आवशेष जलाने पर रोक लगाई हुई है। किसान के खिलाफ केस दर्ज उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को हरसेक से आग लगने की गतिविधि की लोकेशन मिली। जिसके आधार पर ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने खेतों में जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि खेत में धान के अवशेष जलाए हुए थे। जो खेत गांव खरकड़ा निवासी किसान रामेन्द्र का था। जिसने नियमों का उल्लंघन किया है। किसान के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है। वहीं पुलिस ने शिकायत के आधार पर किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी। हरियाणा के रोहतक के गांव खरकड़ा निवासी किसान पर धान अवशेष जलाने व वायु प्रदूषण करने सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रशासन को हरसेक से खेत में आग की लोकेशन मिली थी। लोकेशन मिलने के बाद ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और पुलिस को शिकायत दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। कृषि विभाग के असिस्टेंट टैक्नोलॉजी मैनेजर राजेश कुमार ने महम पुलिस थाना में पराली जलाने की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि धान कटाई के बाद बचे हुए अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बारे में उप कृषि निदेशक ने 10 अक्टूबर को पत्र जारी किया था। जिसके अनुसार ग्राम स्तरीय टीम (एग्रीकल्चर, पटवारी व ग्राम सचिव) का गठन किया गया है। इसके अलावा डीसी ने भी 21 अक्टूबर को पत्र जारी करके धान आवशेष जलाने पर रोक लगाई हुई है। किसान के खिलाफ केस दर्ज उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को हरसेक से आग लगने की गतिविधि की लोकेशन मिली। जिसके आधार पर ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने खेतों में जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि खेत में धान के अवशेष जलाए हुए थे। जो खेत गांव खरकड़ा निवासी किसान रामेन्द्र का था। जिसने नियमों का उल्लंघन किया है। किसान के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है। वहीं पुलिस ने शिकायत के आधार पर किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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उन्होंने कहा कि भाजपा महिला कार्यकर्ता रानी किराड़ रेलवे रोड पर जनता को बता रही थी कि विधायक बीबी बत्रा ने क्या किया। मनीष ग्रोवर ने आरोप लगाया कि इस दौरान कांग्रेसियों ने व विधायक के बेटे ने रानी किराड़ को घेर लिया। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस के विधायक व उनका बेटा माफी नहीं मांगेगा, तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने दलितों को बहकाकर वोट लिए हैं, लेकिन अब दलित समझ गए हैं। माफी मांगने तक जारी रहेगा विरोध प्रदर्शन
मनीष ग्रोवर ने आरोप लगाते हुए कहा कि दलित बहन से बदतमीजी की है। वहीं विधायक बीबी बत्रा ने ही अपने बेटे को भेजा है और कहा कि गुंडे ले जा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस पर माफी मांगनी चाहिए। जब तक वे माफी नहीं मांगते, यह विरोध प्रदर्शन ऐसे ही जारी रखेंगे।
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करनाल में पुलिस के डंडों से पूर्व पंच की पिटाई:SP के कहने के बाद चौकी में गया था; तमाशा देखते रहे पुलिस कर्मी हरियाणा में करनाल में जमीनी विवाद के चलते दबंगों ने पुलिस के डंडे छीन कर पूर्व पंचायत मेंबर पर हमला कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे। पूर्व पंच का आरोप है कि चौकी के पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से ही उसके साथ मारपीट की गई है। करनाल के एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। गांव सालवन निवासी पूर्व पंचायत मेंबर वेदप्रकाश ने बताया कि उनका आरोपियों के साथ जमीनी विवाद चल रहा है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है। 18 दिसंबर को वह अपनी गेहूं की फसल देखने गए थे। लौटते समय गोस्वामी डेरे के पास कुछ व्यक्ति हथियार लहराते हुए उन्हें गालियां देने लगे। अपनी जान बचाने के लिए वेदप्रकाश ने मोटरसाइकिल मोड़कर दूसरे रास्ते से घर पहुंचने की कोशिश की। पुलिस चौकी में नहीं मिली मदद घटना के बाद जब वेदप्रकाश अपने परिवार के साथ सालवन चौकी शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, तो वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। उसने बताया कि उसने चौकी इंचार्ज को कॉल किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद डायल 112 को कॉल किया और इसके साथ ही एसपी करनाल को भी पूरी घटना की जानकारी दी। एसपी ने भेजा पुलिस चौकी वेदप्रकाश ने बताया कि करनाल एसपी ने उसको पुलिस चौकी सालवन में जाने के लिए कहा। उसका आरोप है कि जब वह चौकी पहुंचे तो हवलदार सलीम ने घटना सुनने की बजाय उसे डांटना शुरू कर दिया। कहा कि तेरी हिम्मत कैसे हुई एसपी को फोन करने की? अब तू हमें हमारा काम सिखाएगा? इसके बाद भी शिकायतकर्ता ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने देसी कट्टा नहीं किया जब्त हवलदार सलीम ने शिकायतकर्ता को घटनास्थल पर चलने को कहा। वेदप्रकाश ने अकेले जाने से मना किया, जिसके बाद पुलिसकर्मी शिकायतकर्ता को साथ लेकर पहुंचे। घटनास्थल पर आरोपी हथियारों से लैस थे। इसी बीच डायल 112 की गाड़ी भी वहां पहुंची। पुलिस ने आरोपियों के हाथ से जेली, गंडासी और लाठी-डंडे तो जब्त कर लिए, लेकिन देसी कट्टा बरामद नहीं किया। पुलिस के डंडे छीनकर की मारपीट पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने पुलिस के डंडे छीन लिए और उसको बुरी तरह पीटने लगे। मारपीट में उसके हाथ, पैर, कमर, छाती और मुंह पर गंभीर चोटें आईं। इस दौरान पुलिसकर्मी तमाशा देखते रहे और वीडियो बनाते रहे। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर शिकायतकर्ता की जान बचाई। पुलिस आरोपियों को लेकर चौकी तो पहुंची, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। चौकी इंचार्ज ने आरोपियों को समय देकर छोड़ दिया। घायलावस्था में वेदप्रकाश ने असंध सरकारी अस्पताल में इलाज करवाया। जब वे शाम को वापस चौकी पहुंचे तो आरोपी वहां नहीं थे। सीआईए जांच की मांग पीड़ित ने सालवन चौकी के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए सीआईए से मामले की जांच की मांग की है। वेदप्रकाश ने बताया कि आरोपियों ने चौकी इंचार्ज के सामने उन्हें जान से मारने और कट्टे में भरने की धमकी दी। इंचार्ज ने आरोपियों को चेतावनी दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। एसपी ने गंभीरता से लिया मामला जब इस संबंध में पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वेदप्रकाश की शिकायत के मामले में छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिन पुलिस कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगे है, उनकी जांच शुरू कर दी गई है। अगर दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।