रोहतक के गांव भालौठ निवासी एक प्लंबर पर जानलेवा हमला होने का मामला सामने आया है। वारदात उस समय हुई जब प्लंबर करीब एक साल पहले किए गए काम के पैसे लेने के लिए मकान मालिक के पास गया था। इस दौरान प्लंबर पर लाठी-डंडों और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया गया। जिसमें प्लंबर को गंभीर चोटें आईं। घायल प्लंबर को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। रोहतक के गांव भालौत निवासी रोबिन ने घिलौड़ कलां थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें उसने बताया कि वह तीन भाइयों में बीच का है और प्लंबर का काम करता है। करीब एक साल पहले उसने अपने मामा के गांव कटवाड़ा निवासी तेजपाल के घर पर प्लंबिंग का काम किया था। उस काम के लिए उसे करीब 10 हजार रुपये दिए गए थे, जिसमें से उसने आधा पैसा चुका दिया था और आधा बकाया था। 13 अक्टूबर की रात करीब साढ़े आठ बजे तेजपाल ने उसे फोन करके बुलाया। घर पर तेजधार हथियार से किया हमला रोबिन ने कहा कि वह अपने मामा के लड़के बंटी के साथ रुपए लेने के लिए तेजपाल के घर चला गया। रुपए देने को लेकर आरोपी ने गाली-गलौज किया और हाथापाई तक उतारू हो गया। आरोपी ने अपने मकान में रखी लाठी से उसके सिर पर हत्या के इरादे से हमला कर दिया। उसके बाद भगत सिंह ने पीठ पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में आरोपी तेजपाल की पत्नी व मां भी शामिल रही। इसके बाद घायल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। रोहतक के गांव भालौठ निवासी एक प्लंबर पर जानलेवा हमला होने का मामला सामने आया है। वारदात उस समय हुई जब प्लंबर करीब एक साल पहले किए गए काम के पैसे लेने के लिए मकान मालिक के पास गया था। इस दौरान प्लंबर पर लाठी-डंडों और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया गया। जिसमें प्लंबर को गंभीर चोटें आईं। घायल प्लंबर को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। रोहतक के गांव भालौत निवासी रोबिन ने घिलौड़ कलां थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें उसने बताया कि वह तीन भाइयों में बीच का है और प्लंबर का काम करता है। करीब एक साल पहले उसने अपने मामा के गांव कटवाड़ा निवासी तेजपाल के घर पर प्लंबिंग का काम किया था। उस काम के लिए उसे करीब 10 हजार रुपये दिए गए थे, जिसमें से उसने आधा पैसा चुका दिया था और आधा बकाया था। 13 अक्टूबर की रात करीब साढ़े आठ बजे तेजपाल ने उसे फोन करके बुलाया। घर पर तेजधार हथियार से किया हमला रोबिन ने कहा कि वह अपने मामा के लड़के बंटी के साथ रुपए लेने के लिए तेजपाल के घर चला गया। रुपए देने को लेकर आरोपी ने गाली-गलौज किया और हाथापाई तक उतारू हो गया। आरोपी ने अपने मकान में रखी लाठी से उसके सिर पर हत्या के इरादे से हमला कर दिया। उसके बाद भगत सिंह ने पीठ पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में आरोपी तेजपाल की पत्नी व मां भी शामिल रही। इसके बाद घायल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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दीपेंद्र विनेश फोगाट के भारत लौटने के दौरान दीपेंद्र हुड्डा नई दिल्ली एयरपोर्ट पर पल-पल उनके साथ रहे। उन्हें रिसीव करने करने के लिए हुड्डा सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर ही नई दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे। एयरपोर्ट के अंदर से अकेले दीपेंद्र हुड्डा ही वो शख्सियत थे, जो उन्हें बाहर तक लेकर आए। उस वक्त दीपेंद्र और विनेश फोगाट को सुरक्षा कर्मियों ने पूरी तरह घेरा हुआ था। इस दौरान विनेश के पति सोमबीर राठी भी थे। एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही जीजा बजरंज पूनिया, साक्षी मलिक और उनकी मां प्रेमलता मिलीं। उन्हें देखकर विनेश के आंसू छलक गए। इसके बाद विनेश जी-वैगन कार में सवार हुईं। विनेश का काफिला जब दिल्ली एयरपोर्ट से चरखी-दादरी के बलाली गांव के लिए रवाना हुआ तो विनेश के साथ गाड़ी के बोनट पर दीपेंद्र हुड्डा, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया बैठे थे। दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर द्वारका तक दीपेंद्र हर जगह विनेश के साथ मौजूद रहे। इस दौरान 10 जगहों पर विनेश फोगाट का स्वागत किया गया। दीपेंद्र हुड्डा ने कई जगह मीडिया से बात भी की और विनेश फोगाट की जमकर तारीफ भी की। ट्रोल होते ही गाड़ी से उतरे दीपेंद्र विनेश के 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धनकोट में भी टिकट के दावेदारों की लंबी कतार विनेश के स्वागत में दिखाई दी। इनमें ज्यादातर नेता हुड्डा परिवार के खास गिने जाते हैं। गुरुग्राम के बाद विनेश का काफिला झज्जर जिले में दाखिल हुआ, यहां बादली से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स से लेकर 4 अन्य टिकट के दावेदारों ने विनेश का स्वागत किया। बादली में ही मनराज गुलिया ने भी उनका जोरदार स्वागत किया, जो टिकट के प्रबल दावेदार है। जब विनेश का काफिया झज्जर शहर में एंट्री किया तो कोसली रोड स्थित टी-पॉइंट पर झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल खुद मौजूद रहीं। गीता भुक्कल ने दीपेंद्र हुड्डा के खास समर्थक नरेश हसनपुर के ऑफिस पर विनेश फोगाट का स्वागत किया और विनेश के अलावा बजरंग के गले लगकर उनका सम्मान किया। इसी तरह चरखी दादरी में भी कांग्रेस को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान सहित टिकट के अन्य दावेदारों ने देर रात विनेश फोगाट का इंतजार कर उन्हें अपनी पलकों पर बिठाया। सोमबीर भी फिलहाल हुड्डा खेमे से दादरी से कांग्रेस का टिकट मांग रहे है। BJP के नेता रहे दूर दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर बलाली गांव तक पहुंचने के दौरान विनेश का काफिला जिन-जिन इलाकों से गुजरा, उनमें गुरुग्राम के बादशाहपुर एरिया के BJP नेता पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह, मनीष यादव, पूर्व सीएम मनोहर लाल के OSD और टिकट के दावेदार जवाहर यादव, बादली में पूर्व विधायक और बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के बाद दादरी में मंत्री जेपी दलाल और विनेश की चचेरी बहन व बीजेपी की टिकट की दावेदार बबीता फोगाट का एरिया है। इनमें से एक भी नेता विनेश का स्वागत करने के लिए नहीं पहुंचा। रोड शो के 125 किलोमीटर के एरिया में कहीं भी BJP के झंडे नजर नहीं आए। जबकि विनेश के काफिले में मौजूद गाड़ियों में अधिकांश गाड़ियां दीपेंद्र हुड्डा के समर्थकों की रहीं। विनेश के स्वागत से इसलिए दूर रहे भाजपाई विनेश फोगाट के स्वागत कार्यक्रम से दूर रहने में भाजपाई नेताओं की कई मजबूरियां और परेशानी रहीं, क्योंकि विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने जब आंदोलन किया तो उन्हें काफी ट्रोल किया गया था। तीनों रेसलर्स ने तत्कालीन भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आवाज उठाई थी। उस वक्त भाजपा का कोई नेता उनके पक्ष में नहीं आया, जिसकी वजह से भाजपा के नेताओं को डर था कि चुनावी मौसम में अगर वो इस स्वागत कार्यक्रम में शामिल होंगे तो उन्हें विरोध का सामना न करना पड़ जाए। जिसके चलते भाजपा के नेताओं ने विनेश के कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखी। कांग्रेस ब्रजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन से ही रेसलरों के साथ जनवरी 2023 में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने उस वक्त के WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन शुरू किया था। उस वक्त कांग्रेस पार्टी की तरफ से इन पहलवानों को पूरा समर्थन दिया गया था। करीब 4 महीनों बाद जब इन पहलवानों ने फिर से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला तो कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा खुलकर उनके समर्थन में आ गए थे। पहलवानों के समर्थन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तक जंतर-मंतर पर पहुंचे थे। दीपेंद्र हुड्डा के खुलकर मैदान में आने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने उन पर इस पूरे आंदोलन का साजिशकर्ता होने का आरोप तक लगा दिया था। हालांकि दीपेंद्र हुड्डा ने इस आरोपों को सिरे से नकार दिया था। हुड्डा कर विनेश को राज्यसभा भेजने की कर चुके मांग
विनेश फोगाट ने इस बार पेरिस ओलिंपिक में एक ही दिन में दुनिया की 2 नामी महिला पहलवानों को पटखनी देकर फाइनल में जगह बनाई थी। 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने पर विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। जिसकी वजह से विनेश न केवल गोल्ड मेडल से चूकी, बल्कि उन्हें सिल्वर मेडल भी नहीं मिल पाया। इसके बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विनेश फोगाट को राज्यसभा में निर्विरोध चुने जाने की मांग की थी। हुड्डा का कहना था कि उनके पास बहुमत नहीं है। अगर बहुमत होता तो वे विनेश को जरूर राज्यसभा भेजते। सभी पार्टियां विनेश का नाम आगे बढ़ाकर उसे राज्यसभा भेजें।
पानीपत में PNB चीफ मैनेजर की संदिग्ध मौत:होटल में मिला शव; कर्मचारी बोले- रात को अचानक बिगड़ी थी तबियत, उत्तराखंड का रहने वाला था
पानीपत में PNB चीफ मैनेजर की संदिग्ध मौत:होटल में मिला शव; कर्मचारी बोले- रात को अचानक बिगड़ी थी तबियत, उत्तराखंड का रहने वाला था हरियाणा के पानीपत में GT रोड स्थित NK टावर गेस्ट हाउस के ऊपर बने एक निजी होटल में पंजाब नेशनल बैंक ( PNB) के चीफ मैनेजर का शव मिला है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय राकेश कुमार के रूप में हुई है। जो मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्र पुर का रहने वाला था। राकेश पिछले करीब 20 साल से पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत था और पिछले 4 साल से उनकी पोस्टिंग पानीपत में हाइव होटल के पीछे पंजाब नेशनल बैंक की सीबीपी शाखा में थी। होटल के कर्मचारियों ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 9 बजे राकेश की अचानक से तबीयत बिगड़ी थी। होटल कर्मचारियों ने इसकी सूचना राकेश के परिजनों को दी। जब तक परिजन मौके पर पहुंचे तब तक राकेश की मौत हो चुकी थी। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां परिजनों के बयानों के आधार पर पुलिस ने इत्फ़ाकिया कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। बैंक कर्मचारी यूनियन ने की आर्थिक मदद
पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव को लेकर अपने पैतृक निवास स्थान रुद्रपुर की ओर जा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि वे अपने पैतृक गांव के श्मशान घाट में ही उनका अंतिम संस्कार करेंगे। वहीं, मृतक के अंतिम संस्कार के लिए पंजाब नेशनल बैंक की कर्मचारी यूनियन ने पीड़ित परिवार को 20 हजार की मौके पर ही आर्थिक सहायता भी दी है। पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी कमल गिरधर और सुभाष ने बताया कि मृतक राकेश पंजाब नेशनल बैंक की सीबीपी शाखा में चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत था। यह शाखा हाइव होटल के पीछे है। इसी के पास एनके टावर गेस्ट हाउस के ऊपर वाले होटल में राकेश रहता था।
करनाल में खड़े कंटेनर बाइक की टक्कर:किसान की दुर्घटना में मौत, पेट्रोल लेने जा रहा था, गलत तरीके से खड़ा था कंटेनर
करनाल में खड़े कंटेनर बाइक की टक्कर:किसान की दुर्घटना में मौत, पेट्रोल लेने जा रहा था, गलत तरीके से खड़ा था कंटेनर हरियाणा के करनाल के गुढ़ा गांव में गैस प्लांट के पास खड़े कंटेनर से बाइक टकरा गई। हादसे में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक सवार तेल लेने पेट्रोल पंप जा रहा था। आरोप है कि कंटेनर गलत तरीके से खड़ा था। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पेट्रोल लेने जा रहा था व्यक्ति गुढ़ा गांव निवासी रमेश कुमार दोपहर को अपनी बाइक पर गुढ़ा गैस प्लांट के पास स्थित पेट्रोल पंप से पेट्रोल लेने के लिए निकला था। जब रमेश गैस प्लांट के पास पहुंचा तो सामने मुख्य सड़क पर एक कंटेनर के चालक ने अपनी गाड़ी गलत तरीके से खड़ी कर रखी थी। कंटेनर की लापरवाही के कारण रमेश की मोटरसाइकिल कंटेनर से टकरा गई, जिससे रमेश की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक किसान था मृतक के रिश्तेदार रिदम ने बताया है कि रमेश खेतीबाड़ी का काम करता था। उसकी बाइक में पेट्रोल खत्म होने वाला था, इसलिए वह बाइक में पेट्रोल भरवाने पेट्रोल पंप जा रहा था, इसके बाद उसे खेत पर जाना था, लेकिन उससे पहले ही यह हादसा हो गया। कंटेनर चालक ने यातायात नियमों का पालन किए बिना कंटेनर को मुख्य सड़क पर गलत तरीके से पार्क कर दिया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। घटना के बाद कंटेनर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस जुटी जांच में घरौंडा थाना के जांच अधिकारी विपिन ने बताया कि हादसे के बाद रमेश को घरौंडा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया था, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।